बालक के समाजीकरण के खेलों की भूमिका क्या है? - baalak ke samaajeekaran ke khelon kee bhoomika kya hai?

Samajikaran Me Shikshak Ki Bhumika

Pradeep Chawla on 12-05-2019

समाजीकरण में अध्‍यापक की भूमिका

(1) विद्यालय न केवल शिक्षा का एक औपचारिक साधन है, बल्कि यह बच्चे के समाजीकरण की प्रक्रिया को तीव्र गति प्रदान करताहै और विद्यालय के इस । कार्य में शिक्षक की भूमिका सर्वाधिक अहम होती है।

(2) परिवार के बाद बच्चों को विद्यालय में प्रवेशमिलता है। अध्यापक ही शिक्षा के द्वारा बच्चे में वे सामाजिक एवं सांस्कृतिक मूल्यपैदा करता है, जो समाज व संस्कृति में मान्य होतेहैं।

(3) स्कूल में खेल प्रक्रिया द्वारा बच्चे सहयोग, अनुशासन, सामूहिक कार्य आदि सीखतेहैं। इस प्रकार, विद्यालय बच्चे में आधारभूतसामाजिक व्यवहार तथा व्यवहार के सिद्धान्तों की नींव डालता है।

(4) समाजीकरण की प्रक्रिया को तीव्र गति प्रदानकरने के लिए शिक्षक का सर्वप्रथम कार्य यह है कि वह बालक के माता-पिता से सम्पर्कस्थापित करके उसकी रुचियों तथा मनोवृत्तियों के विषय में ज्ञान प्राप्त करे एवंउन्हीं के अनुसार उसे विकसित होने के अवसर प्रदान करे।

(5) शिक्षक को चाहिए कि वह स्कूल में विभिन्नसामाजिक योजनाओं के द्वारा बालकों को सामूहिक क्रियाओं में सक्रिय रूप से भाग लेनेके अवसर प्रदान करे। इन क्रियाओं में भागलेने से उसका समाजीकरण स्वत: हो जाएगा।

(6) बालक के समाजीकरण में स्वस्थ मानवीय सम्बन्धोंका गहरा प्रभाव पड़ता है। अत: शिक्षक को चाहिए कि वह दूसरे बालकों, शिक्षकों तथा स्कूल के प्रधानाचार्य के साथ स्वस्थ मानवीय सम्बन्धस्थापित करे। इन स्वस्थ मानवीय सम्बन्धों के स्थापित हो जाने से स्कूल का समस्तवातावरण सामाजिक बन जाएगा

(7) बच्चे को सामाजिक, सांस्कृतिक मान्यताओं, मूल्यों, मानकों आदि का ज्ञान देना उनके समाजीकरण को तीव्र करने में सहायकसिद्ध होता है। जहाँ तक सामाजिक भूमिका की प्रत्याशा एवं उनके निर्वाह का प्रश्नहै, तो अध्यापक स्वयं अपना उदाहरण प्रस्तुत कर उन्हेंअनुकरण हेतु प्रेरित कर सकता है।

(8) विद्यार्थियों से घनिष्ठ व्यक्तिगत सम्बन्धस्थापित कर उन्हें अपनी अभिवृत्तियों की समीक्षा करने हेतु प्रोत्साहित कर तथाउनकी वर्तमान अभिवृत्तियों का समर्थन कर उनके समाजीकरण में सहायता की जा सकती है।समाजीकरण के मामले में बच्चे अपने अभिभावकों एवं शिक्षकों का ही अनुकरण करते हैं।

सम्बन्धित प्रश्न



Comments Shivam on 18-09-2021

Balak ke Samajik Karan Mein Vidyalay ki Bhumika spasht Karen

Seema on 06-08-2021

Samajikarn ka vkatitva ka Vikas ma bomika

Saini hema on 28-07-2021

विद्यालय एवं समाज के समन्वय में शिक्षक की भूमिका

Nikita on 04-01-2021

Bachho ke samajikarn me teacher ki bhumika hoti he

Prakash mani Yadav on 11-11-2020

विधालय मे बच्चों के सामाजिकरण की प्रक्रिया में शिक्षकों की भूमिका का सविस्तार वर्णन करे

