बदलते मौसम और खान-पान के कारण किसी को भी खांसी की समस्या हो सकती है। हालांकि, खांसी की समस्या जल्द ठीक हो जाती है, लेकिन समय रहते इलाज न करने पर यह गंभीर रूप भी ले सकती है। इसलिए, अगर किसी को हल्की-सी खांसी भी है, तो उसे ठीक करना जरूरी है। इसके लिए घरेलू उपचार का सहारा लिया जा सकता है। ये घरेलू उपचार शुरुआत में ही खांसी को गंभीर रूप लेने से रोक सकते हैं। वहीं, अगर किसी की खांसी गंभीर अवस्था में आ चुकी है, तो ऐसे में घरेलू उपचार खांसी से उबरने में मदद कर सकते हैं, लेकिन पूरी तरह से ठीक नहीं कर सकते। इसलिए, मरीज को बिना देरी किए डॉक्टर से इलाज करवाना चाहिए। स्टाइलक्रेज के इस आर्टिकल में हम आपको रात में खांसी आने का कारण और खांसी का घरेलू इलाज बताएंगे। साथ ही बताएंगे कि इससे कैसे बचा जा सकता है। Show
नीचे विस्तार से जानें आर्टिकल के शुरुआत में हम खांसी के कारण और जोखिम कारण की जानकारी दे रहे हैं। विषय सूची
खांसी के कारण और जोखिम कारक – Causes and Risk Factors of Cough in Hindiआप खांसी का घरेलू इलाज जानें, उससे पहले यह जानना जरूरी है कि खांसी होने के कारण क्या हैं। कई लोगों को बार-बार खांसी की परेशानी होने लगती है, जिसका असर उनकी सेहत पर भी पड़ता है (1)।
अब हम खांसी के विभिन्न लक्षणों की जानकारी देंगे। खांसी के लक्षण – Symptoms of Cough in Hindiखांसी की समस्या होने पर इसके लक्षण खांसी के कारण के आधार पर दिखाई दे सकते हैं, जो इस प्रकार हैं (2):
चलिए जानते हैं, खांसी के कितने प्रकार होते हैं। खांसी के प्रकार – Types of Cough in Hindiजब खांसी जल्द ठीक हो जाए, तो इसे सामान्य माना जाता है, लेकिन अगर यही खांसी ज्यादा दिनों तक रहती है, तो यह चिंता का कारण हो सकता है। इसलिए, यह जरूरी है कि समय रहते खांसी के प्रकार की पहचान कर खांसी का इलाज किया जाए। हम नीचे खांसी के कुछ प्रकार बता रहे हैं (1)।
आगे हम खांसी के घरेलू इलाज के बारे में बताएंगे।
खांसी की समस्या से राहत पाने के लिए घरेलू उपाय को अपनाकर इस समस्या का इलाज किया जा सकता है। इसके लिए नीचे बताए जा रहे किसी भी घरेलू उपाय को अपना सकते हैं। 1. नमक के पानी से गरारेसामग्री:
कैसे करें उपयोग:
कितनी बार करें उपयोग:
कैसे है लाभदायक: पानी में नमक डालकर गरारे करने का नुस्खा वर्षों से लगभग हर घर में चला आ रहा है। इसे सबसे आसान और खांसी का रामबाण इलाज माना जाता है। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर मौजूद एक वैज्ञानिक शोध से पता चलता है कि कुछ दिनों तक नियमित रूप से गरारे करने पर ऊपरी श्वास नलिका के संक्रमण (upper respiratory tract infections) से बचाव हो सकता है (4)। इससे खांसी की समस्या से राहत मिल सकती है। हालांकि, इस संबंध में अभी और शोध की आवश्यकता है, ताकि खांसी पर नमक वाले पानी से गरारे का सटीक असर का पता चल सके। 2. भापसामग्री
कैसे करें उपयोग:
कितनी बार करें उपयोग:
कैसे है लाभदायक: कभी-कभी खांसी के साथ नाक भी बंद हो जाती है, ऐसे में इस भाप से बंद नाक खुल जाएगी और गले को भी गर्माहट मिलेगी। कोशिश करें कि इस भाप को रात में सोने से पहले लें और फिर सिर को अच्छी तरह से ढक लें, ताकि ठंडी हवा न लगे। हालांकि, अभी तक इसका कोई खास प्रमाण नहीं है कि भाप से पूरी तरीके से खांसी ठीक हो सकती है या नहीं, लेकिन अस्थायी तौर पर राहत जरूर मिल सकती है। 3. शहदसामग्री:
कैसे करें उपयोग:
कितनी बार करें उपयोग:
कैसे है लाभदायक एक मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, शहद को खांसी के इलाज के लिए एक अच्छा उपाय माना जा सकता है। यह खांसी को ठीक करने वाली दवा से भी अधिक प्रभावी ढंग से काम कर सकता है (5)। वहीं, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक वैज्ञानिक अध्ययन में भी दिया है कि शहद के सेवन से कुछ हद तक खांसी कमी हो सकती है। इसके सेवन से मरीज की खांसी कुछ कम होती है और रात को सुकून की नींद आ सकती है। इसके लिए शहद में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटीमाइक्रोबियल गुण सहायक होते हैं। इसमें मौजूद एंटीमाइक्रोबियल गुण संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया को दूर करने का काम कर सकता है। इससे इन्फेक्शन से होने वाले अन्य जोखिम से बचा जा सकता है (6)। 4. अदरकसामग्री:
कैसे करें उपयोग:
कितनी बार करें उपयोग:
कैसे है लाभदायक: खांसी रोकने के उपाय में अदरक को भी शामिल किया जा सकता है। अदरक को खांसी के लिए प्राकृतिक इलाज माना जाता है (5)। इस संबंध में किए गए एक वैज्ञानिक शोध में पाया गया है कि खांसी और श्वसन संक्रमण (रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन) के उपचार में अदरक के लाभकारी प्रभाव नजर आ सकते हैं (7)। फिलहाल, इस पर अभी और शोध की जरूरत है, ताकि पता चल सके कि यह किस तरह से फायदेमंद है। [ पढ़े: Adrak Ke Fayde in Hindi ] 5. लौंगसामग्री:
कैसे करें उपयोग:
कितनी बार करें उपयोग:
कैसे है लाभदायक: लौंग का उपयोग कर कई समस्याओं से बचा जा सकता है, जिनमें से एक खांसी भी है। दरअसल, लौंग एक्सपेक्टोरेंट की तरह काम करता है, जो खांसी के इलाज की दवाई होती है (8)। इसलिए, लौंग को खांसी की अचूक दवा कहा जा सकता है। 6. काली मिर्चसामग्री:
कैसे करें उपयोग:
कितनी बार करें उपयोग:
कैसे है लाभदायक: काली मिर्च को खांसी का घरेलू इलाज के लिए अच्छी हर्बल दवाई माना जा सकता है। इस संबंध में किए गए एक वैज्ञानिक अध्ययन के मुताबिक, खांसी की समस्या में सुधार करने के लिए काली मिर्च प्राकृतिक दवा के रूप में काम करती है। इसके अलावा, यह सर्दी और गले के रोग में भी सुधार करने का काम कर सकती है। इसके लिए काली मिर्च में मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबियल गुण फायदेमंद हो सकते हैं (9)। [ पढ़े: kali mirch ke fayde ] 7. लहसुनसामग्री:
कैसे करें उपयोग:
कितनी बार करें उपयोग:
कैसे है लाभदायक: अगर कोई लहसुन का स्वाद पसंद न होने के कारण इसके सेवन से परहेज करता है, तो उन्हें यह जानकर हैरानी होगी कि लहसुन कई समस्याओं के लिए एक अच्छा घरेलू उपचार साबित हो सकता है। एक मेडिकल रिसर्च के अनुसार, लहसुन खांसी से राहत पाने में मददगार हो सकता है। इसके लिए, लहसुन में पाए जाने वाले एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण सहायक होते हैं (10)। इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है कि लहसुन खांसी का रामबाण इलाज है। [ पढ़े: Lahsun Khane Ke Fayde in Hindi ] 8. तुलसीसामग्री:
कैसे करें उपयोग:
कितनी बार करें उपयोग:
कैसे है लाभदायक: तुलसी कई तरह के औषधीय गुणों से समृद्ध होती है। इसलिए, यह खांसी और अस्थमा जैसी अन्य कई बीमारियों के इलाज में मदद कर सकती है। इन समस्याओं से राहत दिलाने के लिए इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल व एंटिफंगल गुण मदद कर सकते हैं। ये गुण खांसी के कारण बनाने वाले बैक्टीरियल इन्फेक्शन को दूर रख सकते हैं (11)। ऐसे में कहा जा सकता है कि तुलसी खांसी की दवा का काम कर सकती है। [ पढ़े: Basil Ke Fayde in Hindi ] 9. हल्दीसामग्री:
कैसे करें उपयोग:
कितनी बार करें उपयोग:
कैसे है लाभदायक: खांसी के उपाय को लेकर किए गए कई वैज्ञानिक शोध में से एक एनसीबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध है। इसमें कहा गया है कि हल्दी में करक्यूमिन पाया जाता है। इस प्रभाव के कारण अगर हल्दी को दूध के साथ लिया जाए, तो यह खांसी व श्वास संबंधी रोगों का इलाज कर सकता है (12)। एक अन्य वैज्ञानिक अध्ययन के मुताबिक, हल्दी में खांसी का इलाज करने के लिए प्राकृतिक चिकित्सकीय (थेराप्यूटिक) प्रभाव पाया जाता है (5)। ऐसे में माना जा सकता है कि खांसी रोकने के उपाय में हल्दी भी शामिल है। फिलहाल, इस संबंध में और शोध की जरूरत है। [ पढ़े: Haldi Ke Fayde in Hindi ] 10. ग्रीन टीसामग्री:
कैसे करें उपयोग:
कितनी बार करें सेवन:
कैसे फायदेमंद है: अगर किसी को बार-बार खांसी की समस्या होती है, तो उन्हें ग्रीन-टी को अपने दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। इस संबंध में कई शोधकर्ताओं का मानना है कि हरी चाय (ग्रीन टी) में पाए जाने वाले एंटीइंफ्लेमेटरी प्रभाव खांसी को कम कर सकते हैं (13)। इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है कि खांसी की समस्या से छुटकारा दिलाने में ग्रीन टी मददगार हो सकती है। [ पढ़े: Green Tea Ke Fayde in Hindi ] 11. दालचीनीसामग्री :
कैसे करें उपयोग:
कितनी बार करें उपयोग:
कैसे है लाभदायक: खांसी के घरेलू उपचार में आज भी कई जगह दालचीनी का इस्तेमाल किया जाता है। यह सब दालचीनी में पाए जाने वाले एंटीसेप्टिक, एंटीफंगल और एंटीवायरल प्रभाव के कारण है (14)। फिलहाल, इस विषय पर और शोध की आवश्यकता है। 12. नींबूसामग्री:
कैसे करें उपयोग:
कितनी बार करें उपयोग:
कैसे फायदेमंद है: नींबू का उपयोग कर खांसी का घरेलू इलाज किया जा सकता है। दरअसल, नींबू में भरपूर मात्रा में विटामिन-सी होता है, जो सूजन और संक्रमण को कम करने में मदद कर सकता है। इससे खांसी की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है (5)। इसके अलावा, इसमें मिलाया जाने वाला शहद भी खांसी से राहत दिलाने का काम कर सकता है, जिसके बारे में हम लेख में ऊपर बता चुके हैं। 13. गुड़सामग्री:
कैसे करें उपयोग:
कितनी बार करें उपयोग:
कैसे है लाभदायक: खांसी और जुकाम में सुधार करने के लिए गुड़ उपयोगी साबित हो सकता है। यह छाती में जमा बलगम को बाहर निकालने में मदद कर सकता है, जिससे खांसी और जुकाम की समस्या से राहत मिल सकती है (5)। वहीं, एक अन्य शोध में दिया गया है कि गुड़ में शक्कर के मुकाबले कम मात्रा में मिनरल साल्ट (खनिज लवण) होते हैं, जो सूखी खांसी और बलगम वाली खांसी के साथ ही अपच व कब्ज आदि स्वास्थ्य समस्याओं से राहत दिला सकते हैं (15)। ऐसे में गुड़ को खांसी की दवा कहा जा सकता है। 14. आंवलासामग्री:
कैसे करें उपयोग:
कितनी बार करें उपयोग:
कैसे है लाभदायक: आंवला को खांसी से छुटकारा पाने के लिए घरेलू उपचार के तौर पर अपनाया जा सकता है (16)। आंवले में भरपूर मात्रा में विटामिन-सी पाया जाता है (17)। वहीं, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध में बताया गया है कि विटामिन-सी एंटी-ऑक्सीडेंट की तरह काम करता है और खांसी की समस्या को कम कर सकता है (18)। इसलिए, खांसी की दवा के रूप में आंवला अच्छा घरेलू उपाय साबित हो सकता है। 15. अजवाइनसामग्री:
कैसे करे उपयोग:
कितनी बार करें उपयोग:
कैसे है लाभदायक: खांसी के लिए अस्थमा को भी जिम्मेदार माना गया है। ऐसे में अजवाइन का सेवन कर अस्थमा की समस्या को उत्पन्न होने से रोका जा सकता है। दरअसल, एक वैज्ञानिक शोध में बताया गया है कि अजवाइन को एंटीअस्थमा के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। यह जानकारी एनसीबीआई की वेबसाइट पर पब्लिश एक रिसर्च पेपर में भी दी हुई है (19)। ऐसे में कहा जा सकता है कि अजवाइन खांसी का उपचार कर सकता है। 16. अनानाससामग्री:
कैसे करें उपयोग:
कितनी बार करें उपयोग:
कैसे है लाभदायक: अनानास एक स्वादिष्ट फल के साथ ही स्वास्थ्यवर्धक भी होता है, लेकिन क्या आपको पता है कि यह खांसी की अचूक दवा का भी काम कर सकता है। अनानास में ब्रोमेलैन नामक तत्व पाया जाता है, जो एक तरह का प्रोटीन-डाइजेस्टिंग (प्रोटियोलिटिक) एंजाइम या प्रोटीज का मिश्रण होता है। यह खांसी को दबाने में मदद कर सकता है। साथ ही गले में बलगम को ढीला करता है, जिससे खांसी से राहत मिल सकती है (5)। 17. थाइमसामग्री:
कैसे करें उपयोग:
कितनी बार करें उपयोग:
कैसे है लाभदायक: थाइम एक तरह का हर्बल पौधा है, जिसका उपयोग श्वसन संबंधी कई रोगों को ठीक करने के लिए किया जा सकता है। इसके पत्ती से निकलने वाला अर्क खांसी और अल्पकालिक ब्रोंकाइटिस की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, थाइम की पत्तियों में फ्लेवोनोइड्स भी होते हैं, जो गले की मांसपेशियों को शांत करने का काम कर सकते हैं। साथ ही ये खांसी और सूजन को भी कम करने में सहायता कर सकते हैं (5)। ऐसे में खांसी के उपाय में थाइम को भी शामिल किया जा सकता है। नोट: यह एक हर्बल पौधा है, जो औषधीय गुण से समृद्ध होता है। इसलिए, किसी गंभीर समस्या से जूझ रहे व्यक्ति को इसके सेवन से पहले डॉक्टरी सलाह जरूरी लेनी चाहिए। 18. मार्शमैलो रूटसामग्री:
कैसे करें उपयोग:
कितनी बार करें उपयोग:
कैसे है लाभदायक: मार्शमैलो एक प्रकार का पौध होता है, जिसे जड़ी बूटी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। प्राचीन काल से ही इसके पत्तियों और जड़ों का उपयोग गले में खराश और खांसी के इलाज के लिए किया जा रहा है। इस हर्ब में श्लेष्मा (mucilage) होता है, जो गले को कोट करके जलन को शांत कर सकता है। इसे बच्चों का नहीं देने की सलाह दी जाती है (5)। इस प्रकार मार्शमैलो का उपयोग कर खांसी का उपचार किया जा सकता है, लेकिन इसे विशेषज्ञ की सलाह पर ही लें। 19. पुदीनासामग्री:
कैसे करें उपयोग:
कितनी बार करें उपयोग:
कैसे है लाभदायक: एक शोध के अनुसार, पुदीना एक तरह का मेंथोल होता है, जिसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुणों के साथ-साथ एंटीट्यूसिव प्रभाव भी पाया जाता है। एंटीट्यूसिव एक तरह की दवा होती है, जिसे खांसी के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण खांसी का कारण बनने वाले इन्फेक्शन से बचाने का काम करते हैं। यह जानकारी एनसीबीआई की वेबसाइट में मौजूद एक शोध में भी दी गई है (20)। ऐसे में पुदीना को एलर्जी वाली खांसी के उपाय में शामिल किया जा सकता है। [ पढ़े: पुदीना के फायदे, उपयोग और नुकसान ] 20. प्रोबायोटिक्सप्रोबायोटिक्स एक प्रकार के सूक्ष्मजीव होते हैं, जो कई तरह के खाद्य पदार्थ में पाए जाते हैं। यह मुख्य रूप से दही में भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य लाभ में सहायक होते हैं। ये सीधे तौर पर खांसी से राहत नहीं पहुंचाते, बल्कि शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने का काम करते हैं। इससे खांसी के साथ-साथ कई अन्य प्रकार की समस्याएं भी दूर हो सकती हैं (5)। इसलिए, इसे खांसी की अचूक दवा कहा जा सकता है। पढ़ते रहें आर्टिकल इसके अगले हिस्से में हम बता रहे हैं कि खांसी होने पर किन चीजों से परहेज करना चाहिए। खांसी होने पर कौन-कौन सी चीजें नहीं खानी चाहिए?जिन लोगों को खांसी की समस्या है, उन्हें कुछ खाद्य पदार्थ के सेवन से बचना चाहिए। इस प्रकार के खाद्य पदार्थ खांसी की समस्या को बढ़ा सकते हैं। ये खाद्य पदार्थ कुछ इस प्रकार से हैं:
चलिए, अब जानते हैं कि ऊपर बताए गए घरेलू नुस्खे पुरानी से पुरानी खांसी का इलाज कर सकते हैं या नहीं। क्या इन घरेलू नुस्खों से पुरानी से पुरानी खांसी का इलाज हो सकता है?जी हां, ऊपर बताए गए घरेलू उपचार को अपनाकर पुरानी से पुरानी खांसी का उपचार किया जा सकता है (5)। ये घरेलू उपचार किस तरह खांसी का इलाज कर सकते हैं, इस बारे में ऊपर विस्तार से बताया गया है। 8 हफ्ते या इससे अधिक समय तक रहने वाले खांसी को पुरानी से पुरानी खांसी की श्रेणी में रखा गया है। जो अन्य गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है। ऐसे में इस समस्या को होने से पहले ही खांसी का इलाज करा लेना चाहिए। पुरानी खांसी के बारे में और जानने के लिए हमारे इस लेख को पढ़ सकते हैं। इसमें पुरानी से पुरानी खांसी के घरेलू उपाय बताए गए हैं। स्क्रॉल करें आर्टिकल के अगले भाग में हम बताएंगे कि ये घरेलू नुस्खे सूखी खांसी में किस प्रकार कारगर हैं। क्या ये घरेलू नुस्खे सूखी खांसी का इलाज करने में मदद कर सकते हैं?