तरल एवं द्रव में गति करने वाली वस्तुओं एवं वाहनों की आकृति विशेष प्रकार की क्यों बनाई जाती है? - taral evan drav mein gati karane vaalee vastuon evan vaahanon kee aakrti vishesh prakaar kee kyon banaee jaatee hai?

तरल एवं द्रव में गति करने वाले वस्तुओं एवं वाहनों की आकृति विशेष प्रकार की क्यों बनाई जाती है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer. ➲ तरल एवं द्रव्य पदार्थों में गतिमान वस्तुओं की आकृति विशेष प्रकार की इसलिये बनाई जाती है क्योंकि उन पर लगने वाला घर्षण बल का आरोपण कम से कम हो और वस्तु की गति तीव्र हो सके। ⏩ किसी भी तरल में गति करते समय उन वस्तुओं पर घर्षण बल लगता है। इस घर्षण बल से पार पाने की प्रक्रिया में उनकी ऊर्जा का क्षय होता है।

अभिलंब बल क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअभिलंब बल (Normal Forces) : जब स्पर्श बल वस्तुओं के संपर्क की सतहों के लंबवत लगते हों, तो उन्हें अभिलंब बल कहते हैं। जैसे — जब एक किताब टेबल पर रखी हुई हो तो किताब टेबल पर नीचे की ओर और टेबल किताब पर ऊपर की ओर पर लगाते हैं। ये बल टेबल और किताब की सतहों के लंबवत होते हैं।

तरल में गति करने वाली वस्तुओं की आकृति विशेष प्रकार की क्यों बनाते हैं वर्णन कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंजब वस्तुएँ किसी तरल में गति करती हैं तो उनको अधिक बल लगाने की आवश्यकता होती है जिससे घर्षण बल भी अधिक होता है। इसलिए तरल में गति करने वाली वस्तुओं जैसे की नावं, समुद्री जहाज आदि को एक विशेष प्रकार की आकृति दी जाती है कि कम बल लगाने की आवश्यकता पड़े।

तरल पदार्थों में गतिमान वस्तु का आकार विशेष क्यों होना चाहिए?

इसे सुनेंरोकें➲ तरल पदार्थों में गतिमान वस्तुओं का आकार विशिष्ट इसलिए बनाया जाता है ताकि उन पर लगने वाला घर्षण बल का आरोपण कम से कम हो और वस्तु की गति तीव्र हो सके। ⏩ किसी भी तरल में गति करते समय उन वस्तुओं पर घर्षण बल लगता है।

घर्षण क्या है इसका क्या कारण है घर्षण कितने प्रकार के होते हैं समझाइए?

इसे सुनेंरोकेंघर्षण बल दो प्रकार का होता है। जब किसी वस्तु पर बाह्य बल कार्य करता है लेकिन फिर भी वस्तु गति नहीं करती है तो बल के विपरीत जो घर्षण बल कार्य करता है उसे स्थैतिक घर्षण बल कहते है। याद रखे यदि बल का मान धीरे धीरे बढाया जाये और जब तक वस्तु गति शुरू नहीं कर दे तब तक उस पर स्थैतिक घर्षण बल कार्यरत रहता है।

घर्षण का क्या कारण है?

इसे सुनेंरोकेंघर्षण बल की उत्पति के कारण :- जब दो वस्तुएं परस्पर संपर्क में आती है तो एक सतह का खुरदरापन दूसरी सतह के खुरदुरेपन में फंस जाता है। दो सतहों के वास्तविक संपर्क बिंदु पर सतहों के परमाणु एवं अणु एक दूसरे को प्रबल रूप से आकर्षित करते है। यही आकर्षण गति का विरोध करता है।

तरल एवं द्रव्य में गति करने वाली वस्तुओं की आकृति विशेष प्रकार की क्यों बनाई जाती है?

Solution : तरल (द्रव व गैसों) में गति करने वाली वस्तुओं जैसे नाव, वायुयान, तीर, वाहन आदि की आकृति धारारेखीय बनाई जाती है ताकि घर्षण कम-से-कम हो और ये वस्तुएँ तरल में आसानी से व तीव्र गति से गति कर सकें।

तरल द्वारा लगाए गए घर्षण बल को क्या कहते हैं?

तरल द्वारा लगाए गए घर्षण बल को कर्षण भी कहा जाता है। किसी तरल में डूबी किसी वस्तु पर उपर ऊपर की ओर लगने वाला बल उत्क्षेप या उत्प्लावन बल कहलाता है। किसी तरल में डूबी किसी वस्तु पर उपर ऊपर की ओर लगने वाला बल उत्क्षेप या उत्प्लावन बल कहलाता है।

तरल घर्षण को क्या कहते हैं?

तरल इनसे होकर गति करने वाली वस्तुओं पर प्रतिरोधी बल लगाते हैं। इस तरह के प्रतिरोधी बल को ही तरल घर्षण (Fluid Fraction) कहा जाता है।

घर्षण क्या है इसका क्या कारण है घर्षण कितने प्रकार के होते हैं समझाइए?

घर्षण एक बल है जो दो तलों के बीच सापेक्षिक स्पर्शी गति का विरोध करता है। घर्षण बल का मान दोनों तलों के बीच अभिलम्ब बल पर निर्भर करता है। घर्षण के दो प्रकार हैं: स्थैतिक घर्णण और गतिज घर्षण। स्थैतिक घर्षण दो पिण्डों के संपर्क-पृष्ठ की समान्तर दिशा में लगता है, लेकिन गतिज घर्षण, गति की दिशा पर निर्भर नही करता।