Show सप्ताह के किस दिन करें कौन से भगवान की पूजासनातन धर्म में 33 करोड़ देवी-देवताओं का पूजन किया जाता है। दैवीय शक्तियों को विधाता ने मनुष्य की अलग-अलग इच्छाओं को पूरा करने का काम सौंपा है। सनातन धर्म में 33 करोड़ देवी-देवताओं का पूजन किया जाता है। दैवीय शक्तियों को विधाता ने मनुष्य की अलग-अलग इच्छाओं को पूरा करने का काम सौंपा है। हर दिन का अपना खास महत्व होता है लेकिन कुछ दिनों में विशेष देवी-देवताओं का पूजन करने से सांसारिक कामनाओं की पूर्ति होती है। सप्ताह के सात दिन भी सात देवों को समर्पित हैं, उनकी पूजा से क्या फल मिलता है, आईए जानें- रविवार: रविवार को सूर्य देव का वार कहा जाता है। इस रोज व्रत रखना, घी-तेल और नमक से परहेज करना शुभ फल देता है। संडे को लाल रंग के कपड़े पहनें, लाल चंदन का टीका लगाएं और लाल रंग के फल-फूल सूर्यनारायण को अर्पित करके गरीबों में बांट दें। सोमवार: सोमवार का दिन देवों के देव महादेव और चन्द्र ग्रह को समर्पित है। कुंवारी कन्याएं मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए यह व्रत करती हैं। इस दिन सफ़ेद रंग के कपड़े पहनना और इसी रंग की चीजों का दान करना विशेष फलदाई है। मंगलवार: मंगलवार का दिन हनुमान जी और मंगल ग्रह का है। इस दिन व्रत रखने से जीवन में कभी भी अमंगल प्रवेश नहीं करता। इस दिन लाल वस्त्र पहनने चाहिए। हनुमान जी को गुड़, चने और लाल रंग की मिठाईयों का भोग लगाने से शनि और मंगल ग्रह की शुभता मिलती है। बुधवार: शास्त्रों ने बुधवार का दिन श्री गणेश और बुध ग्रह के लिए निहित किया है। इस दिन हरे रंग के कपड़े पहनना शुभ होता है। मूंग दाल, घी व दही का दान करने से समाज में मान बढ़ता है और बुद्धि तेज होती है। बृहस्पतिवार: बृहस्पतिवार यानि गुरुवार, देवों के गुरू बृहस्पति और भगवान श्री हरि विष्णु को यह दिन समर्पित है। इस दिन व्रत करने से धन, पुत्र और विद्या की प्राप्ति होती है। पीले रंग के कपड़े पहनने और पीली चीजों का दान करना शुभ होता है। शुक्रवार: यह दिन महालक्ष्मी, देवी दुर्गा, वैभव लक्ष्मी, संतोषी माता और शुक्र ग्रह का है। इस दिन सफ़ेद कपड़े पहनने चाहिए। इसी रंग की चीजों का दान करना लाभकारी है। शुक्रवार के दिन घर में खीर बना कर गरीबों में बांटने से भंडार भरते हैं। शनिवार: इस दिन के प्रधान देव तो शनि हैं लेकिन हनुमान जी की अराधना विशेष फल देती है। काले रंग के वस्त्र पहनने के साथ-साथ काली चीजों का गरीबों को दान करना चाहिए। घर में तेल से बनी चीजें बना कर मेहनतकश मजदूरों को बांटनी चाहिए।
सप्ताह के सातों दिन के लिए बताए गए हैं अलग-अलग देवता, किस दिन किसकी पूजा करेंजीवन मंत्र डेस्क. ज्योतिष में सप्ताह के सातों दिनों के लिए अलग-अलग देवता बताए गए हैं। दिन के अनुसार इन देवताओं की पूजा करने सकारात्मक फल मिल सकते हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार शिवपुराण में सातों दिनों के हिसाब से देवताओं के पूजन का महत्व बताया है। रविवार को सूर्य, सोमवार को चंद्र, मंगलवार को मंगल, बुधवार को बुध, गुरुवार को बृहस्पति, शुक्रवार को शुक्र और शनिवार को शनि का पूजन करना श्रेष्ठ रहता है। किस देवता की पूजा से कौन सा लाभ मिलता है सूर्य पूजा की संक्षिप्त विधि सोमवार को ऐसे करें चंद्र की पूजा मंगलवार को कैसे कर सकते हैं मंगल की पूजा बुधवार को बुध की पूजा करें गुरुवार को बृहस्पति की पूजा शुक्रवार को करें शुक्र की पूजा शनिवार को शनि की पूजा Publish Date: 25 Aug, 2021 Gods Days of the Week : सप्ताह के सातों दिनोंके नाम ग्रहों के आधार पर रखें गए हैं। सातों दिन अलग-अलग देवी-देवताओं को समर्पित किए हैं। ज्योतिष के अनुसार, हर एक दिन अलग ग्रह के लिए होता है और इसके अनुसार ही देवी देवताओं की पूजा की जाए तो भगवान कृपा हमेशा बनी रहती है। अगर आप भी चाहते हैं कि आपके जीवन में भगवान की कृपा बनी रहे