टी सेरेमनी क्या क्या लाभ है स्पष्ट कीजिए L? - tee seremanee kya kya laabh hai spasht keejie l?

विषयसूची

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  • 1 चाय परोसने वाले व्यक्ति को क्या कहा जाता है?
  • 2 शुद्ध आदर्श की तुलना सोने से और व्यावहारिकता की तुलना ताँबे से क्यों की गई है?
  • 3 16 छात्रों वाला घर किसकी रचना है?
  • 4 कौन सी परंपरा जापानियों की देन है?
  • 5 पाठ के संदर्भ में शुद्ध आदर्श क्या है?
  • 6 टी सेरेमनी कितने समय तक चलती है?
  • 7 टी सेरेमनी की चाय का लेखक पर क्याअसर हुआ?
  • 8 बार बार सोचते क्या होगा उस कौम का यह कहने वाले कौन व्यक्ति थे?
  • 9 कैप्टन अपना जीवनयापन कैसे करता था?
  • 10 नेताजी का चश्मा कहानी का कौन सा पात्र अनुकरणीय है?
  • 11 फौजी ने पापा से क्या बनने को कहा?
  • 12 जमाल साहब अपने मामूली से कपड़ों में घूमने क्यों नहीं जाना चाहते होंगे?
  • 13 2 कैप्टेन कौन था वह क्या करता था?

चाय परोसने वाले व्यक्ति को क्या कहा जाता है?

इसे सुनेंरोकेंचाजीन द्वारा अतिथियों का उठकर स्वागत करना, आराम से अँगीठी सुलगाना, चायदानी रखना, चाय के बर्तन लाना, तौलिए से पोछ कर चाय डालना आदि सभी क्रियाएँ गरिमापूर्ण, अच्छे व सहज ढंग से कीं।

शुद्ध आदर्श की तुलना सोने से और व्यावहारिकता की तुलना ताँबे से क्यों की गई है?

इसे सुनेंरोकेंशुद्ध आदर्श की तुलना सोने से और व्यावहारिकता की तुलना ताँबे से क्यों की गई है? शुद्ध सोने में किसी प्रकार की मिलावट नहीं की जा सकती। ताँबे से सोना मजबूत हो जाता है परन्तु शुद्धता समाप्त हो जाती है। इसी प्रकार व्यवहारिकता में शुद्ध आदर्श समाप्त हो जाते हैं।

टी सेरेमनी से क्या क्या लाभ हैं स्पष्ट कीजिए L?

इसे सुनेंरोकेंजापान में जहाँ चाय पिलाई जाती है वहाँ ऐसी शांति होती है जहाँ पानी का खदबदाना भी सुना जा सकता है। वह ‘चाजीन’ सारे कार्य अत्यंत गरिमापूर्ण ढंग से शांत वातावरण में करता है।

16 छात्रों वाला घर किसकी रचना है?

इसे सुनेंरोकेंकमलेश्वर हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार रहे है, जो बीसवीं शताब्दी के सशक्त लेखकों में माने जाते थे। उन्होंने अनेक कहानियां, उपन्यास, फिल्म पटकथा, स्तंभ लेखन की रचना की। एक पत्रकार भी थे। सोलह छतों वाला घर उनके द्वारा लिखित एक कहानी है।

कौन सी परंपरा जापानियों की देन है?

इसे सुनेंरोकेंमित्र जीने की कला को सिखाना जापानियों की सबसे बड़ी देन हैं। यदि आप इसके विषय में अधिक जानकारी चाहते हैं तो कृपया अपनी पुस्तक स्पर्श भाग-2 के पृष्ठ संख्या 121 के तीसरे पहरे में देखें।

टी सेरेमनी में कितने आदमियों को प्रवेश दिया जाता था और क्यों?

इसे सुनेंरोकें’टी-सेरेमनी में कितने आदमियों को प्रवेश दिया जाता था और क्यों? ‘टी-सेरेमनी’ में केवल तीन आदमियों को प्रवेश दिया जाता है। ऐसा शांति बनाए रखने के लिए किया जाता है।

पाठ के संदर्भ में शुद्ध आदर्श क्या है?