सूखी खांसी भी खांसी का एक प्रकार है। सूखी खांसी की स्थिति में जल्दी राहत मिलना मुश्किल हो जाता है। यह सामान्य खांसी से ज्यादा खतरनाक हो सकती है। इस खांसी की स्थिति में खांसने से गले और पेट में दर्द उत्पन्न हो सकता है। ऐसे में सूखी खांसी के लिए ऊपर बताए गए घरेलू उपचार को अपना सकते हैं। ये उपचार खांसी के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं। आइए, अब जान लेते हैं कि खांसी के लिए डॉक्टर की सलाह कब लेनी चाहिए। खांसी के लिए डॉक्टर की सलाह कब लेनी चाहिए?अगर खांसी से पीड़ित व्यक्ति में निम्न प्रकार के लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर से चेकअप करवाना चाहिए (1):
पढ़ते रहें लेख आइए, अब खांसी से बचने उपाय जान लेते हैं। खांसी से बचाव – Prevention Tips For Cough in Hindiखांसी की समस्या को उत्पन्न होने से रोका जा सकता है, इसके लिए बस नीचे बताई गई आदतों को अपनाने की जरूरत है।
अगर किसी को अधिक खांसी की समस्या होती है, तो उन्हें अपने दिनचर्या में हमारे द्वारा ऊपर बताए गए घरेलू उपचार को बिना देरी किए शामिल करना चाहिए। ऊपर कुछ ऐसी चाय और मसलों का जिक्र है, जिसे डेली डाइट में इस्तेमाल किया जा सकता है। ऊपर बताई गई घरेलू सामग्रियों में से ज्यादातर में औषधीय गुण होते हैं। इसलिए, अगर कोई किसी समस्या के लिए दवाई ले रहा हो, तो इन घरेलू उपचार को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। हम आशा करते हैं कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी खांसी के इलाज में सहायक साबित होगी। बाकी है और जानकारी चलिए, खांसी को लेकर पाठकों के कुछ सवालों के जवाब भी जान लेते हैं। अक्सर पूछे जाने वाले सवालखांसी को तुरंत कैसे ठीक कर सकते है? इसके लिए आप ऊपर बताए गए घरेलू उपाय को अपना सकते हैं या फिर किसी डॉक्टर की मदद ले सकते हैं। रात में खांसी ज्यादा क्यों होती है? रात को होने वाली खांसी चिंता का विषय है। दरअसल, ज्यादातर खांसी से पीड़ित रोगियों में रात के समय खांसी की समस्या बढ़ जाती है। यह इसलिए होता है, क्योंकि रात के समय गले में ज्यादा सूखापन महसूस होने लगता है (21)। ऐसा रात में इसलिए होता है, क्योंकि रात के समय शरीर किसी तरह का गतिविधि नहीं करता है। वहीं, दिन के समय अधिक सक्रीय रहते हैं, जिस कारण कफ जमा नहीं हो पता। अगर दिन के समय कफ बनता भी है, तो उसे बाहर निकाल दिया जाता है। वहीं, रात को सोते समय ऐसा नहीं हो पता, जिस कारण खांसी की समस्या बढ़ जाती है। फिलहाल, इस पर अभी और शोध की आवश्यकता है। क्या इन घरेलू नुस्खों से एलर्जी वाली खांसी ठीक हो सकती है? जी हां, ऊपर बताए गए कई घरेलू नुस्खे एलर्जी वाली खांसी के इलाज में मदद कर सकते हैं। अब किसके लिए कौन-सा घरेलू उपचार सही रहेगा, यह प्रत्येक