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Dileep Vishwakarma7 months ago भौतिक पूंजी एक प्रकार की संपत्ति है जिसका उपयोग उत्पादन या निर्माण प्रक्रिया में किया जाता है जो किसी व्यवसाय को उपभोक्ताओं को बिक्री के लिए सामान और सेवाएं बनाने की अनुमति देता है। ... संयंत्र के साथ-साथ वास्तविक उत्पादन प्रक्रिया में, वेयरहाउस जैसी सुविधाएं, जो कंपनी के स्वामित्व में हैं, को भौतिक पूंजी माना जाएगा। विषयसूची
भौतिक पूंजी क्या है परिभाषा?इसे सुनेंरोकेंभौतिक पूंजी एक प्रकार की संपत्ति है जिसका उपयोग उत्पादन या निर्माण प्रक्रिया में किया जाता है जो किसी व्यवसाय को उपभोक्ताओं को बिक्री के लिए सामान और सेवाएं बनाने की अनुमति देता है। मशीनरी के साथ, इमारतों को आमतौर पर भौतिक पूंजी के रूप में भी वर्गीकृत किया जाता है। मानव पूंजी निर्माण की क्या भूमिका है?इसे सुनेंरोकेंमानव पूंजी (मानव संसाधन) निर्माण में शिक्षा की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। शिक्षा एवं कौशल किसी व्यक्ति की आय को निर्धारित करने वाले प्रमुख कारक हैं। शिक्षा श्रम की गुणवत्ता में वृद्धि करती है और कुल उत्पादकता में वृद्धि करने में सहायता करती है। कुल उत्पादकता देश के विकास में योगदान देती है। भौतिक पूंजी किसे कहते हैं कितने प्रकार की होती है समझाइए? इसे सुनेंरोकेंभौतिक पूंजी का तात्पर्य पूंजी से है जो प्रकृति में मूर्त है, जैसे कि धन, संयंत्र और मशीनरी, फर्नीचर और स्थिरता, भवन आदि। इसे सुनेंरोकेंभौतिक पूंजी का तात्पर्य कंपनी की गैर-मानवीय संपत्ति से है, जैसे कि संयंत्र और मशीनरी, उपकरण और उपकरण, कार्यालय की आपूर्ति आदि जो उत्पादन की प्रक्रिया में मदद करते हैं। भौतिक पूंजी गुण क्या है? इसे सुनेंरोकेंभौतिक पूंजी वह है जो अर्थशास्त्री उत्पादन के तीन मुख्य कारकों को कहते हैं । इसमें मूर्त, मानव निर्मित सामान होते हैं जो उत्पाद या सेवा बनाने की प्रक्रिया में सहायता करते हैं। मशीनरी, भवन, कार्यालय या गोदाम की आपूर्ति, वाहन, और कंप्यूटर जो एक कंपनी के मालिक हैं, सभी को इसकी भौतिक पूंजी का हिस्सा माना जाता है। पूंजी कितने प्रकार की होती हैं?पूंजी के प्रकार (punji ke prakar)
मानव पूंजी क्या है परिभाषा?इसे सुनेंरोकेंमानवीय पूंजी गठन शब्द का अर्थ, “व्यक्तियों की संख्या को प्राप्त करने और बढ़ाने की प्रक्रिया जिनमें कौशल, शिक्षा और अनुभव होता है जो देश के आर्थिक और राजनीतिक विकास के लिए महत्वपूर्ण होते हैं । इस प्रकार, यह मनुष्य में निवेश और उसके विकास के साथ एक रचनात्मक उत्पादक संसाधन के रूप में जुड़ा होता है ।” स्थायी पूंजी क्या है? इसे सुनेंरोकेंस्थायी पूंजी से आशय उस सम्पत्ति से है, जो कि व्यापार में विक्रय के उद्देश्य से नहीं लगायी जाती है और न ही उसे व्यापार के कार्यकलापों को बदलते हुए बेचा जा सकता