इसे सुनेंरोकेंपाठ के सन्दर्भ में शुद्ध आदर्श वह है जिसमें लाभ-हानि की गुंजाइश नहीं होती है। अर्थात् शुद्ध आदर्शों पर व्यावहारिकता हावी नहीं होती। जिसमें पूरे समाज की भलाई छिपी हुई हो तथा जो समाज के शाश्वत मूल्यों को बनाए रखने में सक्षम हो, वही शुद्ध आदर्श है।

टी सेरेमनी कितने समय तक चलती है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर – जापान में ‘टी-सेरेमनी’ समारोह की सबसे खास बात शांति होती है। इसलिए वहाँ तीन से ज्यादा व्यक्तियों को नहीं माना जाता। प्रश्न iv – चाय पिने के बाद लेखक ने स्वयं में क्या परिवर्तन महसूस किया? उत्तर – लेखक कहते हैं कि वे करीब डेढ़ घंटे तक प्यालों से चाय को धीरे-धीरे पीते रहे।

जापानी लोग अकेले होने पर क्या करते हैं और क्यों?

इसे सुनेंरोकेंजीवन की गति अधिक बढ़ने से वे चलने के स्थान पर दौड़ते हैं। महीने का काम एक दिन में करने का प्रयास करते हैं। जापानी लोग बोलते नहीं, बकते हैं, अकेला होने के कारण बड़बड़ाते हैं। विकसित देशों से प्रतिस्पर्धा के कारण वे लोग दिमाग को बड़ी तेजी से दौड़ाते हैं।

टी सेरेमनी की चाय का लेखक पर क्याअसर हुआ?

इसे सुनेंरोकें’टी-सेरेमनी’ में चाय पीते समय लेखक पहले दस-पंद्रह मिनट उलझन में पड़ा। फिर उसके दिमाग की रफ्तार धीमी होने लगी। जो कुछ देर में बंद-सी हो गई। अब उसे सन्नाटा भी सुनाई दे रहा था।

बार बार सोचते क्या होगा उस कौम का यह कहने वाले कौन व्यक्ति थे?

इसे सुनेंरोकें“बार-बार सोचते, क्या होगा उस कौम का जो अपने देश की खातिर घर-गृहस्थी-जवानी-ज़िंदगी सब कुछ होम देनेवालों पर भी हँसती है और अपने लिएबिकने के मौके ढूँढ़ती है।” उत्तर:- देशभक्तों ने देश को आज़ादी दिलाने के लिए अपना सर्वस्व देश के प्रति समर्पित कर दिया।

पापा जब बच्चे थे तो वह क्या क्या बनना चाहते थे उनमें से कोई पाँच व्यवसायों के नाम लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंपापा को वायुयान चालक बनने की सूझी। इसके बाद उन्होंने अभिनेता बनने की सोची। इसके अलावा वह जहाज़ी भी बनना चाहते थे। ऊपर के वाक्यों में उन्होंने और वह का इस्तेमाल पापा की जगह पर हुआ है।

कैप्टन अपना जीवनयापन कैसे करता था?

इसे सुनेंरोकेंकैप्टन फेरी लगाकर चश्मे बेचने वाला एक मरियल और लँगड़ा-सा व्यक्ति था, जो हाथ में संदूकची और एक बाँस में चश्मे के फ्रेम टाँगे घूमा करता था। कैप्टन नाम से लगता था कि वह फ़ौजी या किसी सिपाही जैसा शारीरिक रूप से मजबूत रोबीले चेहरे वाला बलिष्ठ व्यक्ति होगा, पर ऐसा कुछ भी न था।।

इसे सुनेंरोकेंमित्र जीने की कला को सिखाना जापानियों की सबसे बड़ी देन हैं।

नेताजी का चश्मा कहानी का कौन सा पात्र अनुकरणीय है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर- कैप्टन फेरी लगाकर चश्मे बेचने वाला एक मरियल और लंगड़ा सा व्यक्ति था। कैप्टन नाम से लगता था कि वह फौजी या सिपाही होगा लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं था। कैप्टन नेता जी की मूर्ति पर चश्मा लगा देता था पर किसी ग्राहक द्वारा वैसा ही चश्मा माँगे जाने पर उतार कर उसे दे देता था और मूर्ति पर दूसरा चश्मा लगा दिया करता था।

आशय स्पष्ट कीजिए बार बार सोचते क्या होगा उस कौम का जो अपने देश की खातिर घर गृहस्थी?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: “बार-बार सोचते, क्या होगा उस कौम का जो अपने देश की खातिर घर-गृहस्थी-जवानी-ज़िन्दगी सब कुछ होम देने वालों पर हँसती है और अपने लिए बिकने के मौके ढूँढ़ती है।” लेखक का उपरोक्त वाक्य से यह आशय है कि लेखक बार-बार यही सोचता है कि उस देश के लोगों का क्या होगा जो अपने देश के लिए सब न्योछावर करने वालों पर हँसते है।

फौजी ने पापा से क्या बनने को कहा?

