Updated on: 2 March 2022, 12:37 pm IST Show
आपकी स्लीपिंग साइकिल लगातार कई कारणों से प्रभावित हो सकती है। एक सही स्लीपिंग पोजीशन आपकी नींद में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। दुर्भाग्य से, लंबी अवधि के लिए एक ही स्थिति में सोने से स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं – शरीर में दर्द से लेकर स्लीप एपनिया तक। ज्यादातर लोग या तो अपनी पीठ के बल सोते हैं या पेट के बल। हालांकि, सबको यह पता होना चाहिए कि उनके लिए सोने की सबसे अच्छी पोजीशन क्या है। इन दोनों पोजीशन के अपने फायदे और नुकसान हैं। पेट के बल सोनायह स्लम्बर पोज़ आपको बेचैन करने और मुड़ने के लिए ज्यादा संभावनाशील है। इसके अलावा, यह आपकी रीढ़, गर्दन, कंधों और पीठ के निचले हिस्से में खिंचाव पैदा कर सकता है। कुछ लोग पेट के बल सोना पसंद करते हैं। चित्र: शटरस्टॉकहीटबर्न या एसिडिटी के मामले में, आपके पेट के बल लेटने से लक्षण और ज्यादा गंभीर हो सकते हैं। क्योंकि जब आप लेट रहे होते हैं, तो पेट से एसिड आपके पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है। पेट के बल लेट जाना और लंबे समय तक तकिये से चेहरे को दबाने से, समय से पहले झुर्रियों का विकास हो सकता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक शोध के अनुसार, पेट के बल सोने से पसली की श्वसन गति को अधिक ऊर्जा की आवश्यकता हो सकती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि शरीर को गुरुत्वाकर्षण के विरुद्ध ऊपर उठाने की आवश्यकता होती है। इसलिए, शिशु, गर्भवती महिलाएं और बुजुर्गों को इस स्थिति में सोना मना किया जाता है। इससे उन्हें सांस लेने और लचीलेपन में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। यह भी पढ़ें – Proning : कोविड पॉजिटिव होने पर कैसे मददगार हो सकता उल्टे लेटना या पट पड़ के सोना हालांकि पेट के बल सोने के कई दुष्परिणाम हैं, लेकिन जब खर्राटों और स्लीप एपनिया के जोखिम को कम करने की बात आती है, तो यह स्थिति फायदेमंद है। पीठ के बल सोनाइस तरह सोने से कंधे के दर्द से राहत के लिए सबसे आदर्श स्थिति है। यह स्थिति पूरे रीढ़ पर भार वितरित करती है और रीढ़ के प्राकृतिक मोड़ को बनाए रखती है। इस स्थिति का प्राथमिक लाभ यह है कि यह रीढ़ के पोस्चर के लिए अच्छी है। यह आपकी मुद्रा को ठीक करती है जब आप सीधे खड़े होते हैं। आपको पता होना चाहिए कि सोने का सही तरीका क्या है। चित्र: शटरस्टाॅकहालांकि, यह पीठ दर्द की समस्या वाले लोगों के लिए अच्छी स्थिति है। इसके बावजूद यह खर्राटों और स्लीप एपनिया की समस्याओं को बढ़ा सकती है। पीठ के बल सोने से गले की मांसपेशियां पीछे की ओर गिर सकती हैं और वायु प्रवाह में रुकावट हो सकती है। जिससे खर्राटे और स्लीप एपनिया की समस्या हो सकती। तो अब आपको सोने के लिए कौन सी स्थिति चुननी चाहिए?