टीवी की बीमारी में क्या चीज खानी चाहिए? - teevee kee beemaaree mein kya cheej khaanee chaahie?

नई दिल्ली। Diet Tips To Fight Tuberculosis: टीबी के मरीजों को सही इलाज और देखभाल की बहुत जरूरत होती है। नहीं तो यह एक गंभीर समस्या बन सकती है। चिकित्सक के इलाज, दवाइयों के साथ-साथ सही और संतुलित आहार इसमें एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। क्योंकि खान-पान पर ध्यान ना देने के कारण टीबी के मरीजों की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर पड़ सकती है, जिससे बीमारी का जोखिम और बढ़ जाता है। तो आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो टीबी के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं और जिन्हें अपनी डाइट में शामिल करके वे इस रोग से बेहतर ढंग से लड़ सकते हैं...

टीबी एक संक्रामक बीमारी है, जो 'ट्यूबरक्लोसिस' नामक जीवाणु से होता है। यह बीमारी आपके फेफड़ों को सबसे अधिक प्रभावित करती है। इसके अलावा यह शरीर के अन्य हिस्सों जैसे दिमाग, रीढ़ की हड्डी को भी नुकसान पहुंचाती है। टीबी को ठीक होने में अधिक समय लगता है, इसलिए इसे ठीक करने के लिए आपको चिकित्सीय उपचार की जरूरत होती है। इलाज के साथ ही साथ टीबी को ठीक करने में आहार भी बहुत महत्वपूर्ण रोल निभाता होता है। डॉक्टर हमेशा सलाह देते हैं कि टीबी रोगियों को सबसे पहले अपने पाचन शक्ति को मजबूत बनाना चाहिए। टीबी से ग्रसित रोगियों में कमजोरी की समस्या बहुत सामान्य है, इसलिए ऐसे खाद्य पदार्थों को खाना चाहिए, जिससे पर्याप्त उर्जा मिल सके।

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इसके अलावा टीबी रोगियों को यह पता होना चाहिए कि इस बीमारी में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं और किन चीजों से परहेज करना चाहिए और किन चीजों से नहीं। टीबी के दौरान स्वस्थ्य आहार आपके लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है, क्योंकि यह आपके रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता के साथ-साथ ये आपकी शरीरिक क्षमता को भी बढ़ता है। शारीरिक क्षमता बढ़ाने के लिए निम्न खाद्य पदार्थों को खाएं। इसके साथ ही साथ दिन में कम से कम 3 बार भोजन जरूर करें।

नोट- ऊपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए किसी भी घरेलू उपचार, दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।

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टीबी डायट प्लान (TB Diet Plan)

टीबी के इलाज के दौरान लिवर पर प्रभाव पड़ने का डर रहता है, इसलिए टीबी का डायट प्लान भी डॉक्टर से पूछ लेना चाहिए। टीबी डायट प्लान (TB Diet Plan) ठीक होगा, तभी दवा भी ठीक तरह से काम करेगी।

टीबी डायट प्लान : टीबी मरीजों के लिए बेस्ट फूड

टीबी के मरीज को संतुलित आहार देना चाहिए। टीबी डायट प्लान (TB Diet Plan) या ट्यूबरक्युलॉसिस में डायट के बारे में पुरानी मान्यता है कि जितना महंगा खाना खिलाएंगे, उतना ही मरीज जल्दी स्वस्थ होगा। लेकिन यह सच नहीं है। इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आहार में पौष्टकता भरपूर मात्रा में हो और वह संतुलित हो। टीबी के इलाज के दौरान भूख कम लगती है और मरीज खाना नहीं चाहता। इसलिए खाना हेल्दी होने के साथ स्वादिष्ट भी होना चाहिए। जैसे-जैसे शारीरिक स्थिति बेहतर होने लगती है, मरीज खुद नॉर्मल तरीके से खाना शुरू कर देता है।