Answer:

पापा के पापादादा जी,नाना जी
पापा की माँ दादी जी नानी जी
पापा के बड़े भाई ताऊ जी मामा जी
पापा की बहन बुआ जी मौसी जी
पापा के छोटे भाई चाचा जी जीजा जी

जमाल साहब अपने मामूली से कपड़ों में घूमने क्यों नहीं जाना चाहते होंगे?

इसे सुनेंरोकें(ख) जमाल साहब को लगता होगा कि यदि वे मामूली से कपड़ों में घूमेंगे, तो लोग उन्हें गरीब समझेंगे। लोग उनके बारे में यह भी सोचेंगे कि गरीब आदमी है इसलिए इसके पास अच्छे कपड़े नहीं हैं। ऐसा भी हो सकता है कि लोग उन्हें नसीरूद्दीन का नौकर ही न समझ लें। अतः जमाल साहब अपने मामूली से कपड़ों में घूमने नहीं जाना चाहते होंगे।

कैप्टन की मृत्यु का समाचार देते वक्त पान वाला उदास हो जाता है क्यों?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: देश के लिए सुभाष के किए कार्यों को यादकर उनके प्रति श्रद्धा उमड़ पड़ती थी। इस कारण हालदार साहब चौराहे पर रुककर नेताजी की मूर्ति को निहारते रहते थे। जो पानवाला कभी कैप्टन का उपहास करता था, यहाँ तक कि अधिक देर तक कैप्टन के बारे में बातें करना उसे अच्छा नहीं लगता था वही पानवाला कैप्टन की मौत पर भावुक हो उठा।

2 कैप्टेन कौन था वह क्या करता था?

टी सेरेमनी से क्या क्या लाभ हैं स्पष्ट कीजिए L?

'टी सेरेमनी में केवल तीन आदमियों को प्रवेश दिया जाता था। क्योंकि एक तो यह स्थान बहुत छोटा होता है दूसरा इस सेरेमनी का उद्देश्य है-शांतिमय वातावरण । दौड़-धूप भरे जीवन से हटकर भूत और भविष्य की चिंता छोड़कर वर्तमान पल को शांति से बिताना ही 'टी सेरेमनी' का उद्देश्य होता है।

टी सेरेमनी से क्या तात्पर्य है इसकी विधि का विस्तृत उल्लेख कीजिए?

Answer: (क) यह चाय पीने की एक विधि है जिसे जापानी चा-नो-यू कहते हैं। (ख) बाहर बेढब सा एक मिट्टी का बरतन था जिसमें पानी भरा हुआ था। (ग) जब चाय तैयार हुई तो उसने प्यालों में भरकर हमारे सामने रख दी।

जापानी टी िेरेिनी क्या होती है इिके क्या क्या लाभ हैं?

जापान में चाय पीने की विधि का नाम 'टी-सेरेमनी' है, जिसमें शांति को प्रमुखता दी जाती है। चाय बनाने और पीने का यह काम अत्यंत शांतिपूर्ण वातावरण में होता है। (क) अँगीठी सुलगाई और उस पर चायदानी रखी। (ख) चाय तैयार हुई और उसने वह प्यालों में भरी।

टी सेरेमनी में सीमित संख्या में ही लोगों को क्यों प्रवेश दिया जाता है?

'टी-सेरेमनी' में कितने आदमियों को प्रवेश दिया जाता था और क्यों? इसमें केवल तीन ही लोगों को प्रवेश दिया जाता है। इसका कारण यह है की भाग दौड़ से भरी जिन्दगी से दूर कुछ पल अकेले बिताना है और साथ ही जहाँ इंसान भूतकाल और भविष्यकाल की चिंता से मुक्त हो कर वर्तमान में जी पाए।