बिहार की राजधानी पटना का पुराना नाम पाटलिपुत्र,कुसुमपुर,पुष्पपुरी और अजिमावाद था।[1] पवित्र गंगा नदी के दक्षिणी तट पर बसे इस शहर को लगभग 2000 वर्ष पूर्व पाटलिपुत्र के नाम से जाना जाता था। इसी नाम से अब पटना में एक रेलवे स्टेशन भी है।[2] पाटलिपुत्र अथवा पाटलिपुत्र प्राचीन समय से ही भारत के प्रमुख नगरों में गिना जाता था। पाटलिपुत्र वर्तमान में पटना को ही कहा जाता हैं। इतिहास के अनुसार, सम्राट अजातशत्रु के उत्तराधिकारी उदयिन ने अपनी राजधानी को राजगृह से पाटलिपुत्र स्थानांतरित किया और बाद में चन्द्रगुप्त मौर्य ने यहां साम्राज्य स्थापित कर अपनी राजधानी बनाई।[3] गेलरी[संपादित करें]
इन्हें भी देखें[संपादित करें]
सन्दर्भ[संपादित करें]
बुध के समय पाटलिपुत्र का नाम क्या था?इसके अलावा भगवान बुद्ध को ज्ञान बिहार में ही प्राप्त हुआ था. समय के साथ पटना का नाम पाटलिग्राम, कुसुमपुर, अजीमाबाद हुआ. Patna: भारत के उत्तर पूर्व में बिहार है. बिहार का इतिहास 600 ईसा पूर्व पुराना है.
बुद्ध काल में पटना का क्या नाम था?राजधानी पटना (प्राचीन पाटलिपुत्र) करीब एक हजार साल तक इस देश की भी राजधानी भी रही है।
पाटलिपुत्र का आधुनिक नाम क्या है?2500 साल पहले मगध के विशाल साम्राज्य की राजधानी पाटलिपुत्र थी. बाद में पाटलिपुत्र का ही नाम बदलकर पटना रखा गया.
पाटलिपुत्र पटना के नाम से कब प्रसिद्ध हुआ किस काल में?पाटलिपुत्र हो गया पटना
इन पाटलि वृक्षों के कारण ही इसका नाम पहले पाटलिग्राम और फिर नगर बनने पर पाटलिपुत्र पड़ा। इसके बाद मुगल बादशाह औरंगजेब ने अपने प्रिय पोते और सूबेदार मुहम्मद अजीम के अनुरोध पर 1704 ई. में शहर का नाम अजीमाबाद कर दिया। अजीमाबाद के बाद इस शहर को वर्तमान नाम पटना मिला।
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