राजभाषा अधिनियम की धारा 3 3 में क्या प्रावधान है? - raajabhaasha adhiniyam kee dhaara 3 3 mein kya praavadhaan hai?

इसे सुनेंरोकेंधारा 3 का विवरण भारतीय दंड संहिता की धारा 3 के अनुसार, भारत से परे किए गए अपराध के लिए जो कोई व्यक्ति किसी भारतीय विधि के अनुसार विचारण का पात्र हो, भारत से परे किए गए किसी कार्य के लिए उससे इस संहिता के उपबन्धों के अनुसार ऐसे निपटा जाएगा, मानो वह कार्य भारत के भीतर किया गया था।

राजभाषा नियम कब पारित हुए?

इसे सुनेंरोकेंयह अधिनियम राजभाषा अधिनियम, 1963 कहा जा सकेगा। धारा 3, जनवरी, 1965 के 26 वें दिन को प्रवृत्त होगी और इस अधिनियम के शेष उपबन्ध उस तारीख को प्रवृत्त होंगे जिसे केन्द्रीय सरकार,शासकीय राजपत्र में अधिसूचना द्वारा नियत करे और इस अधिनियम के विभिन्न उपबन्धों के लिए विभिन्न तारीखें नियत की जा सकेंगी।

राजभाषा विभाग का गठन कब किया गया था *?

इसे सुनेंरोकेंराजभाषा विभाग भारत सरकार के गृह मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन एक विभाग है। राजभाषा के बारे में संवैधानिक और विधिक प्रावधानों के अनुपालन तथा संघ के कार्यालयीन प्रयोजनों के लिए हिन्दी के प्रयोग को बढावा देने के लिए जून १९७५ में, गृह मंत्रालय के एक स्वतन्त्र विभाग के रूप में राजभाषा विभाग की स्थापना की गयी थी।

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इसे सुनेंरोकेंऩर हस्ताऺर करनेवाऱे व्यश्ततयों दानयत्व होर्ा कक ऐसे दस्तावेज़ हहन्दी और अॊग्रेजी दोनों में तैयार ककए जाएॉ, ननष्ऩाहदत अथवा जारी ककए जाएॉ।”

राजभाषा अधिनियम 1963 कब पारित हुआ *?

इसे सुनेंरोकें1. संक्षिप्त नाम और प्रारंभ – (1) यह अधिनियम राजभाषा अधिनियम, 1963 कहा जा सकेगा । तारीख 10 जनवरी, 1965 को धारा 5(1) प्रवृत्त हुई, देखिए भारत का राजपत्र (अंग्रेजी), भाग 2, अनुभाग 3(2), पृष्ठ 128 पर प्रकाशित अधिसूचना संख्यांक का.

राजभाषा अधिनियम 1963 की कुल कितनी धारा है?

इसे सुनेंरोकेंसंविधान सभा ने हिन्दी को संघ की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया। इस दिन को अब हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है। संविधान लागू हुआ। तदनुसार उसमें किए गए भाषायी प्रावधान (अनुच्छेद 120, 210 तथा 343 से 351) लागू हुए।

राजभाषा अधिनियम 1963 की धारा 3 3 के तहत कितने दस्तावेज़ आते हैं?

इसे सुनेंरोकेंराजभाषा के सम्बन्ध में समिति – इस समिति में तीस सदस्य होंगे जिनमें से बीस लोक सभा के सदस्य होंगे तथा दस राज्य सभा के सदस्य होंगे, जो क्रमशः लोक सभा के सदस्यों तथा राज्य सभा के सदस्यों द्वारा आनुपातिक प्रतिनिधित्व पद्धति के अनुसार एकल संक्रमणीय मत द्वारा निर्वाचित होंगे।

राजभाषा अधिनियम की धारा 3 5 क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअधिनियम की धारा 3 की उपधारा (3) में निर्दिष्ट सभी दस्तावेजों के लिए हिन्दी और अंग्रेजी दोनों का प्रयोग किया जाएगा और ऐसे दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने वाले व्यक्तियों का यह उत्तरदायित्व होगा कि वे यह सुनिश्चित कर लें कि ऐसी दस्तावेजें हिन्दी और अंग्रेजी दोनों ही में तैयार की जाती हैं, निष्पादित की जाती हैं और जारी की …

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राजभाषा नियम 5 क्या है?

इसे सुनेंरोकेंराजभाषा नियम 1976 के नियम 5 के अंतर्गत हिंदी में प्राप्‍त सभी प्रत्रों का उत्‍तर केवल हिंदी में दिया जाता है। इस संबंध में नियम का उल्‍लंघन रोकने में जांच बिंदु स्‍तर पर हिंदी में पत्र प्राप्‍त करने वाले अधिकारियों को ही जांच बिंदु बनाया गया है, जो पूरी तरह प्रभावी है।

वर्ष 1973 में पहली बार गठित रेल हिंदी सलाहकार समिति के अध्यक्ष कौन थे?

