राधा की शादी कृष्ण से क्यों नहीं हुई - raadha kee shaadee krshn se kyon nahin huee

भगवान श्रीकृष्ण की रास लीलाओं से भला कौन वाकिफ नहीं होगा. बचपन से ही हम श्रीकृष्ण से जुड़ी कई कहानियां-कथाएं सुनते आए हैं. इसी तरह श्रीकृष्ण और राधा की प्रेम की दास्तां भी बड़े-बुजुर्गाें, टेलीविजन शो में देखते-सुनते आए हैं. श्रीकृष्ण राधा का प्रेम- त्याग, समर्पण और अटूट विश्वास का प्रतीक है, लेकिन क्या आप जानते हैं असीम प्रेम होने के बाद भी श्रीकृष्ण और राधा ने शादी क्यों नहीं की? इसके पीछे कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं. पंडित इंद्रमणि घनस्याल आज इन कथाओं को बता रहे हैं.

इसलिए शादी के बंधन में नहीं बंधे राधा-कृष्ण
ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार, यशोदा के भाई रायान गोपा से राधा का विवाह हुआ था, जिस वजह से राधा रिश्ते में श्रीकृष्ण की मामी लगने लगी थीं. कहा जाता है इस वजह से उनकी शादी नहीं हो सकी. श्रीकृष्ण के रुक्मणी से विवाह के पीछे एक वजह ये भी बताई जाती है कि उन्होंने रुक्मणी को ही राधा का स्वरूप मान लिया था.

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एक अन्य पौराणिक कथा के अनुसार, वृंदावन छोड़ते वक्त श्रीकष्ण ने राधा से वापस लौटकर आने का वादा किया था. जब श्रीकृष्ण लौटकर आए तो उनकी मुलाकात रुक्मणी से हुई थी. रुक्मणी ने अंतर्मन में श्रीकृष्ण जी को अपना पति मान लिया था. तब श्रीकृष्ण जी ने रुक्मणी से विवाह कर लिया.

कहा जाता है कि बालपन में जब श्रीकृष्ण और राधा की मुलाकात हुई थी, तब उन्हें प्रेम का आभास हो गया था. लेकिन राधा श्रीकृष्ण की उम्र से 11 महीने बड़ी थी. दोनों के बीच आध्यात्मिक प्रेम था, इसलिए दोनों शादी के बंधन में नहीं बंधे.

हिंदुओं में देवी राधा और भगवान श्री कृष्ण को प्रेम का प्रतीक माना गया है। मगर, इनका विवाह कभी नहीं हुआ। आखिर क्यों नही हुई राधा-कृष्ण की शादी? 

हिंदू धर्म में बहुत सारे देवी और देवताओं को पूजा जाता है। श्री कृष्ण और देवी राधा को भी हिंदू धर्म मेंविशेष स्थान प्राप्त है। ऐसा कहा जाता है कि श्री कृष्ण भगवान विष्णु का अवतार थे वही देवी राधा लक्ष्मी जी का स्वरूप थीं। राधा और कृष्ण के आलौकिक प्रेम से जुड़ी कई कहानियां प्रचलित हैं। इन दोनों की प्रेम गाथा पर कई फिल्में और टीवी सीरियल गढ़े गए। इन सभी में जहां एक तरफ राधा और कृष्ण की प्रेम लीलाओं को दिखाया गया वहीं दूसरी तरफ राधा और कृष्ण के बिछड़ने को भी नजअंदाज नहीं किया गया।

आजकल टीवी में एक और सीरियल प्रसारित हो रहा है, नाम है ‘राधाकृष्ण’। श्री कृष्ण और राधा की अनोखी प्रेम कहानी पर बने इस सीरियल को लोग काफी पसंद कर रहे हैं। अब तक इस सीरियल में राधा और कृष्ण की प्रेम लीलाएं दिखाई गई हैं। यहां तक कि दोनों के विवाह की बातें भी हुईं और तैयारियां भीं। मगर, सीरियल में एक मोड़ ऐसा भी आया जब राधा और कृष्ण का न तो विवाह हुआ और उन्‍हें एक-दूसरे से अलग भी होना पड़ा। 

वास्तव में भी राधा-कृष्ण से जुड़ी कथाओं में भी यही सुनने को मिला है कि राधा और कृष्ण ने एक दूसरे से कभी विवाह नहीं किया था। मगर, सभी यह भी जानना चाहते हैं कि आखिर ऐसी क्या वजह थी जो राधा और कृष्ण का विवाह नहीं हुआ।

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क्या है कथा 

शो की शुरुआत में ही दिखाया गया था कि भगवान श्रीकृष्ण के परम भक्त श्रीधामा जब उनके दर्शन के लिए गोलोक पहुंचते हैं तो वह अपने आराध्य को पुकारते हैं। बहुत पुकारने पर भी उन्हें श्री कृष्ण के दर्शन नहीं होते हैं। तब वह नारद जी के पास जा कर इसका कारण पूछते हैं। नारद उन्हें बताते हैं कि आप अधूरा नाम ले रहे हैं। गोलोक मेंश्री कृष्ण से पहले आपको श्री कृष्ण प्रेमिका राधा रानी का नाम लेना होगा। श्रीधामा को नारद मुनी की बात समझ नहीं आती है। वह किसी तरह से अपने आराध्य के दर्शन करते हैं। उन्हें भोग में माखन चढ़ाते हैं। मगर, जब श्रीधामा देखते हैं कि राधा उन्हें अपना झूठा माखन खिला रही हैं तो उन्हें क्रोध आ जाता है।

