चना खाने का सही समय क्या है? - chana khaane ka sahee samay kya hai?

विस्तार

अच्छी सेहत के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है संतुलित आहार। अक्सर लोग सुबह खाली पेट भीगे चने खाते हैं, यह शरीर के लिए बहुत लाभदायक होता है लेकिन कभी-कभी जाने-अनजाने में यह चीज हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो जाती है। यह जानकारी फिजिशियन डॉक्टर गौरव पांडेय ने दी है।

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डॉक्टर ने बताया कि बहुत से लोग हिमोग्लोबिन बढ़ाने और हाजमा दुरुस्त रखने के लिए रात में चने भिगो देते हैं और अगली सुबह वह भीगे हुए चना खाते हैं। भीगे हुए चने खाना बहुत अच्छी बात होती है, इससे आपके शरीर में खून की वृद्धि होती है और आप फिट भी रहते हैं। लेकिन यह खाने के बाद दो चीजें नहीं खानी चाहिए।

डॉक्टर गौरव पांडेय ने बताया कि सुबह खाली पेट भीगे हुए चने खाने के बाद कभी भी आचार का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि आचार को गलाने के लिए उसमें सिरका डाला जाता है और इसे चने के बाद खाना मतलब पेट में जहर बनने के बराबर होना। इससे हार्ट की बीमारी भी हो सकती है और कई बार तो हार्ट अटैक भी आ जाता है। इसके अलावा सीने में भी लगातार जलन और दर्द बना रहता है।

वहीं दूसरी चीज करेला है। सुबह भीगे हुए चने खाने के बाद करेले का सेवन नहीं करना चाहिए। दरअसर, भीगे हुए चने में जो ऑक्साइड पाया जाता है बिल्कुल वही करेले में भी पाया जाता है, लेकिन दोनों में अंतर ये होता है कि भीगे हुए चने में पाया जाने वाला ऑक्साइड लेवल बहुत कम होता है और करेले में पाया जाने वाला ऑक्साइड लेवल उससे ज्यादा होता है। इसकी वजह से यह हमारे शरीर में जा कर मिक्स होकर जहर बना सकता है। इस जहर का रिएक्शन धीरे-धीरे होता है और गंभीर बीमारी का रूप ले सकता है।

चना खाने का सही समय क्या है? - chana khaane ka sahee samay kya hai?

चना खाने का सही समय क्या है? - chana khaane ka sahee samay kya hai?

भीगा चना खाने के फायदे और सही तरीका - Soaked black gram benefits in hindi

चना खाने का सही समय क्या है? - chana khaane ka sahee samay kya hai?

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October 09, 2020

कई बार आवाज़ आने में कुछ क्षण का विलम्ब हो सकता है!

दालें और फलियां हमारी डाइट का बेहद अहम हिस्सा हैं जो हमारे भोजन को स्वादिष्ट बनाने के साथ ही हमारी सेहत के लिए भी कई तरह से फायदेमंद मानी जाती हैं। दाल और फलियों की ही एक वरायटी है काला चना जिसे प्रोटीन का बेहतरीन सोर्स माना जाता है। काले चने की मुख्य रूप से 2 वरायटी होती है- देसी और काबुली। देसी वरायटी वाला चना गहरे भूरे रंग का होता है, जबकी काबुली चना हल्के रंग का होता है जिसे बहुत से लोग छोले के नाम से भी जानते हैं। 

वैसे तो देसी और काबुली- दोनों ही तरह का चना सेहत के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फैट, फाइबर और कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर देसी काला चना कई तरह की बीमारियों को दूर कर शरीर को स्वस्थ और दिमाग को तेज बनाने में भी मदद करता है। काला चना सिर्फ हमारी सेहत के लिए ही नहीं बल्कि त्वचा और बालों के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। अगर किसी व्यक्ति के शरीर में आयरन की कमी हो या हीमोग्लोबिन कम हो तो उसे भी काले चने का सेवन करना चाहिए क्योंकि में इसमें करीब 30 फीसदी तक आयरन पाया जाता है। 

(और पढ़ें - प्रोटीन का खजाना हैं ये 8 फूड्स इन्हें जरूर खाएं)

