Balbharti Maharashtra State Board Class 9 Hindi Solutions Lokbharti Chapter 6 ऐ सखि ! Notes, Textbook Exercise Important Questions and Answers. Show Maharashtra State Board Class 9 Hindi Lokbharti Solutions Chapter 6 ऐ सखि ! (पूरक पठन)Hindi Lokbharti 9th Std Digest Chapter 6 ऐ सखि ! Textbook Questions and Answers संम्भाषणीय : प्रश्न 1. धीर-गंभीर और उत्तरदायी व्यक्ति समझकर लोग आदर करते हैं। रवि – यह बात सही है कि गंभीरता जीवन में वांछित गुण है। किंतु यह ठीक तभी है, जब आवश्यकतानुसार हो। गंभीरता के नाम पर हर समय मुँह लटकाए, गाल फुलाए, माथे में बल और आँखों में भारीपन भरे रहने वाले व्यक्तियों को समाज में बहुत कम पसंद किया जाता है। रेखा – हास्य-मुस्कान ठीक नहीं। कभी-कभार हँसी हो गई ठीक है। रोज-रोज हंसना ठीक नहीं। इसे लोग बुरा मानते हैं। रवि – यह तुम्हारी सोच है रेखा। कोई बुरा नहीं मानता। जीवन में जब अवसर मिले हैंसना चाहिए। राजा-महाराजा स्वाँग और नाटकों के रूप में अपने प्रति व्यंग्य विनोद देखसुनकर प्रसन्न ही नहीं होते बल्कि सफल अभिनेता को पुरस्कार भी दिया करते थे। आज टेलीविज़न पर विविध प्रसिद्ध व्यक्तियों पर हास्य-व्यंग्य दिखाए जाते हैं जिसे देखकर संबंधित व्यक्ति भी हास्य-विनोद के नाम पर हँस पड़ते हैं। लेखनीय : प्रश्न 1.
पठनीय : प्रश्न 1. आसपास : प्रश्न 1. कल्पना पल्लवन : प्रश्न 1. पाठ के आँगन में : 1. सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए : प्रश्न क. उत्तरःशब्दविशेषता1. तोताराम भजन किए बिना कभी न सोने वाला2. नीरक्षण में हृदय की पीड़ा को हरने वाला3. अंजनआठ पहर तक मनरंजन करने वाला4. डोलमीठे बोल बोलने वाला प्रश्न ख. 2. अति सुरंग है ………………….. ना सखि तोता।। 3. बिन आए सबहीं ………….. ना सखि पाती।। पाठ से आगे : प्रश्न 1.
उत्तरः
Hindi Lokbharti 9th Answers Chapter 6 ऐ सखि ! Additional Important Questions and Answers (क) पद्यांश पढ़कर दी गई सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए। कृति (1) आकलन कृति प्रश्न 1. प्रश्न 2.
उत्तर:
प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. कृति (2) स्वमत अभिव्यक्ति / भावार्थ प्रश्न 1. (ख) पद्यांश पढ़कर दी गई सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए। कृति (1) आकलन कृति प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3.
उत्तर:
प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. प्रश्न 7. कृति (2) स्वमत अभिव्यक्ति / भावार्थ प्रश्न 1. (ग) पद्यांश पढ़कर दी गई सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए। कृति (1) आकलन कृति प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3.
उत्तर:
प्रश्न 4. प्रश्न 5.
उत्तर:
प्रश्न 6. कृति (2) स्वमत अभिव्यक्ति / भावार्थ प्रश्न 1. प्रश्न 2. i. अर्धनिशा वह आयो ……………….. ना सखि चंद ।। (घ) पद्यांश पढ़कर सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए। कृति (1) आकलन कृति प्रश्न 1. प्रश्न 2.
उत्तर:
प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. ii. इसको दिल से लगाते ही छाती ठंडी हो जाती है कृति घ (2): स्वमत अभिव्यक्ति / भावार्थ प्रश्न 1. ऐ सखि ! Summary in Hindiकवि-परिचय : जीवन-परिचय : अमीर खुसरो का जन्म 1253 ई. में उत्तर प्रदेश के एटा जिले के पटियाली नामक कस्बे में हुआ था। उनका मूल नाम अबुल हसन यमीनुदीन खुसरो है। वे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने हिंदी, हिंदवी और फ़ारसी में एक साथ लिखा। वे एक श्रेष्ठ शायर, गायक और संगीतकार थे। अमीर खुसरो अपनी पहेलियों और मुकरियों के लिए जाने जाते हैं। उनकी मृत्यु 1325 में हुई। पद्य-परिचय : मुकरियाँ : यह पहेलियों (बुझौवल) का ही एक रूप है, जो लोक प्रचलित है, जिसका लक्ष्य मनोरंजन के साथ-साथ बुद्धिचातुर्य की परीक्षा लेना होता है। सारांश : कवि अपनी पहेलियों के माध्यम से बताते हैं कि रात के समय आने वाला और सुबह घर चले जाने वाला तारा है। सबकी शादी कराने वाला और मीठे बोल वाला ढोल है। जल पिला कर प्यास बुझाने वाला लोटा है। सोते समय काट कर जगाने वाली मक्खी है। सुंदर रंगवाला, गुणवान और राम भजन किए बिना न सोने वाला तोता है। अर्धरात्रि को घर आने वाला और सुंदरता का भंडार चाँद है। आँखों की शोभा बढ़ाने वाला और आँखों से एक क्षण भी दूर न होने वाला काजल है। ‘जीवन’ नाम से प्रसिद्ध और क्षण में हृदय की पीड़ा दूर करने वाला जल है। आते ही प्रसन्नता लानेवाला और छाती को शीतल करने वाला पत्र है। जीवन में हास्य का क्या महत्व है?हंसना अपने आप में एक गुण है जो सभी विपरीत परिस्थितियों को नजरअंदाज करने खुश रहने और आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। ... हंसने की इसी कला के कारण इंसान स्वस्थ बना रहता है क्योंकि परेशानियों को कम समझना और जीवन की छोटी-छोटी खुशियों को जी भर के जीना ही अच्छी सेहत की निशानी है.
हास्य का सामाजिक दृष्टि से क्या महत्व है?हास्य रस निरन्तर प्रचलित और लोकप्रिय होता जा रहा है। इसका एक मुख्य कारण यह भी है कि समाज में चर्चित और ज्वलंत समस्याओं और घटनाओं पर व्यंग्य करके अच्छा साहित्य लिखा जा रहा है। सिर्फ इतना ही नहीं, व्यंग्य साहित्य की सर्वश्रेष्ठ विधाओं में गिना जाता है। और व्यंग्य से हास्य उत्पन्न होता है अर्थात हास्य रस।
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