आयोडीन नमक और सेंधा नमक में क्या फर्क है? - aayodeen namak aur sendha namak mein kya phark hai?

आयोडीन नमक और सेंधा नमक में क्या फर्क है? - aayodeen namak aur sendha namak mein kya phark hai?

टेबल सॉल्ट की अपेक्षा सेंधा नमक में एक तिहाई सोडियम कम होता है. (Image-Canva)

Iodized Salt Vs Rock Salt: नमक का सेवन सभी की डाइट का अहम हिस्सा होता है. कुछ लोग आयोडीन से भरपूर नमक यूज करते हैं. तो कई लोगों को सेंधा नमक खाना पसंद होता है. दोनों नमक में बड़ा अंतर है.

  • News18Hindi
  • Last Updated : August 25, 2022, 09:30 IST

हाइलाइट्स

रॉक सॉल्ट में सोडियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है.
टेबल सॉल्ट आयोडीन व सोडियम दोनों से भरपूर होता है.

Difference Between Iodized Salt And Rock Salt: नमक के बिना खाने को स्वादिष्ट बनाना मुश्किल हो जाता है. नमक खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है और लगभग सभी लोग इसका सेवन करते हैं. नमक के असली फायदे इस बात पर निर्भर करते हैं कि आप किस नमक का सेवन करते हैं. कुछ लोगों के हिसाब से आयोडीन से भरपूर नमक (Iodized salt) खाना बेस्ट होता है. वहीं कई लोग सेंधा नमक (Rock salt) या नेचुरल नमक के सेवन को ज्यादा हेल्दी मानते हैं. दरअसल मार्केट में मिलने वाले नमक में आयोडीन की मात्रा अधिक होती है. हेल्दी लाइफस्टाइल एंजॉय करने वाले लोग रॉक सॉल्ट यानी सेंधा नमक को तवज्जो देते हैं. क्या आप आयोडीन युक्त नमक और सेंधा नमक का अंतर जानते हैं? अगर नहीं तो आइए इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित लेख के अनुसार जानते हैं कि दोनों नमक के बीच क्या अंतर है. इसके अलावा कौन सा नमक सेहत के लिए फायदेमंद होता है.

सेंधा नमक और आयोडीन युक्त नमक में अंतर

आमतौर पर मार्केट में मिलने वाला टेबल नमक यानी समुद्री नमक आयोडीन से भरपूर होता है. वहीं सेंधा नमक यानी रॉक सॉल्ट को हिमालय में मिलने वाले पिंक पत्थरों को पीसकर तैयार किया जाता है. 1 चम्मच टेबल सॉल्ट 2360 मिलीग्राम सोडियम पाया जाता है. जबकि 1 चम्मच हिमालयन पिंक सॉल्ट में सोडियम की मात्रा 1680 मिलीग्राम होती है. जाहिर है कि टेबल सॉल्ट की अपेक्षा रॉक सॉल्ट में एक तिहाई सोडियम कम होता है. हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करने के लिए आपको दिन में 140 माइक्रोग्राम आयोडीन का सेवन करने की आवश्यकता होती है.

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टेबल सॉल्ट खाने के फायदे

टेबल सॉल्ट आयोडीन और सोडियम दोनों से भरपूर होता है. जिसे खाने से शरीर में आयोडीन की कमी पूरी होती है. आयोडीन को थाइराइड ग्लैंड के पोषण का मुख्य सोर्स माना जाता है. शरीर में आयोडीन की कमी होने से थाइराइड ग्लैंड बढ़ने का खतरा रहता है. जिससे कारण शरीर में थाइराइड हार्मोन्स में भी इजाफा होने लगता है.

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रॉक सॉल्ट खाने के फायदे

रॉक सॉल्ट में सोडियम टेबल साल्ट की अपेक्षा कम मात्रा में पाया जाता है. हालांकि सोडियम लगभग सभी नमक में मौजूद रहता है. शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ने से आप दिल से जुड़ी बीमारियों का भी शिकार हो सकते हैं. इसके अलावा सोडियम वजन बढ़ने और खून की नसों में पानी बढ़ाने का काम करता है. इसलिए हद से ज्यादा रॉक सॉल्ट खाना सेहत के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकता है.

आयोडीन Vs सोडियम

सेहत को लेकर सजग रहने वाली अनु आहुजा के अनुसार, उन्होंने खाने में इस्तेमाल होने वाले टेबल सॉल्ट को रॉक सॉल्ट से रिपलेस कर दिया. उनका मानना है कि रॉक सॉल्ट मिनरल से भरपूर होने के साथ-साथ ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में भी मददगार होता है. हालांकि जानकारों के मुताबिक टेबल सॉल्ट में सोडियम और आयोडीन दोनों मौजूद रहते हैं. वहीं रॉक सॉल्ट को सिर्फ सोडियम का बेहतर सोर्स माना जाता है. ऐसे में हेल्दी रहने के लिए आयोडीन का सेवन बेहद जरूरी होता है. इसलिए सिर्फ रॉक सॉल्ट का सेवन करना या फिर टेबल नमक को पूरी तरह से अवॉयड करना आपके लिए कई बीमारी का कारण बन सकता है.

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Tags: Health News, Health tips, Lifestyle

FIRST PUBLISHED : August 25, 2022, 09:30 IST

नमक के बिना भोजन का स्वाद बेमानी है. इसके बिना कल्पना भी नहीं की जा सकती. लेकिन नमक हमारे शरीर के लिए जितना जरूरी है, उतना ही इसकी अत्यधिक मात्रा नुकसानदेह भी है. ऐसे में यह जान लेना जरूरी है कि कौन सा नमक हमारे लिए बेहतर है. आमतौर पर नमक तीन तरह के होते हैं-सामान्य नमक, सेंधा नमक और काला नमक. सामान्य नमक समंदर या खारे झील के पानी से तैयार किया जाता है. इसे मशीन में शुद्ध किया जाता. सेंधा नमक जमीन के नीचे एक चट्टान की तरह है. यह पूरी तरह से कुदरती है. काला नमक भी सेंधा नमक जैसा ही होता है. तीनों नमक सोडियम क्लोराइड का बेहतरीन स्रोत है.

