Show Solution : (i) LPG (Liquified Petroleum Gas) <br> Uses : It is used as domestic and industrial fuel. <br> (ii) Petrol <br> Uses : It is used as motor fuel, aviation fuel and solvent for dry cleaning. <br> (iii) Kerosene <br> Uses : It is used as fuel for stoves, lamps and for jet aircrafts. <br> (iv) Diesel <br> Uses : It is used as fuel for heavy motor vehicles and electric generators. <br> (v) Lubricating oil <br> Uses : It is used as lubricant. <br> (vi) Paraffin wax <br> Uses : It is used in making ointments, candles and vaseline, etc. <br> (vii) Bitumen <br> Uses : It is used in making paints and in road surfacing. पेट्रोलियम के प्रभाजी आसवन से प्राप्त उत्पाद कौन कौन से हैं इनके क्या उपयोग हैं?Solution : पेट्रोल , डीजल , केरोसीन , प्राकृतिक गैस , वेसलीन , स्नेहक , ऐस्फाल्ट आदि।
पेट्रोलियम का प्रभाजी आसवन क्यों आवश्यक है?जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। प्रभाजी आसवन (Fractional distillation) एक औद्योगिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा किसी मिश्रण के अवयवों को अलग किया जाता है। यह आसवन की एक विशिष्ट विधि है। उदाहरण के लिये पेट्रोलियम से पेट्रोल, डीजल, केरोसिन एवं अन्य घटकों को इसी विधि से अलग किया जाता है।
पेट्रोलियम के उपयोग क्या है?विभिन्न प्रकार के स्नेहकों, मोटर तेल, टरबाइन तेल, स्पिंडिल तेल, संपीडित ते, विभिन्न प्रकार के ग्रीजों, कृत्रिम रबर, प्लास्टिक, नाइलन, आदि के निर्माण में पेट्रोलियम लगता है। पेट्रोलियम का सबसे अधिक उपयोग आज मोटर स्पिरिट के रूप में मोटर गाड़ियों और वायुयानों के चलाने में होता है।
प्रभाजी आसवन क्या है प्रभाजी आसवन में प्रभाजक स्तम्भ का क्या प्रयोग है?प्रभाजी आसवन की तकनीक का प्रयोग तब किया जाता है जहां मिश्रण के वाष्प संघनन से पहले तरल प्रभाजक स्तंभ के माध्यम से निकल जातें हैं। प्रभाजक स्तंभ को गोल तल फ्लास्क के मुंह पर फिट किया जाता है। कम क्वथनांक वाले तरल के वाष्प से पहले उच्च क्वथनांक वाले तरल के वाष्प संघनित हो जातें हैं।
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