Show
नींद का अधिक आना और ना आना दोनों ही एक गंभीर समस्या है। अगर आप उन लोगों में से हैं जो एक अच्छी नींद नहीं लेते। तो इसकी वजह से आपको कुछ भी याद रखने में खासी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। यही नहीं अगर आप ऐसा लंबे समय तक पर्याप्त नींद नहीं लेते तो इससे आपकी मौत भी हो सकती है। इसके अलावा अगर आप मुंह ढक कर सोते हैं तो इससे मस्तिष्क की कोशिकाओं का विकास रुक जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर बढ़ जाता है और ऑक्सीजन का स्तर शरीर में कम होने लगता है। जिसका असर मस्तिष्क पर पड़ता है। ऑक्सीजन लेवल कम होने पर आपका शरीर देगा ये संकेत, जानें कब आती है भर्ती होने की नौब शुगर का अधिक सेवनहम जो भी खाते हैं उसका सीधा असर मस्तिष्क पर भी पड़ता है। ऐसे में अगर आप अपनी खाद्य सामग्री में शुगर का सेवन अधिक मात्रा में करते हैं, तो यह शरीर में पोषक तत्वों और प्रोटीन के अवशोषण को बाधित करता है। जिसकी वजह से मस्तिष्क की कार्यक्षमता भी बहुत हद तक प्रभावित करती है।
यही नहीं अगर लंबे समय तक शुगर का सेवन अधिक मात्रा में किया जाए तो यह कुपोषण का कारण तो बनती ही है। साथ ही मस्तिष्क के विकास को भी धीमा कर देता है। रिएक्शन पड़ सकता है भारीहम सभी ज्यादातर छोटी - छोटी बातों पर ओवररिएक्ट करते हैं या गुस्से में चिल्लाने
लगते हैं। अगर आप खुद अपने बीते कुछ दिनों को ध्यान से देखेंगे तो पता चलेगा कि, आपने हाल ही में कितना ज्यादा गुस्सा किया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस तरह बात - बात पर ओवर रिएक्ट करना आपके मस्तिष्क के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है। दरअसल जब आप ऐसा करते हैं तो मस्तिष्क की रक्त धमनियां सख्त होने लगती है। जिसकी वजह से आपकी मस्तिष्क की कार्य क्षमता कमजोर होने लगती है। दिमाग के लिए जहर की तरह काम करती हैं ये 7 चीजें, तुरंत कहें गुड बा ब्रेकफास्ट स्किप करनाब्रेकफास्ट को दिन का सबसे जरूर मील माना जाता है। यह हमें दिन भर ऊर्जावान रहने में मदद करता है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि इस बीच हमने लगभग 8 घंटे से कुछ भी नहीं खाया होता। ऐसे में सुबह के समय हमारे शरीर को शुगर और अन्य पोषक तत्वों की बहुत ज्यादा जरूरत होती है। इस स्थिति में अगर आप
लगभग रोज अपना ब्रेकफास्ट स्किप करते हैं तो ऐसा करना बंद कर दें। क्योंकि यह आगे चलकर आपके मस्तिष्क के डिजनरेशन की वजह बन सकता है। अन्य कारण जो मस्तिष्क के लिए खतरनाकअगर आप ज्यादा बीमार हैं और इसके बावजूद बहुत मेहनत करते हैं या पढ़ाई करते हैं या फिर मस्तिष्क से जुड़ा हुआ कोई काम करते हैं तो इसकी वजह से मस्तिष्क की कार्य क्षमता कम होने लगती है। अगर आप इनमें से किसी भी तरह की दिनचर्या या आदत से घिरे हुए हैं तो आप ऐसा करना तुरंत बंद कर दें। तभी आपका मस्तिष्क स्वस्थ रहेगा। इसके अलावा अपनी खाद्य सामग्री में ऐसी चीजों को शामिल करें, जो मस्तिष्क के लिए फायदेमंद हो। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें सलाह: क्या आप भी कमजोर याददाश्त की समस्या से हैं परेशान? इन उपायों से मिल सकता है जल्द लाभहेल्थ डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: Abhilash Srivastava Updated Sun, 29 Aug 2021 06:47 PM IST तेजी से दौड़ती-भागती इस दुनिया में कुछ चीजों को भूल जाना सामान्य है। हाल ही में मिले किसी व्यक्ति का नाम भूल जाना, चीजों को रखकर उसे आसानी से ढूंढ न पाना, इस तरह की समस्याएं हम सभी को अक्सर होती रहती हैं, पर अगर यही समस्या आपको दिन में कई बार होने लगे तो ऐसी स्थिति को सामान्य नहीं माना जा सकता है। याददाश्त में कमजोरी की समस्या के चलते यदि आपका दैनिक जीवन प्रभावित होने लगे तो इस तरह की समस्याओं को
नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। कमजोर यादादश्त की समस्या के क्या कारण हो सकते हैं? तनाव कम लेने से याददाश्त में हो सकता है सुधार आहार से भी प्रभावित होती है याददाश्त अच्छी नींद लेना बेहद आवश्यक ------------ अस्वीकरण नोट: यह लेख हार्वर्ड की किताब "इम्प्रोविंग मेमोरी: अंडरस्टैंडिंग एज-रिलेटेड मेमोरी लॉस" केसाथ अन्य मेडिकल वेबसाइट्स से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है। लेख में शामिल सूचना व तथ्य आपकी जागरूकता और जानकारी बढ़ाने के लिए साझा किए गए हैं। संबंधित विषय के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए अपने चिकित्सक से सलाह लें। दिमाग की कमजोरी के लक्षण क्या है?नसों की कमजोरी के लक्षण-Brain weakness symptoms in hindi. मांसपेशियों की कमजोरी मांसपेशियों की कमजोरी नसों की कमजोरी का ही एक लक्षण है। ... . अचानक सिरदर्द अचानक से सिरदर्द या लगातार सिरदर्द होना दिमाग की नसों की कमजोरी के लक्षण हो सकते हैं। ... . झुनझुनी महसूस करना ... . पीठ दर्द ... . झटके या दौरे होना. दिमाग को मजबूत बनाने के लिए क्या करना चाहिए?2. उचित आहार और पोषण मस्तिष्क के कार्य को बनाए रखने और इसपर ऑक्सीडेटिव डैमेज को कम करने के लिए फलों और सब्जियों से भरपूर आहार लेना महत्वपूर्ण है। कुछ ऐसे पोषक तत्व हैं जो आपके मस्तिष्क के कार्य को बेहतर बना सकते हैं।
कमजोर दिमाग को तेज कैसे करें?डाइट एक्सपर्ट्स के अनुसार, तेज दिमाग के लिए पालक, केले, ब्रोकोली और अन्य पत्तेदार हरी सब्जियां सहायक होती हैं. कुछ अन्य सब्जियां जैसे टमाटर भी बेहतर हैं, यहां तक कि ब्लूबेरी, रास्पबेरी और ब्लैकबेरी भी एंटीऑक्सिडेंट से भरे होते हैं, जो मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकता है.
दिमाग कमजोर हो तो क्या खाएं?इन 5 फूड्स से बढे़गी मेमोरी. पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं एक रिसर्च के अनुसार दिन-भर में कम से कम 8 ग्लास पानी जरूर पीना चाहिए। ... . दूध से बढ़ेगी मेमोरी पावर ... . मछली खाने से मेमोरी तेज होगी ... . मेमोरी पावर बढ़ाने में कॉफी फायदेमंद ... . विटामिन ई के सेवन से बढ़ती है मेमोरी पावर. |