झारखंड में कौन सा त्योहार है जिसका जश्न चार दिनों तक चलता है? - jhaarakhand mein kaun sa tyohaar hai jisaka jashn chaar dinon tak chalata hai?

Famous Festivals Of India In Hindi, भारत त्यौहारों की भूमि है, भारत का प्रत्येक राज्य अपनी एक अलग संस्कृति का प्रतिनिधित्व करता है जो उसकी अपनी पहचान है। जहाँ विभिन्न धर्मों के लोग धूम-धाम, हर्षोल्लास  और पूर्ण आस्था के साथ अपने त्योहारों को मानते है। भारत में मनाए जाने वाले त्योहारों की एक विस्तृत विविधता इसकी समृद्ध संस्कृति और परंपराओं की एक सही अभिव्यक्ति है। भारत एक ऐसा देश है जहाँ हर धर्म और समुदाय अपनी संस्कृति का जश्न मनाते हैं। पूरे वर्ष में होने वाले विविध त्योहार पर्यटकों के लिए भारतीय संस्कृति को देखने का सबसे अच्छा तरीका पेश करते हैं। भारत देश छुट्टियों और त्योहारों से भरा देश है, चाहे वह हिंदू त्यौहार हो, इस्लामिक उत्सव ये साल भर अपने रंगों से देश को रोशन किये रहते है।

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तो आज हम यहाँ अपने लेख भारत के प्रमुख लोकप्रिय त्यौहारो जैसे होली, दिवाली, ईद, दशहरा, क्रिसमस व अन्य उत्सवो की सूची पेश करने जा रहे है जो भारतीय कल्चर, संस्कृति और परंपराओं को प्रदर्शित करते है –

  • दीपावली – Deepawali In Hindi
  • होली – Holi In Hindi
  • गणेश महोत्सव – Ganesh Festival In Hindi
  • नवरात्रि और दशहरा उत्सव – Navratri and Dussehra festival In Hindi
  • ओणम – Onam In Hindi
  • जन्माष्टमी उत्सव – Janmashtami Festival In Hindi
  • रक्षा बंधन – Raksha Bandhan In Hindi
  • ईद-उल-फितर – Eid-ul-Fitr In Hindi
  • क्रिसमस – Christmas In Hindi
  • गणगौर उत्सव – Gangaur festival In Hindi
  • बैसाखी – Baisakhi In Hindi
  • मकर संक्रांति – Makar Sankranti In Hindi
  • पोंगल – Pongal In Hindi
  • छठ पूजा – Chhath Puja In Hindi
  • कैमल फेस्टिवल – Camel Festival In Hindi
  • नोंगकर्म नृत्य महोत्सव – Nongkarma Dance Festival In Hindi
  • उगादी – Ugadi In Hindi
  • कुम्भ मेला – Kumbh Mela In Hindi
  • लोसार महोत्सव – Losar Festival In Hindi
  • गोवा कार्निवल महोत्सव – Goa Carnival In Hindi
  • भोग बिहू –Bhog  Bihu In Hindi
  • ब्रह्मोत्सव – Brahmotsavam In Hindi
  • गुरुपर्व या गुरुनानक जयंती उत्सव – Gurupurab or Guru Nanak Jayanti In Hindi
  • हेमिस त्योहार – Hemis Festivals In Hindi
  • ईस्टर – Easter In Hindi
  • भगोरिया हाट महोत्सव – Bhagoria Haat Festival In Hindi
  • महावीर जयंती – Mahavir Jayanti In Hindi
  • वसंत पंचमी – Basant Panchmi In Hindi
  • गणतंत्र दिवस – Republic Day In Hindi
  • बुद्ध जयंती – Buddha Jayanti In Hindi
  • हॉर्नबिल फेस्टिवल – Hornbill Festival In Hindi
  • ड्री महोत्सव – Dree Festival In Hindi
  • इंटरनेशनल मैंगो फेस्टिवल – International Mango Festival In Hindi
  • स्वतंत्रता दिवस – Independence Day In Hindi
  • मेवाड़ उत्सव – Mewar Festival In Hindi
  • चपचार कुट उत्सव – Chapchar Kut Festival In Hindi
  • गुडी पडवा – Gudi Padwa In Hindi
  • अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव – Kite Festival In Hindi

दीपावली – Deepawali In Hindi

झारखंड में कौन सा त्योहार है जिसका जश्न चार दिनों तक चलता है? - jhaarakhand mein kaun sa tyohaar hai jisaka jashn chaar dinon tak chalata hai?

दीपावली हिन्दुओं का सबसे बड़ा व लोकप्रिय त्यौहारो में एक है जो अंधेरे पर प्रकाश, बुराई पर अच्छाई और अज्ञान पर ज्ञान” की जीत का प्रतीक है। जिसे पूरे भारत देश में उत्साह ,जोश और धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। देश के हर नुक्कड़ और कोने को रंगीन रोशनी से रोशन किया जाता है। यह त्यौहार व्यापक रूप से समृद्धि की देवी लक्ष्मी से जुड़ा हुआ है। दिवाली हिन्दुओ का हर्षोल्लास और वैभव का त्यौहार है जो पांच दिनों तक मनाया जाता है। जिसमे पहले और दूसरे दिन, धनतेरस मनाया जाता है। तीसरे दिन, मुख्य त्यौहार दिवाली होती है जहां लोग देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं और पटाखे जलाते हैं। चौथा दिन गोवर्धन पूजा का उत्सव है। अंत में,अंतिम दिन भाई दूज मनाया जाता है। यह पांचवा दिन दिवाली उत्सव के अंत का प्रतीक है।

  • दीपावली का महत्व – इस दिन भगवान राम अपने 14 साल के लम्बे वनवास के बाद अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या लोटे थे।
  • दीपावली का मुख्य आकर्षण:  फैंसी लाइट्स, मोमबत्तियाँ और मिट्टी के दीपक से जगमगाते घर और आतिशबाजी पटाखो का शोर
  • दीपावली कब मनाई जाती है : अक्टूबर या नवंबर और हिंदू कैलेंडर में कार्तिका के 15 वे दिन को
  • दीपावली उत्सव की अवधि: पांच दिन

होली – Holi In Hindi

झारखंड में कौन सा त्योहार है जिसका जश्न चार दिनों तक चलता है? - jhaarakhand mein kaun sa tyohaar hai jisaka jashn chaar dinon tak chalata hai?

होली भारत के सबसे प्रसिद्ध त्योहारों में से एक है, जिसे अक्सर “रंगों के त्योहार” के रूप में जाना जाता है। होली एक हिंदू त्योहार है, जो हर साल मार्च के आसपास मनाई जाती है। यह त्योहार दैत्य होलिका के जलने और नष्ट होने के आसपास केंद्रित है, जो भगवान विष्णु के प्रति अटूट श्रद्धा से लिप्त है। हालांकि, वास्तव में मज़ेदार हिस्से में लोग एक दूसरे पर रंगीन पाउडर फेंकते हैं और पानी की बंदूकों से एक दूसरे पर रंग डालते हैं। यह भगवान विष्णु के अवतार के रूप में भगवान कृष्ण से जुड़ा है, जो पानी और रंगों में भीग कर गांव की लड़कियों पर शरारत करना पसंद करते थे। भांग (भांग के पौधों से बना एक पेस्ट) भी पारंपरिक रूप से समारोहों के दौरान खाया जाता है।

  • होली का महत्व – यह त्यौहार (बुराई) होलिका पर (अच्छाई) प्रहलाद की जीत के प्रतीक के रूप में मनाई जाती है।
  • होली काप्रमुख आकर्षण: होलिका दहन के अलाव, एक दूसरे को रंग लगाना, भांग खाना।
  • होली कब मनाई जाती है : हिंदू चंद्र कैलेंडर के फाल्गुन माह की पूर्णिमा (पूर्णिमा), जो कैलेंडर के मार्च के महीने के आसपास होती है
  • होली कहां मनाई जाती है : होली लगभग पूरे देश में मनाई जाती हैं लेकिन उत्तर भारतीय राज्यों में इसे बड़े धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता हैं।

गणेश महोत्सव – Ganesh Festival In Hindi

झारखंड में कौन सा त्योहार है जिसका जश्न चार दिनों तक चलता है? - jhaarakhand mein kaun sa tyohaar hai jisaka jashn chaar dinon tak chalata hai?