नींद के लिए सही पोजीशन के मामले में सही विकल्प कई कारकों जैसे उम्र, पीठ या कंधे के दर्द और स्लीप एपनिया जैसी स्थितियों से प्रभावित होता है। दोनों पीठ और पेट के बल सोना संभवतः अच्छा दृष्टिकोण है। जो आपके लिए आरामदायक होगा, जिससे आप अच्छी नींद ले सकते हैं। यह भी पढ़ें – आपकी गट हेल्थ भी करती है आपकी इम्युनिटी को प्रभावित, एक्सपर्ट बता हरे हैं कैसे Sleeping Position Tips: सोने का सबका अपना-अपना स्टाइल (Habit) होता है. कुछ लोग सीधे सोते हैं, कोई करवट लेकर सोता है तो कुछ लोग पेट के बल. क्या आप जानते हैं कि आपके सोने की पोजिशन (Sleeping Position) आपकी सेहत (Health) पर असर डालती है. कई बार घर में आपको टोका गया होगा कि पेट के बल नहीं सोना चाहिए. इसके पीछे भी कारण हेल्थ ही होता है. आज हम आपको बता रहे हैं कि पेट के बल सोने को लेकर हेल्थ एक्सपर्ट का क्या कहना है.. रीढ़ पर दबाव, शरीर में दर्द एक्सपर्ट के मुताबिक, पेट के बल सोना सेहत के लिए नुकसानदायक होता है. ऐसा करने से शरीर का दबाव पीठ और रीढ़ पर पड़ता है. इस पोजीशन में सोने से ज्यादातर वजन शरीर के बीच में आ जाता है. ऐसे में रीढ़ की हड्डी की पोजिशन नहीं बदल पाती और उस पर दबाव बन जाता है. इससे शरीर के दूसरे हिस्सों में भी दर्द की शिकायत होने लगती है. पेट के बल सोना शरीर के हर हिस्से के लिए अच्छा नहीं होता है. दर्द और झुनझुनाहट की शिकयत हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि पेट के बल सोने से शरीर निष्क्रिय महसूस करने लगता है. शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दर्द और झुनझुनाहट की समस्या होने लगती है. कई बार तो ऐसा लगता है कि बॉडी सुन्न पड़ रही है. पेट के बल सोने वालों को अक्सर गर्दन में दर्द बना रहता है. उन्हें झुकाव की समस्या से भी दो-चार होना पड़ता है. प्रेग्नेंट महिलाएं ऐसा करने से बचें अगर कोई महिला प्रेग्नेंट हैं तो उसे पेट के बल सोने से बचना चाहिए. ऐसी स्थिति में इसका विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए. क्योंकि अगर गर्भावस्था में पेट के बल कोई महिला सोती है तो इसका असर बच्चे पर पड़ता है. पेट के बल सोने से फायदे आपने पेट के बल सोने के नुकसान पढ़ लिए हैं लेकिन अब हम आपको बताने जा रहे हैं, इसके फायदे. जी हां पेट के बल सोने से जहां कई नुकसान हैं तो वहीं कुछ फायदे भी हैं. अगर किसी को सोने के दौरान खर्राटे लेने की आदत है तो इससे कई लोगों की परेशानी बढ़ जाती है. ऐसे में अगर आप पेट के बल सोते हैं तो आपको खर्राटों से छुटकारा मिल जाता है. ये भी पढ़ें
-कुछ लोग सुबह को सोकर उठते हैं तो उन्हें सिर में दर्द की शिकायत होती है। जबकि कुछ लोगों को दिनभर सिर में भारीपन बने रहने की शिकायत होती है। ऐसा पेट के बल सोने के कारण भी होता है। -दरअसल, जब हम पेट के बल सोते हैं और तकिए पर सिर रखते हैं तो हमारी गर्दन नीचे की तरफ मुड़ जाती है। इससे मस्तिष्क में होनेवाला ब्लड सर्कुलेशन नकारात्मक रूप से प्रभावित होता है। -सिर में एक तरह का वैक्यूम (खालीपन) और तनाव पैदा होता है। इस कारण सिरदर्द और भारीपन की समस्या होती है। वहीं कुछ लोगों को मितली की समस्या भी हो सकती है। बढ़ जाता है कमर दर्द-जो लोग लगातार और लंबे समय तक पेट के बल सोते हैं, उन्हें कमर में दर्द की शिकायत रहने लगती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पेट के बल सोने से हमारी रीढ़ की हड्डी (बैक बोन) अपनी नैचरल शेप में नहीं रह पाती है। - सोते वक्त लंबे समय तक गलत शेप में रहने और अतिरिक्त दबाव झेलने के कारण, एक समय बाद कमर में दर्द की समस्या शुरू हो जाती है। यह दर्द कमर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। कब्ज की समस्या रहना-जो लोग पेट के बल सोते हैं, उन्हे अपच, कब्ज, पेट दर्द की शिकायत अक्सर