देश प्रेम पर निबंध Class 3 - desh prem par nibandh chlass 3

माँ हमें जन्म देती है और धरती माँ की गोद में पल कर हम बड़े होते हैं। जिस देश में हमने जन्म लिया, वह हमारी मातृभूमि हमें प्राणों से भी अधिक प्रिय है। उस पर हमारा सब कुछ न्योछावर है, क्योंकि उसने हमें अन्न जल दिया, आश्रय दिया, हमारा पोषण किया।

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देश प्रेम पर निबंध Class 3 - desh prem par nibandh chlass 3
देश प्रेम पर निबंध Class 3 - desh prem par nibandh chlass 3
हर प्राणी अपनी जन्मभूमि से जुड़ा होता है। वह उससे अलग अपने अस्तिव को पूर्ण नहीं मानता। मनुष्य कहीं भी चला जाये, विदेशों में उसे कितनी ही सुख मिले, वह वापस अपने देश आना चाहता है। वह अपना देश, अपनी जन्मभूमि कभी नहीं भूलता। मनुष्य की तरह ही पशु पक्षी भी अपनी जन्मभूमि के स्नेह बंधन एवं आकर्षण में बंधे होते हैं। पक्षी या पशु सारा दिन दाना पानी की खोज में यहाँ वहाँ घूमते जरूर हैं, पर रात को पक्षी अपने घोंसलों और पशु अपने खूँटें पर पहुँच जाते हैं।

देश प्रेम की यह भावना इंसान के हदय को देशभक्ति से ओत प्रोत रखती है और समय आने पर वह अपना सब कुछ देश के लिए न्योछावर करने को तत्पर रहता है।

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इतिहास देशभक्तों के बलिदान की गाथाओं से भरा पड़ा है। सभी देशों में देशप्रेमियों को सम्मान और स्नेह मिलता है। हमारे देश के कवियों और साहित्यकारों ने शहीदों और देश पर मर मिटने वाले देशभक्तों की अमर गाथाओं को जी खोल कर लिखा है।

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देशभक्ति के उदाहरण केवल ये शहीद ही नहीं हैं। देश का नाम सारे विश्व में रोशन करने वाले वैज्ञानिक, खिलाड़ी, कवि और लेखक भी महान देशभक्तों की श्रेणी में आते हैं। ऐसे समाज सुधारकों, कलाकारों और समाज सेवकों के कार्यों से इतिहास भरा पड़ा है जिन्होंने देश की उन्नति के लिये अपना सार जीवन लगा दिया। देशवासी उन्हें शत शत प्रणाम करते हैं। देश उनका सदैव ऋणी रहेगा।

1000 हिन्दी मुहावरे, मुहावरों का अर्थ और वाक्य प्रयोग

हस सब का परम कर्तव्य है कि अपने देश और देशवासियों की भलाई के विषय में चिन्तन करें। अपने देश की भ्रष्टाचार, गरीबी और बेरोजगारी जैसी समस्याओं को समाप्त करने का प्रयास करें और देश के विरूद्ध कार्य करने वाली शक्तियों का नाष करें।

यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में देश प्रेम पर निबंध मिलेगा। Here you will get Paragraph, short and Long Essay on Desh Prem in Hindi Language for students of all Classes in 200, 400 and 600 words.

Short Essay on Desh Prem in Hindi Language – देश प्रेम पर निबंध

Essay on Desh Prem in Hindi

Paragraph & Short Essay on Desh Prem in Hindi Language – देश प्रेम पर निबंध ( 200 words )

एक असली देश प्रेमी वह है, जिसके दिल में अपने देश के लिए प्यार और भक्ति है| एक सच्चे देश प्रेमी उनकी मातृभूमि के कल्याण के लिए अपने सभी बलिदान के लिए तैयार है। जिस भूमि पर वह पैदा हुआ और लाया गया है, वह उसके जीवन में किसी भी चीज की तुलना में उसके प्रति अधिक है। वह अपने देश की भूमि पर गर्व महसूस करता है। एक देश प्रेमी एक वफादार नागरिक है| वह शत्रु से अपनी मातृभूमि की स्वतंत्रता को बचाने के लिए अपने जीवन का त्याग करने के लिए युद्ध में जाएंगे उनके देशवासियों के लिए उनके लिए असहनीय सहानुभूति और सहानुभूति है। वह अपने निजी हित या लाभ की परवाह नहीं करता।

एक देशभक्त अपने देशवासियों की खातिर किसी भी तरह की पीड़ा से गुजरने के लिए तैयार है। वह अपने साथी-नागरिकों द्वारा प्यार करते हैं जो जब वह बीतता है तो आँसू बहाते हैं। ऐसे देश प्रेमियों के कई जलते उदाहरणों के साथ इतिहास का प्रचलन है, जिन्होंने अपने जन्मभूमि के कारण उनके जीवन का बलिदान किया। भारत में भी हजारों सच्चे देश प्रेमी थे जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान अपना जीवन दिया था।

Short Essay on Desh Prem in Hindi Language – देश प्रेम पर निबंध ( 400 words )