गणेश चतुर्थी, भारत के सबसे महत्वपूर्ण व लोकप्रिय उत्सवो में एक है। जहा लोगों द्वारा पाँच से दस दिनों तक दिव्य अतिथि के रूप गणेश जी की प्रतिमाएँ रखी जाती हैं। विशाल गणेश मूर्तियों की पूजा 8 से 10 दिनों के लिए अच्छी तरह से सजाए गए पंडालों में की जाती है। उत्सव के दौरान गायन, नृत्य और रंगमंच, की सांस्कृतिक गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं। और जहा भगवान् गणेश जी को उनका मनपसंद मोदक का भोग लगाया जाता है। और अंत में गणपति बप्पा मोरया के नारे लगाकर विशाल जुलूस निकाला जाता है और गणेश जी की मूर्तियों को ढोल बाजो के साथ बड़ी धूम धाम से बिसर्जित कर दिया जाता है।

  • गणेश महोत्सव का महत्त्व : यह भगवान गणेश जी की जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है।
  • गणेश महोत्सव मुख्य आकर्षण: गणेश की सुंदर आकार की मूर्तियों को रखना उनकी पूजा-आर्चना करना और धूमधाम के साथ विसर्जन करना।
  • गणेश महोत्सव कब मनाया जाता है : हिंदू चंद्र कैलेंडर के भाद्रपद महीने में पहले पखवाड़े (शुक्ल चतुर्थी) का दिन, जो ग्रेगोरियन कैलेंडर के अगस्त या सितंबर महीने में होता है
  • गणेश महोत्सव कहां मनाया जाता है: महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश राज्यों में यह उत्सव धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है

नवरात्रि और दशहरा उत्सव – Navratri and Dussehra festival In Hindi

झारखंड में कौन सा त्योहार है जिसका जश्न चार दिनों तक चलता है? - jhaarakhand mein kaun sa tyohaar hai jisaka jashn chaar dinon tak chalata hai?

नवरात्रि सबसे पवित्र हिंदू त्योहारों में से एक है जो पूरे देश में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। नवरात्रि नौ रातों के लिए मनाया जाता है, जिसके दौरान लोग देवी दुर्गा और उनके नौ रूपों की पूजा करते हैं। जहा सुंदर ढंग से सजाए गए पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमाओं / मूर्तियों की स्थापना कर देवी की विशेष पूजन भी की जाती हैं। और साथ ही सांस्कृतिक गीतों, नृत्यों और नाटको का भव्य आयोजन भी किया जाता है। फिर अंत में माता कि मूर्तियों को उत्साह के साथ नदियों में विसर्जित कर दिया जाता है। जबकि दसवें दिन दशहरा मनाया जाता है, दशहरा एक ऐसा त्योहार है, जो नवरात्रि के अंतिम दिन राक्षस रावण पर भगवान राम की जीत के सम्मान में मनाया जाता है।

जबकि दशहरा को दक्षिणी और पूर्वी भारत में विजयादशमी के रूप में भी जाना जाता है, जहां मुख्य रूप से भैंस के राक्षस महिषासुर पर देवी दुर्गा की जीत का सम्मान करता है। विजयदशमी के दौरान, बड़े जुलूस हिंदू देवी-देवताओं की बड़ी-बड़ी मिट्टी की मूर्तियों जैसे लक्ष्मी, सरस्वती, दुर्गा और कार्तिकेय को जलमार्ग तक ले जाते हैं जहां वे संगीत और मंत्रों के साथ जलमग्न होते हैं।

  •  नवरात्रि उत्सव का महत्व – यह उत्सव नौ विभिन्न रूपों में देवी अम्बा की शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है।
  •  नवरात्रि उत्सव के प्रमुख आकर्षण – 9 दिनों के नृत्य उत्सव, भजन संगीत कार्यक्रम और दशवे दिन धूमधाम ढोल- नगाडो के साथ माता की मूर्तियों का विसर्जन।
  •  नवरात्रि उत्सव कब मनाया जाता है – हिंदू चंद्र कैलेंडर के अनुसार आश्विन महीने के पहले नौ दिन, या  ग्रेगोरियन कैलेंडर के सितंबर या अक्टूबर में
  • नवरात्रि उत्सव कहां मनाया जाता है -लगभग पूरे देश में; गुजरात, महाराष्ट्र में सबसे धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।

ओणम – Onam In Hindi

झारखंड में कौन सा त्योहार है जिसका जश्न चार दिनों तक चलता है? - jhaarakhand mein kaun sa tyohaar hai jisaka jashn chaar dinon tak chalata hai?

ओणम केरल के लोकप्रिय त्योहारों में से एक है, जिसे सभी समुदायों के लोगों द्वारा और खासकर मलयाली लोगों के द्वारा खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है। ओणम उत्सव के दौरान, फूलों के साथ विशाल रंगोली बनाई जाती है। और राज्य के विभिन्न हिस्सों में 30 से अधिक स्थानों पर नाव दौड़, रस्साकशी, संगीत और नृत्य प्रदर्शन, मार्शल आर्ट प्रदर्शन और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। ओणम साध्या (दावत) समारोहों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जिसमे 9 प्रकार के व्यंजनों को स्थानीय और मौसमी सब्जियों का उपयोग करके तैयार किया जाता है

  • ओणम उत्सव का महत्व: यह महान राजा महाबली की घर वापसी का जश्न मनाता है।
  • ओणम उत्सव के मुख्य आकर्षण: शानदार स्नेक बोट रेस, गूढ़ कैकोटिकली नृत्य और हाथी जुलूस
  • ओणम उत्सव कब मनाया जाता है : ओणम उत्सव मलयालम कैलेंडर के चिंगम के महीने में मनाया जाता है , जो ग्रेगोरियन कैलेंडर के अगस्त या सितंबर में आता है।
  • ओणम उत्सव कहां मनाया जाता है : केरल राज्य के सभी समुदायों के लोगों द्वारा मनाया जाता है।
  • ओणम उत्सव की अवधि: 10 दिनों तक

और पढ़े : भारत के राज्यों में मनाये जाने वाले प्रमुख त्योहारों की जानकारी 

जन्माष्टमी उत्सव – Janmashtami Festival In Hindi

झारखंड में कौन सा त्योहार है जिसका जश्न चार दिनों तक चलता है? - jhaarakhand mein kaun sa tyohaar hai jisaka jashn chaar dinon tak chalata hai?

जन्माष्टमी भारत के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहारों में से एक है। वैसे तो जन्माष्टमी पूरे भारत में मनाई जाती है लेकिन गुजरात, मथुरा और वृंदावन में इसे बहुत उत्साह और धूमधाम के साथ मनाई जाती है, जहा मंदिरों और घरों को खूबसूरती से सजाया जाता है। और लोग पूरे दिन उपवास रखते हैं और आधी रात के जन्म समारोह के बाद ही भोजन करते हैं। मथुरा में कृष्ण को समर्पित कई मंदिर हैं जहाँ रात भर प्रार्थना की जाती है और धार्मिक भजन गाए जाते हैं। इस दिन छोटे बच्चे भगवान कृष्ण की तरह तैयार होते हैं जहा एक अलग ही उत्साह देखा जाता है।

  • जन्माष्टमी का महत्व: यह भगवान कृष्ण के जन्मदिन का वार्षिक उत्सव है।
  • जन्माष्टमी उत्सव के प्रमुख आकर्षण:  मंदिरों में जन्माष्टमी पूजा उत्सव और भगवान कृष्ण की झांकियां
  •  जन्माष्टमी उत्सव कहां मनाई जाती है : हिंदू समुदाय द्वारा सभी जगह मनाया जाता है, लेकिन गुजरात मथुरा और वृंदावन में उत्सव बहुत लोकप्रिय हैं
  • जन्माष्टमी उत्सव कब मनाई जाती है: रक्षाबंधन के बाद भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि·
  •  जन्माष्टमी 2020: 12 अगस्त (बुधवार)
  • जन्माष्टमी उत्सव की अवधि: 1 दिन

