हेल्लो दोस्तो, क्या आप जानना चाहते हैं कि “इत्यादि और आदि में क्या अंतर होता है? Ityadi aur aadi me kya antar hota hai?” तो आप बिल्कुल सही आर्टिकल पढ़ रहे हैं क्योंकि इस आर्टिकल में आपको पढ़ने को मिलेगा – आदि और इत्यादि में क्या फर्क होता है? इत्यादि का प्रयोग कब होता है और आदि का प्रयोग कब होता है। इत्यादि का अर्थ क्या होता है? आदि का क्या अर्थ होता है? आगे पूरी आर्टिकल पढ़े – Show
“इत्यादि” और “आदि” दोनो ऐसे शब्द है जो देखने मे एक जैसा लगता हैं। कुछ लोग दोनो का प्रयोग एक समान करते भी है लेकिन दोनों में अंतर है। आइये समझते है इत्यादि और आदि का प्रयोग हैसियत और औकात में क्या अंतर है?
इत्यादि और आदि में क्या अंतर होता है? | Ityadi aur aadi me kya antar hota haiकिसी वाक्य में बहुत से संज्ञा शब्दों के एक साथ आने पर “इत्यादि” या “आदि” शब्द का प्रयोग किया जाता है लेकिन दोनों शब्दों के प्रयोग की स्थितियां अलग-अलग होती है। इत्यादि का प्रयोग | Ityadi Ka Prayog1. स्थिति – जब वाक्य में बहुत सी संज्ञाएँ एक साथ प्रयुक्त होती है तो उस समय इत्यादि शब्द का प्रयोग होता है। उदाहरण – स्कूल जाने से पहले बैग में कलम, किताब, कॉपी इत्यादि रख लेना चाहिए। 2. स्थिति – जब वाक्य में अलग अलग वर्ग की संज्ञाओं (वस्तुओं) का वर्णन किया गया हो तो उस समय वहाँ इत्यादि शब्द का प्रयोग किया जाता है। उदाहरण – मानव को जीवित रहने के लिए घर, रोटी-कपड़ा, रुपया-पैसा, दवा-दारू, रिश्ते-नाते इत्यादि की जरूरत पड़ती है। आदि का प्रयोग | Aadi Ka Prayog1. स्थिति – जब किसी वाक्य में कुछ संज्ञाएँ एक साथ आती हैं तो उस समय “आदि” शब्द का प्रयोग किया जाता है। उदाहरण – खाना बनाने के लिए चावल, दाल, नमक, मसाला, तेल ख़रीदना है। 2. स्थिति – जब किसी वाक्य में एक ही समुदाय वर्ग की वस्तुओं का वर्णन किया गया है तो उस समय आदि शब्द का प्रयोग किया जाता है। उदाहरण – रमेश बाजार से सब्जियों में फूल गोभी, मूली, आलू, टमाटर, शलजम, खीरा आदि खरीदा। FAQइत्यादि का अर्थ क्या है? / इत्यादि का मतलब क्या होता है?इत्यादि
का हिंदी अर्थ – इस प्रकार और भी, वग़ैरह। आदि का अर्थ क्या है? / आदि का मतलब क्या होता है?आदि का हिंदी अर्थ -पुल्लिंग 1. आरंभ, शुरू; 2. मूल कारण।विशेषण 1. पहला (जैसे—आदि
कवि); 2. आरंभ का।अव्यय – इत्यादि, वग़ैरह। “इत्यादि” शब्द का प्रयोग सिर्फ अव्यय रूप में होता है अर्थात “इत्यादि” शब्द का प्रयोग सिर्फ उदाहरणों के लिये प्रयुक्त होगा जबकि “आदि” शब्द का प्रयोग संज्ञा, विशेषण, अव्यय के रूप में होता है। “इत्यादि” दो शब्दों “इति” और “आदि” से मिलकर बना है। इति का अर्थ होता है – “अंत” और और आदि का अर्थ होता है – “आरंभ” अर्थात इत्यादि का शाब्दिक अर्थ “समस्त हो गया” होता है। उदाहरण – A To Z तथा “आदि” इसका छोटा रूप है जो ज्यादा प्रचलित है । डॉ. वासुदेवनंदन प्रसाद की पुस्तक आधुनिक हिन्दी व्याकरण और रचना के अनुसार – जिसमें एक या दो उदाहरणों के बाद “आदि” शब्द का प्रयोग तथा इससे ज्यादा उदाहरणों के बाद “इत्यादि” शब्द का प्रयोग करने को कहा गया है । परन्तु आजकल “आदि” शब्द छोटा होने के कारण सब जगह प्रयोग होने लगा है। इसे भी पढ़े:-
दोस्तों इस आर्टिकल मैं आपको बताया हूँ – आदि और इत्यादि में क्या फर्क होता है? Ityadi aur aadi me kya antar hota hai, इत्यादि का प्रयोग कब होता है Ityadi Ka Prayog और आदि का प्रयोग कब होता है। Aadi Ka Prayog इत्यादि का अर्थ क्या होता है? आदि का क्या अर्थ होता है? इत्यादि का हिंदी अर्थ, इत्यादि का अंग्रेजी में अर्थ, आदि का हिंदी अर्थ, आदि का अंग्रेजी में अर्थ, इत्यादि का मतलब क्या होता है? आदि का मतलब क्या होता है? स्रोत आशा हैं यह आर्टिकल आपको पसंद आया हैं। इसे अपने दोस्तों रिस्तेदारों के साथ शेयर करे, नीचे कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया दे। अगर कोई सवाल हो तो नीचे कमेंट में पूछे। आदि और आदी में क्या अंतर है?आदी शब्द आदत से बना है जिसको कोई आदत हो वह आदी है । ज्यादा बोलने का आदी, सिगरेट पीने का आदी मीठे का आदी। आदि का दूसरा अर्थ है एट सैट्रा। कुछ नाम के बाद हम आदि कह देते हैं जिससे पढ़ने वाला समझ जाए क्योंकि एक ही तरह के बहुत सारे शब्द कहे जाएंगे तो भाषा उबाऊ हो जाएगी ।
आदि और आदी का अर्थ क्या है?'आदि-आदी' का अर्थ है- आरम्भ-अभ्यस्त अभ्यस्त-आरम्भ आरम्भ-अन्तअन्त-प्रारम्भ।
इत्यादी का मतलब क्या होता है?[अव्य.] - इसी प्रकार के अन्य; इसी तरह और; वगैरह।
आदि क्या होगा?[सं-पु.] - 1. आरंभ 2. पुरातन 3.
|