समस्थानिक किसे कहते हैं एक उदाहरण दीजिए - samasthaanik kise kahate hain ek udaaharan deejie

Isotopes and Isobars in Hindi:- समस्थानिक और समभारिक दोनों ही रसायन विज्ञान का अत्यंत महत्वपूर्ण टॉपिक है. समस्थानीक एवं समभारिक से सम्बंधित प्रश्न अक्सर परिक्षावों में पूछे जाते हैं, जैसे कि समस्थानीक और समभारिक क्या है? समभारिक और समस्थानिक की परिभाषा उदाहरण सहित समझाइये, समस्थानिक और समभारिक में क्या अंतर होता है? समस्थानिक और समभारिक को परिभाषित कीजिये इत्यादि. यह सभी डिटेल जानने के लिए लेख को अंत तक पढ़ें.

Table of Contents

  • समस्थानिक और समभारिक की परिभाषा और अंतर
    • समस्थानिक किसे कहते है? Definition of Isotopes in Hindi
    • समभारिक किसे कहते हैं? Definition of Isobars in Hindi
    • समस्थानिक और समभारिक में अंतर | Difference between Isotopes and Isobars
    • अंत में – समस्थानिक और समभारिक में अंतर, परिभाषा, उदाहरण

समस्थानिक और समभारिक की परिभाषा और अंतर

समस्थानिक किसे कहते है? Definition of Isotopes in Hindi

समस्थानिक की परिभाषा,” एक ही तत्व के वे सभी परमाणु जिनकी परमाणु संख्या (Atomic Number) सामान होता है लेकिन तत्व के परमाणुवों का द्रव्यमान संख्या या परमाणु भार ( Atomic Mass ) भिन्न-भिन्न होता है, समस्थानिक (Isotopes) कहलाते हैं.”

अर्थात किसी भी एक तत्व के वे परमाणु जिनके परमाणु क्रमांक या प्रोटानों की संख्या सामान होती है वे सभी समस्थानिक कहलाते हैं.

समस्थानिक के उदाहरण :- 1.) हाइड्रोजन के समस्थानिक

हाइड्रोजन परमाणु के समस्थानिकपरमाणु संख्या (Z) तथा परमाणु भार (A)1. प्रोटियम ( 1H1 )Z = 1 तथा A = 12. ड्यूटिरियम ( 1H2 )Z = 1 तथा A = 23. ट्राइटियम ( 1H3 )Z = 1 तथा A = 3

जैसे ऊपर के उदाहरण में देख सकते हैं हाइड्रोजन के तीन समस्थानिक है, प्रोटियम, ड्यूटिरियम तथा ट्राइटियम. तीनो समस्थानिकों का परमाणु क्रमांक Z = 1 सामान है तथा परमाणु भार अलग अलग है.

2.) कार्बन के समस्थानिक :-

कार्बन के भी तीन समस्थानिक होते हैं, C-12 (कार्बन -12), C-13 (कार्बन -13) तथा C-14 (कार्बन-14). इन तीनो समस्थानिक कार्बन का परमाणु क्रमांक 6 है तथा इनका परमाणु भार क्रमशः 12, 13 तथा 14 है.

समभारिक किसे कहते हैं? Definition of Isobars in Hindi

समभारिक की परिभाषा,” भिन्न भिन्न तत्वों के वो परमाणु जिनके परमाणु भार या द्रव्यमान संख्या (Atomic Mass) सामान होता है किन्तु उनका परमाणु क्रमांक (Atomic Number) अलग-अलग होता है, समभारिक कहलाते हैं.” परमाणु भार को A से प्रदर्शित करते हैं.

समभारिक उदाहरण :- 1.) कार्बन-14 और नाइट्रोजन समभारिक होते हैं.

कार्बन-14 (6C14 ) तथा नाइट्रोजन (7N14 ) दोनों का परमाणु भार 14 है. अतः यह दोनों समभारिक है.

2.) आर्गन, पोटैशियम तथा कैल्शियम

आर्गन (18Ar40), पोटैशियम (19K40) तथा कैल्शियम (20Ca40) तीनो के परमाणु भार 40 है तथा परमाणु क्रमांक 18, 19, 20 है.

