सब्सक्राइब करे youtube चैनल strongest bone in the human body in hindi शरीर की सबसे मजबूत हड्डी का नाम क्या है मानव शरीर की सबसे मजबूत हड्डी कहां होती है ? उत्तर : फीमर सबसे लम्बी जबकि टिबिया सबसे मजबूत हड्डी होती है | कभी कभी फिमर को भी सबसे मजबूत हड्डी के रूप में जाना जाता है जो जांघ में पायी जाती है | पाद अस्थियाँ (Limb bones) :
अल्ना की ऊपरी extremity मजबूत और मोटी होती है और कोहनी की संधि निर्माण में प्रवेश करती है | ओलेक्रोनन प्रवर्ध ऊपर की ओर होता है और जब कोहनी सीधी होती है , तब ह्यूमरस ओलिक्रोनन फासा में फिट होता है |
अलना का कोरोनाइड प्रवर्ध आगे की तरफ होता है | यह ओलिक्रोनन प्रवर्ध से छोटा होता है और जब कोहनी मुडती है तो यह ह्यूमरस के कोरोनॉइड खाँच में फिट हो जाता है | अलना की ट्रौक्लियर खाँच दो प्रवर्धो से बनी होती है | यह कोहनी संधि के निर्माण में ह्यूमरस की ट्राक्लियर सतह से जुड़ता है | रेडियल खाँच अस्थि की ऊपरी extremity की पाशर्व aspect में कोरोनोइड प्रवर्ध के समीप होती है | रेडियस के सिर की साइड रेडियल नोच के साथ जुड़ती है जिससे रेडियस अलना के चारों तरफ घूर्णन करती है | इस प्रकार पाशर्व रेडियो अल्नर संयोजन बनता है | दूरस्थ सिरे से अल्ना और रेडियस आठ छोटी अस्थियों जिन्हें कार्पल कहते हैं , के साथ जुडती जो कि कलाई बनाती है | कार्पल पाँच लम्बी मेटाकार्पल के साथ जुड़ती है जो अन्त में phalanges के साथ जुडती है | अंगूठा दो अंगुलाअस्थियों में बनता है और अन्य अंगुलियों में तीन अंगुलास्थियाँ होती है |
फीमर सबसे लम्बी जब किटिबिया सबसे मजबूत हड्डी होती है | इसमें एक शाफ्ट अथवा बॉडी होती है | ऊपरी सिरा सिर के रूप फूला हुआ होता है जो श्रोणीमेखला की एसिटाबुलम में फिट होता है | सिर के नीचे गर्दन होती है जो कि लम्बी और चपटी होती है | महा शिखरक बाहर की ओर होता है और लघु शिखर पीछे और अन्दर की ओर होता है | महाशिखरक अस्थि का महत्वपूर्ण प्रवर्ध होता है जो विभिन्न पेशियों को जुड़ने के लिए सतह देता है | (gluteal muscles को भी |) इसके ऊपरी सिरे पर एक बड़ा गोल सिर होता है जो श्रोणी मेखला की ऐसीटाबुलम के साथ जुड़ता है और कुल्हे (हिप) पर कन्दुक खल्लिका संधि बनाता है | फीमर के निम्न सिरे पर दो वक्रीय उत्तल सतह होती है जिन्हें कोंडाइल कहते हैं जो टिबिया के साथ जुड़ता है और घुटने पर hinge joint बनाता है | पटैला दो कोंडाइल को पृथक करती है | अस्थि का एक चपटा त्रिकोणीय टुकड़ा पटैला कहलाता है जो कि फीमर के दो प्रोजेक्शन के मध्य अवकाश में मिलता है | टिबिया जो आंतरिक सतह पर स्थित होती है | मोटी होती है | टिबिया के ऊपरी सिरे पर दो हल्के धंसाव घुटने की संधि पर आर्टिकुलर सतह प्रदान करते हैं | टिबिया अथवा shin bone (आंतरिक और मजबूत) टांग का प्रमुख कंकाल बनाती है और फिबुला के बीच की तरफ स्थित होती है | यह एक शाफ्ट और दो सिरे युक्त लम्बी अस्थि है | फिबुला निचली टांग की अस्थि है | टखने (ankle)का भाग सात अस्थियों से बना होता है जिन्हें टार्सल कहते हैं | टार्सल दूरस्थ भाग में बड़ी मेटाटार्सल अस्थियों से जुड़कर foot का निर्माण करती है जबकि मेटाटार्सल आगे की अंगुलास्थि से बने डिजिट से जुड़ता है और toes का निर्माण करता है | अस्थियों के प्रकार – अस्थियाँ उनके आकार और आकृति के आधार पर चार भागों में बांटी जाती हैं –
संधि – वह बिंदु जहाँ दो अस्थियां एक दूसरे से जुडती है संधि या जॉइंट कहलाता है | संधि (joint)मुख्यतः तीन प्रकार की होती है –
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