कौन सा नमक बेहतर 
सामान्य नमक में 97 प्रतिशत सोडियम क्लोराइड होता है जबकि रिफाइनिंग के वक्त तीन फीसदी अन्य चीजें मिलाई जाती है. इनमें आयोडीन प्रमुख है. आयोडीन इसलिए मिलाया जाता क्योंकि इससे ग्वायटर बीमारी नहीं होती. दूसरी ओर सेंधा नमक है जो धरती के नीचे मिलता है और यह दरदरा है. इसमें लगभग 85 फीसदी सोडियम क्लोराइड होता है, जबकि बाकी 15 फीसदी में अन्य खनिज जैसे आयरन, कॉपर, जिंक, आयोडीन, मैंगनीज, मैग्नेशियम, सेलेनियम सहित कम से कम 84 प्रकार के तत्व होते हैं. ये खनिज शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं.

सेंधा नमक में ऊपर से आयोडीन मिलाने की जरूरत नहीं होती, जबकि सामान्य नमक में मिलाना पड़ता है. सेंधा नमक कुदरती चीज है और इसमें ज्यादा छेड़-छाड़ नहीं किया जाता. इसलिए स्वास्थ्य के लिए यह बेहतर है. आयुर्वेद में इसका काफी महत्व है. सेंधा नमक में घुलित कई खनिज पदार्थ पानी में भी मिले होते हैं. लेकिन आज पानी को रिफाइन कर पीने का चलन बढ़ा है जिसके कारण पानी में मिले खनिज हमें प्राप्त नहीं होता है. इसलिए आजकल सेंधा नमक का चलन बढ़ा है. हालांकि सेंधा नमक अपेक्षाकृत महंगा होता है और दरदरा होता है जिससे यह भोजन में पूरी तरह से मिक्स नहीं हो पाता. लेकिन दरदरा होने का मतलब ही यह है कि इसे रिफाइंड नहीं किया गया है. जो चीज जितनी कम रिफाइंड होती है, वह उतनी ज्यादा नैचुरल होती है. रिफाइंड करने से महत्वपूर्ण खनिज हट जाते हैं. यानी सेंधा नमक हमारे लिए ज्यादा बेहतर है.  

कई बीमारियों में ज्यादा बेहतर
कई तरह के खनिज होने के कारण सेंधा नमक कई बीमारियों को रोकने में कारगर है. यह शरीर के अंदर ही नहीं चेहरे और बाल को भी खूबसूरत बनाता है. साधारण नमक के ज्यादा इस्तेमाल से हाई ब्लडप्रेशर की शिकायत बढ़ जाती है जबकि सेंधा नमक हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है. इसी तरह यह इम्यूनिटी और स्टेमिना दोनों को बढ़ाता है. इसके अलावा यह साइनस के इलाज में मददगार है. सेंधा नमक का सही इस्तेमाल होने से वेट नहीं बढ़ता और वजन कम करने में भी काम करता है. जिन्हें नींद नहीं आती, उन्हें सेंधा नमक खाने की सलाह दी जाती है. सेंधा नमक से बॉडी स्क्रब भी किया जा सकता है. इससे स्किन ग्लो होती है. यह बालों में भी लगाया जाता है. मसूढों की सफाई में सेंधा नमक बहुत कारगर साबित होता है. माइग्रेन की एक वजह मैग्नीशियम की कमी होती है जो सेंधा नमक पूरी कर देता है. यह कब्ज की समस्या में भी फायदेमंद है. यह हमारी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है.  

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क्या सेंधा नमक में आयोडीन होती है?

सेंधा नमक में लगभग 85 फीसदी सोडियम क्लोराइड होता है, जबकि शेष 15 फीसदी में अन्य खनिज जैसे आयरन, कॉपर, जिंक, आयोडीन, मैंगनीज, मैग्नेशियम, सेलेनियम सहित कम से कम 84 प्रकार के तत्व होते हैं।

कौन सा नमक स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छा है?

टेबल सॉल्ट आयोडीन व सोडियम दोनों से भरपूर होता है. कुछ लोगों के हिसाब से आयोडीन से भरपूर नमक (Iodized salt) खाना बेस्ट होता है. वहीं कई लोग सेंधा नमक (Rock salt) या नेचुरल नमक के सेवन को ज्यादा हेल्दी मानते हैं.

सबसे शुद्ध नमक कौन सा होता है?

सेंधा नमक सफेद और गुलाबी रंग का होता है और सबसे शुद्ध नमक माना जाता है। इसे हिमालय से खोदकर निकाला जाता है। भारत में इस नमक का इस्तेमाल उपवास के दौरान भी किया जाता है। इसमें 84 प्राकृतिक खनिज और पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं।

सेंधा नमक और आयोडीन नमक में क्या अंतर है?

आयोडीन इसलिए मिलाया जाता क्योंकि इससे ग्वायटर बीमारी नहीं होती. दूसरी ओर सेंधा नमक है जो धरती के नीचे मिलता है और यह दरदरा है. इसमें लगभग 85 फीसदी सोडियम क्लोराइड होता है, जबकि बाकी 15 फीसदी में अन्य खनिज जैसे आयरन, कॉपर, जिंक, आयोडीन, मैंगनीज, मैग्नेशियम, सेलेनियम सहित कम से कम 84 प्रकार के तत्व होते हैं.