रक्षा बंधन – Raksha Bandhan In Hindi

 रक्षा बंधन भारत के सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय त्योहारों की सूची में में से एक है, जो भाई -बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक है। राखी के दौरान भाई-बहन के संबंध को दर्शाते हुए, बहन भाई की आरती करती है, तिलक लगाती है, और भाई की कलाई पर राखी (एक पवित्र धागा) बांधती है जो उनकी सलामती की कामना करती है। बदले में भाई, बहन की रक्षा करने की कसम खाता है।

  • रक्षाबंधन का महत्व – यह एक भाई और बहन के मजबूत संबंध का प्रतीक है।
  •  रक्षाबंधन मुख्य आकर्षण: राखी की रस्म और बाजारों में रंग-बिरंगी राखी और मिठाइयों की रंगारंग झलकियाँ
  • रक्षाबंधन कब मनाया जाता है : हिंदू चंद्र कैलेंडर के श्रावण मास की पूर्णिमा का दिन, जो ग्रेगियन कैलेंडर के अगस्त में आती है
  • रक्षाबंधन कहां मनाया जाता है : विशेष रूप से उत्तर, मध्य और पश्चिम भारत में·
  • रक्षा बंधन 2020 में कब : 3 अगस्त (सोमवार)

ईद-उल-फितर – Eid-ul-Fitr In Hindi

झारखंड में कौन सा त्योहार है जिसका जश्न चार दिनों तक चलता है? - jhaarakhand mein kaun sa tyohaar hai jisaka jashn chaar dinon tak chalata hai?

ईद मुस्लिम समुदाय के लिए भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है। जहा मुस्लिम समुदाय के लोग इसी बड़े प्यार और धूमधाम के साथ मनाते है। ईद-उल-फितर रमजान के उपवास महीने के अंत का प्रतीक है। इस दिन, मुसलमान नए कपड़े पहनते हैं और कई भव्य दावतों में भाग लेते हैं। ईद-उल-अज़हा एक समान रूप से महत्वपूर्ण त्यौहार है, जो क़ुर्बानी (बलिदान) के लिए अधिक प्रमुख है। इस दिन लोग बकरियों, भेड़ों और कुछ स्थानों पर ऊँटो की भी बलि देते हैं।

  • ईद-उल-फितर या  ईद-उल-अज़हा कब मनाई जाती है: इस्लामी कैलेण्डर के दसवें महीने शव्वाल के पहले दिन।
  • ईद-उल-फितर का महत्व: यह रमजान के उपवास के पवित्र महीने के समापन का जश्न मनाता है।
  •  ईद-उल-फितर के प्रमुख आकर्षण: बाजारों और मस्जिदों खूबसूरती से अलंकृत, मस्जिदों में सुबह ईद की नमाज और मीठे व्यंजन।
  • ईद-उल-फितर कब मनाई जाती है : चंद्र हिजरी कैलेंडर के शव्वाल के महीने के पहले दिन, जो ग्रेगियन कैलेंडर के जुलाई महीने में आती है
  • ईद-उल-फितर कहां मनाया जाता है : पूरे देश में मुसलमानों द्वारा मनाया जाता है।

क्रिसमस – Christmas In Hindi

झारखंड में कौन सा त्योहार है जिसका जश्न चार दिनों तक चलता है? - jhaarakhand mein kaun sa tyohaar hai jisaka jashn chaar dinon tak chalata hai?

क्रिसमस भारत और दुनिया में सबसे प्रसिद्ध और प्रतीक्षित त्यौहारों में से एक है, जो ईसा मसीह के जन्म की स्मृति में मनाया जाता है। क्रिसमस मुख्य रूप से 25 दिसंबर को मनाया जाता है जो दुनिया भर के अरबों लोगों के बीच धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव के रूप में मनाया जाता है। क्रिसमस बड़ों और बच्चों के लिए समान महत्व रखता है और विशेष रूप से सांता उपहार के लिए जाना जाता है। हर कोई अपने धर्म की परवाह किए बिना इस दिन की प्रतीक्षा करता है। इस दिन सभी चर्चो को प्रभु यीशु के जन्म का जश्न मनाने के लिए सजाया जाता है।

  • क्रिसमस का महत्व  प्रभु यीशु का जन्मदिन
  • क्रिसमस का मुख्य आकर्षण: क्रिसमस ट्री की सजावट, प्रार्थनाएं, प्रभु यीशु का जन्मोत्सव
  • क्रिसमस कहां मनाया जाता है : क्रिसमस त्योहार पूरे भारत में मनाया जाता है। भारत में क्रिसमस मनाने के लिए सबसे अच्छी जगह गोवा, पांडिचेरी और केरल हैं।
  • क्रिसमस 2020: 25 दिसंबर (शुक्रवार)

गणगौर उत्सव – Gangaur festival In Hindi

झारखंड में कौन सा त्योहार है जिसका जश्न चार दिनों तक चलता है? - jhaarakhand mein kaun sa tyohaar hai jisaka jashn chaar dinon tak chalata hai?

गणगौर त्यौहार राजस्थान का लोकप्रिय उत्सव है, जो देवी पार्वती के सम्मान में मनाया जाता है। यह त्यौहार होली के एक पखवाड़े के बाद पड़ता है, जिसमे राजस्थान की महिलाओं द्वारा देवी पार्वती को प्रसाद चढ़ाया जाता है। और इस त्यौहार के दौरान, अविवाहित महिलाएँ एक अच्छे वर के लिए और विवाहित महिलाएँ अपने पति की सलामती के लिए प्रार्थना करती है। और त्यौहार के दौरान गौरी और शिव जी की तस्वीरें को जुलूस के साथ निकला जाता हैं। और अद्भुत आतिशबाजी के प्रदर्शन के साथ गणगौर त्यौहार का समापन किया जाता है। गणगौर त्यौहार पर्यटकों को सांस्कृतिक उत्सव का आनंद लेने का एक शानदार अवसर प्रदान करता है। जो पर्यटकों के लिए लोकप्रिय बना हुआ है।

  • गणगौर त्यौहार कब मनाया जाता है: मार्च में होली के एक पखवाड़े के बाद
  • गणगौर त्यौहार मनाने की अवधि: 18 दिनों तक

और पढ़े : झारखंड राज्य का इतिहास और अन्य जानकारी 

बैसाखी – Baisakhi In Hindi

बैसाखी, भारत के प्रसिद्ध त्योहारों में से एक है,  जिसे पंजाब के सिख समुदाय के लोगों द्वारा धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यह रबी फसलों के लिए फसल के मौसम का स्वागत करता है। सिख इस त्योहार को गिद्दा और भांगड़ा जैसे स्थानीय लोक नृत्यों के साथ बहुत उत्साह  के साथ मनाते हैं। इस त्योहार का भारत में महान धार्मिक महत्व है क्योंकि यह उस दिन का प्रतीक है, जब सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह ने 1699 में पंथ खालसा-ऑर्डर बैक के लिए आधारशिला रखी थी।

  • बैसाखीका महत्व : फसल के मौसम का स्वागत करना
  • मुख्य आकर्षण: भांगड़ा और गिद्दा, पंजाबी दावत, घरों में सजावट और गुरुद्वारों जैसे लोक नृत्य
  • बैसाखीकब मनाई जाती है : प्रत्येक बर्ष 13 अप्रैल
  • बैसाखीकहां मनाई जाती है : भारत में त्यौहार पूरे सिख समुदायों में मनाया जाता है। भारत में बैसाखी मनाने के लिए सबसे अच्छी जगह पंजाब है।

मकर संक्रांति – Makar Sankranti In Hindi

झारखंड में कौन सा त्योहार है जिसका जश्न चार दिनों तक चलता है? - jhaarakhand mein kaun sa tyohaar hai jisaka jashn chaar dinon tak chalata hai?

