भारत का सबसे पहला स्कूल कौन सा है? - bhaarat ka sabase pahala skool kaun sa hai?

पुणे. भारत की पहली महिला अध्यापिका और समाज सुधारक सावित्रीबाई फुले की आज 188वीं जयंती है। अपना पूरा जीवन महिला अधिकारों के लिए समर्पित करने वाली सावित्रीबाई ने पुणे में देश का पहला कन्या विद्यालय खोला था। महिला सशक्तिकरण के लिए काम करने के दौरान उन्हें कड़े संघर्षों को झेलना पड़ा। महिला अधिकारों की आवाज उठाने के दौरान उन पर कीचड़ फेंका जाता था। उन्होंने कन्या शिशु हत्या को रोकने के लिए भी काम किया। अभियान चलाए और नवजात कन्या शिशु के लिए आश्रम तक खोला, ताकि उन्हें बचाया जा सके। फुले की जयंती पर आज हम आपको उनके जीवन से जुड़ीं कुछ दिलचस्प बातें बताने जा रहे हैं।

सावित्रीबाई फुले के पति महात्मा ज्योतिबा फुले को महाराष्ट्र और भारत में समाज सुधार आंदोलन के सबसे महत्वपूर्ण अगुआकार के रूप में जाना जाता है। ज्योतिबा ने पूरे जीवन महिलाओं और पिछड़ी जातियों को शिक्षित करने और उन्हें आगे बढ़ाने में बिताया। ज्योतिराव, जो बाद में ज्योतिबा के नाम से जाने गए। वे सावित्रीबाई के संरक्षक, गुरु और मार्गदर्शक थे। सावित्रीबाई ने अपने जीवन को एक मिशन की तरह से जिया, उन्होंने पूरा जीवन समाज सेवा में बिता दिया।

पुणे, तीन जनवरी (भाषा) महिलाओं की शिक्षा की अग्रणी पैरोकार सावित्रीबाई फुले और उनके समाज सुधारक पति ज्योतिराव फुले को 171 साल पहले भारत में लड़कियों के लिए प्रथम विद्यालय शुरू करने का श्रेय जाता है। इस विलक्षण महिला को शुक्रवार को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि देने वालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल रहे। महाराष्ट्र में सतारा जिले के नायगांव में तीन जनवरी 1831 को जन्मीं सावित्रीबाई की नौ साल की उम्र में ज्योतिराव से शादी हुई थी और वह उनके साथ पुणे में रहने लगीं। आधुनिक विचारों और सुधारवादी उमंग से लबरेज उनके पति ने उनसे पढ़ने- लिखने को कहा। सावित्रीबाई ने शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम पूरा किया और 1847 में एक योग्य शिक्षक बन गईं। दंपति ने तब 1848 में पुणे शहर के भिडेवाड़ा में लड़कियों के लिए एक स्कूल की शुरुआत की और सावित्रीबाई इसकी पहली शिक्षक बनीं। दंपति को महिला शिक्षा का विरोध करने वाले रूढ़िवादी विचारधारा के लोगों की ओर से कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा। ऐसा कहा जाता है कि सावित्रीबाई अपने साथ एक अतिरिक्त साड़ी लेकर चलती थीं क्योंकि जब वह स्कूल जा रही होती थीं तो लोग कई बार उन पर पत्थर तथा गोबर फेंक देते थे। अभिनेत्री रेणुका शहाणे ने शुक्रवार को अपने ट्वीट में यह संदर्भ दिया। सावित्रीबाई और उनके पति ने ‘सत्यशोधक समाज’ की स्थापना करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी जो प्रगतिशील विचारों को आगे बढ़ाने और दहेज प्रथा को हतोत्साहित करने का काम करता था। सावित्रीबाई का निधन 10 मार्च 1897 को हुआ था।

इसे सुनेंरोकेंगुरुकुलों में शिक्षा निःशुल्क दी जाती थी। इस तरह से सारे गुरुकुलों को ख़त्म किया गया और फिर अंग्रेजी शिक्षा को कानूनी घोषित किया गया और कलकत्ता में पहला कॉन्वेंट स्कूल खोला गया ।

भारत में पहला बोर्स्टल स्कूल कहाँ खोला गया?

इसे सुनेंरोकेंतत्‍पश्‍चात वर्ष 1897 में भारतीय सुधार गृह (सुधारात्‍मक विद्यालय) अधिनियम कम आयु के अपराधियों के लिए पारित हुआ जिसने जेलों की सुधारात्‍मक संस्‍था की सोच को आगे बढ़ाने में मदद की । इस सोच के फलस्‍वरूप केंद्रीय प्रांत में भी वर्ष 1914 में नरसिंहपुर में सुधार विद्यालय (बोर्स्‍टल स्‍कूल) प्रारंभ किया गया।

पढ़ना:   50 किलो चीनी कितने की है?

ब्रिस्टल स्कूल के जन्मदाता कौन है?

इसे सुनेंरोकेंराजेंद्रन, आर. माला, ए. सेल्वम तथा न्यायमूर्ति पी.

इसे सुनेंरोकें→ वो सबसे पुराना स्कूल जिसके सबूत आज भी है, वो है तक्षशिला.

