सुबह पित्त की उल्टी क्यों होती है? - subah pitt kee ultee kyon hotee hai?

सुबह पित्त की उल्टी क्यों होती है? - subah pitt kee ultee kyon hotee hai?

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मतली उल्टी का एक एहसास है औेर उल्टी उस एहसास का प्रतिफल है। जब किसी को मतली का एहसास होता है तब उसके दिल का धड़कन बढ़ जाता है, पसीना आने लगता है, मुँह से लार निकलने लगता है, पेट में गड़बड़ी का एहसास होने लगता है।

जबकि उल्टी पेट के विषाक्त पदार्थों को मुँह के द्वारा बाहर निकालने की प्रक्रिया है। वस्तुतः जब शरीर में विषाक्त पदार्थ का प्रवेश होता है तब मतली और उल्टी के द्वारा यह शरीर के बाहर निकलकर शरीर को स्वस्थ होने में सहायता करता है।

वैसे तो मतली और उल्टी को सामान्य बीमारी के वर्ग (group) में रखा जाता है। कभी-कभी दवाईयों के पार्श्व-प्रभाव के रूप में, संक्रमण और सूजन के कारण उल्टी की समस्या उत्पन्न होती है। यह समस्या दवाईयों को बंद करने या बदलने के कारण या धीरे-धीरे खुद ही ठीक हो जाता है। लेकिन उल्टी या मतली की समस्या पेट में गड़बड़ी के कारण, चयापचय (metabolism) में असंतुलन के कारण, केंद्रीय स्नायु तंत्र (central nervous system) में गड़बड़ी के कारण भी होता है। लेकिन इनके अलावा भी कई और कारण हैं जो उल्टी और मतली जैसे समस्या को उत्पन्न करने में सहायक होते हैं-

1. तनाव, भय और बेचैनी

लक्षण: तनाव, भय और बेचैनी के कारण शरीर की क्रिया में असंतुलनता पैदा हो जाती है, जो पेट में गड़बड़ी का कारण बन जाता है। जिसके फलस्वरूप मतली, उल्टी, दस्त, कब्ज़ आदि समस्याएं होने लगती हैं।

क्या करना चाहिए: जब मानसिक स्थिति सामान्य हो जाती है तब यह समस्या भी धीरे-धीरे कम होने लगती है। लेकिन लंबे समय तक कोई तनाव में रहने लगेगा तो उल्टी और मतली की समस्या उसके शरीर में अपना घर बना लेगी।

2. खान-पान में गड़बड़ी

क्यों- साधारणतः लोग पार्टी या शादी के अवसर पर स्वादिष्ट भोजन खाने के लालच में ज़रूरत से ज़्यादा‍ खा लेते हैं, जिसके कारण गैस की समस्या उत्पन्न हो जाती है। और इसी कारण लोग मतली और उल्टी की समस्या को दावत दे बैठते हैं। जिनका किसी कारण सर्जरी हुआ हो या उनका हजम शक्ति कमजोर हो तो उनको इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

क्या करना चाहिए: अगर आपने ज़्यादा खा लिया है और बदहजमी की समस्या उत्पन्न हो गई है तो राहत पाने के लिए पुदीना चबाकर खा सकते हैं।

3. विषाक्त खाद्द पदार्थ

लक्षण: अगर खाना विषाक्त हो गया है और आपने बिना जाँच किए ही खा लिया है तो आपको बुखार, पेट में दर्द, दस्त, बेचैनी, मतली और उल्टी जैसे बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।

क्या करना चाहिए: विषाक्त खाना खाने के कारण शरीर में जल की कमी हो जाती है, इसलिए अधिक मात्रा में जल पीये। कैफ़ीन, दूध से बनी चीजें, एल्कोहल आदि से दूर रहना चाहिए।

4. हैंगओवर होना

लक्षण: अगर आपने ज़्यादा मात्रा में एल्कोहल का सेवन कर लिया है तो सर दर्द और मतली की समस्या का सामना करना ही पड़ेगा।

क्या करना चाहिए: ज़्यादा मात्रा में एल्कोहल न पीये। एक बड़ा चम्मच सोडा एक लीटर पानी में घोलकर पीने से उल्टी हो जाएगी। जिसके फलस्वरूप पेट से विषाक्त पदार्थ निकल जाता है।

5. फूड एलर्जी और फूड असहिष्णुता(food intolerance):

क्यों: सही तरह से खान-पान करने और अपने-अपने फूड संबंधी एलर्जी के बारे में अच्छी तरह से जानने से इस तरह से खाद्द पदार्थ खाने से खुद को बचा सकते हैं।

क्या करना चाहिए: सही जानकारी और सही आहार योजना के द्वारा आप मतली और उल्टी की समस्या से राहत पा सकते हैं।

6. गर्भधारण (Pregnancy)

क्यों: साधारणतः महिलायें जब गर्भवती होती हैं तब उन्हें मतली की समस्या होती है। आम तौर पर गर्भधारण के पहले के अवस्था में यह समस्या होती है या गर्भधारण करने के पूरे नौ महीनों तक भी यह समस्या रह सकती है। कई अध्ययनों से यह पता चला है कि मतली और उल्टी की समस्या गर्भधारण के समय शरीर में हार्मोनल बदलाव के कारण होता है। शरीर में विटामिन बी6 की कमी से भी गर्भवती महिला को उल्टी होने की समस्या हो सकती है।

क्या करना चाहिए-

• जिन महकवाले चीजों से आपको मतली हो रही हैं उनको न खायें

• थोड़े-थोड़े मात्रा में खायें

• दो मील के बीच में ठंडा पेय जल पीयें

7. दवाई

क्यों: दवाईयों के कारण भी कभी-कभी पेट में गड़बड़ी हो जाती है जो मतली या उल्टी का कारण बन जाता है।

क्या करना चाहिए: दवाई के कारण यह समस्या उत्पन्न होने पर एक या दो सप्ताहों में लक्षण चला जाता है। आप खाना खाने के बाद एक या दो चम्मच एन्टासीड लेकर भी इस समस्या से राहत पा सकते हैं।

8. माइग्रेन

क्यों: सिर के भीतर किसी भी प्रकार के दबाव से सेरीब्रो-स्पाइनल फ्लूइड (cerebro-spinal)प्रभावित होता है जिसके कारण मतली या उल्टी की समस्या उत्पन्न होती है।

क्या करना चाहिए: आप जहाँ भी हो ताजी हवा आनी चाहिए। रोगी ढीला-ढाला कपड़ा पहने तो आराम महसूस करेगा। ज़रूरत से ज़्यादा पानी नहीं पीना चाहिए। अगर स्थिति गंभिर हो जाय तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

9. पित्ताशय (gall bladder) और पाचक ग्रंथि (pancreas)में सूजन

लक्षण: इन दोनों अंगों में सूजन होने पर पेट के ऊपरी भाग में दर्द होता है और मतली और उल्टी होने लगती है।

क्या करना चाहिए: इस बारे में यही कहना है कि तुरन्त डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

चित्र स्रोत: Getty images


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