चलिए, अब देखते हैं कि टीबी डायट प्लान (TB Diet Plan) में क्या-क्या शामिल होना चाहिए। समझने में सहुलियत हो, इसके लिए डायट प्लान को पांच भागों में बांट लेते हैं-

  • ताजी सब्जियां और फल
  • दूध और दूध से बनी चीजें
  • अंडा, मांस और मछली
  • अनाज और दाल
  • तेल, फैट और नट्स

अगर आप टीबी मरीज के डायट प्लान में सभी फूड ग्रूप से फूड्स को शामिल करेंगे, तो वह आहार संतुलित भी हो जाएगा और मरीज को पौष्टिकता भी सही मात्रा में मिल जाएगी। टीबी डायट प्लान में यह देखना चाहिए कि एनर्जी और प्रोटीन, डायट में ज्यादा से ज्यादा होना चाहिए। रोटी में घी या मक्खन लगा देने से मरीज थोड़ा ज्यादा खा सकता है। तेल और फैट्स एनर्जी के लिए होते हैं, इसलिए संतुलित मात्रा में इनका सेवन कराना चाहिए। मांस, मछली और दूध के सेवन से मरीज को जितने प्रोटीन की जरूरत होती है, उसको पूरा करने में मदद मिलती है। सब्जियों में पत्तेदार सब्जियां, विटामिन और मिनरल के जरूरत को पूरा करने में सहायता करती है।

टीबी डायट प्लान (TB Diet Plan) या ट्यूबरक्युलॉसिस में डायट में इन सब बातों का ध्यान रखना इसलिए जरूरी है कि इनके अभाव में मरीज कुपोषण (malnutrition) का शिकार हो सकता है, जिससे मरीज की शारीरिक स्थिति और भी खराब हो सकती है। इस कारण दवाएं रोग के लिए ठीक तरह से काम नहीं कर पाएंगी और शरीर इस बीमारी से लड़ नहीं पाएगा। टीबी के अधिकतर मरीजों का वजन बहुत कम हो जाता है क्योंकि वह ठीक तरह से खा-पी नहीं पाते। इसलिए डॉक्टर हमेशा मरीज के डायट प्लान पर नजर रखने के लिए कहते हैं। इसके अलावा मरीज को थोड़ी बहुत फिजिकल एक्टिविटी भी करनी चाहिए, जिससे कि भूख लगे और मरीज अच्छी तरह खा पाए।

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टीबी डायट प्लान (TB Diet Plan) अपनाएं लेकिन न करें इनका सेवन

जिन लोगों को टीबी हुआ है या हाल में ठीक हुए हैं, उनको इन फूड्स से परहेज करना चाहिए-

  • ड्रिंक्स का सेवन
  • अत्यधिक मात्रा में चाय का सेवन
  • अत्यधिक मात्रा में कॉफी का सेवन
  • तंबाकू का सेवन
  • सिगरेट
  • अल्कोहल या शराब का सेवन ( यह दवाओं के साथ प्रतिक्रिया कर सकता है)
  • अत्यधिक मात्रा में मसाला और नमक का सेवन

नोट- ऊपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए किसी भी घरेलू उपचार, दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।

अध्ययनों से यह पता चला है कि, भारत में पल्मोनरी ट्यूबरक्युलॉसिस होता है और इसके लिए टीबी डायट में ऊपर दिए खाद्द पदार्थों के साथ इन चीजों को भी शामिल करना पड़ता है। टीबी डायट में माइक्रोन्यूट्रीएंट्स का रोल बहुत महत्वपूर्ण होता है।

जिंक- ट्यूबरक्युलॉसिस के कारण शरीर में जिंक की बहुत कमी हो जाती है। जिंक की कमी इम्युन सिस्टम पर भी गहरा असर करता है। साथ ही विटामिन ए के मेटाबॉलिज्म में जिंक बहुत मदद करता है। इसलिए टीबी डायट प्लान में जिंक रिच फ़ूड शामिल करें।