भारत के सबसे प्रमुख त्यौहारो में शुमार मकर संक्रांति या माघी, हिंदू कैलेंडर में एक दिन का त्योहार है, जो देवता सूर्य का प्रतीक माना जाता है। जबकि उत्तर भारतीयों और सिख समुदाय के लोग दिन इसे नए साल के रूप में जश्न मनाते हैं। जिसे लोहड़ी के ठीक एक दिन बाद मनाया जाता है। इस दिन, नए साल के लिए आशीर्वाद लेने के लिए भगवान की पूजा की जाती है। यह एक तरह से सर्दियों का अंत और वसंत की शुरुआत है जिसका अर्थ है किसानों के लिए कृषि चक्र। भारत की अन्य जगहों में लोग इस दिन को पतंग उड़ाने और दिलकश बजरे की खिचड़ी ’और मीठी ‘तिल के लड्डू’ के रूप में मनाते हैं। जबकि गुजराती इस त्योहार को उत्तरायण के नाम से मनाते हैं।

  • मकर संक्रांति का महत्व: कृषि चक्र की शुरुआत
  • मकर संक्रांति का मुख्य आकर्षण: पतंगबाजी
  • मकर संक्रांति कब मनाई जाती है: 15 जनवरी (बुधवार)
  • मकर संक्रांति कहां मनाई जाती है: यह त्योहार पूरे भारत में मनाई जाती है लेकिन मुख्यतः उत्तर भारतीय और सिख समुदायों में इसे बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है

पोंगल – Pongal In Hindi

झारखंड में कौन सा त्योहार है जिसका जश्न चार दिनों तक चलता है? - jhaarakhand mein kaun sa tyohaar hai jisaka jashn chaar dinon tak chalata hai?

पोंगल दक्षिण भारत के सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक है। पोंगल हर साल जनवरी के मध्य में पड़ता है जो उत्तरायण की शुभ शुरुआत का प्रतीक है। तमिलनाडु का यह चार दिवसीय त्यौहार प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है।

यह त्यौहार फसल उत्सव भोगी से शुरू होता है, जब उत्सव के पहले दिन सभी पुरानी चीजों और कृषि अपशिष्टों को जलाकर नई शुरुआत के लिए घरों की सफाई की जाती है। दूसरे लोग नए बर्तन में नई फसल के कटे हुए चावल का उपयोग करके पकवान बनाते है या “पोंगल” तैयार करते हैं। और सूर्य देव से प्रार्थना की जाती हैं। तीसरा दिन “मट्टू पोंगल” है, जब गायों और बैल को नहलाया और सजाया जाता है। और प्रसिद्ध “जल्लीकट्टू” या बैल लड़ाई भी इस दिन होती है। चौथे दिन लोग अपने रिश्तेदारों से मिलते हैं और मिठाइयों को एक दूसरे को बाटकर उत्सव मनाया जाता हैं।

  • पोंगल का महत्व – यह वर्ष की पहली फसल का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रकृति को धन्यवाद देने का त्योहार है।
  • पोंगल का मुख्य आकर्षण : कोलम डिजाइन और मवेशी दौड़ की विविधता
  • पोंगल कब मनाया जाता है: जनवरी में
  • पोंगल मनाने की अवधि: 4 दिनों तक
  • पोंगल कहाँ मनाया जाता है – पूरे भारत में तमिलों द्वारा मनाया जाता है, मुख्य रूप से तमिलनाडु में मनाया जाता है

छठ पूजा – Chhath Puja In Hindi

झारखंड में कौन सा त्योहार है जिसका जश्न चार दिनों तक चलता है? - jhaarakhand mein kaun sa tyohaar hai jisaka jashn chaar dinon tak chalata hai?

छठ पूजा बिहार का सबसे प्रमुख त्यौहार है जहाँ स्थानीय लोग सभी शक्तियों का स्रोत माने जाने वाले सूर्य देव और उनकी पत्नी उषा की समृद्धि और कल्याण के लिए प्रार्थना करते है, जो बड़ी धूम धाम के साथ मनाई जाती है। छठ पूजा एक खुशी और रंगीन रूप धारण करता है, जिसमे लोग अपने सबसे अच्छे कपड़े पहनते हैं। और जश्न मनाने के लिए नदियों और अन्य जल निकायों पर इकट्ठा होते हैं, दीपक जलाए जाते हैं और छट मैया ’या गंगा के सम्मान में भक्ति लोक गीत गाए जाते हैं। और सूर्यास्त के बाद मिट्टी के दीये घरों के आँगन में जलाए जाते हैं।

  • छठ पूजा का महत्व: यह त्योहार सूर्य देव की पूजा के लिए समर्पित है
  • छठ पूजा मुख्य आकर्षण: कुछ भक्त पूजा के अनुष्ठान के रूप में उपवास करते हैं
  • छठ पूजा कब मनाई जाती है: कार्तिका के हिंदू महीने के छठे दिन अक्टूबर या नवंबर के महीने में
  • छठ पूजा की अवधि: 1 दिन
  • छठ पूजा कहाँ मनाई जाती है : बिहार
  • छठ पूजा 2020 : 20 नवंबर

कैमल फेस्टिवल – Camel Festival In Hindi

झारखंड में कौन सा त्योहार है जिसका जश्न चार दिनों तक चलता है? - jhaarakhand mein kaun sa tyohaar hai jisaka jashn chaar dinon tak chalata hai?

राजस्थान के पुष्कर शहर में पुष्कर झील के किनारे आयोजित होने वाला यह वार्षिक पांच दिवसीय ऊंट मेला है और यहां पर दुनिया के सबसे बड़े ऊँटों को देखा जा सकता हैं। पशुओ को खरीदने और बेचने के अलावा यह यह स्थान एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल के रूप में भी जाना जाने लगा हैं। क्योंकि यहां पर कुछ रोमांचित कर देने वाली पर्तियोगिताएं जैसे – सबसे लंबी मूंछें, मटका फोड़, और दुल्हन प्रतियोगिता जैसी विभिन्न प्रतियोगिताएं हैं। इसके अलावा यहाँ एक ऊंट दौड़ प्रतियोगिता भी आयोजित होती है जो यहां आने वाले हजारों पर्यटकों को आकर्षित करती हैं।

  • कैमल फेस्टिवल का महत्व : व्यवसाय करने के लिए मवेशियों और ऊंट व्यापारियों के लिए पवित्र दिन के रूप में मनाया जाता है।
  • पुष्कर मेला का प्रमुख आकर्षण : इस दिन, पवित्र कार्तिक पूर्णिमा पर व्यापार करने के लिए ऊंट और मवेशी व्यापारी एकत्र होते हैं।
  • कैमल फेस्टिवल कब मनाया जाता है : 22 से 30 नवंबर
  • कैमल फेस्टिवल कहां मनाया जाता है : पुष्कर, राजस्थान

और पढ़े : जयपुर एलीफेंट फेस्टिवल की पूरी जानकारी 

नोंगकर्म नृत्य महोत्सव – Nongkarma Dance Festival In Hindi

झारखंड में कौन सा त्योहार है जिसका जश्न चार दिनों तक चलता है? - jhaarakhand mein kaun sa tyohaar hai jisaka jashn chaar dinon tak chalata hai?

