वाणिज्य शिक्षा का अर्थ क्या है? - vaanijy shiksha ka arth kya hai?

विषयसूची

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  • 1 वाणिज्य शिक्षा का क्या अर्थ है?
  • 2 वाणिज्य उत्पादन क्या है?
  • 3 कॉमर्स मतलब क्या होता है?
  • 4 वाणिज्य शिक्षण की विधियां कितने प्रकार की होती हैं?
  • 5 उद्योग और वाणिज्य में क्या संबंध है समझाइए?

वाणिज्य शिक्षा का क्या अर्थ है?

इसे सुनेंरोकेंहेस्कि के अनुसार – “वाणिज्य शिक्षा शिक्षण का रूप है जो प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से व्यापारी को उसके कार्यों के लिए तैयार करे (सिंह,२००९) ।”

वर्तमान में भारत की सबसे बड़ी ई कॉमर्स कंपनी कौन सी है?

इसे सुनेंरोकेंइस प्रकार कहा जा सकता है कि भारत की सबसे अच्छी कंपनी जो कि ई-कॉमर्स कंपनी है वह फ्लिपकार्ट ही है।

वाणिज्य उत्पादन क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकिसी उत्पादन या व्यवसाय का वह भाग जो उत्पादित वस्तुओं एवं सेवाओं की उनके उत्पादकों एवं उपभोक्ताओं के बीच विनिमय से सम्ब्न्ध रखता है, वाणिज्य कहलाता है। वाणिज्य के अन्तर्गत किसी आर्थिक महत्व की वस्तु, जैसे सामान, सेवा, सूचना या धन का दो या दो से अधिक व्यक्ति या संस्थाओं के बीच सौदा किया जाता है।

वाणिज्य और व्यापार में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंव्यापार का अर्थ है धन या धन के मूल्य को ध्यान में रखते हुए दो या दो से अधिक पार्टियों के बीच वस्तुओं और सेवाओं का आदान-प्रदान। वाणिज्य का अर्थ है कि बीमा, परिवहन, भंडारण, विज्ञापन आदि गतिविधियों के साथ-साथ पार्टियों के बीच वस्तुओं और सेवाओं का आदान-प्रदान जो उस विनिमय को पूरा करता है।

कॉमर्स मतलब क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंसबसे पहले यह जान लेते हैं कि कॉमर्स (Commerce) का हिंदी अर्थ क्या होता है. इसे हिंदी में ‘वाणिज्य’ कहा जाता है. आसान भाषा में कहें तो किसी उत्पादन या व्यवसाय का वह भाग, जो उत्पादित वस्तुओं एवं सेवाओं की उनके उत्पादकों एवं उपभोक्ताओं के बीच विनिमय से संबंध रखता है, वाणिज्य कहलाता है.

वाणिज्य शिक्षण की विधियाँ क्या है?

जिस ढंग से शिक्षक शिक्षार्थी को ज्ञान प्रदान करता है उसे शिक्षण विधि (teaching method) कहते हैं।…शिक्षण विधियाँ एवं उनके प्रतिपादक

क्रमांकशिक्षण विधिप्रतिपादक
26 रेखीय अभिक्रमित अनुदेशन विधि या बाह्य अनुदेशन विधि बी. एफ. स्किनर

वाणिज्य शिक्षण की विधियां कितने प्रकार की होती हैं?

इसे सुनेंरोकें(1) प्रयोगशाला पद्धति. प्रयोगशाला पद्धति के गुण, प्रयोगशाला पद्धति के दोष, (2) योजना पद्धति, वाणिज्य-शिक्षण एवं योजना पद्धति, अच्छी योजना की विशेषताएँ. योजना पद्धति के गुण, योजना पद्धति के दोष, कुछ सुझाव, (3) समस्या समाधान पद्धति, समस्या के प्रकार, समस्या पद्धति के सोपान, अच्छी समस्या के आवश्यक तत्त्व.

वाणिज्य कितने प्रकार के होते हैं?

वाणिज्य दो प्रकार का होता है :

  • व्यापार
  • व्यापार में सहायक

उद्योग और वाणिज्य में क्या संबंध है समझाइए?

इसे सुनेंरोकेंउद्योग का संबंध वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन प्रसंस्करण या निर्माण से है। 2. वाणिज्य की उत्पत्ति और विकास व्यापार और उद्योगों के निरंतर विकास का परिणाम है।

वाणिज्यवाद क्या है इसके प्रमुख विशेषताओं को स्पष्ट कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंवाणिज्यवाद में व्यापारी वर्ग, व्यवस्थित, सुनिश्चित और नियमित वाणिज्य-व्यापार और सोने-चांदी की प्राप्ति और संगठन पर अधिक बल दिया गया। ”अधिक स्वर्ण प्राप्त कर अधिक बलशाली बनो” यह वाणिज्यवाद का नारा था। अधिक धन संग्रह से देश की आर्थिक शक्ति और सम्पन्नता बढ़ती है। इससे राजनीतिक लक्ष्य सरलता से प्राप्त किए जा सकते हैं।

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वाणिज्य का अर्थ एवं उसके प्रकार, महत्व, विशेषता क्या है?

