ड्रिल का आविष्कार जेथ्रो टुल ने किया आजकल सभी प्रकार कि परीक्षा में सामान्य ज्ञान सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते है इसलिए इस पोस्ट में हमने आपको आविष्कार और आविष्कारक से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर दिए है जिन्हें पढ़ कर आप अपनी परीक्षा कि तैयारी कर सकते है और यदि यह जानकारी आपको पसंद आए तो शेयर करना ना भूलें और यदि आपका इसके बारे में कोई सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके हमसे पूछ सकते हैं. 1. कौनसा पेय पदार्थ 1929 में चार्ल्स लेइपर ग्रिग्ग द्वारा आविष्कार किया गया था? 6. कौन फोनोग्राफ का आविष्कार किया था? 11. किस दशक में एआरआरएल(ARRL) की स्थापना की गयी थी? तो आज हमने आपको इस पोस्ट में ड्रिल किसे कहते है ड्रिल क्या है परेड ड्रिल पलटन ड्रिल ड्रिल आदेशों ड्रिल के सिद्धांत ड्रिल के प्रकार ड्रिल की परिभाषा से संबंधित महत्वपूर्ण और बढ़िया जानकारी बताई है. यह जानकारी आपके लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होगी और यह आपके एग्जाम में आने वाले प्रश्नों से संबंधित जानकारी है. और यह आपके जो सामान्य ज्ञान के लिए भी बहुत ही महत्वपूर्ण है. तो आप इस जानकारी को अच्छी तरह से और ध्यानपूर्वक पढ़ें और यदि यह जानकारी पसंद आए तो शेयर करना ना भूलें और यदि आपका इसके बारे में कोई सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके हमसे पूछ सकते हैं. सिविलियन और वर्दीधारी के बीच फर्क जो देखने को मिलता है वो उसका मुख्य कारण होता है परेड ड्रिल ! क्योंकि परेड ड्रिल एक ऐसा विषय है जो एक वर्दीधारी को सिखाया जाता है लेकिंन सिविलिन को नहीं ! परेड ड्रिल में एक वर्दीधारी केवल लेफ्ट राईट यानि परेड करना ही नहीं सिखाया जाता है वल्कि उसको किसे यूनिफार्म पहना चाहिये, कैसे चलना बात करना, कैसे वरिष्ठ अधिकारी से बात करते है या आदेश लेते है और कैसे अपने से जूनियर को आदेश देते है या बात करते है इत्यादि सिखलाया जाता है यानि हम ये कह सकते है की जो एक वर्दीधारी का विशेष इमेज आप पब्लिक में बना हुआ है जैसेकि वो ड्रिल के दौरान दी गयी अनुशासन और सही, समय पर ईमानदारी से काम करने का सिखलाया जाता है उन सब का जीवन में अपना अहम स्थान रहता है !ड्रिल फ़ौज में कब शरू हूवी ? सबसे पहले ड्रिल को फ़ौज में शुरु करने वाले थे जर्मन में मेजर जनरल डराल ने सान( Dral ne San) जो इसे सान 1666 में शुरु किये ! उनका सोच था की फ़ौज को कण्ट्रोल करने, अनुशाषित रखने, हुकुम मानने तथा सामूहिक रूप से काम के लिए कोई न कोई तरीका होने चाहिए और जो तरीका उन्होंने ड्रिल को अमल में लाया ! ड्रिल किसे कहते है ? किसी प्रोसीजर को क्रमवार और उचित तरीके अनुकरण करने की करवाई को ड्रिल कहते है ! इसका मतलब ये हुवा की परेड ग्राउंड में परेड करने को ही हम ड्रिल नहीं कहेंगे बल्कि ड्रिल उन सभी कार्यवाही को कहते है जो क्रमवार और उचित तरीके से किया जाता हो ! ड्रिल कितने प्रकार के होते है ? ड्रिल दो प्रकार के होते है ! (i) ओपन ड्रिल – ये ड्रिल फील्ड में की जाती है (ii) क्लोज ड्रिल – ये ड्रिल ट्रेनिंग ग्राउंड / पीस एरिया में की जाती है एक सैनिक के अन्दर आदेश मानने और अपने कर्तव्य के प्रभाव को अंजाम देने के लिए हर समय सजग रहने का मज़्दा पैदा करना! (i) डिसिप्लिन सिखलाती है! (ii) सामूहिक रूप में काम करने की आदत डालती है! (iii) आदेश मानने की आदत सिखलाती है! (iv) कमांड एवं कण्ट्रोल सिखलाती है (v) सही तरीके से यूनिफार्म पहनना सिखलाती है! (vi) ड्रिल देख कर किसी यूनिट का डिसिप्लिन और मोरल का अंदाजा लगाया जा सकता है ! ड्रिल का उसूल होता है : (i) स्थिरता (Steadiness) (ii) फूर्ती (Smartnes) (iii) मिलकर कम करना (Coordination) फूट ड्रिल के उसूल : (i) पाँव तेजी से आगे निकलना (Shoot the foot forward) (ii) घुटने को तेजी से झुकना (bend the Knee double time) (iii) ठीक वफ़ा देना (Correct Pause) निम्नलिखित है : (i) पेस स्टिक (ii) बैक स्टिक (iii) एंगल बोर्ड (iv) समय सूचक (मेट्रोनोमे) (v) ड्रम और ड्रमर “सावधान” की जरुरत और सावधान पोजीशन में देखनेवाली बाते क्या है? सावधान की जरुरत ड्रिल के कोई भी हरकत करनी हो तो वो सावधान पोजीशन से की जाती है और अपने से सीनियर से बात करनी या आदेश लेते समय सावधान पोजीशन को अख्तियार कर के ही की जाती है! सावधान पोजीशन में देखनेवाली बाते : दोनों पैर की एड़िया मिली हवी और पौंजो का एंगल 30 डिग्री ! दोनों घुटने टाइट ! दोनों बाजु दाहिने और बाये तरफ पैंट की सिलाई के साथ मिले हुवे और मुट्ठी कुदरती तौर पे बंद ! पेट अन्दर के तरफ और छाती बहार के तरफ उट्ठी हवी ! कंधे पीछे खिचे हुवे और गर्दन कोलार के साथ मिली हवी और निगाह सामने ! दोनों पंजो के बिच 30 डिग्री का एंगल होता है ! भारत में ड्रिल का शुरुआत कब हुआ?इसकी शुरुआत आज से लगभग 25 साल पहले 1992 में हुई थी. शुरू में ये द्विपक्षीय ड्रिल थी, जिसमें भारत और अमेरिका के नौसैनिक हिस्सा लेते थे.
ड्रिल की शुरुआत कब और किसने की?सबसे पहले ड्रिल को फ़ौज में शुरु करने वाले थे जर्मन में मेजर जनरल डराल ने सान( Dral ne San) जो इसे सान 1666 में शुरु किये !
ड्रिल के क्या फायदे हैं?1:-ड्रिल का मुख्य उद्देश्य होता है (drill ka main aim) की रिक्रूट के अंदर उच्चे दर्जे के अनुशाशन पैदा करना ! 2:-रिक्रूट के अंदर उच्चे दर्जे के टर्न आउट तथा पुलिस के प्रति आत्म समान्न पैदा करना ! 3:-ड्रिल रिक्रूट के अंदर आत्म सम्मान के साथ साथ आत्म बल तथा एक साथ काम करने की भवन पैदा करता है !
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