है। दूसरे शब्दों में हम यह कह सकते हैं, कि जो पूँजी स्थायी सम्पत्ति पर विनियोग करने के लिए ली जाती है उसे स्थायी पूँजी कहते हैं। स्थाई पूंजी का उदाहरण क्या है? इसे सुनेंरोकेंजब बिजनेस को शुरु किया जाता है तो एक फिक्स अमाउंट को तैयार किया जाता है। उस फिक्स अमाउंट को ही स्थाई पूंजी कहा जाता है। इस स्थाई पूंजी से बिजनेस शुरु करने में होने वाले सभी खर्च का वहन किया जाता है। बिजनेस के शुरुआत में जितना भी खर्च होता है। पूंजी को हिंदी में क्या कहते हैं?इसे सुनेंरोकें۱. راس المال ، سرمایہ ، دولت. ۲. مال ، اسباب ، سامان. स्थाई पूंजी से क्या तात्पर्य है?मानव पूंजी से आप क्या समझते हैं class 9? इसे सुनेंरोकेंमानव पूंजी निर्माण में स्वास्थ्य एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अच्छा स्वास्थ्य श्रमिकों की निपुणता को बढ़ाता है। किसी व्यक्ति का स्वास्थ्य उसे अपनी क्षमता को प्राप्त करने और बीमारियों से लड़ने को शक्ति प्रदान करता है। स्वास्थ्य किसी व्यक्ति के कल्याण को मापने का अपरिहार्य आधार है। मानव पूंजी क्या है class 9? इसे सुनेंरोकेंAnswer: उत्तर. मानव पूंजी का अर्थ मानवीय संपत्ति मानव पूंजी ज्ञान, कौशल, अनुभव और सामाजिक गुणों का योग है। भौतिक पूंजी के अंतर्गत कौन कौन सी मदें आती हैं?इसे सुनेंरोकें- वहु विधि फसल प्रणाली किसे कहते हैं? – भौतिक पूँजी उन सभी संसाधनों को कहते हैं जो हमारे रोज मर्रा के उपयोग में मदद करती हैं । इसके अंतर्गत निम्न मदें आती हैं । भूमि । श्रम । भौतिक पूंजी की अभिक्रिया क्या है?उत्तर. भौतिक पूंजी एक प्रकार की संपत्ति है जिसका उपयोग उत्पादन या निर्माण प्रक्रिया में किया जाता है। उदा. - किसान का हल से लेकर परिष्कृत मशीनें-जैसे- जनरेटर, टरबाइन, कम्प्यूटर आदि आते हैं।
मानव पूंजी एवं भौतिक पूंजी से क्या आशय है?भौतिक पूंजी का तात्पर्य कंपनी की गैर-मानवीय संपत्ति से है, जैसे कि संयंत्र और मशीनरी, उपकरण और उपकरण, कार्यालय की आपूर्ति आदि जो उत्पादन की प्रक्रिया में मदद करते हैं। मानव पूंजी से तात्पर्य कर्मचारी द्वारा संगठन में लाई गई ज्ञान, प्रतिभा, कौशल और क्षमताओं के भंडार से है। आर्थिक और तकनीकी प्रक्रिया।
पूंजी कितने प्रकार के होते हैं?पूंजी के प्रकार (punji ke prakar). अचल एवं चल पूंजी वह पूंजी को स्थाई होती है वह अचल पूंजी है एवं जिसका उत्पादन मे उपयोग संभव होता है। ... . उत्पत्ति एवं उपभोग पूंजी ... . एक उपयोगी एवं बहु उपयोगी पूंजी ... . व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक पूंजी ... . भौतिक एवं वैयक्तिक पूंजी ... . पारिश्रमिक एवं सहायक पूंजी ... . देशी एवं विदेशी पूंजी. भौतिक पूंजी के अंतर्गत कौन कौन सी मदें आती है?भौतिक पूंजी जैसे औजार, मशीने, भवन, कच्चा माल और मुद्रा आदि ।
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