प्यार की शुरुआत कैसे की जाती है? - pyaar kee shuruaat kaise kee jaatee hai?

जाने - सच्चा प्यार क्या होता है, प्यार कैसे करे, सच्चा प्यार करने का तरीका, प्यार कैसे करते है, प्यार क्या चीज है/ सच्चा प्यार किसे कहते है!

प्यार कैसे  होता है ? यह एक ऐसा सवाल है जो जवानी की दहलीज पर कदम रखते ही सबके जहन में विचरने लगता है। प्यार की शुरुआत कैसे होती है,क्या हमारा प्यार सच्चा प्यार है  या सिर्फ आकर्षण है।  इस तरह के सवाल सबको परेशान करने लगते है।

नीचे दी गई वीडियो को ध्यान से देखें क्योंकि ये महत्त्वपूर्ण टिप्स है |

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जैसे ही हम जवानी की दहलीज पर कदम बढाते है,हमारे अंदर हार्मोनल परिवर्तन होते  है जिससे अपने से दूसरे लिंग के प्रति आकर्षित होना स्वाभाविक है। यह आकर्षण महज हमारे दिल की भावनाओ का भ्रम भी हो सकता है यानि कि हो सकता है कि सिर्फ बाहरी रूप रंग  से हम आकर्षित है। लेकिन कभी कभी यह आकर्षण बढ़ते बढ़ते सच्चे प्यार का रूप भी धारण कर लेता है।

अब परेशानी यह होती है कि कैसे पहचाने कि किसी के प्रति जागरूक होने वाली हमारी भावनाएं महज आकर्षण है या प्यार है।  आज के हमारे इस लेख में हम आपको बताएंगे कि हम किस तरह से यह सुनिशित कर सकते कि आप  के मन में अगर  किसी के प्रति फीलिंग्स है तो वो सच में प्यार ही है या सिर्फ आकर्षण।

प्यार की शुरुआत कैसे की जाती है? - pyaar kee shuruaat kaise kee jaatee hai?

 


प्यार में होने पर अक्सर ये लक्षण दिखाई देने लगते है-----

हर पल उसी का ख्याल-----
अगर आपको अकेले चलते ,उठते बैठते ,या कोई भी काम करते हुए सिर्फ उस ही एक इंसान का  ख्याल आता है ,सिर्फ उसी का चेहरा और बाते याद आती है तो समझिये आपको प्यार हो गया है।

  बात न होने पर जब होने लगे बेचैनी----
 अगर  आपकी  उस इंसान से छोटी-मोटी नोक-झोंक हो जाती है और उसके बाद आपको रह रहकर यही बेचैनी होने लगे कि सब मेरी ही गलती है,मुझे ऐसा नही करना चाहिए था। और बात करने के लिए मन बेचैन हो तो यह सुनिशित है कि आप उस इंसान से सच्चा प्यार करने लगे है।


उसके लिए त्याग जब देने लगे ख़ुशी---
 यदि आप प्यार में है तो आपको उस इंसान के लिए किसी भी चीज का त्याग करना ख़ुशी देगा,क्योंकि प्यार में होने पर  ही दूसरे की ख़ुशी में अपनी ख़ुशी दिखाई देती है। इसलिए आपको कोई भी कुर्बानी देना  बुरा नही लगेगा।

प्यार की शुरुआत कैसे की जाती है? - pyaar kee shuruaat kaise kee jaatee hai?

उसकी समस्या जब लगने लगे खुद  की समस्या ---
यदि आपको  सच्चे वाला प्यार हुआ हँसी तो आप उस इंसान को दुखी नही देख सकते। आप चाहेंगे कि  कुछ भी करके उस  इंसान की परेशानी को दूर किया जाए।और  सभी काम छोड़कर आप उसकी समस्या के समाधान में लग जायेंगे।

गाने सुनते समय जब दिखने लगे उसी का चेहरा ---
यदि आप कोई रोमांटिक या लव सांग सुन रहे है और गाने सुनते समय आपको उसी इंसान का चेहरा   दिखाई देने लगे और आपको लगने लगे कि  इस गाने के हीरो और हीरोइन हम ही है तो समझिये आपको गहरा प्यार हो गया है।