भारत का प्रमुख त्यौहार नोंगकर्म नृत्य महोत्सव पहाड़ी राज्य मेघालय के खासी जनजाति के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है और इसे धूमधाम से मनाया जाता है। नोंगकर्म नृत्य उत्सव पांच दिनों का धार्मिक त्यौहार है, जो देवी बंसी सिंसार को अच्छी फसल और लोगों की समृद्धि के लिए खुश करने के लिए समर्पित है। नोंगकर्म नृत्य उत्सव में अनोखी वेशभूषा में सजे अविवाहित पुरुषों और महिलाओं द्वारा नृत्य किया जाता है। जिसमे पुरुषों का नृत्य स्वाभाविक रूप से अधिक जोरदार और ऊर्जावान होता है। नोंगकर्म नृत्य उत्सव स्थानीय लोगो के साथ भारतीय और विदेशी पर्यटकों को भी आकर्षित करता है।

  • नोंगकर्म नृत्य उत्सव का महत्व – देवी बंसी सिंसार को अच्छी फसल और लोगों की समृद्धि के लिए खुश करने के लिए समर्पित है
  • नोंगकर्म नृत्य उत्सव का आकर्षण – नृत्य
  • नोंगकर्म नृत्य उत्सव कब मनाया जाता है: हर बर्ष अप्रैल के दूसरे सप्ताह में
  • नोंगकर्म नृत्य उत्सव की अवधि: 5 दिनों तक

उगादी – Ugadi In Hindi

झारखंड में कौन सा त्योहार है जिसका जश्न चार दिनों तक चलता है? - jhaarakhand mein kaun sa tyohaar hai jisaka jashn chaar dinon tak chalata hai?

उगादी महौत्सव भारत के प्रसिद्ध त्योहारों में से एक है। उगादी महौत्सव कर्नाटक का प्रमुख उत्सव है, जो कर्नाटक में नए साल के प्रतीक के रूप में बहुत ही उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जाता है। यहाँ उगादि को नए उपक्रम शुरू करने के लिए एक शुभ समय माना जाता है। और यहाँ स्थानीय लोगो द्वारा कहा जाता है की भगवान ब्रह्मा ने उगादि के शुभ दिन पर विशाल ब्रह्मांड का निर्माण शुरू किया था। इसी कारण स्थानीय लोगो के लिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। जहा लोग इस पावन उत्सव को मंनाने के लिए अपने घरों और पूजा के कमरों को फूलों और आम के पत्तों से सजाते हैं, और विशेष व्यंजन तैयार कर उनका आनंद लेते है।

  • उगादी के प्रमुख आकर्षण: कच्चे आम, नीम, गुड़ और इमली से तैयार पुलीहोरा, उगादी पचड़ी और बोब्बट्लू जैसे प्रसिद्ध उगादी व्यंजन
  • उगादी कब मनाया जाता है : चैत्र के हिंदू चंद्र कैलेंडर महीने के पहले दिन, मार्च के दूसरे भाग में या अप्रैल की शुरुआत में

उगादी कहां मनाया जाता है : आंध्र प्रदेश और कर्नाटक

कुम्भ मेला – Kumbh Mela In Hindi

कुम्भ मेला मध्य प्रदेश के सबसे प्रसिद्ध मेलो में से एक है यह महोउत्सव भारत के चार शहरों- इलाहाबाद, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में प्रत्येक बारह वर्षों में चार बार आयोजित किया जाता है। कुंभ मेला बुराई के खिलाफ वर्चस्व की लड़ाई में अच्छाई की जीत की याद दिलाता है। पवित्र शिप्रा नदी में डुबकी लगाने से सभी पाप धुल जाते हैं और पुनर्जन्म का चक्र समाप्त हो जाता है। इसके बाद अनुष्ठान स्नान, कई अन्य गतिविधियां हैं, जिसमें पर्यटक भक्ति गायन, पौराणिक कथाओं के बारे में बहस और आसपास के लोगों को सामूहिक भोजन कराने में शामिल हो सकते हैं। जिसमे लाखों भक्तों द्वारा भाग लिया जाता है।

  • कब मनाया जाता है: अप्रैल से मई हर 12 साल बाद।
  • कुम्भ मेला कहा मनाया जाता है: उज्जैन 2016 में उज्जैन में भव्य कुम्भ का आयोजन किया गया था
  • कुम्भ मेला की अवधि: 1 महिना

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लोसार महोत्सव – Losar Festival In Hindi

झारखंड में कौन सा त्योहार है जिसका जश्न चार दिनों तक चलता है? - jhaarakhand mein kaun sa tyohaar hai jisaka jashn chaar dinon tak chalata hai?

भारत में मनाये जाने वाले प्रमुख त्यौहारो में से एक लोसार महोत्सव अरुणाचल प्रदेश का लोकप्रिय उत्सव है, जिसे तिब्बती नव वर्ष के रूप में मोनपा जनजाति के लोगों द्वारा बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है। जिसमे त्यौहार के दिन तवांग मठ में सबसे पहले पूजा की जाती है, उसके बाद घर के मंदिर में प्रसाद चढ़ाया जाता है। लोसार शब्द दो शब्दों से ,-Lo’- जिसका अर्थ है वर्ष और – Sar ’-जिसका अर्थ है ‘नया’ जो बुरी आत्माओं को दूर करने और नए साल का स्वागत करने के लिए मनाया जाता है। इस महोत्सव में विशेष रूप से नृत्य, संगीत और राजा और उनके विभिन्न मंत्रियों के बीच मनोरंजक लड़ाई जैसे आनंददायक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। जो स्थानीय लोगो के साथ–साथ पूरे देश में लोकप्रिय बना हुआ है।

  • महोत्सव के मुख्य आकर्षण: उत्सव तीन दिनों तक चलता है जहाँ प्रत्येक दिन अलग-अलग गतिविधियाँ होती हैं।
  • लोसार महोत्सव कब मनाया जाता है : 24 फरवरी से 26 फरवरी
  • लोसार महोत्सव कहां मनाई जाती है : हिमाचल प्रदेश, लेह और लद्दाख, अरुणाचल प्रदेश

गोवा कार्निवल महोत्सव – Goa Carnival In Hindi

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कार्निवल गोवा का एक प्रमुख और लोकप्रिय त्यौहार है जिसे रियो कार्निवल कहा जाता है। यह मूल रूप से एक कैथोलिक त्यौहार, जो 18 वीं शताब्दी के बाद से मनाया जाता है और अब एक बड़े आयोजन में बदल गया है। जो दुनिया भर से हजारों पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है। कार्निवल का मुख्य आकर्षण परेड है जिसमें, बैलगाड़ी, घोड़े से खींची जाने वाली गाड़ियां, और विस्तृत झांकियां शामिल है और शाम को नृत्य का आयोजन भी लोकप्रिय है। ·

  • कार्निवल कब मनाया जाता है: फरवरी
  • उत्सव की अवधि: 3 दिन

भोग बिहू –Bhog  Bihu In Hindi

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भोग बिहू असम का प्रमुख त्यौहार है जिसे असमिया नव वर्ष की शुरुआत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है जो एक नए कृषि चक्र की शुरुआत का प्रतीक है, जिसमे कई मेले आयोजित किए जाते हैं। उत्सव में पारंपरिक पोशाक में युवा लड़कियां “बिहु गीत” गाती हैं और पारंपरिक “मुकोलीबिहू” नृत्य करती हैं। और देवताओं की पूजा और दावतें आयोजित की जाती हैं। और इस उत्सव के दौरान, मवेशियों को भी सजाया जाता है। जो स्थानीय लोगो द्वारा धूम धाम से मनाया जाता है।

  • भोग बिहू महत्व: असमिया का पारंपरिक नए साल का जश्न
  • भोग बिहू मुख्य आकर्षण: बिहु नृत्य और स्थानीय व्यंजन
  • भोग बिहू कब मनाया जाता है : 14 अप्रैल
  • भोग बिहू कहां मनाया जाता है : दुनिया भर में असमिया प्रवासी द्वारा मनाया जाता है, विशेष रूप से असम में