व्यक्ति की समस्या और रोग प्रतिरोधक क्षमता पर निर्भर करता है। इसलिए, कोई भी घरेलू उपचार अपनाने से पहले विशेषज्ञ की मदद लें। खांसी की दवा पीने से ज्यादा नींद क्यों आती है? खांसी के समस्या से जूझ रहे व्यक्ति को सही तरह से नींद नहीं आती है। ऐसे में इस समस्या के इलाज में उपयोग की जाने वाले दवाई में थोड़ा-सा नींद का प्रभाव होता है, ताकि मरीज कुछ देर आराम से सो सके (22)। कभी कभी ज्यादा खांसने से उलटी क्यों आ जाती है? खांसी की कुछ स्थितियां काफी गंभीर होती है। ऐसे मामले में मरीज जोर लगाकर खांसता है, जिस कारण मरीज को उल्टी हो जाती हैं। फिलहाल, इस बात की पुष्टि करने के लिए किसी तरह का वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है। खांसी के साथ सोने के लिए सबसे अच्छी स्थिति क्या है? अगर किसी को खांसी की समय है, तो वह सोने जाने से पहले अपने सिर को तकिया के साथ ऊपर उठाए रखे। यह खांसी की स्थिति में सोने का सही तरीका साबित हो सकता है, लेकिन इस बात को लेकर किसी तरह का वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है। बच्चों को खांसी के लिए क्या दें? अगर कोई बच्चा एक साल से अधिक का है, तो उसे सामान्य खांसी से राहत दिलाने के लिए शहद देना ज्यादा बेहतर होगा। बच्चों में खांसी के इलाज के लिए यह अच्छा घरेलू उपाय साबित हो सकता है। बच्चों को शहद देने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें (6)। खांसने पर सिर में तकलीफ क्यों होती है? खांसने से छाती, गर्दन और सिर पर दबाव पड़ता है, जिस कारण सिरदर्द हो सकता है। खांसी से उत्पन्न सिरदर्द एक असामान्य लक्षण होता है, जिस पर ध्यान देने की जरूरत है (23)। दौड़ने/व्यायाम करने के बाद मुझे खांसी क्यों होती है? वैसे तो दौड़ाने या व्यायाम से कई शारीरिक लाभ हो सकते हैं, लेकिन कभी-कभी यह खांसी का कारण भी बन सकता है। दरअसल, शारीरिक गतिविधि करने से हृदय गति तेज हो जाती है, जो शरीर के वायुमार्ग को थोड़ा बाधित कर देती है। इससे खांसी होने लगती है (24)। खांसी कितने लंबे समय तक रह सकती है? यह इसके प्रकार पर निर्भर कर सकता है। जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि सामान्य खांसी दो से तीन हफ्ते तक रह सकती है, लेकिन क्रोनिक कफ यानी पुरानी खांसी आठ हफ्ते तक रह सकती है (1)। खाने के बाद मुझे खांसी क्यों होती है? खाने के बाद एसिड रिफ्लक्स शरीर के वायु मार्ग में जलन उत्पन्न कर सकता है (25)। इससे खांसी की समस्या उत्पन्न हो सकती है (1) । ठंडी हवा के कारण मुझे खांसी क्यों होती है? कई लोगों का मानना है कि ठंडी हवा वायुमार्ग को सुखा देती है, जिस कारण खांसी की समस्या हो सकती है (26)। फिलहाल, इस पर अभी और शोध की आवश्यकता है। लगातार खांसी का कारण क्या हो सकता है? लगातार खांसी होने के पीछे अस्थमा, गैस्ट्रोइसोफेजियल रिफलक्स डिजीज (जीईआरडी), और क्रोनिक ब्रोंकाइटिस जिम्मेदार हो सकते हैं (1)। जब आपको खांसी के साथ खून आता है, तो इसका क्या मतलब है? खांसी के साथ रक्त का निकलना किसी गंभीर समस्या की ओर इशारा हो सकता है। ऐसा फेफड़ों में खून के थक्के जमने या किसी अन्य कारण से हो सकता है। ऐसे में बिना देरी किए डॉक्टर के पास जाएं (27)। खांसी से होने वाली जटिलताएं क्या-क्या हैं? खांसी से कुछ जटिलताएं हो सकती हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं (28):
