क्रांति के कारण
1857 ई. की क्रांति के समय रियासतें एवं शासक
1857 के विद्रोह के समय राजस्थान में छः सैनिक छावनियाँ थीं
नसीराबाद
नीमच - 3 जून 1857
देवली – यहाँ कोटा कन्टिन्जेंट ने जून 1857 में विद्रोह किया
एरिनपुरा
कुशालसिंह के नेतृत्व में क्रांतिकारियों का अंग्रेजों से दो युद्ध होते हैं-
कोटा में व्रिदेह (15 अक्टूबर 1857) -
धौलपुर - शासक भगवन्तसिंह
भरतपुर
तांत्या टोपे :-
दूसरी बार दिसम्बर 1858 में आगमन (मेवाड़, बाँसवाडा, प्रतापगढ़, टोंक)
विविध तथ्य
1857 Sirohi का पोलिटिकल एजेंट कौन था?जी. जी. (एजेंट टू गवर्नर-जनरल) जॉर्ज पैट्रिक लॉरेंस और उन्होंने अजमेर स्थित 15वीं बंगाल नेटिव इन्फैंट्री को नसीराबाद भेजा जिससे सैनिकों में असंतोष पैदा हुआ। जल्द ही सैनिकों के विद्रोह की खबर नसीराबाद में भी सैनिकों तक पहुँच गई और 28 मई 1857 को नेटिव इन्फैंट्री के सैनिकों ने नसीराबाद में विद्रोह कर दिया।
सिरोही का agg कौन था?सिरोही जिला. |