ब्रह्मोत्सव – Brahmotsavam In Hindi

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ब्रह्मोत्सव आंध्रप्रदेश का प्रसिद्ध त्यौहार है, जिसे आंध्र प्रदेश के तिरुपति में श्री वेंकटेश्वर मंदिर में सबसे महत्वपूर्ण और शुभ वार्षिक उत्सव माना जाता है। जिसमे इस संसार के रचनाकार ब्रम्हा जी को मानव जाति के संरक्षण के लिए धन्यवाद देने के लिए तिरुपति में पवित्र स्वामी पुष्करिणी के तट पर वेंकटेश्वर की पूजा की जाती है। जिसमे भगवान वेंकटेश्वर की उत्सव-मूर्ति उनकी संरक्षिका श्रीदेवी और भूदेवी के साथ, मंदिर के आसपास की सड़कों पर विभिन्न वाहनों से जुलूस निकाला जाता है। जिसमे भारतीय पर्यटकों के साथ-साथ विदेशी पर्यटक भी शामिल होते है।

  • ब्रह्मोत्सव के आयोजन का समय: अक्टूबर के महीनों में
  • ब्रह्मोत्सव की अवधि : 9 दिनों तक
  • ब्रह्मोत्सव का आयोजन स्थल – आंध्रप्रदेश

गुरुपर्व या गुरुनानक जयंती उत्सव – Gurupurab or Guru Nanak Jayanti In Hindi

गुरुपर्व भारत के सबसे महत्वपूर्ण सिख त्योहारों में से एक है जो गुरु नानक देव जी की जयंती के रूप में मनाया जाता है। गुरुपर्व के दौरान बिभिन्न स्थानों पर गुरुओं के जीवन और शिक्षाओं पर विशेष सभाएं, और गुरुद्वारों में लंगर (सामुदायिक भोजन) आयोजित किए जाते हैं। साथ ही शहर में भजन जुलूस आयोजित किए जाते हैं, जिसमे पारंपरिक दल मार्शल आर्ट और तलवारबाजी का प्रदर्शन करते हैं। इसके अलावा लोग अपने अपने घरो में दीयों को जलाकर और पटाखे फोड़कर गुरपुरब उत्सव मनाते है।

  • उत्सव का महत्व: यह दस सिख गुरुओं की सालगिरह का उत्सव है
  • उत्सव का प्रमुख आकर्षण : आत्मीय भजन-कीर्तन (भजन), गुरुद्वारों में गुरबानी, लंगर और कर प्रसाद
  • गुरुपर्व उत्सव कब मनाया जाता है : हिंदू चंद्र कैलेंडर के कार्तिक के महीने में पूर्णिमा का दिन, ग्रेगोरियन कैलेंडर के नवंबर में
  • कहां मनाया जाता है : भारत भर में, विशेषकर पंजाब में सिख समुदाय द्वारा मनाया जाता है
  • गुरुपर्व 2020 में कब मनाया जायेगा : – 30 नवंबर (सोमवार)

झारखंड में कौन सा त्योहार है जिसका जश्न चार दिनों तक चलता है? - jhaarakhand mein kaun sa tyohaar hai jisaka jashn chaar dinon tak chalata hai?

हेमिस त्योहार बौद्ध भगवान पद्मसंभव को समर्पित है जिनका वास्तविक नाम गुरु रिनपोचे था। हेमिस समारोह को उनके जीवन, यादों और योगदान को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है। त्योहार को विभिन्न आध्यात्मिक रीति-रिवाजों के लिए जाना जाता है। हेमिस त्यौहार प्रत्येक 11 वर्षों में एक बार मनाया जाता है, जो हेमिस मठ के विशाल और सुरम्य प्रांगण में जून / जुलाई के महीनो में दो दिनों के लिए बड़े धूमधाम के साथ आयोजित किया जाता है। त्योहार के दौरान, स्थानीय लोग पारंपरिक तिब्बती कपड़े पहनते हैं। और लामास नृत्य करते है जिसे स्थानीय लोगो द्वारा ” चाम” के रूप में जाना जाता है, चाम नृत्य एक पवित्र तिब्बती नृत्य प्रदर्शन है और यहाँ की परंपरा का एक हिस्सा है, जो इस त्योहार एक प्रमुख आकर्षण है।

  • उत्सव का महत्व : यह तिब्बती तांत्रिक बौद्ध धर्म के संस्थापक आध्यात्मिक नेता पद्मसंभव की जयंती का उत्सव है।
  • उत्सव का प्रमुख आकर्षण : दर्शनीय हेमिस मठ और चाम नृत्य
  • हेमिस उत्सव कब मनाया जाता है : तिब्बती चंद्र महीने का 10 वां दिन (स्थानीय भाषा में त्से-चू कहा जाता है), जो ग्रेगोरियन कैलेंडर के जून या जुलाई में आता है
  • हेमिस उत्सव कहां मनाया जाता है : लद्दाख, जम्मू और कश्मीर

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ईस्टर – Easter In Hindi

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ईस्टर उत्सव भारत के अन्य त्योहारों की तरह देश के विभिन्न हिस्सों में बहुत उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया जाता है। भारत में ईस्टर समारोह में विभिन्न रंगीन सजावट, नृत्य और नाटकों, सिमुलेशन और बेर केक, और सड़कों पर चमकते लालटेन, ईस्टर बन्नी और ईस्टर अंडे त्योहार का मुख्य आकर्षण हैं। यह त्योहार ज्यादातर गोवा, केरेला और आंध्र प्रदेश राज्यों में मनाया जाता है। केरल के खूबसूरत बैकवाटर और आंध्र प्रदेश के अद्भुत वास्तुकला स्थलों पर ईस्टर उत्सव की धूमधाम के साथ मेजबानी की जाती हैं, जिसमे बड़ी संख्या में पर्यटक और स्थानीय लोग शामिल होते है।

  • उत्सव का महत्व : प्रभु यीशु का पुनरुत्थान
  • मुख्य आकर्षण : लोक गीत और नृत्य, ईस्टर अंडे, केक, चॉकलेट, सड़क की सजावट
  • ईस्टर उत्सव कहां मनाया जाता है : त्योहार पूरे भारत में मनाया जाता है। भारत में ईस्टर मनाने के लिए सबसे अच्छी जगहें गोवा, पांडिचेरी और केरल हैं।

भगोरिया हाट महोत्सव – Bhagoria Haat Festival In Hindi

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भारत में मनाये जाने वाले लोकप्रिय उत्सवो में से एक भगोरिया हाट महोत्सव भीलों द्वारा मनाया जाने वाला एक प्यार का त्यौहार माना जाता है जिसे मध्य प्रदेश के आदिवासी लोगों द्वारा बहुत धूमधाम के साथ मनाया जाता है।  इस त्योहार में एक लड़का और लड़की एक दूसरे को पसंद करने पर अपने साथी के चेहरे पर लाल पाउडर लगाते हैं। जिसमें युवा लड़कियां और लड़के अपना जीवन साथी चुनने के बाद वह एक मैदान में भाग जाते है। जिसके बाद माता पिता उनके रिश्ते को अस्वीकार नहीं कर सकते। कुछ लोग यहां तक कहते हैं कि त्योहार, फसल की कटाई को पूरा करने के लिए आयोजित किया जाता है।

  • महोत्सव का विशेष आकर्षण : प्रेम का त्योहार
  • भगोरिया हाट महोत्सव मानने का स्थान : पश्चिम निमाड़ (खरगोन) और झाबुआ
  • भगोरिया हाट महोत्सव कब मनाया जाता है : मार्च, होली के त्योहार से पहले

महावीर जयंती – Mahavir Jayanti In Hindi

जैन धर्म के लोगों के लिए महावीर जयंती एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि यह भगवान महावीर के जन्म का प्रतीक है। महावीर जयंती के अवसर पर भगवान महावीर की प्रतिमा को महाभिषेक किया जाता है, जहां उन्हें दूध और फूलों से नहलाया जाता है। यहां तक ​​कि भगवान महावीर की मूर्ति का भव्य जुलूस सड़कों पर निकाला जाता है। जबकि वैशाली, बिहार में भगवान महावीर की जन्मस्थली होने के कारण त्योहार को भव्यता के साथ मनाया जाता है।