क्या गर्भावस्था के दौरान खांसी की दवा लेना सुरक्षित है? गर्भावस्था के दौरान खांसी की दवा डॉक्टरी परामर्श के बाद ही लेना उचित हो सकता है। एलर्जी वाली खांसी का इलाज कैसे किया जा सकता है? एलर्जी वाली खांसी का इलाज डॉक्टर एंटीवायरल या एंटीबायोटिक दवाइयों से कर सकते हैं। एलर्जी वाली खांसी के लिए घरेलू उपाय क्या हो सकते हैं? एलर्जी वाली खांसी के लिए घरेलू उपाय के तौर पर लेख में बताए गए नुस्खों में से अपनी सुविधानुसार किसी भी नुस्खें का उपयोग कर सकते हैं। खांसी को रोकने के उपाय क्या हैं? खांसी को रोकने के लिए आप गर्म पानी से गरारे कर सकते हैं। इसके अलावा, आप लेख में दिए गए घरेलू उपायों को भी कर सकते हैं। SourcesArticles on StyleCraze are backed by verified information from peer-reviewed and academic research papers, reputed organizations, research institutions, and medical associations to ensure accuracy and relevance. Check out our editorial policy for further details.
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सरल जैन ने श्री रामानन्दाचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय, राजस्थान से संस्कृत और जैन दर्शन में बीए और डॉ. सी. वी. रमन... more खांसी ज्यादा आने पर क्या खाना चाहिए?अदरक का एक चम्मच रस लें, इसमें आधा चम्मच शहद मिलाएं. इसे गुनगुने पानी के साथ रात में सोने से पहले सेवन करें. खांसी के कारण होने वाले दर्द, जलन से भी आराम मिलेगा.. सूखी खांसी में ठंडा पानी पीने या कोई भी ठंडी चीज खाने से बचें. शहद में मौजूद तत्व खांसी से राहत दिलाते हैं. रात में सोने से पहले एक चम्मच शहद जरूर खाएं.. खांसी को जड़ से खत्म कैसे करें?शहद, नींबू और इलायची का मिश्रण
आधा चम्मच शहद में एक चुटकी इलायची पाउडर और कुछ बूंद नींबू के रस की बूंदे डालिए। इस सिरप का दिन में 2 बार सेवन करें। आपको खांसी-जुकाम से काफी राहत मिलेगी।
5 मिनट में खांसी से छुटकारा कैसे पाएं?-अदरक की एक गांठ को कूटकर उसमें एक चुटकी नमक मिला लें और दाढ़ के नीचे दबा लें। उसका रस धीरे-धीरे मुंह के अंदर जाने दें। 5 मिनट तक उसे मुंह में रखें और फिर कुल्ला कर लें। -मुलेठी का चाय पीने से भी सूखी खांसी में आराम मिलता है।
खांसी आने पर क्या क्या परहेज करना चाहिए?ऐसे में यह सर्दी-खांसी की समस्या को बढ़ा सकता है. यही कारण है कि सर्दी-खांसी या गले का इंफेक्शन होने पर डॉक्टर चावल, दही, मसालेदार भोजन, केला, आदि से बचने के सलाह देते हैं. चीनी- खांसी की दिक्कत होने पर चीनी (शुगर) का भी सेवन नहीं करना चाहिए. ये सीने में इन्फ्लेमेशन की दिक्कत को ट्रिगर करने का काम करती है.
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