उच्च प्राथमिक स्तर पर गणित सीखने के क्या उद्देश्य है?एन. सी. एफ. – 2005 के अनुसार, उच्च प्राथमिक स्तर पर गणित शिक्षण का मुख्य उद्देश्य दैनिक जीवन की कई समस्याओं को समझने तथा उन्हें हल करने करने के लिए तरीके प्रदान करना है। अंकगणित से बीजगणित की ओर संक्रमण इसका एक उदहारण है। प्राथमिक स्तर पर प्राप्त की गई दक्षताओं तथा अवधारणाओं का दृढ़ीकरण भी इस स्तर पर होना आवश्यक है।
मूल्यांकन प्रणाली क्या है?मूल्यांकन और आकलन किसी भी शिक्षण अधिगम प्रणाली का एक महत्वपूर्ण तत्व है। सन् 1990 में भारत सरकार ने एनआईओएस को पूर्व-स्नातक स्तर तक के शिक्षार्थियों की परीक्षा लेने और उत्तीर्ण शिक्षार्थियों को प्रमाणपत्र देने का अधिकार दिया है और इस प्रकार एनआईओएस राष्ट्रीय परीक्षा बोर्डों में एक बोर्ड बना।
प्राथमिक मूल्यांकन क्या है?अधिगम का मूल्यांकन यह मापता है कि छात्रों ने निर्देश के अंत में क्या और कितनी अच्छी तरह सीखा है। यह सीखने को प्रमाणित करता है और छात्रों की समग्र उपलब्धि / दक्षता को मापता है। यह निर्धारित करता है कि सीखने के लक्ष्य और परिणाम प्राप्त किए गए हैं या नहीं। योगात्मक आकलन अधिगम के आकलन के उद्देश्य की पूर्ति करते हैं।
मूल्यांकन के प्रकार कौन कौन से हैं?मूल्यांकन के प्रकार (Types of Evaluation). स्थापन मूल्यांकन (Placement Evaluation),. निर्माणात्मक मूल्यांकन (Formative Evaluation),. निदानात्मक मूल्यांकन (Diagnostic Evaluation),. संकलनात्मक मूल्यांकन (Summative Evaluation)।. |