  • महावीर जयंती का महत्व : भगवान महावीर के जन्मदिन का प्रतीक है
  • जयंती का मुख्य आकर्षण : प्रार्थना की पेशकश की जाती है और उपवास मनाया जाता है। रथ यात्रा भी निकाली जाती है
  • कब मनाई जाती है : यह हिंदू कैलेंडर के चैत्र महीने के 13 वें दिन मनाई जाती है।
  • कहां मनाई जाती है: पूरे भारत में परन्तु वैशाली, गुजरात और राजस्थान राज्यों में व्यापक रूप से और धूमधाम के साथ मनाई जाती है।

वसंत पंचमी – Basant Panchmi In Hindi

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जनवरी या फरवरी के महीनों में मनाया जाने वाला बसंत पंचमी देवी सरस्वती को समर्पित है और भारत के प्रसिद्ध त्योहारों में से एक है। यह विद्वानों और छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है जब वे ज्ञान की देवी सरस्वती जी की पूजा करते हैं। यह व्यापक रूप से बिहार, पश्चिम बंगाल, असम, ओडिशा, पंजाब और हरियाणा राज्यों में मनाया जाता है। राजस्थान में लोग चमेली की माला देवी को चढ़ाते हैं और पंजाब राज्य में लंगूर आयोजित किए जाते हैं।

  • महत्व : यह वसंत की शुरुआत का प्रतीक है
  • मुख्य आकर्षण : इस दिन, लोग पीले रंग के कपड़े पहनते हैं और मीठे केसर चावल और कढ़ी जैसे पीले व्यंजन बनाते हैं।
  • वसंत पंचमी कब मनाई जाती है: यह हिंदू कैलेंडर के माघ महीने के पांचवें दिन मनाया जाता है।
  •  कहां मनाई जाती है : बिहार पश्चिम बंगाल, असम, ओडिशा, पंजाब और हरियाणा राज्य

गणतंत्र दिवस – Republic Day In Hindi

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गणतंत्र दिवस भारत में उन त्योहारों में से एक है जहां नागरिकों के बीच देशभक्ति अपने चरम पर होती है। इसके लिए वह दिन था जब भारत का संविधान अस्तित्व में आया और एक ब्रिटिश डोमिनियन से एक गणतंत्र तक देश का गठन हुआ। भारत को आजादी मिलने के तीन साल बाद 1950 में ऐसा हुआ था इसीलिए हर साल, इस दिन को बड़े गर्व और उत्साह के साथ मनाया जाता है।

  • महत्व : उस दिन के रूप में मनाया जाता है जब भारत का संविधान अस्तित्व में आया था।
  • मुख्य आकर्षण : इस दिन, हर साल एक भव्य परेड आयोजित की जाती है जो राष्ट्रपति भवन से शुरू होती है और राजपथ, इंडिया गेट और फिर अंत में लाल किले तक जारी रहती है।
  • कब : 26 जनवरी
  • कहां : पूरे भारत में

बुद्ध जयंती – Buddha Jayanti In Hindi

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बुद्ध जयंती भारत देश में मनाए जाने वाले सबसे पवित्र त्योहारों में से एक है। इसे बुद्ध पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। यह त्योहार गौतम बुद्ध के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है जिन्होंने दुनिया में बौद्ध धर्म के दर्शन की शुरुआत की। इस दिन का अधिकतम लाभ उठाने के लिए, लोग खुद को बौद्ध शिक्षाओं में भाग लेने के लिए प्रेरित करते हैं और परंपरा का पालन करने के लिए सफेद कपड़े पहनते हैं।

  • महत्व: यह त्योहार भगवान गौतम बुद्ध के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है।
  • मुख्य आकर्षण: इस दिन, लोग बौद्ध धर्म की शिक्षा देते हैं और हर कोई सफेद कपड़े पहनता है
  • कहां कहा मनाई जाती है : दार्जिलिंग, बोधगया, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, कर्सियांग, दार्जिलिंग और महाराष्ट्र

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हॉर्नबिल फेस्टिवल – Hornbill Festival In Hindi

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हॉर्नबिल फेस्टिवल नॉर्थ ईस्ट का सबसे बड़ा सांस्कृतिक महोत्सव है जो प्रत्येक वर्ष 1से 10 दिसम्बर तक आयोजित होता है। यह नागा विरासत और परंपराओं समृद्धि को पुनर्जीवित, संरक्षित, बनाए रखने और बढ़ावा देने का त्यौहार माना जाता है। जिसमे राज्य की सभी नागा जनजातियाँ अपनी सांस्कृतिक और पारंपरिक उत्सव के लिए एकत्र होती हैं और अपनी सदियों पुरानी परंपराओं का प्रदर्शन करती हैं। जिसमे पुष्प शो, नागा कुश्ती, खेल और बहुत कुछ शामिल हैं।

  • कब मनाया जाता है: 1 से 10 दिसम्बर तक
  • होर्नबिल उत्सव की अवधि: 10 दिन
  • कहाँ मनाया जाता है : विशेष रूप से नागालेंड में

ड्री महोत्सव – Dree Festival In Hindi

भारत के प्रमुख त्यौहारों में से एक ड्री महोत्सव पूर्वोत्तर भारत के हिमालय क्षेत्र में अपातानी जनजाति का एक कृषि त्योहार है। यह फसलों की रक्षा करने वाले देवताओं के लिए बलिदान देने के लिए और प्रार्थना करने के लिए मनाया जाता है। लोक गीत, पारंपरिक नृत्य और अन्य सांस्कृतिक प्रदर्शन भी आधुनिक समय के उत्सव का एक हिस्सा बन गए हैं। जबकि ड्री महोत्सव का अन्य आकर्षण “मिस्टर ड्री” प्रतियोगिता भी है, जो पुरुषों के लिए अपनी ताकत, चपलता, सहनशक्ति और बुद्धिमत्ता दिखाने के लिए मंच प्रस्तुत करती है।

  • महोत्सव का महत्व : यह भारत में प्रमुख फसल त्योहारों में से एक माना जाता है।
  • मुख्य आकर्षण : लोग इकट्ठा होते हैं और अच्छी फसल के लिए सर्वसम्मति से प्रार्थना करते हैं।
  • ड्री महोत्सव कहाँ मनाया जाता है : अरुणाचल प्रदेश, पूर्वोत्तर भारत

इंटरनेशनल मैंगो फेस्टिवल – International Mango Festival In Hindi

झारखंड में कौन सा त्योहार है जिसका जश्न चार दिनों तक चलता है? - jhaarakhand mein kaun sa tyohaar hai jisaka jashn chaar dinon tak chalata hai?
Image Credit : Jasraj_Singh

दिल्ली पर्यटन द्वारा आयोजित इंटरनेशनल मैंगो फेस्टिवल सबसे मजेदार त्यौहारों में से एक माना जाता है। ग्रीष्मकाल और मानसून के प्रारंभ में भारत की यात्रा आमों की बिना अधूरी मानी जाती है। और इसी अधूरापन को दूर करने के लिए दिल्ली पर्यटन द्वारा इंटरनेशनल मैंगो फेस्टिवल आयोजित किया जाता है। इस तीन दिवसीय त्योहार 500 से भी अधिक किस्मो के आमों के स्टोल लगाये जाते है, जहाँ पर्यटक आमों की इन बिभिन्न किस्मो का लुफ्त उठा सकते हैं। इसके अलावा मैंगो फेस्टिवल में आम खाने की प्रतियोगिता भी आयोजित की जाती है, जिसमे प्रतियोगी को तीन मिनट में तीन किलोग्राम आम खाना होता है।

  • इंटरनेशनल मैंगो फेस्टिवल कहाँ मनाया जाता है : दिल्ली हाट बाजार जनकपुरी (दिल्ली)
  • मैंगो फेस्टिवल कब मनाया जाता है : जून- जुलाई