अम्बरीष on 09-04-2020

शिक्षा एवं सामाजिक परिवर्तन से आप क्या समझते हैं

Socialization of child role of teacher on 12-05-2019

Socialization of child role of teacher

Manoj kumar on 12-05-2019

Samajik dhaardayein aur manyatayein sikshak ke sandarbh mein

Gouri on 12-05-2019

Samajikarn mein shikhsak parivar ar sathi ki vimika

Bittu mew on 12-05-2019

Samajikaran me shikshak parivar or sathiyo ki bhumika

Bittu on 12-05-2019

Samajikaran me shikshak ki bumika

कविता on 14-11-2018

बचचे के समाजिकरण में शिक्षक की भूमिका का वणॆन

Sam on 10-10-2018

Samajikaran mai shiksha ka mahtva kya hai



Samajikaran Me Vidyaalay Ki Bhumika

GkExams on 09-09-2022

समाजीकरण के बारें में (Socialization In Hindi) : समाजीकरण एक प्रक्रिया है जिसके द्वारा मानव शिशु आवश्यक कौशल हासिल कर सके ताकी वह अपने समाज मे एक सदस्य के रूप में शामिल हो सके। यह सीखने की सबसे प्रभावशाली प्रक्रिया है जो एक मानव अनुभव कर सकता हैं।

बालक के समाजीकरण के खेलों की भूमिका क्या है? - baalak ke samaajeekaran ke khelon kee bhoomika kya hai?

कई अन्य जीवित प्रजातियों के विपरीत, जिसका व्यवहार जैविक रूप से स्थापित है, मनुष्य को अपनी संस्कृति को जानने के लिए और जीवित रहने के लिए समाजिक अनुभवों की जरूरत है। इसके अलावा कई वैज्ञानिकों का मानना है कि समाजीकरण जीवन में सीखने की प्रक्रिया का प्रतिनिधित्व है। यह बच्चों और वयस्कों के व्यवहार, विश्वासों, और कार्यों पर एक केंद्रीय प्रभाव है।

बालक जन्म के समय कोरा पशु होता है। जैसे-जैसे (socialization process) वह समाज के अन्य व्यक्तियों तथा सामाजिक संस्थाओं के संपर्क में आकर विभिन्न प्रकार की सामाजिक क्रियाओं में भाग लेता रहता है वैसे-वैसे वह अपनी पार्श्विक प्रवृत्तियों को नियंत्रित करते हुए सामाजिक आदर्शों तथा मूल्यों को सीखता रहता है।

बालक के समाजीकरण की प्रक्रिया निरंतर चलती रहती है। बालक के समाजीकरण में सहायक मुख्य कारक अथवा तत्व (types of socialization) निम्नांकित हैं...

  • परिवार
  • आयु समूह
  • पड़ोस
  • नातेदारी समूह
  • स्कूल
  • खेलकूद
  • जाति
  • समाज
  • भाषा समूह
  • राजनैतिक संस्थाएं
  • धार्मिक संस्थाएं
  • समाजीकरण में विद्यालय की भूमिका :

    वैसे तो बच्चे के समाजीकरण में विद्यालय की महत्वपूर्ण भूमिका हैं। क्योंकि बच्चे के लिए विद्यालय जाने का अर्थ विकास करना है। घर में रहने वाला शिशु जब अपने साथियों को विद्यालय मे जाते देखता है तो उस समय की प्रतीक्षा करने लगता है जब वह विद्यालय जायेगा। बच्चे विद्यालय के प्रति निष्ठावान होते है एवं यहाँ जाकर विविध दायित्वों को सीखते हैं।

    यहाँ विद्यालय में शिक्षक अपने छात्रों को सभी संस्कृतियों की विभिन्नता का ज्ञान देकर उनका आदर करने की प्रेरणा देता हैं। इससे छात्र में अन्तर-सांस्कृतिक भावना विकसित होती हैं या भविष्य में समाजीकरण करने में सहायक होती हैं। सामाजिक संबंधों पर ही समाजीकरण आधारित होता हैं। संबंधों का एक स्वरूप प्रतियोगिता भी होता हैं।

    Pradeep Chawla on 12-05-2019

    Check link below -

    http://www.bhojvirtualuniversity.com/slm/B.Ed_SLM/bed02_08_b1_unit-1.pdf

    सम्बन्धित प्रश्न



    Comments Zoya khan on 16-06-2021

    Samajikaran mai baccho ki bhoomika or alochna ki viyakhya kisjiye

    Sandhya on 22-02-2021

    Samajikaran me vidyalay ka mahatv kya hai

    Nazrin khatoon on 09-12-2020

    Samajikarn me vidhlay ki bhumika

    दुर्गा on 12-09-2020

    बच्चे के समाजीकरण में विद्यालय की भूमिका

    Pratibha on 31-05-2020

    Bacho ke samajikaran me Vidyalay ki kya bhumika hai

    Muskan on 22-05-2020

    Balak k samaji karan se Vidyalay ki kya Bhumika h?