रहती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उल्टा सोने के कारण हमारे पेट पर अधिक दबाव रहता है और भोजन का पाचन ठीक से नहीं हो पाता है। वायु विकार होना-पेट के बल सोने से वायु का संचार भी बाधित होता है। इस कारण शरीर के किसी ना किसी अंग में दर्द की समस्या अक्सर बनी रहती है। यह दर्द वायु विकार के कारण हो रहा होता है। -क्योंकि उल्टा सोने के कारण भोजन के पाचन के समय उत्सर्जित होनेवाली गैस शरीर से बाहर नहीं निकल पाती। इससे आमतौर पर शरीर के जोड़ों और पिंडलियों में दर्द होता है। यह भी है एक कारण-अगर आपको उल्टे होकर लेटने यानी पेट के बल लेटने पर ही नींद आती है या आप सोते-सोते पेट के बल कब लेट जाते हैं आपको पता नहीं चलता तो इसका एक कारण आपके पेट में कीड़े होना भी हो सकता है। -जिन लोगों को पेट में कीडे़ होने की समस्या रहती है, वे अक्सर पेट के बल सोते हैं और सोते समय उनके मुंह से लार (सलाइवा) भी टपकता है। अक्सर इस सलाइवा के निशान इनके होंठ की साइड में बना होता है या फिर इनके तकिए पर गीलापन महसूस होता है। बच्चों पर पड़ता है ऐसा असर-हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि जिन बच्चों को पेट के बल सोने की आदत होती है, उन्हें अक्सर हाइट से जुड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है। देखा गया है कि जो बच्चे लगातार और लंबे समय तक पेट के बल सोते हैं उनकी लंबाई उनके हम उम्र दूसरे बच्चों की तुलना में कम होती है। -उल्टा होकर सोने स बच्चों के दिमागी विकास पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। साथ ही बच्चों को पेट से संबंधित रोग भी कम उम्र में ही परेशान करने लगते हैं। इन 7 बातों से परेशान लोग होते हैं बहुत
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दालें Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें पेट के बल सोने से कौन सी बीमारी होती है?दरअसल, पेट के बल सोने से गर्दन के मुड़ जाने से सिर तक ब्लड की सप्लाई नहीं हो पाती। जिसकी वजह से सिर भारी-भारी रहने लगता है। पेट के बल सोने से खाना सही से पच नहीं पाता जिससे आपको इनडाइजेशन की शिकायत रहती है। ऐसे सोने से आपको कई बार पेट में दर्द की शिकायत भी रहने लगती है।
लड़कियों को पेट के बल क्यों नहीं सोना चाहिए?महिलाओं या लड़कियों को भी पेट के बल न सोने की सलाह दी जाती है. इस पॉजिशन में सोने से उनमें ब्रेस्ट में दर्द की शिकायत हो सकती है. यह ब्रेस्ट पर दबाव डालता है और लगातार ऐसे सोने से उनमें दर्द की शिकायत भी हो सकती है. असल में पेट के बल सोने से ब्लड की सप्लाई पर भी असर पड़ता है, जो नुकसान पहुंचा सकता है.
उल्टा क्यों नहीं सोना चाहिए?ऐसा इसलिए क्योंकि हमारे शरीर का पूरा भार हमारे पेट और आगे की हिस्से पर होता है. पेट के बल सोन से पीठ में दर्द की शिकायत भी हो सकती है, क्योंकि जब आप उल्टा सोते हैं, तो आप पलंग पर ठीक तरीके से लेट नहीं पाते है और पीठ थोड़ी उठी हुई रहती है. ऐसे में लंबे समय तक ऐसे सोने से पीठ में दर्द की समस्या हो सकती है.
लड़कियों को रात में कैसे सोना चाहिए?वैसे स्वास्थ्य की दृष्टि से बाईं ओर करवट लेकर सोना सबसे सही होता है। इससे आपके शरीर को पूर्ण आराम मिलने के साथ नींद भी अच्छी आती है। लड़कियों के मामले में ये मुद्रा काफी कुछ कहती है।
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