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मध्य हिमालय का सर्वाधिक हिस्सा असम में है। इन श्रंखलाओं का निर्माण मुख्य रूप से अत्यधिक संपीड़ित तथा परवर्तित शैलों में हुआ है। इनकी ऊँचाई 3,700 मीटर से 4,500 मीटर के बीच तथा औसत चौड़ाई 50 किलोमीटर है। पीर पंजाल श्रृंखला सबसे लम्बी तथा सबसे महत्वपूर्ण शृंखला है। धौलाधार एवं महाभारत श्रंखलाएँ भी महत्वपूर्ण हैं। इसी शृंखला में कश्मीर की घाटी तथा हिमाचल के कांगड़ा एवं कुल्लू की घाटियाँ स्थित हैं। धर्मशाला, डलहौजी, शिमला, नैनीताल, मसूरी, दार्जीलिंग आदि कई पर्वतीय नगर भी इसके निचले भागों में स्थित हैं। 635 Views निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखिए- नर्मदा नदी के उत्तर में प्रायद्वीपीय पठार का वह भाग जो कि मालवा के पठार के अधिकतर भागों में फैला है, मध्य उच्च भूमि के नाम से जाना जाता है। इस क्षेत्र में बहने वाली नदियाँ-चंबल, सिंधु, बेतवा तथा केन दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व की तरफ बहती हैं। मध्य उच्च भूमि पश्चिम में चौड़ी लेकिन पूर्व में संकीर्ण है। इस पठार के पूर्वी विस्तार को स्थानीय रूप से बुंदेलखंड तथा बघेलखंड के नाम से जाना जाता है। इसके और पूर्व के विस्तार के दामोदर नदी द्वारा अपवाहित छोटानागपुर पठार दर्शाता है। 440 Views गोवा के दक्षिण में स्थित पश्चिमी तटीय पट्टी-
2528 Views भारत के पूर्वी भाग में म्यांमार की सीमा का निर्धारण करने वाले पर्वतों का सयुंक्त नाम-हिमाचलपूर्वांचल (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); उत्तरांचलउत्तरांचल2050 Views एक स्थलीय भाग जो तीन ओर से समुन्द्र से घिरा हो-
3632 Views भारत के पूर्वी भाग में मेमार की सीमा का निर्धारण करने वाले पर्वतों का संयुक्त नाम क्या है?चित्र 2.4 : मिज़ो पहाड़ियाँ 10 साथ फैल जाता है। इन्हें पूर्वाचल या पूर्वी पहाड़ियों तथा पर्वत शृंखलाओं के नाम से जाना जाता है।
भारत के पूर्वी भाग में म्यांमार की सीमा का निर्धारण करने वाले पर्वत का संयुक्त नाम क्या है?ट्रांस-हिमालय - तिब्बती हिमालय।
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