Shabd aur Pad ( शब्दऔरपद): इस लेख में हम शब्द किसे कहते हैं? पद किसे कहते हैं? शब्द पद कब बन जाता है? शब्द और पद में क्या अंतर है? इन प्रश्नों पर चर्चा करेंगे।
शब्द और पद एक ऐसा विषय है, जिस में बहुत से विद्यार्थी दुविधा में पड़ जाते हैं। हम आपकी इसी दुविधा को दूर करने का प्रयास करेंगे – सबसे पहले शब्द किसे कहते हैं? इस प्रश्न का हल जानते हैं – एक से अधिक वर्णों के मेल से बने सार्थक वर्ण-समूह शब्द कहलाते हैं। दूसरे शब्दों में कहा जाता है कि – जब आप एक से अधिक वर्णों को मिलाकर कोई शब्द बनाते हैं तो वो जरुरी नहीं कि शब्द कहा जाए वह एक सार्थक अर्थात अर्थपूर्ण शब्द होना चाहिए तभी उसे शब्द की परिभाषा दी जा सकती है। Top उदाहरण के तौर पर देखिए – क + ल + म = कलम हमने यहाँ चार उदाहरण दिए है। इन मे से केवल पहले दो उदाहरणों को ही शब्द कहा जा सकता है। बाकि दो को नहीं। ऐसा इसलिए है क्योंकि ‘कलम’ का अर्थ होता है ‘लेखनी’ और ‘कमल’ का अर्थ होता है ‘विशेष प्रकार का फूल’ ये दोनों शब्द किसी न किसी अर्थ को प्रकट करने वाले हैं अतः इन्हें शब्द की संज्ञा दी जा सकती है। परन्तु अन्य दो ‘लकम’ और ‘लमक’ किसी भी अर्थ को प्रकट नहीं करते, ये दोनों सार्थक वर्ण-समूह नहीं हैं अतः इन्हे शब्द नहीं कहा जा सकता। यहाँ एक बात स्पष्ट हो जाती है कि केवल वर्णों के सार्थक समूह को ही शब्द की संज्ञा दी जा सकती है। पद की परिभाषाजब कोई शब्द स्वतंत्र न रहकर व्याकरण के नियमों में बँध जाता है, तब वह शब्द ‘पद’ बन जाता है। इस प्रकार वाक्य में प्रयुक्त शब्द ही ‘पद’है। कारक, वचन, लिंग, पुरुष इत्यादि में बँधकर शब्द ‘पद’बन जाता है। जैसे – यहाँ ‘सीता, ‘ईश्वर’आदि शब्द वाक्य में प्रयुक्त होकर ‘पद’में परिवर्तित हो गए हैं। दूसरे शब्दों में कहा जा सकता है कि जब सार्थक वर्ण-समूह अर्थात अर्थपूर्ण शब्द का प्रयोग वाक्य में किया जाता है, तो उस शब्द को पद कहते हैं। अब यह केवल शब्द नहीं रह जाता है बल्कि यह शब्द वाक्य में लिंग, वचन, सर्वनाम, क्रिया, विशेषण इत्यादि दर्शाता है। जैसे – इस वाक्य में ‘राम’ और ‘आम’ शब्द का पद परिचय है ‘संज्ञा’, और ‘खा रहा है’ का पद परिचय है ‘क्रिया’। शब्द पद कब बन जाता हैजब कोई सार्थक शब्द वाक्य में प्रयुक्त होता है, तब उसे ‘पद’ कहते हैं। पर जब इसका प्रयोग वाक्य में होता है, तो इसका रूप भी बदल जाता है, इसलिए वाक्य में प्रयुक्त होने पर शब्द को ‘पद’कहा जाता है। जैसे – शब्द व पद में अंतर
शब्द पद कब बनता हैं?शब्द पद कब बन जाता है? जब किसी भी प्रकार का सार्थक शब्द वाक्य में प्रयुक्त होता है तब वह 'पद' कहलाता है। परंतु जब शब्द का प्रयोग वाक्य में होता है तब उसका रूप बदल जाता है, इसी कारण से वाक्य में प्रयुक्त होने पर शब्द 'पद' बन जाता है।
शब्द पद कब बन जाता है class 9 MCQ?जब कोई शब्द स्वतंत्र न रहकर व्याकरण के नियमों में बँध जाता है, तब वह शब्द 'पद' बन जाता है। इस प्रकार वाक्य में प्रयुक्त शब्द ही 'पद'है। कारक, वचन, लिंग, पुरुष इत्यादि में बँधकर शब्द 'पद'बन जाता है।
शब्द पद कब बनता है उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए?जब कोई सार्थक शब्द वाक्य में प्रयुक्त होता है, तब उसे 'पद' कहते हैं। पर जब इसका प्रयोग वाक्य में होता है, तो इसका रूप भी बदल जाता है, इसलिए वाक्य में प्रयुक्त होने पर शब्द को 'पद'कहा जाता है। राम आम खा रहा है। इस में राम, आम, खा रहा है ये सभी पद है।
पद किसे कहते हैं यह कितने प्रकार के होते हैं?पद पाँच प्रकार के होते हैं- संज्ञा , सर्वनाम , विशेषण , क्रिया तथा अव्यय ।
शब्द कब पद बनता है * क बोलने पर ख लिखने पर ग व्याकरण सम्मत होने पर घ वाक्य में प्रयोग होने पर?जब किसी शब्द को किसी वाक्य में प्रयोग करते है तो वह पद बन जाता है । पद व्याकरण के नियमो से बंधा हुआ है।
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