चीटियों को भोजन कराने से क्या होता है? - cheetiyon ko bhojan karaane se kya hota hai?

लगातार शादी में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए आप पंडित जी द्वारा बताए गए इन उपायों को एक बार जरूर आजमा कर देखें।  

सभी के घरों में चींटियां पाई जाती हैं। चींटियों के प्रकार भी कई तरह के होते हैं। आमतौर पर चींटियां लाल या फिर काली होती हैं। हिंदू धर्म में चींटियों का भी धार्मिक महत्व बताया गया है। खासतौर पर चींटियों को भोजन कराने के कई लाभ हैं, क्योंकि चींटियों का संबंध सौर्य मंडल में मौजूद ग्रहों से भी बताया गया है। 

हमने भोपाल के ज्योतिषाचार्य एवं पंडित विनोद सोनी जी से इस संबंध में बात की और जाना कि चींटियों को भोजन कराने से किस तरह के लाभ प्राप्त होते हैं। विनोद जी कहते हैं, 'घर में चींटियों के निकलने से शुभ और अशुभ संकेत दोनों ही मिलते हैं। मगर यदि आप उन्हें भोजन कराती हैं तो जीवन में आ रही कई बाधाएं भी दूर हो जाती हैं।'

खासतौर पर यदि किसी कन्या के विवाह में अड़चन आ रही है, तो चींटियों को भोजन करना एक उपाय बन सकता है। चलिए इस विषय में विस्तार से जानते हैं।  

इसे जरूर पढ़ें- गाय को नियमित गुड़-रोटी खिलाएं, होंगे ये फायदे

चीटियों को भोजन कराने से क्या होता है? - cheetiyon ko bhojan karaane se kya hota hai?

लाल या काली कौन सी चींटियां होती हैं शुभ? 

लाल और काली चींटियों में से काली चींटियों को शुभ माना जाता है। इसलिए अगर आपके घर पर काली चींटियां हैं, तो उन्हें भोजन कराया जा सकता है, वहीं लाल चींटियों को अशुभ माना गया है। इन्‍हें जितनी जल्‍दी हो सके उतनी जल्दी घर से बाहर निकालने के उपाय करने चाहिए। आपको बता दें लाल चींटियां इतनी अशुभ होती हैं कि आपको कर्ज तक में डुबा सकती हैं। यह अपने साथ घर में नकारात्मकता (घर से हटानी है नकारात्मक ऊर्जा हटाने के टिप्‍स) भी लेकर आती हैं।  

किस ग्रह से होता है चींटियों का संबंध? 

काली चींटियों का संबंध शनि और राहु ग्रह से होता है। पंडित जी कहते हैं, 'जिन कन्याओं की कुंडली में शनि छठे भाव में हो और सूर्य अष्‍ठम में हो, उनकी शादी में बहुत बाधाएं आती हैं। वहीं अगर कुंडली में शनि और राहु की युति बन रही होती है, तब भी अधिक उम्र में कन्‍या का विवाह होता है।' ऐसे में यदि कन्‍या राहु और शनि के उपाय करती है, तो विवाह में आ रही अड़चनें समाप्त हो जाती हैं।  

पीपल के वृक्ष में शनि देव चींटियों के रूप में वास करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि हर शनिवार को पीपल के पेड़ में जल और चीनी चढ़ानी चाहिए। यदि आप ऐसा करती हैं तो आपको बहुत लाभ होगा। हो सकता है कि शादी में आ रही अड़चने भी दूर हो जाएं।  

इसे जरूर पढ़ें- Vastu Expert Tips: क्‍या संकेत देता है घर पर चीटियों का होना, पंडित जी से जानें

चीटियों को भोजन कराने से क्या होता है? - cheetiyon ko bhojan karaane se kya hota hai?

चींटियों को क्‍या खिलाएं? 

शनिवार के दिन आप चींटियों को चावल और आटा भी खिला सकते हैं। ऐसी मान्‍यता है कि काली चींटियां भगवान विष्‍णु का स्वरूप होती हैं। आप चींटियों को गुड़ और पंजीरी भी भोजन के रूप में खिला सकती हैं। ऐसा करने से भी शादी में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।  

चींटियों को किस दिन भोजन दें? 

वैसे तो आप चींटियों को नियमित भोजन दे सकती हैं, मगर शनिवार को चींटियों को भोजन जरूर कराएं। बेस्‍ट होगा कि आप शनिवार की सुबह यह काम करें। यदि आप ऐसा हर शनिवार करती हैं, तो शादी में आ रही बाधाएं दूर हो जाएंगी।  

उम्‍मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी इसी तरह अगर आप और धर्म से जुड़ी बातें जानना चाहती हैं, तो हरजिंदगी से जुड़ी रहें।  

Image Credit: Shutterstock, Freepik

क्या आपको ये आर्टिकल पसंद आया ?

