वृत्तीय गति के लिए जल आवश्यक होता है - vrtteey gati ke lie jal aavashyak hota hai

वृत्तीय गति (Circular Motion): ' जब कोई वस्तु किसी वृत्ताकार मार्ग पर गति करती है तो इसे वस्तु की वृत्तीय गति कहा जाता है।"[1]

एकसमान वृत्तीय गति - (Uniform Circular Motion): "जब कोई वस्तु एक निश्चित बिन्दु को केन्द्र मानकर उसके चारो ओर वृत्तीय पथ पर एक समान चाल(constant speed) से गति करती है तो उसकी गति एकसमान वृत्तीय गति कहलाती है।"

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • रैखिक गति
  • अभिकेन्द्रीय बल

संदर्भ[संपादित करें]

  1. "Circular Motion". Circular Motion and Rotation. मूल से 18 अप्रैल 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 अप्रैल 2020.

वृत्तीय गति के लिए आवश्यक बल कौन सा है?

उदाहरण के लिये वृत्तीय गति का कारण अभिकेन्द्रीय बल ही है।

वृत्तीय गति के लिए क्या आवश्यक है?

अभिकेंद्री त्वरण: यह निकाय को एक वृत्त में समान रूप से स्थानांतरित करने के लिए आवश्यक बल है। यह बल त्रिज्या के साथ और वृत्त के केंद्र की ओर कार्य करता है। मोड़ के केंद्र की ओर मुड़ने के लिए सड़क की सतह के साथ वृत्ताकार गति के लिए अभिकेंद्री बल आवश्यक होता है।

वृत्तीय गति में क्या नियत होता है?

एकसमान वृत्तीय गति में कण की गतिज ऊर्जा, रेखीय चाल तथा कोणीय संवेग नियत रहते हैं।

वृत्तीय गति में क्या स्थिर रहता है?

एकसमान वृतीय गति के अधीन एक वस्तु में नियत गति होती है। एकसमान वृतीय गति में वेग का परिमाण समान होती है लेकिन दिशा हर बिंदु पर बदलती रहती है। इसलिए, त्वरण का परिमाण स्थिर है।