सुबह उठते ही कौन सा भगवान का नाम लेना चाहिए? - subah uthate hee kaun sa bhagavaan ka naam lena chaahie?

इन 13 मंत्रों में से कोई एक मंत्र रोज पढ़ें, सफलता के कीर्तिमान रचें

सुबह इन मंत्रों को पढ़ने से मिलती है मनचाही सफलता

अगर आप चाहते हैं हर दिन आपका शुभ और सफलतादायक हो तो बिस्तर से उठते ही अपने दोनों हाथों को आपस में रगड़ कर चेहरे पर लगाएं और दिए गए 13 मंत्रों में से किसी भी 1 मंत्र को बोलें। आपका दिन उन्नतिदायक और प्रसन्नतापूर्वक व्यतीत होगा।

1 . ॐ मंगलम् भगवान विष्णु: मंगलम् गरूड़ध्वज:।

मंगलम् पुण्डरीकांक्ष: मंगलाय तनो हरि।।

2 . कराग्रे वसते लक्ष्मी: कर मध्ये सरस्वती।

करमूले गोविन्दाय, प्रभाते कर दर्शनम्।

3 . गुरुर्ब्रह्मा, गुरुर्विष्णु, गुरुर्देवो महेश्वर:।

गुरु साक्षात् परब्रह्मा तस्मै श्री गुरुवे नम:

4 . करारविन्देन पदारविन्दं, मुखारविन्दे विनिवेशयन्तम्।

वटय पत्रस्य पुटेशयानं, बालं मुकुन्दं मनसा स्मरामि।।

5. सी‍ताराम चरण कमलेभ्योनम: राधा-कृष्ण-चरण कमलेभ्योनम:।

6 . राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमै: सहस्त्रनाम तत्तुल्यं श्री रामनाम वरानने।

7 . माता रामो मम् पिता रामचन्द्र:

स्वामी रामो ममत्सखा सखा रामचन्द्र:

सर्वस्व में रामचन्द्रो दयालु नान्यं जाने नैव जाने न जाने।।1।।

8. दक्षिणे लक्ष्मणो यस्त वामेच जनकात्मजा,

पुरतोमारुतिर्यस्य तं वंदे रघुनंदम्।

9 . लोकाभिरामं रण रंग धीरं राजीव नेत्रम् रघुवंश नाथम्।

कारुण्य रूपम् करुणा करम् श्री रामचंद्रम शरणं प्रपद्ये।

10. आपदा मम हरतारं दातारम् सर्व सम्पदाम्

लोकाभिरामम् श्री रामम् भूयो भूयो नमाम्यहं।

11. रामाय रामभद्राय रामचंद्राय वेधसे

रघुनाथाय नाथाय सीतापतये नम:।

12. श्री रामचंद्र चरणौ मनसास्मरासि,

श्री रामचंद्र चरणौ वचसा गृणोमि।

श्री रामचंद्र चरणौ शिरसा नमामि,

श्री रामचंद्र चरणौ शरणम् प्रपद्धे:।।

13. त्वमेव माता च पिता त्वमेव। त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव।

त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव। त्वमेव सर्वम् ममदेव देव।

सुबह उठते ही कौन सा भगवान का नाम लेना चाहिए? - subah uthate hee kaun sa bhagavaan ka naam lena chaahie?

सुबह आंखें खुलने के पहले व्यक्ति जाग जाता है। जागने के बाद आंखें खोलता है और आंखें खोलते ही मस्तिष्क भी धीरे-धीरे जागने लगता है। यह समझना जरूरी है कि जिस तरह सूर्योदय के पहले उजाला होने लगता है और फिर बाद में सूर्य दिखाई देता है, ठीक उसी तरह व्यक्ति को पूर्ण चैतन्य होने में वक्त लगता है। ऐसे समय में उसका मस्तिष्क संवेदनशील होता है। ऐसे में कुछ सावधानियां रखना जरूरी है, क्योंकि हमारे मस्तिष्क को सेट होने में कम से कम 2 घंटे का समय लगता है। ऐसे समय में हमें कौनसे कार्य करना चाहिए आओ जानते हैं।


1. नींद से जागते ही आप एकदम से आंखें न खोलें। धीरे-धीरे आंखें खोलें और यह सुनिश्चित करें कि आंखें खुलते ही आपको अच्छी तस्वीर के दर्शन हो या आप सबसे पहले अपनी हथेली के दर्शन करें और भगवान का ध्यान करें। ऐसा करने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। धर्मग्रंथों और ऋषि-मुनियों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि हमारे हाथों की हथेलियों में दैवीय शक्तियां निवास करती हैं। अत: हमारी सुबह यदि शुभ दर्शन और शुभ कार्यों के साथ शुरू होगी तो संपूर्ण दिन भी शुभ ही होगा। अच्छा ये है कि आप अपने बेडरूम में अच्छी तस्वीरें लगाएं। सुगंधित वातावरण रखें।

2. बिस्तर छोड़ते ही हमारी यात्रा प्रारंभ हो जाती है। अत: जो भी स्वर चल रहा हो उसी साइड का पैर निकालकर उठें।

3. उठने के कम से कम एक घंटे तक चुप रहें और इस दौरान शौचादि से मुक्त होने का कार्य ही करें।