बेहतर अनुभव करने के लिए HerZindagi मोबाइल ऐप डाउनलोड करें

चीटियों को भोजन कराने से क्या होता है? - cheetiyon ko bhojan karaane se kya hota hai?

Disclaimer

आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, पर हमसे संपर्क करें।

चीटियों को भोजन कराने से क्या होता है? - cheetiyon ko bhojan karaane se kya hota hai?

कहते की चींटियों को आटा गुड़ खिलाने से सभी परेशानिया दूर हो जाती हैं। शास्त्रोमे चींटी को भगवान विष्णु का रुप माना जाता है। वही काले रंग की चींटियों को शनिदेव का प्रतीक भी माना जाता है। वास्तु शास्त्रमें बताया गया हैं की अलग- अलग रंग की चींटी का महत्व भी अलग-अलग होता है। इन चींटियों को उनकी मनपसंद चीज खिलाने से देवतागण भी प्रसन्न रहते हैं। काले रंग की चींटियों को शनिदेव का आर्शीवाद प्राप्त है।

चलिए बात करते हैं चींटियों के महत्व के बारे में और उनको क्या खिलाना चाहिए।

  • आटे में चीनी मिलाकर डालने से व्यक्ति हर बंधन से मुक्त हो जाता है।
  • चींटियों को प्रतिदिन भोजन देने से वह आपको जान लेती है और आपको खूब दुआ देती है। जोकि आपको हर संकट से बचाती हैं।
  • कभी आपको लाल चींटियों की कतार दिखे जोकि अपने मुंह में अंडे दबाए हुए निकलते दिखे तो यह संकेत होता है कि जल्द ही आपके जीवन में खुशियां आने वाली है।
  • काली चींटियों को चावल में चीनी मिलाकर खिलाने से सौभाग्य में वृद्धि होती है, परिवार में सुख-शांति और आपसी समज बढ़ती है।
  • काली चींटियों को नारियल के सूखे पाउडर में चीनी मिलाकर खिलाने से नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है।
  • अगर आपको नौकरी मिलने में परेशानी हो रही है तो आप बादाम के पाउडर में चीनी मिलाकर चींटियों को खिलाएं। इससे नौकरी का योग खुल जाते हैं।

चीटियों को भोजन खिलाने से क्या होता है?

चीटियों को भोजन खिलाने का महत्व: - हजारों चींटियों को प्रतिदिन भोजन देने से वे चीटियां आपको पहचानकर आपके लिए अच्छे भाव रखने लगती हैं और दुआ देने लगती हैं. - चीटियों की दुआ का असर आपको हर संकट से बचा सकता है. - लाल चींटियों की कतार को मुंह में अंडे दबाए निकलते देखना शुभ है. इससे सारा दिन शुभ और सुखद बना रहता है.

चींटियों को शक्कर खिलाने से क्या होता है?

चींटियों को शक्कर या आटा खिलाने से किसी व्यक्ति के ऊपर जो बाधा होती है वह नष्ट हो जाती है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, चींटियों को भोजन कराने से देवता प्रसन्न रहते हैं। काली चींटी को भगवान विष्णु का रूप माना गया है। काली चींटियों को शनिदेव का प्रतीक भी माना जाता है।

चीटियों को दाना कब डालना चाहिए?

चींटियों को आटा खिलाने से बुरे बंधन से मुक्ति मिलती है। जो व्यक्ति बहुत समय से कर्ज से परेशान हैं, शनिवार के दिन चीटियों को आटा खिलाने से कर्ज से मुक्ति के द्वार खुल जाते हैं। चींटियों को आटा खिलाने से आने वाले संकट टल जाते हैं या उनका प्रभाव कम हो जाता है।

घर में काली चींटियां हो तो क्या करें?

यदि घर में अचानक काली चीटियां दिखाई देने लगें तो यह एक शुभ संकेत है. आपके जीवन में कोई बदलाव होने वाला है. कोई ऐसा परिवर्तन, जो आपके लिए लाभदायक होगा. आपके परिवार के लिए मंगलकारी होगा, लेकिन इसका तात्पर्य ये कतई नहीं है कि आप अनिश्चितकाल तक चीटियों को इसी प्रकार आते रहने दें या फिर उन्हें आमंत्रित करें.