पतंजलि में सांस फूलने की दवा कौन सी है? - patanjali mein saans phoolane kee dava kaun see hai?

पतंजलि में सांस फूलने की दवा कौन सी है? - patanjali mein saans phoolane kee dava kaun see hai?
सांस फूलने की बीमारियां

पतंजलि में  सांस फूलने की दवा कौन सी है ? ( What is the medicine for shortness of breath in patanjali )

वर्तमान समय में सांस फूलना एक आम समस्या है. यह समस्या ना सिर्फ बुजुर्गों में बल्कि बच्चों और नौजवानों में भी देखने को मिलती है. इसमें थोड़ा सा भी शारीरिक काम करने के बाद सांसे फूलने लगती हैं. जैसे कि यदि सिढ़ियों पर चढ़ते हैं, तो तेजी से सांस फूलने लगती है. यह ऐसी स्थिति होती है, जब आपके फैफड़े ज्यादा आक्सीजन की मांग करते हैं तथा ऐसा भी देखा जाता है कि ऐसे समय में मन में घबराहट भी पैदा होती है. हम नाक और मुंह के माध्यम से सांस के रूप में जो ऑक्सीजन लेते हैं, वह वायुमार्ग के माध्यम से ही शरीर के अंदर प्रवेश करती है और रक्त में मिलकर पूरी शरीर को जीवित और ऊर्जावान बनाए रखने का काम करती है.

पतंजलि में सांस फूलने की दवा कौन सी है? - patanjali mein saans phoolane kee dava kaun see hai?
सांस फूलने की बीमारी

सांस फूलने के कारण-

किसी भी बीमारी के दवा के बारें में जानने से पहले, हमें उस बीमारी या समस्या के कारणों को जानना जरूरी होता है. अगर थोड़ी सी शारीरिक मेहनत के बाद हमारी सांस फूल जाती है, तो इसका एक कारण यह हो सकता है कि हमें शारीरिक काम कभी किया ही नहीं है तथा आलस्य की वजह से हमारे सामने ऐसी समस्या आ रही है. इसके अलावा वजन ज्यादा होने पर भी सांस फूलने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है. इसके साथ ही अगर कोई अत्यधिक धूम्रपान करता है, तो उसके कारण भी सांस फूलने की समस्या हो सकती है. काफी बार हमारा अस्थमा या हार्ट से संबंधित किसी समस्या के कारण भी ऐसा हो सकता है.

पतंजलि में सांस फूलने की दवा कौन सी है? - patanjali mein saans phoolane kee dava kaun see hai?
सांस फूलने की बीमारी

सांस फूलने की समस्या का इलाज-

वैसे तो सांस फूलना कोई गंभीर रोग नहीं है. लेकिन यह जानना बहुत आवश्यक होता है कि यह समस्या के पीछे का कारण क्या है वरना इसके आगे चलकर गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं. इसके इलाज के लिए हम योग का सहारा ले सकते हैं तथा सुबह शाम को सैर करने से इसमें बहुत फायदा होता है. आमतौर पर देखा जाता है कि श्वसन तंत्र के सही से काम ना करने की वजह से ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसलिए श्वसन तंत्र को ठीक रखने के लिए योग करना चाहिएं.

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पतंजलि में सांस फूलने की दवा-

अगर पतंजलि में सांस फूलने की दवा की बात करें, तो इसके लिए आप Patanjali Divya Swasari Pravahi का प्रयोग शहद के साथ कर सकते हैं. इसके साथ ही आप दूध में हल्दी , शीलाजीत और च्यवनप्राश का इस्तमाल कर सकते हैं. जिसके प्रयोग से सांस फूलने की समस्या में राहत मिलती है.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. News4social इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.

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सांस फूलने की सबसे अच्छी दवाई कौन सी है?

रोफ्लेयर टैबलेट का उपयोग क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) को रोकने के लिए किया जाता है, फेफड़ों के विकारों का समूह जिसमें फेफड़ों में हवा का प्रवाह अवरुद्ध होता है और क्रोनिक ब्रोंकाइटिस हो जाता है. यह वायुमार्ग खोलकर काम करता है और सांस लेना आसान बनाता है.

सांस फूलने की आयुर्वेदिक दवा कौन सी है?

तुलसी सांस के रोग में भी फायदेमंद है तुलसी के पत्तों का रस शहद में डालकर पीने से आराम मिलता है। अदरक चबाने या गर्म पानी में डालकर पीने से श्वांस नलिका में संक्रमण खत्म हो जाता है। सांस के मरीजों को चाहिए कि पानी में शहद डालकर भाप लें। पानी में शहद डालकर भांप लेने आराम मिलेगा।

ज्यादा सांस फूलने तो क्या करना चाहिए?

कई बार खासी इतनी ज्यादा होती है कि सांस फूलने लगती है..
सांस लेने की एक्सरसाइज करें- सांस लेने की एक्सरसाइज करने के लिए 2 बार नाक से धीमी सांस लें और इस दौरान मुंह को बंद रखें, जैसे सीटी बजाते समय होठों को करते हैं. ... .
पेट से गहरी सांस लें- सांस फूलने की तकलीफ पेट से गहरी सांस लेने से दूर हो जाती है..

सांस फूलने पर कौन सी दवा खाएं?

अगर श्वास तंत्र में किसी तरह की सूजन या हल्के दर्द के चलते सांस लेने में परेशानी आती है तो अदरक (Ginger) बेहद फायदेमंद साबित होता है. आप अदरक को गर्म पानी में डालकर उसकी चाय बनाकर पी सकते हैं. इससे आपको राहत महसूस होगी.