भारत में सबसे पहले स्कूल कहाँ बना था?

इसे सुनेंरोकेंसबसे पहले जवाब दिया गया: भारत में सर्वप्रथम स्कूल कब और कहाँ बनाया गया था? सेंट जॉर्ज स्कूल, जो मद्रास में 1715 में खुला था।

भारत में सबसे पहले स्कूल किसने और कब शुरू किया था?

इसे सुनेंरोकेंआधुनिक विचारों और सुधारवादी उमंग से लबरेज उनके पति ने उनसे पढ़ने- लिखने को कहा। सावित्रीबाई ने शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम पूरा किया और 1847 में एक योग्य शिक्षक बन गईं। दंपति ने तब 1848 में पुणे शहर के भिडेवाड़ा में लड़कियों के लिए एक स्कूल की शुरुआत की और सावित्रीबाई इसकी पहली शिक्षक बनीं।

लड़कियों के लिए पहली पाठशाला कौन से शहर में शुरू हुयी थी?

इसे सुनेंरोकेंआज से 160 साल पहले जब लड़कियों की शिक्षा एक अभिशाप मानी जाती थी उस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र की सांस्कृतिक राजधानी पुणे में पहला बालिका विद्यालय खोल पूरे देश में एक नई पहल की शुरुआत की। 1848 में पुणे के भिड़ेवाड़ी इलाके में अपने पति के साथ मिलकर विभिन्न जातियों की नौ छात्राओं के लिए इस विद्यालय की स्थापना की।

पढ़ना:   भाषा में शब्द का क्या महत्व है?

विश्व का पहला स्कूल कब और कहाँ खुला?

इसे सुनेंरोकेंखोजिए हमारे गुरुकुल कैसे बन्द हुए?

विश्व का पहला स्कूल कब और कहां खुला?

इसे सुनेंरोकेंपर इनके आने के 3000 साल पहले से भारत मे शिक्षा थी। भारत का सबसे पहला विद्यालय कौन सा था? इतिहास विश्व की सबसे प्रथम यूनिवर्सिटी तक्षशिला [भारत] है यह 700 इसा पूर्व [2700 वर्ष पूर्व ]में स्थापित हुई थी। तक्षशिला विश्वविद्यालय में पूरे विश्व के 10,500 से अधिक छात्र अध्ययन करते थे।

भारत में लड़कियों के लिए सर्वप्रथम स्कूल कब खुले?

इसे सुनेंरोकेंफुले दंपत्ति ने 1 जनवरी 1848 को लड़कियों के लिए पहला स्कूल पुणे में खोला. जब 15 मई 1848 को पुणे के भीड़वाडा में जोतिराव फुले ने स्कूल खोला, तो वहां सावित्री बाई फुले मुख्य अध्यापिका बनीं. इन स्कूलों के दरवाजे सभी जातियों के लिए खुले थे.

महिलाओं के लिए पहला स्कूल कब खुला?

लड़कियों के लिए सर्व प्रथम विद्यालय शुरु करनेवाले अग्रदुत कौन थे?

इसे सुनेंरोकेंसावित्रीबाई फुले को भारत की प्रथम कन्या विद्यालय की पहली महिला शिक्षिका होने का गौरव हासिल है. उन्हें आधुनिक मराठी काव्य का अग्रदूत माना जाता है. उन्होंने देश के पहले किसान स्कूल की भी स्थापना की थी. 1852 में उन्होंने दलित बालिकाओं के लिए एक विद्यालय की स्थापना की.

पढ़ना:   मुंहासे हटाने के लिए क्या खाएं?

एक बच्चे की शिक्षा के लिए पहला स्कूल कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंप्राचीन भारत में विद्यालय गुरुकुल के रूप में होते थें। ये अक्सर गुरु के घर या किसी मठ में होते थें। मुग़लों के ज़माने में, बच्चों को शिक्षित करने के लिये ‘मदरसों’ का आरम्भ किया गया था। अंग्रेज़ी दस्तावेज़ों के अनुसार, १८वीं सदी में देश में विद्यालय सामान्य थें।

भारत का नंबर वन स्कूल कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंपहला नंबर आता है डलहौजी पब्लिक स्कूल का हिमाचल प्रदेश की धौलाधार रेंज में स्थित इस स्कूल में कई देशों के स्टूडेंट्स और एनआरआई के बच्चे पढ़ते हैं।

स्कूल का पहला नाम क्या है?

भारत का पहला स्कूल गुरुकुल था और यह जंगलों के आस-पास गुरु के आश्रम में होता था इसीलिए इसका नाम गुरुकुल बड़ा यह आवासीय विद्यालय होता था ।

भारत में पहला स्कूल कब और कहां खुला?

भारत में सर्वप्रथम स्कूल कब और कहाँ बनाया गया था? सेंट जॉर्ज स्कूल, जो मद्रास में 1715 में खुला था।

विश्व में सबसे पहले स्कूल कहाँ बना था?

→ वो सबसे पुराना स्कूल जिसके सबूत आज भी है, वो है तक्षशिला.

दुनिया का पहला स्कूल कब खुला?

इंग्लैंड में पहला स्कूल 1811 में खुला उस समय भारत में 732000 गुरुकुल थे ।