वह श्री कृष्ण से पूछते है कि ‘प्रेम और भक्ति में क्या श्रेष्ठ है’ तब श्रीकृष्ण अपने भक्त को द्वारपाल बना कर विश्राम करने चले जाते हैं और वहीं सोचते हैं, कि ‘प्रेम और भक्ति में क्या श्रेष्ठ है’। श्री कृष्ण को जब कुछ समझ नहीं आता तो वह राधा को याद करते हैं और राधा भी उनके पास दौड़ी चली जाती हैं। मगर, श्रीधामा उन्हें अंदर नहीं जाने देते। दोनों में तर्कवितर्क होता है। जैसे ही राधा श्री कृष्ण के कक्ष में प्रवेश करने वाली होती हैं श्रीधामा उन्हें 100 वर्ष तक श्री कृष्ण को भूल जाने और मृत्युलोक में रहने का श्राप दे देते हैं। श्रीधामा के श्राप के बाद राधा को पृथ्वीलोक जाना होता है। श्री कृष्ण भी अपनी राधा से मिलने के लिए पृथ्वी पर जन्म लेते हैं। मगर, राधा को गोलोक का कुछ भी याद नहीं होता। 

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क्यों नहीं होती शादी 

भले राधा को गोलोक के बारे में कुछ भी याद नहीं होता मगर श्री कृष्ण उन्हें कभी सपने तो कभी अपनी आंखों में गोलोक के दर्शन कराते रहते हैं। राधा को भी श्री कृष्ण से प्रेम हो जाता है। मगर, राधा के बाल सखा एवं महापंडित उग्रपत के पुत्र आयान को भी राधा से प्रेम होता है। वह राधा को हासिल करने के लिए श्री कृष्ण को मारने का प्रयास करता रहता है। राजा कंस के साथ मिल कर वह श्री कृष्ण को राधा से दूर करने के लिए एक के बाद एक असुर बुलाता है। मगर, राधा-कृष्ण को अलग नहीं कर पाता है। तब ही एक घटना के दौरान राधा के पिता को अपने परम मित्र उग्रपत को वचन देना होता है कि वह जीवन में एक बार उग्रपत की किसी एक मांग को जरूर पूरा करेंगे। मौका आने पर उग्रपत अपने बेटे आयान का विवाह राधा से करने की बात रखते हैं। मगर, राधा के पिता राधा का विवाह श्री कृष्ण से ही कराना चाहते हैं और अपना वचन पूरा नहीं कर पाने के लिए वह सन्यास लेने की घोषणा करते हैं। तब ही, श्री कृष्ण को गोलोक में श्री धामा द्वारा राधा को दिया श्राप याद आता है। श्री कृष्ण इस बात का जिक्र राधा से करते हैं और विवाह को न करने की बात रखते हैं। इसके साथ ही वह राधा को पुत्री धर्म निभाने के लिए भी कहते हैं। 

राधा अपने पिता का मान रखने के लिए श्री कृष्ण की जगह अपने बाल सखा आयान से विवाह कर लेती हैं और श्री कृष्ण भी अपना कर्म करने के लिए वृंदावन से मथुरा चले जाते हैं। इस तरह राधा और कृष्ण कभी भी एक दूसरे से विवाह नहीं कर पाते हैं। 

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कृष्ण ने राधा को श्राप क्यों दिया?

तभी वहां राधा आ पहुंची और उन्होंने कृष्ण और विरजा को अपमानित किया. इसके बाद राधा ने विरजा को धरती पर दरिद्र ब्राह्मण होकर दुख भोगने का श्राप दे दिया. वहां मौजूद सुदामा ये बर्दाश्त नहीं कर पाए और उन्होंने उसी वक्त राधा को कृष्ण से बरसों तक विरह का श्राप दे दिया.

राधा जी किसकी पत्नी थी?

राधा अथवा राधिका हिन्दू धर्म की प्रमुख देवी हैं। वह कृष्ण की प्रेमिका और संगिनी के रूप में चित्रित की जाती हैं। इस प्रकार उन्हें राधा कृष्ण के रूप में पूजा जाता हैं। पद्म पुराण के अनुसार, वह बरसाना के प्रतिष्ठित यादव राजा वृषभानु गोप की पुत्री थी एवं लक्ष्मी अवतार थीं।

श्री कृष्ण ने रुक्मणी से शादी क्यों की?

क्यू की रुक्मणि श्री कृष्ण से प्यार करती थी इसलिए शादी किये । चुकी रुक्मणि का भाई शिशुपाल से विवाह करवाना चाहता था रुक्मणी का इसलिये श्रीकृष्ण ने अपहरण कर लिये । क्योंकी, देवी लक्ष्मी जी ने ही रुक्मिणी जी का अवतार लिया है।

राधा कृष्ण की शादी कब हुई थी?

सभी जानते हैं कि राधा और भगवान श्रीकृष्ण के बीच स्नेहपूर्ण संबंध थे, लेकिन उनकी कभी शादी नहीं हुई। श्रीकृष्ण का विवाह रुक्मणी के साथ हुआ था।