भूमिका- देश प्रेम को सबसे उच्च प्रेम कहा गया है। हर व्यक्ति अपनी जन्म भूमि से निस्वार्थ प्रेम करता है। जन्म भूमि को स्वर्ग से भी उच्च माना गया है। हमारा देश हमारे लिए माँ समान होता है क्योंकि यही पर हमारा पालन पोषण होता है। हर व्यक्ति को अपना देश माँ की तरह ही प्यारा होता है। कहा जाता है कि अगर कोई व्यक्ति अपने देश से प्यार नहीं करता तो वह जीवित इंसान नही पत्थर है। व्यक्ति चाहे देश में किसी भी परिस्थिति में रहे वह हर हाल में अपने देश से प्यार करता है। उसका प्यार ही उसे देश के लिए कुछ करने का जज्बा देता है। सेना में मौजुद सैनिक प्रत्यकश रूप से अपना देश के प्रति प्रेम दिखाते है और बाकि सभी लोग अप्रत्यकश रूप से।

किसी भी देश की सबसे बड़ी ताकत वहाँ के लोग होते है और अगर वो देश से प्यार करते है तो देश की शक्ति का अंदाजा लोगो के देश प्रेम से लगाया जा सकता है। किसी भी देश का इतिहास और संस्कृति ही देश के बारे में बताते है। देश से प्यार करने वाले लोग अपना तन मन धन सबकुछ देश पर वार देते है। भारत में बहुत से वीर हुए है जिन्होने दे प्रेम के लिए प्राण त्याग दिए है। हमारा इतिहास देश प्रेम की कथाओं से भरा हुआ है। इस देश में वीर शिवाजी, महाराणा प्रताप जैसे बहुत से देश प्रेमी हुए है। उन्होने देश की तन मन धन से सेवा की।

देश पर अगर हमारा अधिकार है तो उसके प्रति हमारे बहुत से कर्तव्य भी है। हमें इसके मान सम्मान का ध्यान रखना होगा और देश के विकास के लिए कार्य करना होगा। एक सच्चा देश प्रेमी हर तरह से देश की सेवा करता है। देश प्रेम का अहसास देश से जुदा होने पर ही होता है या फिर जब हमारी आजादी खतरे में होती है। देश प्रेम ही देश का विकास का परम साधन है। एक सच्चा देश प्रेमी देश को प्यार करता है,उसके रीति रीवाज से प्यार करता है,देश के रहन सहन से प्यार करता है और देश में बनी हर चीज से प्यार करता है। वह अपनी मातृभाषा से भी बहुत प्यार करता है। आज के दौर में भी वो हिंदी का प्रयोग करने में नहीं हिचकते। वह बहुत ही गौरव से हिंदी बोलते है। उनकी हर बात में देश प्रेम झलकता है। देश प्रेम देशवासियों की पहचान है।

Long Essay on Desh Prem in Hindi Language – देश प्रेम पर निबंध (600 Words)

देश प्रेम का अर्थ है मातृभूमि के लिए प्यार। यह गुण है जो मनुष्य को अपने मूल देश के लिए कुछ भी करता है। एक देश प्रेमी हमेशा अपने देश की प्रगति के लिए चिंतित है।अपने सभी कृत्यों और चालें इस विचार से आगे बढ़ती हैं कि प्रत्येक देश में राष्ट्रों के सांसद में उनका देश सबसे आगे होना चाहिए। लेकिन ऐसे लोग हैं जो देश प्रेमी होने का ढोंग करते हैं लेकिन अपने मूल देश की कीमत पर भी अपने हित के लिए कुछ भी करते हैं। ऐसे लोग वास्तविक दुश्मनों की तुलना में देश के लिए बहुत खतरनाक हैं। क्योंकि उन्हें पहचानना बहुत कठिन है। वे धोखेबाज और नकली देशभक्त हैं| युद्ध के समय देश प्रेम का गुणनोत्पादन महत्वपूर्ण रूप से प्रदर्शित होता है। जो एक सच्चे देश प्रेमी है वह अपने सभी देश के लिए अपने सभी बलिदान के लिए तैयार है। वह अपने देश की खातिर अपने ही जीवन को जोखिम में डालता है। वह हमेशा अपनी मातृभूमि की स्थिति की मांग के मुताबिक सेवा करने के लिए उत्सुक है। इतिहास में अपना नाम बनाये गये सभी महान राष्ट्रों को अपने देश प्रेमी की सेवाओं को स्पष्ट करने के लिए गर्व है।