विटामिन ए- ट्यूबरक्युलॉसिस में विटामिन ए की भूमिका प्रतिरक्षात्मकता (Immunocompetent) की होती है। विटामिन ए का मूल स्रोत कॉडलिवर ऑयल होता है। इसलिए टीबी डायट प्लान में विटामिन ए रिच फ़ूड शामिल करें।

विटामिन डी- शायद आपको पता नहीं विटामिन डी भी ट्यूबरक्युलॉसिस के इलाज में अहम भूमिका निभाता है। विटामिन मैक्रोफेज का काम करता है। टीबी डायट प्लान में नियमित विटामिन डी का सेवन करें।

विटामिन ई- इस विटामिन की मात्रा अक्सर तपेदिक के मरीजों में कम हो जाती है। इसको आप खट्टे फलों के सेवन से प्राप्त कर सकते हैं। इन सबके अलावा आयरन, सेलेनियम और कॉपर भी जरूरी तत्व होते हैं। टीबी डायट प्लान में विटामिन ई का भी विशेष ख़याल रखें।

टीबी डायट प्लान: टीबी से कैसे करें बचाव

आजकल बीसीजी (Bacillus Calmette Guerin or BCG) का वैक्सीन लोगों के पास उपलब्ध है, जो शिशु को बचपन में ही देना सरकार द्वारा अनिवार्य कर दिया गया है। इसके अलावा हर माता-पिता का यह कर्तव्य होता है कि वह अपने बच्चे को रोगों से बचाने के लिए सारे वैक्सीन सही समय पर लगवाएं। जो लोग टीबी के मरीज होते हैं, उनको मास्क पहनने की सलाह दी जाती है, जिससे कि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।

टीबी का इलाज जितना जरूरी है उतना ही उसका बचाव भी जरूरी होता है। टीबी के लिए दी जाने वाली दवा ठीक तरह से काम करे, इसके लिए जरूरी है कि टीबी डायट प्लान (TB Diet Plan) या ट्यूबरक्युलॉसिस में डायट अच्छी तरह से फॉलो हो। टीबी डायट प्लान फॉलो करने से पहले अपने डॉक्टर से भी इस बारे में जरूर सलाह लें। ऊपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए किसी भी घरेलू उपचार, दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।

टीवी के मरीज को सबसे ज्यादा क्या खाना चाहिए?

विटामिन सी से भरपूर फल खाएं इसलिए टीबी के मरीजों को विटामिन सी से भरपूर फल जैसे कि संतरा, केल, किवी और लिची खाना फायदेमंद है।

टीवी के पेशेंट को क्या क्या खिलाना चाहिए?

ऐसे लोगों को ब्रोकली, गाजर, टमाटर, शकरकंद जैसी सब्जियां खूब खानी चाहिए. इन सब्जियों में एंटीऑक्सिडेंट्स भरपूर होते हैं. फल- टीबी के संक्रमित व्यक्ति को फलों में अमरूद, सेब, संतरा, नींबू, आंवला, आम जैसे फल खाने चाहिए. इन फलों में विटामिन A, E और विटामिन C से काफी होता है.

टीबी की सबसे अच्छी दवा कौन सी है?

टीबी के इलाज के लिए ये चार एंटीबायोटिक आवश्यक हैं:.
आइसोनायाज़िड (isoniazid).
रिफैम्पिसिन (rifampicin).
इथाम्बुटोल (ethambutol).
पाइरैजिनेमाइड (pyrazinamide).

क्या TB जड़ से खत्म हो सकती है?

यदि आपको टीबी है तो तुरंत डॉक्टर से मिले और इसका इलाज करवाएं। आप चाहें तो टीबी के लिए निजी अस्पताल से भी अपना उपचार करवा सकते हैं। पूर्ण और सटीक इलाज से टीबी को जड़ से खत्म किया जा सकता है।