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verb कितने प्रकार की होती है | Verb कितने प्रकार के होते हैं in Hindi? | Verb को कैसे पहचाने ? |इंग्लिश में क्रिया कितने प्रकार की होती है? | Verb कौन कौन सी होती है? | Verb किसे कहते हैं ?Verb in Hindi Definition with Examplesवह शब्द जो किसी व्यक्ति या वस्तु के बारे में कुछ इंगित करता है, कहता है, बताता है, वह Verb कहलाता है । या क्रिया (Verb) वह शब्द है जिसके द्वारा किसी कार्य का करना या होना तथा किसी भावना या किसी स्थिति को प्रकट करना ज्ञात होता है । Verb कहलाता है । या Verb वह word या phrase है जो यह प्रकट करता है कि किसी वस्तु या कोई व्यक्ति क्या कर रहें है । कोई व्यक्ति या वस्तु किस अवस्थाओं में है । किसी वस्तु का क्या किया जा रहा है , हो रहा है । Definition of VerbA Verb is a word which tells us something about the results, action, performance or work. Or A Verb is a word used for saying something about some person or thing. Or A Verb is a word that states something about a person or thing. Verb ExamplesSita laughes. सीता हँसती है । The horse is dead. घोड़ा मरा हुआ है । The students are eating. विद्यार्थी भोजन कर रहें हैं । Pradeep goes to school. प्रदीप स्कूल जाता है । The watch man caught the thief. वॉचमैन ने चोर को पकड़ा । ऊपर लिखे उदाहरण में laughes , is, are, goes, caught शब्दों का प्रयोग हुआ है । जो Sita, horse, The students, Pradeep, The watch man के बारें में कुछ बता रहें हैं । अतः यह सभी शब्द Verb है ।
विद्वानों ने, लेखकों ने भिन्न-भिन्न प्रकार बतायें है । जैसे Verb के दो भेद होते है ।फिर इसमें Auxiliary Verb के क्रमशः तीन प्रकार बतायें है, जो कि निम्न है ।
फिर पुनः Primary Auxiliaries को दो भागों में
Marginal Auxiliaries को भी दो भागों में
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किंतु सभी पाठकों को यह निश्चित ही आश्चर्य हो रहा होगा, कि यह तो Primary and Marginal के दोनों प्रकार एक से है । किंतु अगर आप गौर से देखेंगे तो Full Verbs एवं Helping Verbs के नीचे दिये गये उदाहरण एकदम स्पष्ट कर देते है, कि प्रकार के नाम Full Verbs , Helping Verbs जो कि एक से है । किंतु Primary की Full Verb to be, do, have तथा Marginal की Full Verbs need, used to, dare आती है । और Primary Helping Verbs में क्रमशः to be (is, am, are , was, were) do (does, did) have (has, had) और Marginal Auxiliaries की Helping Verbs क्रमशः need, used to , dare ही है । और इसी तरह Auxiliary का एक भेद , जैसा diagram में दिया है । – Modal Auxiliaries है । जो की क्रमशः can, could, may, might, shall, should, will, would, must, ought to है । जिन्हें आजकल स्कूलों में The Modals Finites (अवस्था दर्शक शब्द) बताया जाता है । जिनकी बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका अंग्रेजी भाषा की व्याकरण में होती है । इनकी महत्वपूर्ण भूमिका व्याकरण के साथ किसी शब्द के अर्थ के क्षेत्र में भी बहुत अहम भूमिका निभाने के लिए भी किया जाता है । और कुछ दूसरे लेखकों, विद्वानों ने इसके दो भाग क्रमशः …… 1 Transitive Verbs2 Intransitive Verbsजिन्हें हिंदी में क्रमशः सकर्मक क्रिया एवं अकर्मक क्रिया कहते हैं । इसी प्रकार एक प्रकाशन में एक लेखक ने Verbs के तीन प्रकार होना बताए है । जो क्रमशः 1 Transitive Verbs 2 Intransitive Verbs 3 Auxiliary Verbs जिन्हें