समस्थानिक और समभारिक में अंतर | Difference between Isotopes and Isobars

समस्थानिक (Isotopes)समभारिक (Isobars)1. एक ही तत्व के परमाणु क्रमांक सामान होते हैं.1. अलग-अलग तत्वों के परमाणु भार सामान होते हैं.2. परमाणु भार अलग-अलग होते हैं.2. परमाणु क्रमांक अलग-अलग होते हैं.3. समस्थानिको के रासायनिक गुण सामान होते हैं.3. समभारिकोण के रासायनिक गुण भिन्न-भिन्न होते हैं.4. आइसोटोप में प्रोटानों की संख्या सामान होती हैं.4. इसमे प्रोटानों की संख्या भिन्न होती हैं.5. इलेक्ट्रानों की संख्या बराबर होती है.5. इसमे इलेक्ट्रानों की संख्या अलग-अलग होती हैं.आइसोटोप और आयीसोबार में अंतर

अंत में – समस्थानिक और समभारिक में अंतर, परिभाषा, उदाहरण

ऊपर के लेख में समभारिक और समस्थानिक की परिभाषा, अंतर व उदाहरण को बताया गया है. मुझे आशा है की आपको ये टॉपिक समझ में आ गयी होगी. साथ ही इससे सम्बंधित कोई प्रश्न हो तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं.

(Isospin , isobars and isotones in hindi) समस्थानिक , समभारिक और समन्यूट्रॉनिक क्या है , परिभाषा , तत्व उदाहरण समस्थानिक किसे कहते है , कितने होते है , संख्या क्या होती है ?:

समस्थानिक की परिभाषा : किसी एक ही तत्व के वे परमाणु जिनका परमाणु क्रमांक तो समान होता है लेकिन उनका द्रव्यमान भार अलग अलग होते है ऐसे परमाणुओं को समस्थानिक कहते है। चूँकि इनके परमाणु क्रमांक समान होते है अत: स्पष्ट है कि समस्थानिक तत्वों में प्रोटॉन की संख्या तो समान होती है लेकिन न्यूट्रॉन की संख्या अलग अलग होती है। एक ही पदार्थ के सभी समस्थानिकों के रासायनिक गुण समान होते है और चूँकि इनमें प्रोटॉन की संख्या समान होती है अर्थात परमाणु  क्रमांक समान होता है इसलिए आवर्त सारणी में इनकी स्थिति भी समान होती है।

जैसा कि नाम से स्पष्ट है “समस्थानिक” अर्थात ” समान स्थान”

चूँकि किसी परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोटोन की संख्या को परमाणु क्रमांक कहते है , और चूँकि समस्थानिकों का परमाणु क्रमांक समान होता है अत: स्पष्ट है कि समस्थानिक में प्रोटॉन की संख्या समान होती है और चूँकि सामान्य अवस्था किसी परमाणु में जितने प्रोटोन होते है उतने ही इलेक्ट्रॉन होते है इसलिए समस्थानिक के लिए यह माना जाता है इनमें न्यूट्रॉन की संख्या अलग अलग होती है इसलिए ये समस्थानिक होते है और न्यूट्रॉन की संख्या अलग अलग होने के कारण समस्थानिक का परमाणु भार भिन्न होता है।

उदाहरण : कार्बन के तीन समस्थानिक होते है जिन्हें कार्बन-12 , कार्बन-13 और कार्बन-14 द्वारा लिखा जाता है , इन समस्थानिको का परमाणु द्रव्यमान (भार) क्रमशः 12 , 13 और 14 होता है।

कार्बन का परमाणु क्रमांक 6 होता है इसका मतलब यह है कि कार्बन में 6 प्रोटोन होते है तथा इसके समस्थानिको में न्यूट्रॉन की संख्या क्रमशः 6 , 7 और 8 होती है।

समभारिक (isobars)

अलग अलग पदार्थों या तत्वों के वे परमाणु जिनके परमाणु द्रव्यमान तो समान होते है लेकिन उनके परमाणु क्रमांक अलग अलग होते है ऐसे परमाणुओं को समभारिक कहते है।

चूँकि किसी परमाणु में उपस्थित प्रोटोन की संख्या को ही उसका परमाणु क्रमांक कहते है इसलिए हम कह सकते है कि समभारिक परमाणुओं में प्रोटोन की संख्या अलग अलग होती है लेकिन चूँकि समभारिकों में परमाणु भार समान होता है अत: इनमें प्रोटोन तथा न्यूट्रॉन का योग समान होता है। क्यूंकि सम भारिक परमाणु में द्रव्यमान भार या द्रव्यमान समान होते है।

सम भारिक के परमाणु क्रमांक अलग अलग होते है अत: आवर्त सारणी में समभारिकों का स्थान अलग अलग होता है। तथा समभारिक के रासायनिक गुण भी अलग अलग होते है।

उदाहरण : कार्बन तथा नाइट्रोजन , दोनों का परमाणु भार 40 होता है लेकिन दोनों के परमाणु क्रमांक अलग अलग होते है अत: कार्बन तथा नाइट्रोजन समभारिक है।