उसकी खामियां भी जब लगने लगे खूबियां ----
जब आपको प्यार  होने लगता है तो आपको उस इंसान की बचकानी हरकते और कमियां भी अच्छी लगने लगती है। उसकी बुरी हरकतों पर भी प्यार आने लगता है।यह प्यार का प्रथम सौपान है।

उसकी गैरमौजूदगी जब खलने लगे---
क्या आप उसकी गैर-मौजूदगी में खुद को अधूरा महसूस करते हैं? चाहे कितने ही लोग आपके आस-पास हों आपकी नजरें सिर्फ उसे ही खोजती हैं तो समझिये आप अब उसके बिना रहना ही नही चाहते है जो कि प्यार में होने का संकेत है।

खूब लड़ाई होने पर भी आखिरी में फिर से पहले की तरह एक हो जाना---
 यदि आप प्यार में है तो आपके बीच चाहे कितनी भी लड़ाई और मिसअंडरस्टैंडिंग  हो जाये आखिरी में आप दोनों सब भूलकर एक हो जायेंगे और आपके रिश्ते पर कोई भी असर नही पड़ेगा।  खुश हो जाइये यह सच्चे प्यार में होने का संकेत है।

प्यार की शुरुआत कैसे की जाती है? - pyaar kee shuruaat kaise kee jaatee hai?


खुद से भी ज्यादा जब होने लगे भरोसा----
जब आपको लगने लगे कि वो आपके साथ कभी कुछ गलत नही होने देगा और आपको खुद से भी ज्यादा भरोसा उस इंसान पर होने लगे तो  समझिये यही प्यार है।


आपकी हर एक बात जब रखने लगे वो याद----
यदि आपकी हर छोटी बात को ध्यान से सुना जाता है और उन बातो को याद रखते हुए आपकी हर ख़ुशी का ध्यान रखा  जाए तो समझिये सामने वाले को भी आपसे प्यार हो गया है।

 जब न रहे साथ छूटने का डर ---
जब आपको उस इंसान पर पूरा यकीन हो जाता है कि किसी भी परिस्तिथि में वो आपका साथ नही छोड़ेगा।  तो समझिये आपका रिश्ता प्यार से परिपूर्ण बन चुका  है।

सोशल मीडिया पर जब कर  दे प्यार का ऐलान---
यदि वह इंसान आपसे प्यार करने  लगा है तो सोशल मीडिया  पर उसके स्टीकर्स प्यार भरे हो जायेंगे और सच्चा प्यार होगा तो वह सबके सामने प्यार का ऐलान जरूर करेगा। जब भरी जनता के सामने इजहार होगा तो यक़ीनन वह आपके लिए सच्चा प्यार ही है।



'मैं' की भावना जब 'हम' बन जाये----
जब  आप कहीँ भी जाए या कुछ भी करे तो अगर आपके शब्द 'मैं' शब्द न बोलकर 'हम' शब्द का ही प्रयोग करे तो  समझिये वो इंसान आपसे पूरी तरह से जुड़ चुका है। और यह प्यार में होने का ही संकेत है।



जब आपके दोस्त भी  आप दोनों के साथ रहने को करने लगे नोटिस---
जब आपके दोस्त या रिलेटिव्स भी  नोटिस करने लगे कि  आप दोनों अक्सर साथ ही दिखाई देते हो।तो समझ लीजिये आपके साथ की और  आपके बीच पनपने वाले प्यार की खबर सबको होने लगी है।  अब आप भी इस बात से अनजान मत रहिये कि आप प्यार में पड़ चुके है।

प्यार की शुरुआत कैसे की जाती है? - pyaar kee shuruaat kaise kee jaatee hai?

अपने बारे में ईमानदारी से जब बता दे सब कुछ-----
यदि आप को चाहने वाला आपको सच में प्यार करता है तो वह आपको अपने बारे में सब कुछ ईमानदारी से बता देगा।  चाहे उसका कोई भूतकाल रिश्ता रहा हो या फिर कोई फॅमिली समस्या या फिर उसकी सैलरी क्या है। वह आपसे कुछ नही छुपायेगा।

आपकी पसंद को ही जब कहने लगे अपनी पसंद----
यदि वह इंसान बात बात पर आपकी पसंद को ज्यादा मायने दे और कहने  लगे कि आपकी पसंद ही उसकी भी पसंद है तो समझिये वो आपको प्यार करने लगा है।