स्वतंत्रता दिवस – Independence Day In Hindi

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स्वतंत्रता दिवस भारत के स्वतंत्रता की भावना को महसूस करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण और प्रतिष्ठित राष्ट्रीय त्योहारों में से एक है जो भारत के आजादी के जश्न के रूप में मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस पूरे भारत में जोश और धूमधाम के साथ मनाया जाता है जबकि विशेष रूप से लाल किले में भारत के प्रधान मंत्री द्वारा इस दिन के दौरान झंडा फहराने का समारोह भी आयोजित किया जाता है,इसके बाद 21 तोपों को सलामी डी जाती है। जबकि भारत के अन्य स्थानों पर बिभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

  • महत्व: 15 अगस्त, 1947 को प्राप्त स्वतंत्रता की स्मृति में मनाया गया
  • मुख्य आकर्षण: 21 तोपों और भारत के प्रधान मंत्री द्वारा ध्वजारोहण के माध्यम से दी गई सलामी जबकि अन्य स्थानों पर बिभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
  • कब : 15 अगस्त 2020
  • कहां : पूरे भारत में

मेवाड़ उत्सव – Mewar Festival In Hindi

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मेवाड़ उत्सव वसंत ऋतु के आगमन का जश्न मनाने के लिए बड़ी धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।  जिस दोरान उदयपुर शहर चमकीले रंगों से रोशन होता है जो इस अद्भुत उत्सव के लिए आभा पैदा करता है। राजस्थान के पर्यटन में, मेवाड़ महोत्सव अपनी लोकप्रियता और पर्यटकों के आकर्षण के मामले में बहुत ही प्रमुख माना जाता है। जो भारतीय पर्यटकों के साथ-साथ विदेशी पर्यटकों के लिए भी आकर्षण केंद्र बना हुआ है।

  • उत्सव का महत्व : वसंत के मौसम का स्वागत करने के लिए मनाया जाता है
  • मेवाड़ उत्सव का मुख्य आकर्षण : पूरा त्योहार काफी रंगीन है और उदयपुर में महिलाओं को विभिन्न समारोहों में सक्रिय रूप से भाग लेते देखा जा सकता है
  • कब मनाया जाता है : मार्च
  • मेवाड़ उत्सव कहां मनाया जाता है : उदयपुर

चपचार कुट उत्सव – Chapchar Kut Festival In Hindi

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चपचार कुट उत्सव मिज़ोरम का सबसे बड़ा त्यौहार है जो खेती के लिए पहाड़ी ढलानों को साफ करने और तैयार करने का प्रतीक है। जो युवा और बुजुर्गों लोगो द्वारा उल्लास और उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन लोग रंग-बिरंगे परिधानों और विशिष्ट सिर वाले जेवर और गहने पहनते हैं, विभिन्न लोक नृत्यों को इकट्ठा करते हैं और नृत्य करते हैं, पारंपरिक गीत गाते हैं, जिसमें ढोल, बाजे और झांझ की धुन बजती है। और यहाँ चपचार कुट उत्सव के दौरान स्वदेशी हथकरघा और हस्तशिल्प उत्पादों और फ्लावर शो, फूड फेस्टिवल, संगीत प्रतियोगिता और विभिन्न पारंपरिक खेलों की प्रदर्शनी और बिक्री भी आयोजित की जाती है। जो स्थानीय लोगो के लिए लोकप्रिय बनी हई है।

  • उत्सव के प्रमुख आकर्षण : पारंपरिक गीत, फूड फेस्टिवल, संगीत प्रतियोगिता और विभिन्न पारंपरिक खेलों की प्रदर्शनी
  • चपचार कुट उत्सव कब मनाया जाता है: फरवरी के अंत और मार्च के प्रारंभ में
  • चपचार कुट उत्सव की अवधि: 2 दिन

गुडी पडवा – Gudi Padwa In Hindi

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गुडी पडवा भारत में मनाये जाने वाले प्रमुख त्यौहारों में से एक है जिसे महाराष्ट्र में नए साल की शुभ शुरुआत के प्रतीक के रूप बड़ी धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। गुडी पडवा में लोग अपने अपने दरबाजो पर रंगोली की सुंदर सुंदर डिजाइन बनाते हैं और अपने घरों को फूलों से सजाते है।जबकि इस त्यौहार में महिलाएं सनथ पाक, श्रीखंड और पूरन पोली जैसी मिठाइयां बनाती हैं।

  • महत्व : नये साल का प्रतीक
  • गुडी पडवा का आकर्षण : घरों को रंग बिरंगे फलों रंगोलीयों से सजाना, मिठाईयां
  • कहा मनाया जाता है : लोकप्रिय रूप से महाराष्ट्र में
  • कब मनाया जाता है : अप्रैल के महीने में

अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव – Kite Festival In Hindi

झारखंड में कौन सा त्योहार है जिसका जश्न चार दिनों तक चलता है? - jhaarakhand mein kaun sa tyohaar hai jisaka jashn chaar dinon tak chalata hai?

पतंग महोत्सव राजस्थान के सांस्कृतिक और लोकप्रिय उत्सवो में से एक है, जिसे हिन्दू त्यौहार मकर सक्रांति के दोरान उत्साह और धूमधाम के साथ सर्दियों के अंत और गर्मियों के आगमन को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है। जिसमे कुछ लोग मस्ती के लिए पतंग उड़ाते हैं, जबकी कुछ लोग प्रतियोगिता के लिए लिए इकट्ठा होते हैं और अपनी पसंदीदा टीम के लिए खुश होते हैं। और यह जयपुर पतंग महौत्सव स्थानीय लोगो के साथ भारतीय और विदेशी पर्यटक के लिए भी लोकप्रिय बना हुआ हुआ है । जहाँ हर साल अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव में भारतीय और विदेशी पर्यटक शामिल होते हुए देखे जाते हैं।

  • महोत्सव के आकर्षण : पतंग प्रतियोगिता, बिभिन्न सांस्कृतिक प्रदर्शन
  • पतंग महोत्सव कहा मनाया जाता है : जयपुर राजस्थान
  • पतंग महोत्सव कब मनाया जाता है : 14 जनवरी से तीन दिनों तक

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झारखंड में कौन सा त्योहार है जिसका जश्न चार दिनों तक चलता है? - jhaarakhand mein kaun sa tyohaar hai jisaka jashn chaar dinon tak chalata hai?

झारखंड में कौन सा त्यौहार 4 दिन तक मनाया जाता है?

सरहुल पर्व मनाने की क्या है प्रक्रिया “मुख्यतः यह फूलों का त्यौहार है।” पतझड़ ऋतु के कारण इस मौसम में 'पेंडों की टहनियों' पर 'नए-नए पत्ते' एवं 'फूल' खिलते हैं। इस पर्व में 'साल' के पेड़ों पर खिलने वाला 'फूलों' का विशेष महत्व है। मुख्यत: यह पर्व चार दिनों तक मनाया जाता है।

झारखंड का सबसे प्रसिद्ध त्योहार कौन सा है?

झारखंड के उत्सव.
होली झारखंड के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है होली। ... .
दिवाली झारखंड का एक और प्रमुख त्योहार दिवाली है। ... .
रामनवमी यह धार्मिक हिंदू त्योहार पूरे देश के साथ-साथ झारखंड में भी धूमधाम और शो के साथ मनाया जाता है। ... .
दशहरा ... .
बसंत पंचमी ... .
छठ पूजा ... .
जितिया भैया दूज ... .

झारखंड के प्रमुख त्यौहार कौन कौन से हैं?

इस राज्य में मनाये जाने वाले त्योहारों से झारखंड का भारत में सांस्कृतिक विरासत के अद्भुत उपस्थिति का पता चलता है। हालाकि झारखंड के मुख्य आकर्षण आदिवासी त्योहारों के उत्सव में होता है। यहाँ की सबसे प्रमुख, उल्लास के साथ मनाए जाने वाली त्योहारो में से एक है सरहुल।

झारखंड में फसलों के त्योहार का क्या नाम है *?

सही उत्तर सरहुल है। सरहुल झारखंड के सबसे बड़े आदिवासी त्योहारों में से एक है। यह वसंत के मौसम के दौरान मनाया जाता है क्योंकि साल के पेड़ों पर फूल खिलते हैं।