4. यदि आप पूजा पाठ करते हैं तो शौचादि से मुक्त के बाद ये कार्य करें या प्रार्थना करें या भजन सुनें। दरअसल, हम जब सो रहे होते हैं या सोकर उठ रहे होते हैं तो वह काल संधि का काल होता है। जैसे सूर्योदय या सूर्यास्त या जैसे रात और दिन या दिन और रात जहां मिल रहे होते हैं, उसे संधि कहते हैं। ऐसे काल में हमारा मस्तिष्क बहुत ही संवेदनशील होता है। ऐसे में यदि वह सकारात्मक बातें ग्रहण करता है, तो जीवन में सकारात्मक घटनाएं ही घटती हैं, लेकिन यदि वह लगातार नकारात्मकता ग्रहण करता है तो जीवन में नकारात्मकता ही घटित होती है।

5. सुबह उठने के बाद सबसे पहले उन कामों के बारे में सोचे जो आपको प्राथमिक रूप से करना है। इस आदत से आप सबसे जरूरी कार्य को निपटाने की क्षमता साहिल करेंगे। जीवन में सफलता हेतु सबसे पहले वही कार्य करना चाहिए जो आपने जीवन में खास है।

6. आंख खुलते ही आप किसी का भी चेहरा देखने से बचें, खासकर किसी ऐसे व्यक्ति, पशु या अन्य का जिसे देखकर आपके मन में अचानक से बुरे भाव आते हो या आपको अच्छा न लगता हो।

7. जो लोग देर से सोते हैं, वे देर से ही उठते हैं या उन्हें मजबूरीवश देर से सोना और जल्दी उठता पड़ता है। ऐसे लोगों की सेहत दिन-ब-दिन गिरती जाती है जिसका उन्हें पता नहीं चलता। वे चिढ़चिढ़े हो जाते हैं और उनके संबंधों पर भी गहरा असर होता है। ऐसे में जरूरी है कि सुबह उठकर शौचादि के बाद 5 मिनट का ध्यान करें या अपने ईष्टदेव की पूजा या प्रार्थना करें। इसके बाद ही कोई दूसरा कार्य करें। इसके साथ ही वे अपने खानपान पर ध्यान दें।

8. सुबह उठते ही अखबार पढ़ने या टीवी देखने से भी मस्तिष्क पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है।

9. सुबह उठते ही किसी गांव या पशु का नाम नहीं लेना चाहिए विशेषकर बंदर, कुत्ता या सूअर का नाम तो कभी नहीं लेना चाहिए।

10. सुबह टीवी पर कभी भी लड़ाई-झगड़े, रोने-धोने वाले सीरियल न देखें। इसी तरह रात को सोने से कुछ समय पूर्व भी ऐसा न करें।

11. सुबह उठते ही झगड़ें नहीं और न ही गड़े मुर्दे उखाड़ने का प्रयास करें। यदि आप ऐसा करते रहेंगे तो जिंदगी में कभी भी बेहतर की आशा न करें।

12. सुबह उठकर घर में या दफ्तर जाकर लोगों से कठोर भाषा में बात न करें। अच्छे शब्दों का उपयोग करें।

13. आजकल लोग सुबह उठते ही कम्प्यूटर या मोबाइल से चिपक जाते हैं जिसकी वजह से उनके जीवन पर नकारात्मक असर पड़ता है। उनकी सेहत और संबंध खराब होने लगते हैं, साथ ही समय प्रबंधन भी गड़बड़ा जाता है।

14: सुबह उठते ही कुछ लोग शौच जाए बिना या बिना मंजन किए भोजन करना शुरू कर देते हैं, जो कि बहुत ही गलत है। इससे सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। बिना शौच जाए खाने से पहले की गंदगी बाहर नहीं निकल पाती और बिना मंजन किए खाने से रातभर की मुंह की गंदगी और पेट में चली जाती है।

15. सभी कार्यों से मुक्त होने के बाद सुबह कम से कम 15 मिनट के लिए योगासन, एरोबिक्स, कसरत, साइकिलिंग या मॉर्निंग वॉक करें।

सुबह सुबह कौन से भगवान का नाम लेना चाहिए?

सुबह उठकर भगवान का नाम लेना चाहिए यह हम सभी जानते हैं। लेकिन एक रामचरित मानस के अंश सुंदरकांड में स्वयं भगवान हनुमान का एक कथन है, जिसमें वह कहते हैं कि सुबह उठते ही उनका नाम नहीं लेना चाहिए। तुलसीदासजी हनुमानजी के कथन में लिखते हैं – 'प्रात: लेइ जो नाम हमारा।

सोते समय कौन सा भगवान का नाम लेना चाहिए?

आप चाहें तो सोने से पहले भगवान कृष्‍ण और राधाजी के दर्शन कर सकते हैं।

सुबह सुबह किसका चेहरा देखना चाहिए?

कई लोगों का सवाल होता है कि अगर आईने में अपना नहीं तो किसका चेहरा देखना चाहिए। इस सवाल का जवाब है कि व्यक्ति को सुबह उठकर अपने ईष्ट देव का चेहरा देखना चाहिए क्योंकि सुबह सोकर उठने के वक्त हर व्यक्ति के चेहरे पर अलग-अलग भाव होते हैं। ऐसे में जब किसी का चेहरा देखकर हमारे अंदर भी उसकी नकारात्मकता आ सकती है।

सोने से पहले कौन से भगवान का नाम लेना चाहिए?

-राम शिव हरे राम शिव राम राम शिव हरे. रात को सोने से पहले इन सबी मंत्रों का जाप आपके लिए लाभदायक हैं. अगर किसी को रात में नींद न आने की परेशानी है तो वे तो इन मंत्रों का जाप अवश्य करें. इसके साथ ही रात में सोने से पहले अपने ईष्ट देव का ध्यान करें इससे भी मन शांत होता है और अच्छी नींच आती है.