इसे सुनेंरोकेंश्री ललित नारायन मिश्र वर्ष 1973 में गठित पहली रेलवे हिन्दी सलाहकार समिति की अध्यक्षता किसने की?

हिंदी वार्तालाप पाठ्यक्रम की अवधि क्या है?

इसे सुनेंरोकेंक : हिंदी सर्टिफिकेट, हिंदी डिप्लोमा, एडवांस हिंदी डिप्लोमा पाठ्‌यक्रम एक-एक वर्ष की अवधि के हैं और सत्र प्रतिवर्ष जुलाई से आरंभ होता है । ख : प्रबोध, प्रवीण और प्राज्ञ पाठ्‌यक्रमों का शिक्षा-सत्र एक-एक वर्ष का है जो प्रतिवर्ष जनवरी से आरंभ होता हैं ।

राजभाषा नियमों की कुल संख्या कितनी है?

इसे सुनेंरोकेंराजभाषा संसदीय समिति का गठन – संविधान के अनुच्छेद 344 (4) के अनुसार 1957 में राजभाषा संसदीय समिति का गठन राष्ट्रपति के आदेश से हुआ। इसमें कुल तीस सदस्य (लोक सभा से 20 व राज्य सभा से 10 ) थे। पंडित गोविन्द वल्लभ पंत को इस समिति का अध्यक्ष बनाया गया।

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धारा 3 3 का अनुपालन कितना प्रतिशत करना है?

इसे सुनेंरोकेंअकादमी में राजभाषा के अधिनियम की धारा 3(3) का पूर्ण रूप से पालन किया जाता है जिसके तहत सामान्य आदेश, ज्ञापन, संकल्प, अधिसूचनाएँ, नियम, करार, संविदा, टेंडर नोटिस, संसदीय प्रश्न आदि द्विभाषी रूप में जारी किए जाते हैं। अकादमी में हिन्दी में प्राप्त सभी पत्रों का उत्तर अनिवार्य रुप से हिन्दी में ही दिया जाता है।

राजभाषा नियम 8 4 क्या है?

इसे सुनेंरोकेंसभी मंत्रालयों विभागों का ध्यान राजभाषा नियम, 1976 के नियम 8(4) की और दिलाया जाता है, जिसके अनुसार केन्द्रीय सरकार आदेश द्वारा ऐसे अधिसूचित कार्यालयों का विनिर्दिष्ट कर सकती है जहां ऐसे कर्मचारियों द्वारा, जिन्हें हिंदी में प्रवीणता प्राप्त है, टिप्पण, प्रारूपण और एस अन्य शासकीय प्रयोजनों के लिए जो आदेश में विनिर्दिष्ट …

राजभाषा नियम 5 में क्या कहा गया है?

इसे सुनेंरोकेंकेन्द्रीय सरकार के कार्यालयों में टिप्पणों का लिखा जाना – कोई कर्मचारी किसी फाइल पर टिप्पण या कार्यवृत्त हिंदी या अंग्रेजी में लिख सकता है और उससे यह अपेक्षा नहीं की जाएगी कि वह उसका अनुवाद दूसरी भाषा में प्रस्तुत करे।

राजभाषा अधिनियम 1963 की धारा 3 3 से क्या अभिप्राय है?

अधिनियम की धारा 3 की उपधारा ( 3 ) में निर्दिष्ट सभी दस्तावेजों के लिए हिंदी और अंग्रजी - दोनों का प्रयोग किया जाएगा और ऐसे दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने वाले व्यक्तियों का यह उत्तरदायित्व होगा कि वे यह सुनिश्चित कर लें कि ऐसी दस्तावेजें हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही में तैयार की जाती हैं, निष्पादित की जाती हैं और जारी की ...

धारा 3 3 का अनुपालन कितना प्रतिशत करना है?

6.17 इसी प्रकार राजभाषा अधिनियम, 1963 की धारा 3(3) के अनुपालन में भी गिरावट आई है जबकि यह 100 प्रतिशत होना चाहिए ।

राजभाषा अधिनियम 1963 की धारा 3 3 को कब से लागू किया गया था?

धारा 3, जनवरी, 1965 के 26 वें दिन को प्रवृत्त होगी और इस अधिनियम के शेष उपबन्ध उस तारीख को प्रवृत्त होंगे जिसे केन्द्रीय सरकार,शासकीय राजपत्र में अधिसूचना द्वारा नियत करे और इस अधिनियम के विभिन्न उपबन्धों के लिए विभिन्न तारीखें नियत की जा सकेंगी।

राजभाषा अधिनियम की कितनी धाराएं हैं?

संविधान सभा ने लम्बी चर्चा के बाद 14 सितम्बर सन् 1949 को हिन्दी को भारत की राजभाषा स्वीकारा गया। इसके बाद संविधान में अनुच्छेद 343 से 351 तक राजभाषा के सम्बन्ध में व्यवस्था की गयी।