हिंदी में क्रमशः सकर्मक क्रियायें, अकर्मक क्रियायें एवं सहायक क्रियायें कहते हैं । तो यह निश्चित है कि किसी एक ही प्रकार की किताब के अनुसार चलने पर सिर्फ उसके अनुसार ही नॉलेज होगा । यदि कहीं निकट भविष्य में कोई दूसरी किताब दूसरे प्रकाशन के द्वारा प्रकाशित हुई । हमारे हाथ लग जाती है तो अध्ययन में confusion होना स्वाभाविक है । या फिर ऐसा भी देखने में आता है कि यदि हम किसी competitive exam में पूछे गये questions का answer चाहते है । किन्तु हमारे अध्ययन में वे keywords जिसको हमने कभी नहीं देखा था आ जाते है तो confusion create होना स्वाभाविक है । उपरोक्त सभी बातों को पढ़ने एवं समझने से आप सभी पाठकों, अध्ययनरत विद्यार्थियों एवं जिज्ञासुओं के लिये हम सिर्फ इतना कहना चाहते है । कि अब confuse होने की जरूरत नहीं है । आप सभी सिर्फ हम पर, हमारे ब्लॉग जिसमें हमने आपकी सम्पूर्ण तैयारी जानकारी के हिसाब से एवं आपके मन में, विचारों में उठती हुई, queries के according maximum parts स्वयं दे दिये है । अब प्रश्न यह उठता है कि हम कैसे संतुष्ट होयें । तो इसके लिये सिर्फ आप विश्वास एवं भरोसा रखकर जो अध्ययन कर रहें है उसे करते रहिये । और भिन्न – भिन्न किताबें अगर अध्ययन करने का शौक हो तो आपको शायद और भी अच्छा मिल जाये । ऐसा भी हो सकता है किन्तु फिलहाल हम आपको Verbs के बारें में सिर्फ इतना कहना चाहते है कि जितने भी writers ने किसी भी प्रकाशन के द्वारा प्रकाशित पुस्तकों में जितना बताया है वह सम्पूर्ण आपको यहां मिल जायेगा । यदि किसी पुस्तक में कुछ standard के अनुसार कम जानकारी है तो किसी दूसरी पुस्तक में पूर्ण जानकारी को देने का प्रयास भी लेखकों ने किये हैं । हम निवेदन करते हुये क्षमा भी मांगते हैं । कारण यह है कि आप संदेहात्मक स्थिति में तो नहीं है ! क्योंकि पूर्णता एवं संतुष्टि होना कभी – कभी अस्वाभाविक हो जाता है । अब हम सिर्फ मकसद जो हमारी query है का अध्ययन ही कर रहे है । जिसके लिये उपर्युक्त सभी के बताये हुए रास्तों पर आए जितने भी keywords है । उन सभी का details अध्ययन करना चाहिये ।
Primary Auxiliary Verbs :-Verb to be, do और have को कहा जाता है इन सभी Auxiliaries का प्रयोग Full Verbs एवं Helping Verbs दोनों प्रकारों में होता है । अब प्रश्न यह उठता है कि इन्हें Primary Auxiliary Verbs क्यों कहते हैं । तो उत्तर यह मिलता है कि किसी भी grammatical construction बनाने में मदद मिलती है । Examples
Modal Auxiliaries Verbs:-Can, Could, Shall, Should, May, Might, Will, Would, Must, Ought to Modal Auxiliaries कहलाते है । इनकी तीन विशेषताएं होती है ।1 इनका प्रयोग कभी भी अकेले में नहीं होता है ।। इनके साथ Principal/Main Verbs का रहना बहुत आवश्यक होता है । यह Principal Verb या तो स्पष्ट रूप से रह सकती है या वह समाविष्ट (Implied) रह सकती है । Such as :-
Answer- Yes I will. विशेषताएं – इसमें उत्तर देने वाले ने ऐसा नहीं कहा कि Yes I will go यही विशेषता है । 2 इस Modal Auxiliaries का Present Tense किसी भी Person में एक से रूप का ही रहता है । Such as :- I/You/He/We/They may select a bike. हमने सभी Person क्रमशः I, You, He, We, They… को / की मदद लेते हुए एक ही बार use किये है । may select a bike को बार-बार लिखते एवं May select a bike भी बार -बार आता । इसलिये एक ही बार में सभी sentence में प्रयोग किये है । अर्थात् सभी Person के साथ may select a bike सभी Person के साथ Common, Phrase के रूप में होता है । जिसे हम अपने अगले ब्लॉग पोस्ट में जानकारी देंगे । यहां उसकी आवश्यकता नहीं हैं । किन्तु यह एक समूह होता है । इतना जानना तो आवश्यक है । 