इसके नीचे लोगों की भीड़ ( सैनिक, व्यापारी, शिल्पकार, किसान, बीमार बच्चों के साथ औरतें ) बादशाह की एक झलक पाने के लिए इंतजार करती थी Show अकबर ने 1563 और 1564 में कौन से कर समाप्त किए थे ?
एशियाटिक सोसाइटी ऑफ बंगाल की स्थापना कब और किसने की ? इसका महत्वपूर्ण कार्य का वर्णन कीजिए ?
'हरम' शब्द का अर्थ क्या है ?
सफावियों और मुगलों के बीच झगड़े की मुख्य जड़ क्या थी ?
ऐसे अवसर बताइए जब मुग़ल दरबार को सजाया जाता था ?
मुग़ल अभिजात वर्ग में कौन - कौन से लोग शामिल थे ? (i) मुगल राज्य का एक महत्त्वपूर्ण स्तंभ इसके अधिकारियों का दल था जिसे इतिहासकार सामूहिक रूप से अभिजात- वर्ग भी कहते हैं। अभिजात-वर्ग में भर्ती विभिन्न नृ-जातीय तथा धार्मिक समूहों से होती थी। इससे यह सुनिश्चित हो जाता था कि कोई भी दल इतना बड़ा न हो कि वह राज्य की सत्ता को चुनौती दे सके (ii) मुगलों के अधिकारी- वर्ग को गुलदस्ते के रूप में वर्णित किया जाता था जो वफ़ादारी से बादशाह के साथ जुड़े हुए थे। साम्राज्य के निर्माण के आरंभिक चरण से ही तूरानी और ईरानी अभिजात अकबर की शाही सेवा में उपस्थित थे। इनमें से कुछ हुमायूँ के साथ भारत चले आए थे। कुछ अन्य बाद में मुगल दरबार में आए थे। (iii) 1560 से आगे भारतीय मूल के दो शासकीय समूहों - राजपूतों व भारतीय मुसलमानों ने शाही सेवा में प्रवेश किया। इनमें नियुक्त होने वाला प्रथम व्यक्ति एक राजपूत मुखिया अंबेर का राजा भारमल कछवाहा था जिसकी पुत्री से अकबर का विवाह हुआ था। (iv) शिक्षा और लेखाशास्त्रा की ओर झुकाव वाले हिंदू जातियों के सदस्यों को भी पदोन्नत किया जाता था। इसका एक प्रसिद्ध उदाहरण अकबर के वित्तमंत्री टोडरमल का है जो खत्री जाति का था। (v) जहाँगीर के शासन में ईरानियों को उच्च पद प्राप्त हुए। जहाँगीर की राजनीतिक रूप से प्रभावशाली रानी नूरजहाँ (1645) ईरानी थी। (vi) औरंगज़ेब ने राजपूतों को उच्च पदों पर नियुक्त किया। फिर भी शासन में अधिकारियों के समूह में मराठे अच्छी खासी संख्या में थे। अबुल फ़ज़ल ने भूमि राजस्व को ' राज्य का पारिश्रमिक ' क्यों बताया है ? स्पष्ट कीजिए ? (i) राजा द्वारा अपनी प्रजा को सुरक्षा प्रदान करने के बदले की गई माँग। (ii) बादशाह अपनी प्रजा के चार सत्वों की रक्षा करता है - जीवन, मान, सम्मान और विश्वास (iii) इसके बदले में वह आज्ञापालन तथा संसाधनों में हिस्से की मांग करता है। 'सुलह-ए-कुल ' की नीति क्या थी ? यह मुगल काल की जरूरत थी | इस पर अपने विचार व्यक्त कीजिए |
मुग़ल साम्राज्य में शाही परिवार की स्त्रियों द्वारा निभाई गयी भूमिका का मूल्यांकन कीजिए | (i) मुगल परिवार में शाही परिवारों से आने वाली स्त्रिायों (बेगमों) और अन्य स्त्रियों (अगहा ), जिनका जन्म कुलीन परिवार में नहीं हुआ था, में अंतर रखा जाता था। दहेज (मेहर ) के रूप में अच्छा- खासा नकद और बहुमूल्य वस्तुएँ लेने के बाद विवाह करके आई बेगमों को अपने पतियों से स्वाभाविक रूप से अगहाओं की तुलना में अधिक ऊँचा दर्जा और सम्मान मिलता था। (ii) राजतंत्र से जुड़े महिलाओं के पदानुक्रम में उपत्नियों (अगाचा ) की स्थिति सबसे निम्न थी। इन सभी को नकद मासिक भत्ता तथा अपने- अपने दर्जे के हिसाब से उपहार मिलते थे। (iii) वंश आधारित पारिवारिक ढाँचा पूरी तरह स्थायी नहीं था। यदि पति की इच्छा हो और उसके पास पहले से ही चार पत्नियाँ न हों तो अगहा और अगाचा भी बेगम की स्थिति पा सकती थीं। (iv) पत्नियों के अतिरिक्त मुगल परिवार में अनेक महिला तथा पुरुष गुलाम होते थे। वे साधारण से साधारण कार्य से लेकर कौशल, निपुणता तथा बुद्धिमता के अलग-अलग कार्यों का संपादन करते थे। गुलाम हिजड़े (ख्वाजासर ) परिवार के अंदर और बाहर के जीवन में रक्षक, नौकर और व्यापार में दिलचस्पी लेने वाली महिलाओं के एजेंट होते थे। (v) नूरजहाँ के बाद मुगल रानियों और राजकुमारियों ने महत्त्वपूर्ण वित्तीय स्त्रोतों पर नियंत्रण रखना शुरू कर दिया। शाहजहाँ की पुत्रियों, जहाँआरा और रोशनआरा, को ऊँचे शाही मनसबदारों के समान वार्षिक आय होती थी। (vi) इसके अतिरिक्त जहाँआरा को सूरत के बंदरगाह नगर जो कि विदेशी व्यापार का एक लाभप्रद केंद्र था, से राजस्व प्राप्त होता था। (vii) संसाधनों पर नियंत्रण ने मुगल परिवार की महत्त्वपूर्ण स्त्रियों को इमारतों व बागों के निर्माण का अधिकार दे दिया। जहाँआरा ने शाहजहाँ की नयी राजधानी शाहजहाँनाबाद (दिल्ली) की कई वास्तुकलात्मक परियोजनाओं में हिस्सा लिया। इनमें से आँगन व बाग के साथ एक दोमंजिली भव्य कारवाँसराय थी। शाहजहाँनाबाद के हृदय स्थल चाँदनी चौक की रूपरेखा जहाँआरा द्वारा बनाई गई थी। हुमायूँनामा किसके द्वारा लिखी गयी थी इसमें किसका वर्णन किया गया है ?
मुगल दरबारी इतिहास किस भाषा में लिखे जाते थे ?
इतिवृत से क्या अभिप्राय है ?
शाही किताबखाना से क्या अभिप्राय है ? ( OR ) मुगल काल में पांडुलिपियों की रचना का वर्णन कीजिए ?
ईसाई धर्म के प्रति अकबर की जिज्ञासा और इस संबंध में जेसुइट के प्रमुख सदस्य और उलमा से उनके वाद-विवाद एवं उसके परिणाम पर टिप्पणी लिखें ?
अकबरनामा पर टिप्पणी लिखिए ?
‘बादशाहनामा ' के लेखन पर टिप्पणी लिखिए ?
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