November 11, 2021

वाणिज्य का अर्थ एवं उसके प्रकार, महत्व, विशेषता क्या है?

वाणिज्य क्या होता है? इसके अर्थ से क्या तत्पर्य है? यह कितने प्रकार का होता है? इसका महत्व क्या होता है एवं इसकी क्या विशेषता होती है? कुछ ऐसे ही प्रश्नों के बारे में आज हम इस लेख द्वारा जानेंगे|

वाणिज्य शिक्षा का अर्थ क्या है? - vaanijy shiksha ka arth kya hai?

वाणिज्य का अर्थ (वाणिज्य का हिंदी में क्या अर्थ होता है?)  Meaning of Commerce:

वाणिज्य व्यवसाय का एक अभिन्न अंग है, वाणिज्य को अंग्रेजी में Commerce कहा जाता है| वाणिज्य एक ऐसी क्रिया अथवा साधन है जिसमे उपभोक्ता तथा उत्पादक दोनों को समीप लाने का कार्य किया जाता हैं| सरल शब्दों में कहा जाए तो वाणिज्य एक ऐसा जरिया है जिसके द्वारा उद्योगों से उत्पन्न वस्तु या सेवाओ को आवश्यकता वाले उपभोक्ता तक सबसे पहले पहुँचाया जाता है|

वाणिज्य को कला व विज्ञान दोनों ही माना जाता है

क्योंकि इसके अंतर्गत वे सभी क्रियाएं आती हैं जो उद्देश्य वितरण में उतपन्न बाधाओं को निरस्त करती हैं|


वाणिज्य की विशेषता क्या है?

  1. वाणिज्य कला तथा विज्ञान दोनों ही माना जाता है|
  2. वाणिज्य के बिना व्यावसायिक कार्य का होना लगभग असंभव है|
  3. वाणिज्य उपभोक्ता और उत्पादक के बीच सम्बन्ध बनाता है|
  4. वाणिज्य में उत्पादक से वस्तुएं तथा सेवाएं खरीदकर उपभोक्ताओं को बेचीं जाती हैं
  5. वणिज्य के द्वारा वास्तुओ का वितरण आसन होता है|
  6. वाणिज्य का क्षेत्र व्यापक होता है क्योंकि इसमें व्यपार में सहायक तथा  व्यपार से सम्बन्धित क्रियाएं होती हैं

वाणिज्य कितने प्रकार का होता है?

वाणिज्य दो प्रकार का होता है :

  1. व्यापार
  2. व्यापार में सहायक

वाणिज्य का महत्व:

किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में वाणिज्य अपनी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है| वाणिज्य को व्यवसाय का  एक अभिन्न अंग माना जाता है तथा यह उपभोक्ता और उत्पादक को  निकट लाने का कार्य करता है इसीलिए आज के युग में वाही देश विकसित अथवा विकासशील माना जाता है जहा पर वाणिज्य उन्नतिशील होता है वाणिज्य द्वारा ही व्यपार को सुचारू रूप से चलाया जा सकता है| इसका लक्ष्य ही उत्पादों को उपभोक्ताओं तक पहुँचाना होता है|

वाणिज्य से क्या लाभ होते हैं?:

  • वाणिज्य से औद्योगीकरण को प्रोत्साहन मिलता है |
  • वाणिज्य से तकनीकी में विकास होता है|
  • देशवाशियो के जीवन यापन का स्टार ऊँचा होता है|
  • रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं|
  • देशवाशियों को वाणिज्य की शिक्षा प्रदान करके सफल व्यापारी बनाया जा सकता है|
  • पर्याप्त मात्रा में उत्पादन द्वारा वस्तु के मूल्य में स्थिरता पायी जाती है|

वाणिज्य शिक्षा का क्या अर्थ है?

इसे सुनेंरोकेंहेस्कि के अनुसार – “वाणिज्य शिक्षा शिक्षण का रूप है जो प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से व्यापारी को उसके कार्यों के लिए तैयार करे (सिंह,२००९) ।”

वाणिज्य शब्द का क्या अर्थ होता है?

धनप्राप्ति के उद्देश्य से वस्तुओं का क्रय-विक्रय करना व्यापार है, तथा इसके सहायक (जैसे बैंक, यातायात आदि) दौनों को मिलाकर वाणिज्य बनता है। किसी उत्पादन या व्यवसाय का वह भाग जो उत्पादित वस्तुओं एवं सेवाओं की उनके उत्पादकों एवं उपभोक्ताओं के बीच विनिमय से सम्ब्न्ध रखता है, वाणिज्य कहलाता है।

वाणिज्य शिक्षण के उद्देश्य क्या है?

वाणिज्य विषय के प्रतिसकारात्मक अभिवृत्ति का विकास करना भी वाणिज्य शिक्षण का एक प्राप्य याअनुदेशात्मक उद्देश्य है। सकारात्मक अभिवृत्ति का विकास होने से विषय में रुचि उत्पन्नहोती है, लगन व प्रेरणा विकसित होती है, समस्याओं को समझने तथा उनका समाधानकरने की योग्यता का विकास होता है.

वाणिज्य कितने प्रकार के होते हैं?

वाणिज्य दो प्रकार का होता है :.
व्यापार.
व्यापार में सहायक.