उनकी भूमिका राष्ट्र की प्रगति में हानिकारक रही थी अंग्रेजी देशभक्ति का शानदार उदाहरण प्रस्तुत करता है| यह देशवासियों की देश प्रेमी थी जिन्होंने दुनिया के बड़े हिस्से में अपने साम्राज्य का विस्तार करने में मदद की। देश की असली शक्ति इन देश प्रेमी में निहित है। भारत को कई देश प्रेमियों का निर्माण करने पर गर्व है इन देशभक्तों ने अपनी मातृभूमि के लिए महान त्याग किए हैं उनके नाम भारत के इतिहास में स्वर्ण पत्रों में लिखे गए हैं। शिवाजी, राणा प्रताप, वीर कुंवर सिंह, राणी लक्ष्मी बाई, महाराजा रणजीत सिंह, सरदार पटेल, सुभाष चंद्र बोस, लाला लाजपत राय, भगत सिंह, मौलाना आजाद, महात्मा गांधी, कुछ नाम हैं, जिन्होंने अपनी मातृभूमि के लिए अपना जीवन बलिदान किया। वे रहते थे और देश के लिए मृत्यु हो गई। वे आने वाले पीढ़ी के लिए उदाहरण हैं। देशप्रेमियों की प्रगति में देश प्रेमी प्रमुख भूमिका निभाते हैं। लेकिन देश प्रेमी का वास्तविक परीक्षण संकट के समय होता है। जो एक वास्तविक देश प्रेमी है वह सभी परीक्षणों और कष्टों के सामने खड़ा नहीं है। मातृभूमि के लिए चिंता और प्यार की तीव्रता अपरिवर्तित रहती है। हमें ऐसे धोखेबाज के खिलाफ गार्ड पर होना चाहिए। वे भरोसेमंद कभी नहीं हो सकते। वे लोग हैं जो गोपनीय जानकारी अपने शत्रुओं को अपने छोटे से समाप्त होने के लिए प्रदान करते हैं।

जय चंद, मीर जाफर इत्यादि इस श्रेणी में आते हैं, जिनकी बेवफाई हमारे देश के लिए बड़ी मुश्किलें पैदा करती है। इस तरह के तत्वों को पहचाना और कड़ाई से निपटा जाना चाहिए। ईसमें कोई संदेह नहीं है कि देश प्रेम एक गुण है। लेकिन इसे किसी निश्चित सीमा से परे जाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए| तो यह राक्षसीपन हो जाता है| यह एक अच्छा संकेत नहीं है ऐसी रवैया वाला कोई व्यक्ति अन्य देशों पर नजर डालना शुरू कर देता है। यह दृष्टिकोण को संकुचित करता है जो अंततः अपने व्यक्तित्व विकास के लिए विनाशकारी साबित होता है। आक्रामक देश प्रेमी कभी-कभी देश की शांति और समृद्धि को खतरे में डालती है। यह अक्सर सामूहिक हत्या की ओर जाता है| हिटलर के शासनकाल के दौरान जर्मनी में यहूदियों की मास हत्या उन्मत्त देश प्रेमी का एक उदाहरण है। हमें इससे बचना चाहिए| देश प्रेम एक अच्छी गुणवत्ता है| इसे विकसित और संरक्षित किया जाना चाहिए। लेकिन हमें इसे व्यापक परिप्रेक्ष्य में लेना चाहिए। सभी पुरुषों समान हैं और जीवन की समानता है प्रभाग मानव निर्मित हैं| हमें पूरी दुनिया को एक देश के रूप में देखना चाहिए और उनके लिए परस्पर संबंध होना चाहिए।

हम आशा करते हैं कि आप इस निबंध ( Short Essay on Desh Prem in Hindi Language – देश प्रेम पर निबंध ) को पसंद करेंगे।

देश प्रेम पर निबंध कैसे लिखें?

देशभक्ति को अपने देश के प्रति प्रेम और वफादारी के द्वारा परिभाषित किया जा सकता है। जो लोग अपने देश की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर देते हैं ऐसे लोगों को देशभक्त कहा जाता है। देशभक्ति की भावना लोगों को एक दूसरे के करीब लाती है। हमें देश के साथ-साथ वहां रहने वाले लोगों के विकास के लिए भी बढ़ावा देना चाहिए।

देश प्रेम से आप क्या समझते हैं?

देशप्रेम मतलब - 1. देश के प्रति होने वाला अनुराग या लगाव; राष्ट्रीयता; देशभक्ति; वतनपरस्ती; स्वदेशप्रेम 2. देश की उन्नति के लिए कार्य करने की भावना।

देश प्रेम की क्या महत्ता होती है?

देशभक्ति किसी के लिए उसके देश के प्रति प्यार और निष्ठा और अपने नागरिकों के साथ गठबंधन और भाईचारे की भावना को प्रकट करता है। ये बिना किसी शर्त के राष्ट्र का सम्मान और समर्थन करता है। देशभक्ति स्वाभाविक रूप से विकसित होती है और ये देश की संस्कृति और ऐतिहासिक विरासत की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण होती है।

भारत देश पर निबंध कैसे लिखें?

भारत एक लोकतांत्रिक और गणतांत्रिक देश है जहाँ देश की जनता को देश की बेहतरी के लिये फैसले लेने का अधिकार है। भारत इस कथन के लिये एक प्रसिद्ध देश है “विविधता में एकता” क्योंकि विभिन्न जाति, धर्म, संस्कृति और परंपरा के लोग एकता के साथ रहते हैं। ज्यादातर भारतीय स्मारक और धरोहर विश्व धरोहर स्थल से जुड़े हुए हैं।