धार नेता का क्या अर्थ है? - dhaar neta ka kya arth hai?

Tel dekho aur tel ki dhar dekho लोकोक्ति (मुहावरे) का हिन्दी में अर्थ , meaning in Hindi

लोकोक्ति (मुहावरा) – तेल देखो, तेल की धार देखो

लोकोक्ति (मुहावरे) का हिन्दी में अर्थ – किसी कार्य का परिणाम देखने की बात करना

तेल देखो, तेल की धार देखो हिन्दी की एक प्रसिद्ध लोकोक्ति है जिसका प्रयोग अक्सर हिन्दी के लेख, निबंध आदि में किया जाता है।

तेल देखो, तेल की धार देखो लोकोक्ति (मुहावरे) का वाक्य प्रयोग :-

लोकोक्ति का वाक्य प्रयोग – रामू बोला – ‘तेल देखो, तेल की धार देखो’, घबराते क्यों हो?

लोकोक्ति का वाक्य प्रयोग – जब शुरुआती पेपर अच्छे नहीं हुए तब रमेश मायूस हो गया तब उसके दोस्त ने समझाया तेल देखो तेल की धार देखो परिणाम ना आने पर मायूस होना अभी क्यों?

लोकोक्ति का वाक्य प्रयोग – बिहार में संपन्न चुनाव के शुरूआती रुझान तो यही बता रहे हैं कि नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे तब विपक्षी दल के एक नेता ने कहा तेल देखो तेल की धार देखो परिणाम तो आने दो।

हिन्दी की 1000 लोकोक्तियाँ – अर्थ, वाक्य प्रयोग 

कई बार लोग लोकोक्तियों (कहावतों) और मुहावरों को एक ही समझने की भूल कर बैठते हैं। मुहावरे और लोकोक्ति में अंतर को जानने के लिए इस लिंक पर जाएँ और मुहावरे और लोकोक्तियों का अंतर अच्छी प्रकार से समझें।

मुहावरे और लोकोक्ति में अंतर

Lokokti (Muhavra) – Tel dekho aur tel ki dhar dekho

Lokokti (Muhavre)ka Hindi mein arth – kisi karya ka parinam dekhane ki bat karna

Tel dekho aur tel ki dhar dekho Lokokti ka Vakya prayog

Meaning of Lokokti Kahavat Tel dekho aur tel ki dhar dekho in English

तेल देखो, तेल की धार देखो कहावत का हिन्दी में अर्थ और वाक्य प्रयोग

यहाँ पर हमने इस लोकोक्ति (कहावत) के बारे में निम्न बातें समझाई हैं:-

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विभिन्न कक्षाओं के लिए हिन्दी की कहावतों लोकोक्तियों की जानकारी के लिए इन लेखों को पढें:

Hindi Lokoktiyan for Class 5

Hindi Lokoktiyan for Class 6

Hindi Lokoktiyan for Class 7

Hindi Lokoktiyan for Class 8

Hindi Lokoktiyan for Class 9

Hindi Lokoktiyan for Class 10

10 प्रसिद्ध लोकोक्तियों का हिन्दी में अर्थ और वाक्य प्रयोग

  • होनहार बिरवान के होत चीकने पात लोकोक्ति (मुहावरे) का अर्थ वाक्य प्रयोग, meaning in Hindi
  • हँसी में खंसी लोकोक्ति (मुहावरे) का अर्थ वाक्य प्रयोग, meaning in Hindi
  • सहज पके सो मीठा होय लोकोक्ति (मुहावरे) का अर्थ वाक्य प्रयोग, meaning in Hindi
  • सब धान बाईस पसेरी लोकोक्ति (मुहावरे) का अर्थ वाक्य प्रयोग, meaning in Hindi
  • सारी रामायण सुन गये, सीता किसकी जोय (जोरू) लोकोक्ति (मुहावरे) का अर्थ वाक्य प्रयोग, meaning in Hindi
  • सौ कपूतों से एक सपूत भला लोकोक्ति (मुहावरे) का अर्थ वाक्य प्रयोग, meaning in Hindi
  • समय पाय तरवर फले, केतो सींचो नीर लोकोक्ति (मुहावरे) का अर्थ वाक्य प्रयोग, meaning in Hindi
  • सब दिन रहत न एक समाना लोकोक्ति (मुहावरे) का अर्थ वाक्य प्रयोग, meaning in Hindi
  • सैंया भए कोतवाल अब डर काहे का लोकोक्ति (मुहावरे) का अर्थ वाक्य प्रयोग, meaning in Hindi
  • सोने पे सुहागा लोकोक्ति (मुहावरे) का अर्थ वाक्य प्रयोग, meaning in Hindi

नेताजी ऐसे युग पुरुष और भारतीय इतिहास का एक ऐसा चरित्र हैं जिसकी तुलना विश्व में किसी से नहीं की जा सकती। अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई को तेज करने के लिए आजाद हिंद फौज की स्थापना की गई थी। उन्होंने आजाद हिंद फौज का पुनर्गठन व नेतृत्व किया।

प्रयागराज, जेएनएन।  नेता का शाब्दिक अर्थ होता है नेतृत्व करने वाला। भारत में सिर्फ सुभाष चंद्र बोस को नेताजी की उपाधि मिली है। जर्मनी के तानाशाह अडोल्फ हिटलर ने सुभाष चंद्र को पहली बार 'नेताजी कहकर बुलाया था। व्यक्ति के सफल जीवन के चार सूत्र हैं, जिज्ञासा, धैर्य, नेतृत्व की क्षमता और एकाग्रता। नेताजी ने चारों सूत्रों को अपने जीवन में चरितार्थ किया था।

आजादी की लड़ाई को नया मोड़ दिया था

हम 2021 में भारतीय स्वतंत्रता के प्रमुख सेनानी नेता जी की 125वीं जन्मतिथि मना रहे हैं। नेताजी ऐसे युग पुरुष हैं जिन्होंने आजादी की लड़ाई को नया मोड़ दिया था। भारतीय इतिहास का एक ऐसा चरित्र हैं जिसकी तुलना विश्व में किसी से नहीं की जा सकती। अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई को तेज करने के लिए आजाद हिंद फौज की स्थापना की गई थी। उन्होंने आजाद हिंद फौज का पुनर्गठन व नेतृत्व किया। 21 मार्च 1944 को 'चलो दिल्ली के नारे के साथ आजाद हिंद फौज का हिंदुस्तान की धरती पर आगमन हुआ। महात्मा गांधी को सुभाष चंद्र बोस ने ही पहली बार राष्ट्रपिता कहकर संबोधित किया था। नेताजी ने पराक्रम और वीरता के साथ अंग्रेजों से भारत को आजाद कराया। वहीं, अपने जीवन में प्रेम कहानी को भी बड़े ही धैर्य और साहस के साथ निभाया। देश के महान स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस की जन्मतिथि को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'पराक्रम दिवस के तौर पर मनाने का फैसला किया है। यह सार्थक निर्णय है। इससे युवा नेताजी के व्यक्तित्व से खुद को जोड़ सकेंगे और उनके अंदर राष्ट्र प्रेम की भावना जागृत होगी।  

-डॉ. शंकर सुवन सिंह, वरिष्ठ स्तंभकार एवं विचारक तथा सहायक प्रोफेसर शुआट्स नैनी

Edited By: Ankur Tripathi