आप सबने अपने-अपने बचपन में चीटियों को एक लाइन में चलते हुए जरूर देखा होगा ! लेकिन क्या आप जानते हैं की चीटियां हमेशा एक लाइन में ही क्यों चलती है ! चलिए आज हम आपको इसी के बारे में जानकारी देते हैं ! Show
चींटियां सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाले कीड़े की श्रेणी में आती हैं। एक विशेष प्रजाति 'पोगोनॉमीमेक्स ऑही' की रानी चींटी 30 सालों तक जिंदा रहती है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा की चीटियां अपने वजन से 50 गुना ज्यादा वजन उठा सकती हैं।
वैसे तो चींटियों की आंखें होती हैं, लेकिन वो भी सिर्फ दिखावे के लिए होती हैं। उनसे वो देख नहीं सकती हैं !चीटियों में सूंघने की शक्ति बहुत तेज होती है ! जब चीटीयॉ खाने की खोज में निकलती हैं तो सबसे आगे चलने वाली चीटी चलते समय रास्ते में फेरोमोंस (Pheromones) नामक रसायन छोडती जाती हैं जिससे उनके पीछे चलने वाली चीटियॉ उसी रसायन को सूॅघ कर आगे बढती जाती है और उनकी एक कतार या लाइन बन जाती है ! यही कारण है कि हमें चीटियॉ हमेशा लाइन में ही चलती हुई दिखाई देती हैं ! प्रश्न में औरत सच बोल रही है क्योंकि उसका एक बच्चा रात्री के 12 बजे से पहले तथा दूसरा बच्चा उसी रात्री को 12 बजे के बाद पैदा हुआ है। इस तरह दोनों बच्चे जुड़वाँ हुए परन्तु दोनों की जन्म तारीख तथा दिन अलग-अलग होंगे। We welcome your questions if any. Please ask your questions in comment section. You can log in with your Gmail Id or select Anonymous in "comment as" option while asking questions in comment section. चीटियां हमेशा लाइन में ही क्यों चलती हैं? जान लीजिए ये रहस्यफीचर डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: सोनू शर्मा Updated Mon, 05 Aug 2019 06:41 PM IST पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने के लिए भगवान ने छोटे-बड़े हर तरह के जीव-जंतु बनाए हैं। इनमें से एक चींटी भी है। आपने अक्सर देखा होगा कि चीटियां हमेशा एक लाइन में ही चलती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों है? चलिए हम बताते हैं कि इसके पीछे कौन सा रहस्य छुपा हुआ है? चींटियां सामाजिक प्राणी होती हैं, जो कॉलोनी में रहती हैं। इस कॉलोनी में रानी चींटी, नर चींटी और बहुत सारी मादा चीटियां होती हैं। रानी चींटी के बच्चों की संख्या लाखों में होती है। नर चींटियों की पहचान ये होती है कि उनके पंख होते हैं, जबकि मादा चींटियों के पंख नहीं होते हैं। वैसे आमतौर पर हम सिर्फ लाल और काली चींटियों के बारे में ही जानते हैं, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनियाभर में चींटियों की 12 हजार से भी ज्यादा प्रजातियां मौजूद हैं। अंटार्कटिका को छोड़कर दुनिया के हर कोने में चींटियां पायी जाती हैं। दुनिया की सबसे खतरनाक चींटियां ब्राजील में स्थित अमेजन के जंगलों में पायी जाती हैं। कहते हैं वो इतना तेज डंक मारती हैं, जैसे लगता है बंदूक की गोली शरीर में घुस गई हो। इसी खासियत की वजह से इन चींटियों को 'बुलेट एंट (चींटी)' के नाम से जाना जाता है। चींटियां सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाले कीड़े की श्रेणी में आती हैं। दुनिया में कुछ कीड़े ऐसे हैं, जो महज कुछ दिन या कुछ घंटे ही जीवित रहते हैं, वहीं इसके विपरीत एक विशेष प्रजाति 'पोगोनॉमीमेक्स ऑही' की रानी चींटी 30 सालों तक जिंदा रहती है। Ants walk in the same lineज्ञान की बात: आखिर एक ही लाइन में क्यों चलती हैं चीटियां? जानें इसके पीछे क्या है रोचक कारण(Image-Social Media)नई दिल्ली: अक्सर हम देखते है गर्मियों में चीटियां हर जगह दिखाई देती खास कर उस जगह जहां खाने-पीने की चीजें रखी