भारत में खनिज संसाधनFirst Published: January 3, 2021 Show भारत में खनिज संसाधन पर्याप्त रूप से समृद्ध और व्यापक हैं जो भारत में औद्योगिक केंद्रों को एक मजबूत आधार प्रदान करते हैं। इन संसाधनों का सर्वेक्षण भारतीय खनन मंत्रालय द्वारा किया जाता है। यह मंत्रालय
भारत में औद्योगिक खनन के विभिन्न पहलुओं की देखभाल करता है और खनिज संसाधनों के उपयोग के तरीके का भी ध्यान रखता है। यह मंत्रालय प्राकृतिक गैस, पेट्रोलियम और परमाणु खनिजों से संबंधित कोई गतिविधि नहीं करता है। विज्ञापन Recent Current Affairs
विज्ञापन भारत में खनिजों का वितरण कैसे किया जाता है?भारत में खनिजों का वितरण
भारत में खनिज सामान्यतः तीन व्यापक क्षेत्रों (पेटियों) में केंद्रित हैं। उत्तर-पूर्वी पठार क्षेत्र: इसमें छोटानागपुर (झारखंड), ओडिशा का पठार, पश्चिम बंगाल एवं छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्से शामिल हैं। दक्षिण-पश्चिमी पठारी क्षेत्र: कर्नाटक, गोवा एवं समीपस्थ तमिलनाडु की उच्च भूमि एवं केरल।
खनिजों का वितरण क्या है?भारत में खनिजों का वितरण बहुत असमान है। अधिकांश खनिज दक्कन के पठार तथा छोटानागपुर पठार में पाए जाने वाले प्राचीन रवेदार शैलों में मिलते हैं। कुछ खनिज हिमालयी भागों में भी मिलते हैं परन्तु उनका दोहन करना बहुत कठिन है। भारत के सभी खनिजों को मोटे तौर पर दो बड़े भागों में बाँटा जा सकता है- धात्विक खनिज तथा अधात्विक खनिज।
भारत के खनिज क्या है?कोयला, लौह अयस्क, मैंगनीज़, अभ्रक, बॉक्साइट, तांबा, क्यानाइट, क्रोमाइट, बेरिल, एपेटाइट आदि, खुल्लर इस क्षेत्र को भारत के खनिज गढ़ कहते है और आगे अध्ययन का हवाला देते हुए लिखते है: 'इस क्षेत्र के पास भारत के 100 प्रतिशत क्यानाइट, 93 प्रतिशत लौह अयस्क, 84 प्रतिशत कोयला, 70 प्रतिशत क्रोमाइट, 70 प्रतिशत अभ्रक, 50 प्रतिशत ...
खनिज संसाधन क्या होता है विस्तारपूर्वक व्याख्या कीजिए?खनिज संसाधन किसे कहते हैं (khanij sansadhan kise kahate hai) खनिज प्राकृतिक रासायनिक यौगिक तत्व हैं। जो प्रमुखता अजैव प्रक्रियाओं से बना हैं। भूमि से खोदकर निकाले गये पदार्थों को खनिज संसाधन कहते हैं।
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