कुछ लोग काले चने को भूनकर खाना पसंद करते हैं तो कुछ उबालकर तो कुछ तलकर या सब्जी बनाकर। लेकिन हम आपको आज भीगे हुए या अंकुरित काले चने को खाने के विभिन्न फायदों के बारे में बता रहे हैं और इसे कब और कैसे खाना चाहिए इस बारे में भी जानने के लिए यहां पढ़ें।

  1. भीगा चना खाने का सही समय - right time to eat soaked chana in hindi
  2. भीगा चना खाने का सही तरीका - Right way to eat soaked chana in hindi
  3. भीगा चना खाने के फायदे - Bheega chana khane ke fayde
    • भीगा चना खाने के फायदे इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए - Bheega chana khane ke fayde immunity ke liye
    • भीगा चना खाने के फायदे कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए - Bheega chana khane ke fayde cholesterol ke liye
    • शरीर में खून बनाने में मदद करता है भीगा हुआ चना - Blood banane me faydemand hai bheega chana
    • भीगा चना खाने के फायदे कब्ज की समस्या दूर करने के लिए - Bheega chana khane ke fayde kabz ke liye
    • भीगा चना खाने के फायदे त्वचा और बालों के लिए - Bheega chana khane ke fayde skin aur hair ke liye
  4. भीगा चना खाने के नुकसान - Bheega chana khane ke nuksan

भीगा चना खाने के फायदे और सही तरीका के डॉक्टर

चना खाने का सही समय क्या है? - chana khaane ka sahee samay kya hai?

भीगा चना खाने का सही समय - right time to eat soaked chana in hindi

अगर आप चाहते हैं कि काले चने को खाने का मैक्सिमम फायदा आपके शरीर को मिले तो इसके लिए बेहद जरूरी है कि आप उसे सही समय पर खाएं। भीगे हुए काले चने को खाने का सबसे सही समय सुबह के समय खाली पेट है। सुबह खाली पेट भीगा हुआ चना खाना सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद है। सुबह का नाश्ता हेल्दी और पोषक तत्वों से भरपूर होना बेहद जरूरी है ताकि आप दिनभर ऊर्जावान बने रहें। ऐसे में आप चाहें तो अपने दिन की शुरुआत एक मुट्ठी भीगा हुआ चना खाकर कर सकते हैं क्योंकि यह आपको चुस्त और तंदुरुस्त बनाए रखने के साथ ही सभी बीमारियों से भी बचाने में मदद करेगा। साथ ही यह आपके खून को साफ करके दिमाग को भी तेज बनाएगा।

(और पढ़ें - खून को साफ करने के घरेलू उपाय)

भीगा चना खाने का सही तरीका - Right way to eat soaked chana in hindi

भीगे हुए या अंकुरित काले चने में क्लोरोफिल, विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन डी, विटामिन के साथ ही फॉस्फोरस, पोटैशियम, मैग्नीशियम और कई और तरह के मिनरल्स भी होते हैं जिस कारण यह एक तरह का सुपरफूड माना जाता है। काले चने को भिगोने के लिए :

क्या-क्या चाहिए

  • एक मुट्ठी काला चना
  • 1 गिलास पानी

मु्ट्ठी भर काले चने को अच्छी तरह से धोकर 1 गिलास पानी में डालकर रातभर पानी में भीगने के लिए रख दें। सुबह उठकर चने को पानी से निकाल लें और खाली पेट ही इसका सेवन करें। आप चाहें तो भीगे हुए चने को सादा भी खा सकते हैं या फिर चने के साथ गुड़ को मिलाकर खा सकते हैं। (और पढ़ें - अंकुरित अनाज खाने के फायदे, नुकसान)

  • भीगा हुआ चना और गुड़ खाना सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद माना जाता है। ध्यान रहे कि भीगा हुआ चना और गुड़ इन दोनों ही चीजों को आपको अच्छी तरह से चबाकर खाना है।
  • सुबह खाली पेट भीगा हुआ चना और गुड़ खाने के कई फायदे हो सकते हैं। सुबह की एक्सरसाइज या वर्कआउट के बाद भीगा या अंकुरित चना और गुड़ एक बेहतरीन पोस्ट-वर्कआउट स्नैक है जो शरीर को एनर्जी देने का काम करता है। 
  • गुड़ और भीगा चना दोनों ही आयरन और प्रोटीन का बेहतरीन सोर्स है। ऐसे में मासिक धर्म के दिनों में महिलाएं चाहें तो चना और गुड़ खा सकती हैं। ऐसा करने से शरीर से हो रही खून की हानि की क्षतिपूर्ति करने में मदद मिल सकती है। 
  • अगर आपको बार-बार पेशाब आने की समस्या हो तो तब भी आप भीगा हुआ चना और गुड़ खा सकते हैं। समस्या को दूर करने में मदद मिल सकती है।