तो आपको ये जरूर जानना कि हफ्ते का कौन सा दिन किसी देवी देवताओं को समर्पित है और उस दिन किसी की पूजा की जाती है। सोमवारसोमवार का दिन साक्षात् जगत पिता भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन भगवान शिवजी की पूजा की जाती है। भगवान शिव को देवों के देव महादेव भी कहा जता है। इस दिन शिव जी पूजा करने से भोले अपने भक्त से प्रसन्न हो जाते हैं। उनकी पूजा करने से समाज में मान-सम्मान भी बढ़ता है। ज्योतिषियों के अनुसार, जो लोग भगवान शिवजी का व्रत करते उन पर शिवजी की कृपा हमेशा बनी रहती है। मंगलवारमगंलवार का दिन मंगल ग्रह का दिन कहा जाता है। इस दिन हनुमान जी की पूजा की जाती है। इस दिन हनुमान जी की पूजा से भक्त के पिछले जन्मों के पापों से भी मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही जिन लोगों की कुंडली में मंगल ग्रह कमजोर होता है उन्हें मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने की सलाह दी जाती है। इस दिन हनुमान जी की पूजा करने और चालीसा पढ़ने से भक्तों को भय से मुक्ति मिलती है। बुधवारबुधवार का दिन श्री गणेश को समर्पित को समर्पित है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है। ज्योतिषियों के अनुसार इस दिन कोई भी काम करना शुभ माना जाता है। इसके साथ ही जिन लोगों को कुंडली में कमजोर होता है उन्हें बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने की सलाह दी जाती है। गुरुवारगुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन केले के पेड़ की पूजा करने की सलाह दी जाती है। कहा जाता है कि केले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है। ज्योतिषियों के अनुसार, अगर इस दिन घर की महिलाएं पूजा करती है तो घर में पैसे की कमी नहीं होती है। शुक्रवारशुक्रवार का दिन संतोषी मां को समर्पित है। इस दिन मां लक्ष्मी के साथ मां दुर्गा की की जाती है। ज्योतिषियों के अनुसार, इस दिन अगर घर की महिलाएं पूजा करती तो शुभ होता है और धन धन धान्य से भर जाता है। इसके साथ ही शुक्र ग्रह को भी भौतिक सुखों का कारक भी माना जाता है। शनिवारशुक्रवार का दिन शनिदेव को समर्पित है। इस दिन शनि देव की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि इस दिन पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। जिन लोगों की कुंडली में शनि दोष चल रहा होता है उन लोगों को इस दिन मंदिर में जाकर पूजा करने की सलाह दी जाती है। सके साथ ही इस दिन पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाना और शनिदेव को सरसों का तेल अर्पित करना चाहिए। रविवाररविवार का दिन सूर्य देवता दिन माना जाता है। इस दिन सूर्य भगवान की पूजा की जाती है। रविवार को व्रत रखने से व्यक्ति तेज बढ़ता है। इसके साथ ही जिन लोगों की कुंडली में सूर्य कमजोर उन्हें इस दिन लाल वस्त्र पहनने की सलाह दी जाती है। रविवार को भगवान सूर्य का व्रत रखना भी शुभ माना जाता है। आज के दिन कौन से भगवान की पूजा करते हैं?इस दिन के स्वामी रुद्र हैं। अत: इस तिथि में वृषभ से सुशोभित भगवान सदाशिव का पूजन करने से सारे कष्ट और रोग दूर होते हैं।
बुधवार कौन से भगवान का दिन?बुधवार का दिन बुद्धि के दाता भगवान श्री गणेश की उपासना का दिन है। बुधवार को श्री गणेश पूजा का विशेष महत्व है। साथ ही बुधवार को दही युक्त अन्न से भगवान विष्णु की पूजा करने से पुत्र सुख मिलता है।
श्री कृष्ण भगवान का कौन सा दिन है?कृष्ण का जन्म भाद्रपद मास में कृष्ण पक्ष में अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र के दिन रात्री के १२ बजे हुआ था । कृष्ण का जन्मदिन जन्माष्टमी के नाम से भारत, नेपाल, अमेरिका सहित विश्वभर में मनाया जाता है।
सोमवार किसका दिन होता है?सोमवार का यह नाम सोम से पड़ा है जिसका अर्थ भगवान शिव होता है।
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