एक प्रतिकूल दवा प्रतिक्रिया सही खुराक पर दी गई दवा के लिए एक हानिकारक प्रतिक्रिया है। दवा लेने के तुरंत बाद प्रतिक्रिया शुरू हो सकती है, या आपके रुकने के 2 सप्ताह बाद तक। एक प्रतिकूल दवा प्रतिक्रिया से ऐसी विषाक्त एपिडर्मल नेक्रोलिसिस (टीईएन) और एनाफिलेक्सिस की गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है। यदि एक दवा एलर्जी का संदेह है, तो आपका एलर्जीवादी एक मौखिक दवा चुनौती की भी सिफारिश कर सकता है, जिसमें आपको दवा के संदिग्ध होने पर चिकित्सा कर्मचारियों की निगरानी में रखा जाएगा। एक प्रतिक्रिया को ट्रिगर करना। Show
क्या एक्सपायरी के बाद भी खायी जा सकती हैं दवाएं? - हालांकि इस बारे में बहुत अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है. लेकिन तथ्यों से यह समझ में आता है कि अगर कोई दवा टेबलेट या कैप्सूल के रूप में है तो उसका प्रभाव उसकी एक्सपायरी डेट के बाद अधिक दिनों तक रहेगा. लेकिन सिरप, आंख, कान में डालने वाले ड्रॉप और इंजेक्शन उनके एक्सपायर होने के बाद प्रयोग नहीं करने चाहिए. खबरों को बेहतर बनाने में हमारी मदद करें।खबर में दी गई जानकारी और सूचना से आप संतुष्ट हैं? खबर की भाषा और शीर्षक से आप संतुष्ट हैं? खबर के प्रस्तुतिकरण से आप संतुष्ट हैं? खबर में और अधिक सुधार की आवश्यकता है? ड्रग रिएक्शन क्या है? Drug Reaction से छुटकारा पाने के लिए वेबसाइटहिंदी का पोस्ट पढ़िए क्यूंकि इस पोस्ट में दवाई से होने वाली एलर्जी के कारण, लक्षण और उपाय के बारे में बताया गया है | जैसा की आपको पता होगा दवाई हमारे शरीर के समस्याओं को ठीक करता है | इससे आप अपने शरीर के दर्द और पीड़ा को कम करता है लेकिन यही दवा मनुष्य को नुकसान पहुंचाए तो क्या होगा | Dawa Reaction किसी भी वजह से हो सकता है | अगर आपके शरीर की समस्या कुछ और है और दवा का काम अलग है तो भी ड्रग रिएक्शन होने की उम्मीद बढ़ जाता है | दवा रिएक्शन के कारण – Causes Of Drug Reaction In Hindiमेडिसिन लेने पर एलर्जी होती है तो बहुत सारे मुख्य कारण हो सकता है | अगर आपको किसी दवा से परेशानी होती है तो तुरंत दवाई बदल देना चाहिए | आइये जानते है दवा रिएक्शन का मुख्य कारण क्या है? (इसे भी पढ़ें शुद्ध शहद की पहचान कैसे करें?)
ड्रग रिएक्शन के लक्षण – Symptoms Of Drug Reaction In Hindiकिसी भी दवाई से होलेवाली रिएक्शन आपको गंभीर समस्या में लपेट सकती है | इसको जानना बहुत जरुरी है की आपको एलर्जी भोजन से हुई है या दवाई से | अगर आप शरीर में होनेवाली लक्षण को समझ लेते है तो समस्या का पता लगाना आसान हो सकता है | (इसे भी पढ़ें पायरिया ठीक कैसे करें? घरेलु उपाय) निचे कुछ मुख्य लक्षण दिए गए है जिसको जानकर आप अपने समस्या के बारे में बता सकते है | इनमे से कुछ भी परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए | (इसे भी पढ़ें काले लिप्स गुलाबी कैसे करें?)
Drug Reaction से कैसे बचाएं?जब भी डॉक्टर के पास जाये पुरानी दवाओं के बारे में बताने की कोशिश करें | पूर्व में सभी बीमारी और दवाई के बारे में बताने से अन्य परेशानियाँ होने से बचा सकते है | (इसे भी पढ़ें बालों को हटाने के लिए वीट का प्रयोग कैसे करें?) नए पुर्जा से दवा खरीदने के बाद डॉक्टर से जांच जरुर कराये | कुछ लोग दवा लेने के बाद बिना जांच किये घर चले जाते है जिसके बाद उन्हें परेशानियाँ होने लगती है | ड्रग रिएक्शन का उपचार – Drug Reaction Treatment In Hindiजब भी आपको दवा से एलर्जी होती है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए | अगर आपको ये समझ में आ जाये की रिएक्शन का कारण क्या है तो उस दवाई का सेवन करना बंद करें | डॉक्टर के पास जाने के बाद अपना अनुभव शेयर जरुर करें | डॉक्टर को यह जानना बहुत जरुरी है की आपको हुआ क्या है | (इसे भी पढ़ें मुंह में छाले ठीक करने के लिए 99% सही घरेलू नुस्खे !) अक्सर देखा गया है गांवों में किसी को एलर्जी होती है तो Avil देकर ठीक कर दिया जाता है | अगर आप ज्यादा परेशानी का सामना करते तो स्थिति के अनुसार इस दवाई का सेवन कर सकते है या डॉक्टर से मिलें | Conclusionवेबसाइटहिंदी.कॉम के पोस्ट में ड्रग रिएक्शन (Drug Reaction) क्या है? और समस्या के कारण, लक्षण, उपचार के बारे में बताया गया है | मुझे उम्मीद है यह पोस्ट पसंद आयी होगी | अगर आपको यह लेख पसंद आये तो सोशल Media पर शेयर जरुर करें | दवा रिएक्शन करता है तो क्या होता है?दवाओं के सेवन से साइड इफेक्टस में बेहोशी, सुस्ती, डायरिया की शिकायतें मिलती हैं। इसके अलावा शरीरे के प्रमुख अंगों किडनी, लीवर, ब्रेन, हार्ट तक खराब हो सकता है। बोन मैरो, ब्लड में खराबी आती है। इसका तत्काल असर पड़ सकता है या सप्ताह महीना भर बाद भी लक्षण नजर आते हैं।
अगर किसी को दवाई रिएक्शन होता है तो वो क्या करे?अगर दवाई से रिएक्शन हो तो मरीज एडवर्स ड्रग रिएक्शन (एडीआर) सेंटर में रिपोर्ट कर सकते हैं। इसके लिए मरीज को दवाइयों के साथ सेंटर जाना होगा।
गलत दवा खाने से क्या होता है?एलोपैथी की दवाइयां केमिकल्स से बनी होती हैं, इन कैमिकल्स का किसी बिल्कुल अलग कैमिकल से मिलना रिएक्शन दे सकता है। इसी तरह आयुर्वेदिक या जड़ी-बूटियों और होम्योपैथिक फॉर्मूलों का भी किसी गलत चीज के साथ मिलना शरीर के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है।
किसी भी दवा का असर कब तक रहता है?दो दवाओं में अंतराल
जब कोई डॉक्टर दिनभर में किसी दवा को दो बार लेने को कहते हैं तो इसका मतलब है कि 10 से 12 घंटे का फर्क होना चाहिए। यानी अगर कोई दवा सुबह 9 से 10 बजे ली है तो उसकी दूसरी डोज शाम में 8 से 10 के बीच लेनी चाहिए।
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