Skip to content Show “आयत में सबसे लंबी खींची जाने वाली रेखा आयत का विकर्ण कहलाती है” निम्न चित्र में एक आयत दर्शाया गया है जिसमें लाल रंग की दो रेखाएं खींची गई है यह रेखाए आयत के दोनों सिरो को आपस में मिलाती है जो इसके विकर्ण को दर्शाती हैं
महत्वपूर्ण बिंदु आयत का
विकर्ण का सूत्र हम पाइथागोरस परिमेय द्वारा सिद्ध करेंगे निम्न आयत में त्रिभुज BCD एक समकोण त्रिभुज है अतः पाइथागोरस परिमेय के अनुसार आयत के विकर्ण का सूत्रकर्ण 2 = आधार 2 + लम्ब2 जहाँ – b = BC = लम्ब DB = विकर्ण DC = आधार आतः इनका मान समीकरण में रखने पर विकर्ण 2 = आधार2 + कर्ण2 विकर्ण2 = a2 + b2 विकर्ण = √(a2 + b2) प्रश्न उत्तर
हल प्रशन में दिया है लम्ब = 4 cm , आधार = 3 cm , विकर्ण = ? पयिथागोरश प्रमेय के अनुशार — कर्ण 2 = आधार 2 + लम्ब2 या विकर्ण = √(a2 + b2) = √ ( 42+ 32) = √ ( 16+9) √ (25) = 5 cm एक आयत की एक भुजा 3 cm , विकर्ण 5 cm है तो दूसरी भुजा क्या होगी ? हल लम्बाई (a ) = 3 cm विकर्ण = 5 cm चौड़ाई (b ) = ? विकर्ण = √(a2 + b2) 5 = √ ( 32+ ?2) 52 = 32 + ?2 25 = 9 + ?2 25 – 9 = ?2 16 = ?2 √16 = ? 4 = ? Post navigationआयत के विकर्ण ज्ञात करने का सूत्र क्या है?आयत के दोनों विकर्ण समान होते है। आयत के विकर्ण एक दूसरे को समद्विभाजित करते हैं। आयत के अंतः कोण समकोण (90°) होते है।
आयत का विकर्ण कैसे बनाएं?इसे सुनेंरोकेंफार्मूला- आयत का विकर्ण = √ (लंबाई² +चौडाई²)।
विकर्ण का फार्मूला क्या होता है?चौड़ाई (b ) = ?
एक आयत में कितने विकर्ण होते हैं?एक समांतर चतुर्भुज में सम्मुख भुजाएँ बराबर होती हैं, सम्मुख कोण बराबर होते हैं तथा विकर्ण परस्पर समद्विभाजित करते हैं । एक समचतुर्भुज में विकर्ण परस्पर समकोण पर प्रतिच्छेद करते हैं । एक आयत में विकर्ण बराबर होते हैं। उपयुक्त पाँच मापनों से एक चतुर्भुत अद्वितीय रूप से निर्धारित हो सकता है।
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