इसी प्रकार Ar , K , और Ca का परमाणु द्रव्यमान (भार) समान होता है और इनका परमाणु क्रमांक भिन्न (क्रमश: 18 , 19 और 20) होता है इसलिए ये भी एक दुसरे के समभारिक है। (18Ar4019K4020Ca40)

समन्यूट्रॉनिक (isotones)

अलग अलग पदार्थों के वे परमाणु जिनके नाभिक में न्यूट्रॉन की संख्या तो समान होती है लेकिन प्रोटोन की संख्या अलग अलग होती है ऐसे तत्वों के परमाणुओं को समन्यूट्रॉनिक कहते है।

याद रखे ऐसे समन्यूट्रॉनिक परमाणुओं के परमाणु क्रमांक तथा परमाणु द्रव्यमान (भार) अलग अलग होते है इन समन्यूट्रॉनिक परमाणुओं में केवल न्यूट्रॉन की संख्या समान होती है।

उदाहरण : 36S, 37Cl, 38Ar, 39K, and 40Ca ये समन्यूट्रॉनिक है इन सभी में 20 न्यूट्रॉन  पाए जाते है। इसलिए इन्हें समन्यूट्रॉनिक-20 कहा जाता है।

ऑक्सीजन के तीन समस्थानिक होते हैं –  तथा

 ओजोनः यह ऑक्सीजन का एक अपररूप है। समुद्र-तट से 30-32 किमी0 की ऊँचाई पर इसकी सान्द्रता अधिक होती है। यह सूर्य से आने वाली पराबैंगनी किरणों के दुष्प्रभाव से बचाती है।

सल्फर

 पृथ्वी पटल में सल्फर की प्रतिशतता लगभग 0.05 प्रतिशत है। सल्फर से प्राप्त अत्यधिक महत्त्वपूर्ण औद्योगिक रसायन सल्फ्यूरिक अम्ल है।

 सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल 98 प्रतिशत शुद्ध होता है तथा इसकी नार्मलता 18 होती है।

 उपयोगः (प) सल्फ्यूरिक अम्ल का मुख्य भाग उर्वरकों (जैसे-अमोनियम सल्फेट, सुपर फास्फेट आदि) के संश्लेषण में प्रयुक्त होता है। (प) पेट्रोलियम शोधन में (पप) संचालक बैटरी में (पअ) डिटर्जेन्ट उद्योग में (अ) रंजक द्रव्यों, पेण्ट तथा रंगों के संश्लेषण में प्रयुक्त होने वाले मध्यवर्ती यौगिक बनाने में।

नाइट्रोजन

 आयतन की दृष्टि से वायुमंडल का 78 प्रतिशत भाग आण्विक नाइट्रोजन है। वायुमंडल सहित पृथ्वी पर नाइट्रोजन का बाहुल्य भारानुसार 0.01 प्रतिशत है।

 नाइट्रोजन का उपयोग वहाँ भी करते हैं जहाँ किसी निष्क्रिय गैस की आवश्यकता होती हैय जैसे – लोहा व इस्पात उद्योग में, तनुकारक के रूप में।

 द्रव नाइट्रोजन का उपयोग जैव पदार्थों के लिए प्रशीतक के रूप में भोज्य पदार्थों को जमाने एवं निम्न ताप पर शल्य चिकित्सा के लिए होता है।

 नाइट्रोजन के यौगिकों में अमोनिया एक प्रमुख यौगिक है। इसका निर्माण हैबर विधि द्वारा किया जाता है।

 अमोनिया के उपयोग

(प) बर्फ बनाने में, (पप) नाइट्रिक अम्ल के निर्माण में, (पपप) यूरिया, अमोनिया सल्फेट आदि ऊवर्रक बनाने में, (पअ) सोडियम कार्बोनेट एवं सोडियम बाइकार्बोनेट के निर्माण करने में, (अ) अमोनियम लवण बनाने में, (अप) विस्फोट बनाने में, (अपप) कृत्रिम रेशम बनाने में।

फाॅस्फोरस

 फाॅस्फोरस प्राणी तथा वनस्पति पदार्थों का आवश्यक अवयव है। यह हड्डियों तथा जीव-कोशिकाओं (डी.एन.ए. में) में उपस्थित रहता है।

 फॉस्फोरस अपररूपता प्रदर्शित करता है। श्वेत फॉस्फोरस एवं काला फॉस्फोरस इसके अपररूप है। लाल फॉस्फोरस, श्वेत फॉस्फोरस की अपेक्षा कम क्रियाशील तथा अम्ल विलेय है।