हो या फिर नमी वाली जगहों पर रहती है, इससे हम काफी परेशान भी हो जाते है, अक्सर हमेशा ही आपने चीटियों को एक ही कतार में चलते हुए देखा होगा, लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि आखिर ये चीटियां हमेशा एक ही लाइन में क्यों चलती है? आखिर इसके पीछे ऐसी क्या वजह है जो ये बेजुबान चीटियां बड़े अनुशाशन में एक ही कतार में चलती है। सोचा तो आपने कई बार होगा लेकिन इसका जवाब शायद आपको नहीं मिला होगा आज हम आपको इसी जिज्ञासु सवाल का जवाब देने जा रहे है आइए जानते है… एक ही कतार में क्यों चलती है चीटियां..जैसा की हम सब जानते है, चीटियां सामाजिक प्राणी है। ये कभी भी अकेली नहीं रहतीं। इन्हें हमेशा कॉलोनी में एक साथ इकट्ठा होकर रखते हुए ही देखा जाता है। कई बार आपने घर में चीटियों की लंबी कतार देखी होगी। चींटी को अगर छोटा समझ आप नजरअंदाज कर देते हैं, तो यह आपकी गलतफहमी है। जी हां जानकारी के लिए आपको बता दें कि अपने आकार के प्राणियों में चींटी सबसे मजबूत है। ये अपने वजन से 50 गुना ज्यादा वेट उठा लेती हैं।अब हम आपको पहले सवाल का जवाब देते है कि आखिर चीटियां एक ही लाइन में क्यों चलती है। एक साथ लाइन में चलने का खास कारणशायद यह जानकारी आपको नहीं है, तो आज हम आपको बता दें कि जिन चीटियों को हम रोज देखते हैं, उनके कान नहीं होते, जी हां ये सुन नहीं सकती हैं। हालांकि, इनकी आंखें होती हैं। लेकिन इन्हें मात्र दिखावे के लिए समझ लीजिये। ये देख नहीं पाती हैं।`ऐसे चीटियां खाने की तलाश में निकलती है, तो इनके आगे रानी चींटी चलती है। ये अपनी बॉडी से एक खास रसायन को छोड़ती है, जिसे फेरोमोंस कहते हैं। इसकी गंध से बाकी की चीटियां रानी चींटी को फॉलो करती है। इससे वो लाइन बनती है जिसमें ये चलती हैं। इस खास वजह से चीटियां एक साथ लाइन में चलती है। चीटियों से जुड़ा एक खास तथ्यइसके अलावा आज हम आपको चीटियों से जुड़े कुछ खास तथ्य भी बता रहे है, बता दें कि चीटियों की बॉडी में फेफड़े नहीं होते। ऐसे में सांस कैसे लेते होंगे? तो आपको बता दें कि ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड के लिए चीटियों की बॉडी में छोटे छोटे छेद बने होते हैं। इसी के जरिये ये चीटियां सांस ले पाती हैं। चींटी एक ही लाइन में क्यों चलती है?जब चीटियां खाने की खोज में बाहर आती हैं, तो उनमें सबसे आगे रानी चलती है। रानी चींटी रास्ते में एक रसायन छोड़ती है जिसका नाम फेरोमोन्स है। इसी की गंध को सूंघकर बाकी चींटियां भी पीछे-पीछे लाइन में चलती रहती हैं। इसकी वजह से एक लाइन बन जाती हैं।
चिट्टियां कतर में क्यों चलती है?जब चीटियाँ खाने की खोज में निकलती हैं तो सबसे आगे चलने वाली चींटी चलते समय फेरोमोंस (Pheromones) नामक रसायन छोड़ती है जिसे उसके पीछे चलने वाली चीटियाँ सूँघ कर आगे बढ़ती है जिसके कारण उनकी एक कतार या लाइन बन जाती है। यही कारण है कि हमें चीटियाँ हमेशा लाइन में ही चलती हुई दिखाई देती हैं।
घर में काली चीटियों का आना क्या संकेत देता है?यदि घर में अचानक काली चीटियां दिखाई देने लगें तो यह एक शुभ संकेत है. आपके जीवन में कोई बदलाव होने वाला है. कोई ऐसा परिवर्तन, जो आपके लिए लाभदायक होगा. आपके परिवार के लिए मंगलकारी होगा, लेकिन इसका तात्पर्य ये कतई नहीं है कि आप अनिश्चितकाल तक चीटियों को इसी प्रकार आते रहने दें या फिर उन्हें आमंत्रित करें.
चींटी आने का क्या संकेत है?चींटियां अगर उत्तर दिशा से निकलें तो घर में सुख आने वाला है, अगर दक्षिण दिशा से निकलें तो लाभप्रद है। अगर पूर्व दिशा से निकलें तो कोई नकारात्मक सूचना घर आ सकती है। अगर पश्चिम से चीटियां निकलें तो कहीं बाहर जा सकते हैं।
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