जब एक दूसरे के अलावा कुछ न दिखाई दे आस-पास----
जब भी आप दोनों साथ होते है और एक दूसरे के साथ इतने मग्न हो जाते है कि आस-पास किसी के होने का भी ध्यान न रहे तो समझ लीजिये आप प्यार की ओर तेज गति से कदम रख रहे है।

जब उसके लिए खुद में करने लगे परिवर्तन----
यदि आप उस इंसान के लिए खुद  को परिवर्तित करने लगे है और यह ध्यान देने लगे है कि उसको ऐसा  पसंद नही या उसको ऐसा पसंद है और उसी के अनुरूप खुद को ढालने लगे तो समझ लीजिये यह और कुछ नही प्यार और प्यार में समर्पण है।


देने लगे जब आपको सरप्राइज़ ---
यदि आपको ख़ुशी देने के लिए बार बार सरप्राइज़ दिए जा रहे है तो यह साफ़ है कि वो आपसे प्यार करने लगा है और आपको खुश करके आपका प्यार पाना चाहता है। आपकी हर ख़ुशी उसके दिल को प्यार से भर देगी।

दुसरो के सामने जब देने लगे आपकी सही और गलत हर बात में साथ---
जब वह इंसान आपकी हर सही और गलत बात में दुसरो के सामने साथ देने लगे  तो  समझिये वह आपसे बहुत प्यार करने लगा है।   क्योंकि वह नही चाहता कि किसी भी वजह से आपको दूसरे परेशान करे या किसी भी वजह से कोई आपको कोई नीचा दिखाए। यह प्यार में होने पर ही कोई किसी के लिए कर सकता है।

उपरोक्त लिखी सभी बातो से आप समझ जायेंगे कि  प्यार की शुरुआत कहाँ से होती है और बढ़ते बढ़ते कहाँ तक पहुँच जाती है। कोई भी मंजिल हो, एक के बाद एक चरण पार करके ही उस तक पहुंचा जा सकता है। प्यार में भी ऐसा ही होता है,धीरे धीरे एक आकर्षण भी गहरे प्यार में बदल सकता है।

प्यार की शुरुआत कैसे की जाती है? - pyaar kee shuruaat kaise kee jaatee hai?

प्यार होने के लक्षण क्या क्या है?

इन लक्षणों से समझें कि आप प्यार में हैं, जानिए 25 खास बातें.
आप खोए-खोए से रहने लगे हैं, लोगों से मिलने-जुलने, बातचीत कम करने लगे हैं।.
हर पल बेचैनी-सी महसूस हो, सब कुछ होकर भी बहुत कुछ कमी-सी महसूस हो।.
आप बिना किसी बात के या किसी बात को मन ही मन सोचकर स्वयं ही मुस्कुराते रहते हैं।.

प्रेम की शुरुआत कैसे होती है?

प्यार की शुरुआत कैसे होती है? - Quora. आम तौर पर प्यार एक एहसास है जो एक इन्सान दूसरे इन्सान के प्रति महसूस करता है। इस शब्द में ऐसी पॉजिटिव एनर्जी है जो हमें मानसिक और आंतरिक खुशी प्रदान करती है। कभी कभी कष्ट देय भी होती है प्यार को चार प्रकार से पहचाना है: रिश्तेदारी, दोस्ती, रोमानी इच्छा और दिव्य प्रेम

लड़की से प्यार की शुरुआत कैसे करें?

पहले उसे कॉम्प्लीमेंट्स देने से शुरुआत करें। उसकी तारीफ करने पर और "मैं आपको पसंद करता हूं" के जैसे कॉम्प्लीमेंट्स पर उसका रिएक्शन देखें। अगर वह मुस्काती है, ब्लश करती है, हल्के से शर्माती है, या आपके जैसे शब्दों के साथ प्रतिक्रिया करती है, तो आप जिस तरह से महसूस करते हैं, वह भी वैसा महसूस करती है।

प्यार का पता कैसे चलता है?

यदि आपका साथी सार्वजनिक रूप से गंभीर और शिष्ट रहता है, परंतु आपके साथ होने पर उसका मज़ाकिया और खिलंदड़ा रूप सामने आ जाता है, तब इसका अर्थ है कि वह आपके साथ खुल रहा है और वह आपसे प्यार करता है। यदि सामने वाला अपनी दिल की भावनाओं को भी आपके साथ बाँट सकता है और सहज रहता है तब यह प्यार है।