हैलोजन

 वर्ग के तत्त्वों को हैलोजन कहा जाता है।

 फ्लोरीन का उपयोगः (प) इसका उपयोग, तथा बनाने में होता है, जिनका क्रमशः परमाणु ऊर्जा उत्पादन तथा परावैद्युतिकी में इस्तेमाल किया जाता है। (पप) के उपयोग द्वारा क्लोरोफ्लोरो कार्बन यौगिक तथा पॉलिटेट्राफ्लुओरो एथिलीन (टेफ्लॉन) संश्लेषित किए जाते हैं। क्लोरोफ्लोरोकार्बन यौगिकों को फ्रियान कहते हैं, इसका उपयोग प्रशीतक के रूप में तथा ऐरोसॉल में किया जाता है।

 क्लोरीन का उपयोग अनेक कार्बनिक यौगिकों (जैसे- पॉलिवाइनिल क्लोराइड, क्लोरिनीकृत हाइड्रोकार्बन) औषधियाँ, तथा कीटनाशी के संश्लेषण में किया जाता है। ब्रोमीन का उपयोग एथिलीन ब्रोमाइड के संश्लेषण में होता है, जिसको सीसाकृत पेट्रोल में मिलाया जाता है। इसके अतिरिक्त सिल्वर ब्रोमाइड बनाने में ब्रोमीन इस्तेमाल करते हैं, जिसकी आवश्यकता फोटोग्राफी में होता है।

निष्क्रिय गैस

 आवर्त सारणी में शून्य वर्ग में 6 तत्व हैं -हीलियम, निऑन, आर्गन, क्रिप्ट्रॉन, जीनॉन और रेडॉन थे सभी तत्व रासायनिक रूप में निष्क्रिय हैं। अतः इन तत्वों को अक्रिय गैसें या उत्कृष्ट गैसें कहते हैं। रेडॉन को छोड़कर अन्य सभी अक्रिय गैसें वायुमंडल में पायी जाती हैं।

 आर्गन का उपयोग मुख्यतः उच्चतापीय धातुकर्मिक प्रक्रियाओं धातुओं अथवा मिश्र धातुओं की आर्क-वेल्डिंग में निष्क्रिय वातावरण उत्पन्न करने तथा बिजली के बल्ब भरने में किया जाता है।

 हीलियम हल्की तथा अज्वलनशील गैस है। इसका उपयोगः (प) गुब्बारों को भरने में, (पप) मौसम संबंधी अध्ययनों के लिए (पपप) ठण्डी वायु वाली नाभिकीय भट्टी में (पअ) द्रव हीलियम का उपयोग निम्न ताप पर प्रयोगों में निम्न तापीय अभिकर्मक के रूप करते है।

 निऑन का उपयोगः निऑन विसर्जन लैम्पों व ट्यूबों (वायुयान) तथा प्रतिदीप्ति बल्बों में भरी जाती है, जिनकी विज्ञापन के लिए इस्तेमाल करते हैं।

समस्थानिक क्या होते हैं एक उदाहरण दीजिए?

समस्थानिक (Isotope) एक ही तत्व के परमाणु जिनकी परमाणु संख्या समान होती हैं, परन्तु परमाणु भार अलग-अलग होता है, उन्हें समस्थानिक कहा जाता है। इनमें प्रत्येक परमाणु में समान प्रोटोन होते हैं। जबकि न्यूट्रॉन की संख्या अलग अलग रहती है। इस कारण परमाणु संख्या तो समान रहती है, लेकिन परमाणु का द्रव्यमान अलग अलग हो जाता है।

समभारिक की परिभाषा क्या है?

अर्थात जिसके परमाणु संख्या अलग तथा परमाणु भार समान हो उसे संमभारिक कहते हैं।

समस्थानिक क्या होते हैं समस्थानिकों के दो अनुप्रयोग लिखिए?

एक ही तत्व के परमाणु जिनकी परमाणु संख्या समान होती है, लेकिन द्रव्यमान संख्या भिन्न होती है, समस्थानिक कहलाते हैं। आइसोटोप का अनुप्रयोग। यूरेनियम के समस्थानिक का उपयोग परमाणु रिएक्टरों में ईंधन के रूप में किया जाता है। यूरेनियम एक समस्थानिक है जिसका उपयोग परमाणु भट्टी (Atomic reactor) में ईंधन के तरह होता है।

समस्थानिक किसे कहते हैं हाइड्रोजन के कितने समस्थानिक होते हैं?

हाइड्रोजन के 1H (प्रोटियम), 2H (ड्यूटेरियम) और 3H (ट्रिटियम) ये तीन ज्ञात समस्थानिक हैं