3 Modal Auxiliaries में infinitive या Participle forms नहीं होता है। उदाहरण :- अब आप लोग के मन में यह प्रश्न आयेगा कि यह Phrase क्या होता है ? यदि infinitive की बात करें तो – to will, to must, to can, to may, to shall, to should …etc. and यदि Participle की बात करें तो maying, shalling , canning, willing, coulding इत्यादि अंग्रेजी में कभी नहीं कहते हैं। अब यहां पर आपके मस्तिष्क में यह प्रश्न आ रहा होगा कि हमने तो willing कहीं देखा है या पढ़ा है । तो आप गलत नहीं हैं किन्तु आप मनन करें । वह willing to था जो कि एक Structure है । इसका प्रयोग S + HV (was, were, is, am, are) + VI + E.O.W. वहां किया जाता था जब हम वाक्य को इस तरह लिखते हैं कि Example मुझे आज मैच खेलने से कोई एतराज नहीं है । इस समय हम कहते थे , I am willing to play a match today. तो हो गया ना आपका confusion दूर। वह ऐसे कि willing के बाद to and verb का first form use हुआ है । जो play है । Marginal Auxiliaries Verbs :-Need, used to और dare को Marginal Modal Auxiliaries कहते हैं । इसे Semi-Modal-Auxiliaries के नाम से भी जाना जाता है । इनका प्रयोग Full Verb (Principal/Main) की तरह और कभी Modal Auxiliaries की तरह होता है । अब Auxiliary Verbs के प्रकारों में अभी फिलहाल कुछ समय के लिये इसे विराम देते हुए, बहुत detail में जाने के लिये इनके प्रत्येक प्रकारों की एक-एक Verbs को इनके उपयोग बताते हुए , कुछ समय पश्चात् विस्तार से समझेंगे । और अभी हम 1.Transitive Verbs 2.Intransitive Verbs
इन्हे हिन्दी में क्रमशः सकर्मक क्रियायें, अकर्मक क्रियायें और सहायक क्रियायें कहते हैं । जिसमें से Auxiliary Verbs एवं इनके प्रकारों के प्रायः अधिकांश भागों का अध्ययन हमने कर चुका है । पढ़ने वाले की रुचि को ध्यान में रखते हुए, ऐसा किया जा रहा है । पढ़ने वाले का उत्साह बना रहना भी अति आवश्यक होता है । साथ ही समझ में आना भी अनिवार्य हो जाता है । Transitive Verbs in Hindi :-ऐसी क्रियायें जिनके साथ object आता है । अर्थात् क्रियाओं को कर्म की आवश्यकता पड़ती है । उसके बिना अर्थ पूर्ण नहीं हो पाता है । इस कारण से इसका नाम भी सकर्मक अर्थात् कर्म को लेते हुये चलने वाली क्रियायें रखा गया है । Such as :- Gita reads a novel. Mohan sees a snake. I teach English. Police caught a thief. ऊपर लिखें चारों sentences में Verbs के बाद object क्रमशः a novel, a snake, English, a thief बताये गये हैं । तब अर्थ पूर्ण हो पाता है । इनके नहीं रहने से क्रियायें अपूर्ण रह जाती है । इसलिये ये sentence, Transitive Verbs को प्रदर्शित कर रहें हैं । और ज्यादा अच्छा समझने के लिये किसी भी एक वाक्य को लेकर उसमें यदि क्या से प्रश्न करें तो object वैसे भी हमें मिल जाता है । यह object ढूँढने का भी एक तरीका होता है । तो फिर हम I teach English में यदि प्रश्न करें what do I teach ? Definitely we get the answer – English here English is object in the sentence. Intransitive Verbs in Hindi :-ऐसी क्रियायें जिनके साथ object होने की आवश्यकता नहीं होती Intransitive Verbs कहलाती है । अब प्रश्न यह उठता है कि जब Verb के बाद object नहीं आयेगा तो फिर वहां अन्य किसी ना किसी word का होना आवश्यक है । अन्यथा sentence अपने हिन्दी अर्थ को पूर्णतः नहीं बता पायेगा । अर्थात् स्पष्ट समझ में नहीं आयेगा और मानो ऐसा लगेगा जैसे sentence कुछ अधूरा है । जैसे :- I am. Ram is. इन sentence के अर्थ क्रमशः मैं हूं और राम है, निकल रहे है । अब ये sentence अधूरे इसलिये हुए क्योंकि मैं हूं तो प्रश्न उठता है कि क्या हूं ? या फिर किसी प्रश्न का I am जवाब तो नहीं ! इसी प्रकार Ram is का भी अर्थ निकलेगा । अब sentence में जो अधूरापन object नहीं होने की वजह से आ रहा है । उस object के स्थान पर अर्थात् Verbs के बाद Complement (पूरक) अथवा Preposition के साथ adjunct का उपयोग करते हैं । और इससे ही दिशा, ढंग और समय जिसे English में क्रमशः direction, manner & time आदि की जानकारी मिलती है । और तब वाक्य अर्थ की दृष्टि से पूर्ण हो जाता है । Such as :- I am running very fast. Ram is a teacher. उपरोक्त इन दोनों वाक्यों में अर्थ पूर्ण निकल रहा है । और क्रमशः इनमें manner और complement जो कि very fast first sentence में एवं a teacher दूसरे sentence में use किया गया है । इसी प्रकार हम direction को लेते हुए भी एक sentence लिख सकते है । जो यह है My brother is strolled round the city centre. Auxiliary Verb:-वैसे तो Auxiliaries के प्रकार का अध्ययन हमने इसके पूर्व किया है । किन्तु यहां पर उसकी परिभाषा सहित कुछ और अन्य उदाहरण भी भिन्न – भिन्न स्थानों में कैसे उपयोग किये जाते है । समझाये जा रहे है । Auxiliaries Verbs जिन्हें हिन्दी में सहायक क्रियायें कहते है । ये वे Verbs होती है, जो मुख्य क्रिया की मदद के लिये उसके पूर्व प्रयोग की जाती है । और यह भी देखा जाता है कि क्रिया continuous Tense में है । या Passive Voice में नकारात्मक उप वाक्य तथा प्रश्नवाचक वाक्य बनाने में भी Auxiliary Verb का प्रयोग करते है । Example :- Reena was reading a book. Do you like me? You don’t like me. I have been Delhi. उपरोक्त चारों वाक्यों में क्रमशः Past Continuous Tense, question, Negative Clause, Present Perfect Tense. विशेष:-Clause एवं sentence में confuse होने की आवश्यकता नहीं हैं क्योंकि sentence विस्तार से, बड़ा होता है । एवं उसी का एक अंश Clause बनता है । वैसे Clause के बारे में भी detail अध्ययन हमारी अगली post में आपको मिल जायेगा । Verb कितने प्रकार के होते हैं in Hindi? सामान्यत: verb को तीन भागों में बांटा गया है । इंग्लिश में verb कितने प्रकार की होती है?Verb के तीन प्रकार होते है – (01) Finite (02) Non-finite (03) Auxiliary Verb.
Verb कौन कौन सी होती है?क्रिया की परिभाषा: Verb एक शब्द है जिसका प्रयोग कुछ कार्य, भावना या अस्तित्व को व्यक्त करने के लिए किया जाता है. यह हमें एक वाक्य में विषय के बारे में कुछ बताता है. जैसे; सोना, जागना, पढ़ना, घूमना, नाचना, बात करना, समझना, उत्तेजित होना, मजाक उड़ाना, पूछना आदि.
वर्ब के कितने फॉर्म होते हैं?क्रिया के रूप मुख्यतः चार (Form of Verbs V1 V2 V3 V4) प्रकार के होते है। ये अलग-अलग समय (काल) में भिन्न-भिन्न अर्थ प्रदान करते है और इनका प्रयोग समय (काल) को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है। राम कल आएगा। “कल आएगा” Verb Forms का ही एक भाग है जो भविष्य काल का बोध कराता है।
Verb को कैसे पहचाने?जो शब्द किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान इत्यादि के बारे में कुछ बताता है, वह Verb कहलाता है। जैसे; सोना, जागना, पढ़ना, घूमना, नाचना, बात करना, समझना, उत्तेजित होना, मजाक उड़ाना, पूछना आदि.
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