जैसा कि हमने पहले ही बताया कि प्रोटीन, फाइबर, आयरन और कार्बोहाइड्रेट्स के अलावा काला चना विटामिन बी6, फोलेट, राइबोफ्लेविन और कई तरह के खनिज जैसे- मैग्नीज, फॉस्फोरस और कॉपर का भी अच्छा सोर्स है। ऐसे में जब चने को रातभर के लिए पानी में भिगो दिया जाता है तो उसमें मौजूद पोषक तत्व और ज्यादा बढ़ जाते हैं और भीगे हुए चने को पचाना पेट के लिए भी आसान होता है। ऐसे में भीगा चना खाने के और क्या-क्या फायदे हो सकते हैं, यहां जानें:

(और पढ़ें - चने को भूनकर खाने के फायदे नुकसान)

भीगा चना खाने के फायदे इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए - Bheega chana khane ke fayde immunity ke liye

इन दिनों जब कोविड-19 महामारी चारों तरफ फैली है अपनी इम्यूनिटी को मजबूत बनाना बेहद जरूरी है ताकि आपका शरीर बीमारियों से बचा रहे। इसके लिए काले चने से बेहतर और सस्ता उपाय और कुछ नहीं है। 8-10 घंटे तक पानी में भीगे हुए चने को खाने से न सिर्फ इम्यूनिटी यानी रोगों से लड़ने की क्षमता मजबूत होती है बल्कि आपकी शारीरिक ताकत में भी बढ़ोतरी होती है जिससे आपको दिनभर काम करने की एनर्जी मिलती है। साथ ही भीगा हुआ चना खाने से शरीर में पित्त और कफ दोष को भी बैलेंस करने में मदद मिलती है।

(और पढ़ें - इम्यूनिटी कमजोर होना, कारण, लक्षण, इलाज)

भीगा चना खाने के फायदे कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए - Bheega chana khane ke fayde cholesterol ke liye

काले चने में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है और यह एक लो-ग्लाइसिमिक इंडेक्स वाला भोजन है। इसमें मौजूद फाइबर घुलनशील होता है जो बाइल एसिड से खुद को बांध लेता है और शरीर द्वारा उसे अवशोषित होने से रोकता है जिससे कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम होता है। रोजाना अगर आधा कप के आसपास भीगे हुए चने का सेवन किया जाए तो इससे शरीर में एलडीएल यानी बैड कोलेस्ट्रॉल के साथ ही टोटल कोलेस्ट्रॉल और ट्राईग्लिसराइड्स को भी कम करने में मदद मिलती है।

(और पढ़ें - कोलेस्ट्रॉल कम करने के घरेलू उपाय)

शरीर में खून बनाने में मदद करता है भीगा हुआ चना - Blood banane me faydemand hai bheega chana

जैसा कि हमने पहल ही बताया है कि काला चना आयरन का बेहतरीन सोर्स है और इसलिए यह खून की कमी की समस्या (एनीमिया) को दूर करने में मदद करता है। साथ ही एनर्जी लेवल को भी बढ़ाता है। गर्भवती महिलाएं, बच्चे को अपना दूध पिलाने वाली महिलाएं और बढ़ते बच्चे भी सीमित मात्रा में भीगे हुए काले चने का सेवन कर सकते हैं। शरीर में हीमोग्लोबिन के उत्पादन में भी मदद करता है काला चना इसलिए भी इसे खाना फायदेमंद है।

(और पढ़ें - एनीमिया के घरेलू उपाय)

भीगा चना खाने के फायदे कब्ज की समस्या दूर करने के लिए - Bheega chana khane ke fayde kabz ke liye

काले चने में घुलनशील फाइबर अच्छी मात्रा में होता है और इसलिए यह पाचन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है। कब्ज के कारण अक्सर आंत पर जोड़ पड़ता है, ऐसे में काले चने में मौजूद फाइबर कब्ज के खतरे को कम करता है। लिहाजा जिन लोगों को कब्ज की समस्या हो उन्हें काले चने को रातभर पानी में भिगो देना चाहिए और सुबह उठकर न सिर्फ खाली पेट चने का पानी पीना चाहिए बल्कि काले चने में थोड़ा सा जीरा पाउडर छिड़क कर उसे भी खा लेना चाहिए।