    Sonu kumar on 02-05-2020

    Balak ke samajikrn me vidhylea ya sikshak ki bhoomika ka varnan kr

    Anju on 23-04-2020

    vidyalaya me samajikaran ki kya bhumika hai

    Shahid equbal on 07-03-2020

    Bachcho ka samajik aram mai vidyalay ki bhumika

    Runam on 17-01-2020

    bachho k samajik Vikas me school or oske Mitra samuh kis prakar prabhavit karte h

    Shalu on 11-01-2020

    Vidyly me bachcho ka samajiikarn kesy hota hai

    Kajal kumari on 02-01-2020

    Nacho ke samajikaran ki parkiriya me vidiyaly ki vomika Ko bataye

    Khushi Yadav on 12-11-2019

    Samajikaran me vidhyalay ke bhumika

    Shilpa sinha on 29-10-2019

    Balak ke samagikaran me school ka kya yougdan

    Chandrakala on 25-10-2019

    समाजीकरण में विद्यालय की भूमिका please answer me

    Om on 23-10-2019

    Balak per samuday AVN Parivar ke Prabhav ka varnan kijiye

    bitu tiwwari on 17-09-2019

    samajikaran me bidayalaya ki kya vumika ha

    Aisha Fatma on 08-09-2019

    Balakon ke samajikaran mein Vidyalay ki bhumika

    Samajikaran me school Ki vhumika in Hindi on 30-08-2019

    Samaji Karan me school Ki Bhumika

    Seema on 18-08-2019

    Balak main vidhyalay main samajikaran ki bhumika

    बालक के समाजीकरण मे विधालय का महत्व on 13-05-2019

    बालक के समाजीकरण मे विधालय का महत्व

    R.N.PD on 12-05-2019

    bidhayalay and samajikaran

    Deepa on 12-05-2019

    Samajikaran me pariwar, vidyalay pados ,rajy, samaj ki bhumika

    जियाउर रहमान on 12-05-2019

    बालक के समाजीकरण में स्कूल की भूमिका क्या है

    Anamika sinha on 12-05-2019

    Bachche ke samajikaran me school ki bhumika Ko batayen

    Ashwini kumar on 21-04-2019

    smajikaran me school ki bhumika?

    Paras on 02-02-2019

    समाजीकरण में विद्यालय की क्या भूमिका होती है

    Bittu on 19-01-2019

    samajikaran ki pakiriya me vidyalaya ki bbhumika

    Chanchal on 09-12-2018

    Samajikan me vidayqlaya ki bhumika

    K J on 08-12-2018

    Atpg 7gtwgjt45l5

    AArush on 28-11-2018

    समाजीकरण में विद्यालय की भूमिका

    Muskan on 13-10-2018

    Samajekarn ke veddaly my kya bhumeka h

    NAFEES KHAN KHAN on 24-07-2018

    School balak ka vikas kis tarah see attached hai?



    बालक के समाजीकरण में खेलों की भूमिका क्या है?

    समाजीकरण में खेल की भूमिका खेल-क्रियाओं द्वारा बालक को आत्माभिव्यक्ति का अवसर मिलता है, जिससे उसके समाजीकरण में सहायता मिलती है। अधिकांश खेलों मुख्तयः अन्य साथियों की आवश्यकता होती है, इसलिए उनका स्वभाव मुख्तयः सामाजिक होता है। इसलिए खेल क्रियाओं द्वारा बच्चे में सामाजिक दृष्टिकोण का विकास होता है।

    बालक के समाजीकरण से आप क्या समझते हैं?

    बालक के समाजीकरण की प्रक्रिया जन्म के कुछ दिन बाद से ही प्रारंभ हो जाती हैं बालक के समाजीकरण की प्रक्रिया परिवार से प्रारंभ होती हैं परिवार के सदस्य के रूप में बालक परिवार के अन्य सदस्यों से अन्तः-क्रियात्मक संबंध स्थापित करता है और उनके व्यवहारों का अनुकरण करता है।

    समाजीकरण क्या है बच्चे के समाजीकरण में परिवार की भूमिका की विवेचना कीजिए?

    संक्षेप में कह सकते हैं कि बालक के समाजीकरण में बहुत से संस्थाएँ योगदान देती हैं फिर भी परिवार का योगदान सबसे ऊपर है क्योंकि समाजीकरण की पहली शिक्षा बच्चा परिवार के द्वारा ही सीखता है। परिवार के बाद बच्चा स्कूल द्वारा समाजीकरण करना सीखता है, परन्तु समजीकरण में शिक्षा में परिवार की महांत्वता को नकरा नहीं जा सकता।

    बच्चे के समाजीकरण में मुख्य महत्वपूर्ण कारक क्या है?

    परिवार: परिवार को आमतौर पर समाजीकरण का सबसे महत्वपूर्ण कारक माना जाता है। शिशुओं के रूप में, हम जीवित रहने के लिए पूरी तरह से दूसरों पर निर्भर हैं। हमारे माता-पिता, या जो माता-पिता की भूमिका निभाते हैं, वे हमें कार्य करने और खुद की देखभाल करने के लिए जिम्मेदार हैं।