(और पढ़ें - कब्ज दूर करने के घरेलू उपाय)

भीगा चना खाने के फायदे त्वचा और बालों के लिए - Bheega chana khane ke fayde skin aur hair ke liye

भीगा हुआ चना सेहत के साथ ही आपकी सुंदरता को भी बढ़ाने में मदद कर सकता है। भीगे हुए काले चने में मैंगनीज होता है जो कोशिकाओं को ऊर्जा प्रदान करता है जिससे चेहरे पर बढ़ती उम्र के निशान नहीं दिखते। यह फ्री-रैडिकल्स से लड़ने के लिए जाना जाता है जो झुर्रियों का कारण बन सकते हैं और विटामिन बी कोशिकाओं के लिए ईंधन का काम करता है। स्किन के साथ ही मैंगनीज बालों के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। अक्सर मैंगनीज की कमी के परिणामस्वरूप बालों की वृद्धि धीमी होती है। इसके अलावा काले चने में प्रोटीन भी होता है जो बालों को झड़ने से रोकता है।

(और पढ़ें- इन गलतियों की वजह से चेहरे पर आती हैं झुर्रियां)

भीगा चना खाने के नुकसान - Bheega chana khane ke nuksan

वैसे तो भीगा हुआ काला चना खाने के सेहत और पोषक से जुड़े ढेरों फायदे हैं लेकिन इसका सीमित मात्रा में ही सेवन करने की सलाह दी जाती है। खाली पेट बहुत अधिक चना खाने के कुछ नुकसान भी हो सकते हैं:

  • उच्च फाइबर होने के कारण ज्यादा चना खाने से दस्त, पेट फूलना, पेट में ऐंठन और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  • जिन लोगों को किसी भी तरह की एलर्जी हो उन्हें भी चने का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • इसके अलावा अगर काला चना खाने के तुरंत बाद आपको त्वचा पर चकत्ते, सिरदर्द, खांसी जैसी दिक्कतें होने लगे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

चना खाने का सही समय क्या है? - chana khaane ka sahee samay kya hai?

भीगा चना खाने के फायदे और सही तरीका के डॉक्टर

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चना कब नहीं खाना चाहिए?

अगर आपको चना खाते ही खुजली, उल्टी या फिर एलर्जी राइनाइटिस की समस्या होती है तो आपको भी इसे खाने से बचना चाहिए। दरअसल, ये सब प्रोटीन एलर्जी या फिर फूड एलर्जी की वजह से होता है। इसी कारण से आपको मतली, उल्टी, पेट में दर्द और त्वचा में खुजली हो सकती है।

चने कब और कैसे खाएं?

किस समय खाएं भीगा चना डॉक्टर अबरार मुल्तानी कहते हैं कि भीगे हुए काले चने को खाने का सबसे सही समय सुबह के समय खाली पेट है. सुबह खाली पेट भीगा हुआ चना खाना सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद है. सुबह का नाश्ता हेल्दी और पोषक तत्वों से भरपूर होना बेहद जरूरी है, ताकि आप दिनभर ऊर्जावान बने रहें.

अंकुरित चना कब खाना चाहिए?

रोज सुबह खाली पेट मुठ्ठीभर अंकुरित चने खाने से डेली लाइफ की 7 प्रॉब्लम को दूर किया जा सकता है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट और हेल्थ से जुड़े सब्जेक्ट पर 10 से ज्यादा किताबें लिख चुके डॉ अबरार मुल्तानी के मुताबिक, देसी काला चना सेहत के नजरिए से बेहतरीन है। यह फाइबर्स, कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन्स और मिनरल्स का अच्छा सोर्स है।

सुबह खाली पेट चना कैसे खाएं?

सुबह खाली पेट एक मुट्ठी भुने हुए चने खाने से आप अपने वजन को भी कंट्रोल में रख सकते हैं। अगर आप अपने मोटापे से परेशान हैं, तो सुबह-सुबह नाश्ते में भुने हुए चने खा सकते हैं। चने खाने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है, जल्दी से भूख नहीं लगती है। इससे आप ओवरइटिंग से बचते हैं और वजन कंट्रोल में रहता है।