छोटे बच्चे ka सिर गर्म क्यों रहता है? - chhote bachche ka sir garm kyon rahata hai?

छोटे बच्चे ka सिर गर्म क्यों रहता है? - chhote bachche ka sir garm kyon rahata hai?

अकसर आपने देखा होगा कि कुछ बच्चों का सिर हर वक्त गर्म रहता है। अगर उनका बुखार चेक करो तो एकदम सामान्य है लेकिन उसके बावजूद सिर के गर्म रहने के पीछे का कारण हम नहीं पता लगा पाते हैं। माता-पिता इस बात से काफी परेशान रहते हैं कि उनके बच्चे का सिर किस कारण से गर्म है। आज का हमारा लेख भी इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि ऐसे कौन से कारण हैं, जिससे बच्चों का सर गर्म रहता है। साथ ही इससे बचने के उपाय के बारे में भी जानेंगे। पढ़ते हैं आगे...

छोटे बच्चे ka सिर गर्म क्यों रहता है? - chhote bachche ka sir garm kyon rahata hai?

शिशु और छोटे बच्चों का सिर क्यों रहता है गर्म?

बता दें कि बच्चों के गर्म सिर के पीछे चिंता वाली बात नहीं है। इसके पीछे कुछ आम कारण हो सकते हैं। जो इस प्रकार हैं-

1 - गर्म आहार का सेवन करने से बच्चों के सिर का तापमान बढ़ सकता है। बता दें कि इस पर एक शोध भी सामने आया है, जो यह साबित करता है कि यदि छोटे बच्चों की डाइट में ज्यादा गर्म चीजों को जोड़ा जाए तो इससे उनका सिर भी गर्म हो सकता है। रिसर्च एनसीबीआई नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन की वेबसाइट पर जारी की गई है। रिसर्च पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...

2 - जब बच्चे अपनी दिनचर्या में शारीरिक गतिविधियों को जोड़ते हैं। तो इस दौरान बच्चों के शरीर में आरओएस यानी रिएक्टिव ऑक्सीजन स्पीशीज का स्तर बढ़ने लगता है। जिससे शरीर का तापमान भी बढ़ सकता है। ऐसे में छोटे बच्चे अधिक हाथ पैर हिलाते हैं या खेलते हैं तो इससे शरीर में गर्मी का उत्पादन हो सकता है और उनका सिर गर्म महसूस हो सकता है।

3 - जब मां नवजात शिशु को स्तनपान कराती है तब मां की त्वचा के संपर्क में आने से बच्चों के शरीर का तापमान बढ़ सकता है। इसके कारण ही बच्चे के सिर का तापमान भी बढ़ सकता है। ऐसे में बिना बुखार के भी बच्चे का सिर गर्म महसूस हो सकता है।

4 - बता दें कि जब बच्चों के दांत आना शुरू हो जाते हैं तो उस दौरान भी बच्चों के शरीर के तापमान में बदलाव आ सकता है। ऐसे में बच्चों का सिर भी गरम महसूस हो सकता है। हालांकि दांत आने पर कई बार बच्चों को बुखार की स्थिति का सामना भी करना पड़ता है। इससे संबंधित एक रिसर्च भी सामने आई है। रिसर्च पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

इसे भी पढ़ें- बच्चों के तलवे सपाट होने (फ्लैट फुट) के हो सकते हैं 4 कारण, जानें इससे बचाव के उपाय

5 - बच्चे पर कमरे के तापमान का भी प्रभाव पड़ता है। यदि कमरे का तापमान ठंडा है तो बच्चे का सिर भी ठंडा मालूम होगा और कमरे का तापमान गर्म है तो बच्चे का सिर भी गर्म महसूस हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि गर्म वातावरण में रहने के कारण शरीर से गर्मी को दूर करना मुश्किल है। ऐसे में शरीर का तापमान भी गर्म महसूस होता है। इसी आधार पर हम कह सकते हैं कि बच्चे के शरीर का तापमान भी गर्म हो सकता है।

6 - अकसर माताएं अपने बच्चे को सर्दी से बचाने के लिए उन्हें गर्म गर्म कपड़े पहनाती हैं, जिसके कारण बच्चों के शरीर का तापमान बढ़ने लगता है और बच्चों को गर्मी लगती है। इस कारण भी बच्चों का सिर गर्म महसूस हो सकता है।

7 - बच्चों के सिर के गर्म होने के पीछे बायोकेमिकल चेंज भी जिम्मेदार हो सकते हैं। जब शरीर में बायोकेमिकल चेंज होते हैं तो इसके कारण शरीर का तापमान बढ़ने लगता है। यह बायोकेमिकल चेंजेज तनाव लेने के कारण होते हैं। जब बच्चा किसी बात पर मानसिक तनाव का सामना करता है तो उस कारण उसके शरीर का तापमान बढ़ने लगता है और उसका सर गर्म महसूस हो सकता है।

छोटे बच्चे ka सिर गर्म क्यों रहता है? - chhote bachche ka sir garm kyon rahata hai?

बच्चों को बुखार कब होता है?

हमारे सामने एक रिसर्च सामने आई है, जिसके आधार पर यदि बच्चे का तापमान 100.4 डिग्री फारेनहाइट यानी 38 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा है तो ऐसे में बच्चों को बुखार की श्रेणी में डाला जाता है। इन बच्चों को तुरंत डॉक्टर से संपर्क करवाना जरूरी है। रिसर्च पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...

इसे भी पढ़ें- शिशुओं के बार-बार जम्हाई या उबासी लेने के हो सकते हैं ये 5 कारण, जानें इसे कंट्रोल करने के आसान तरीके

शिशु के सिर को गर्म होने से कैसे रोकें?

1 - मौसम के तापमान के आधार पर बच्चों के कपड़ों का चुनाव करें। अगर ज्यादा ठंड है तो ऊनी कपड़ों का चुनाव करें और सामान्य ठंड है तो उन्हीं कपड़ों के कारण बच्चों के शरीर का तापमान बढ़ सकता है। ऐसे में ऊनी कपड़ों को अवॉइड करने की कोशिश करें और पतले व कॉटन कपड़ों का इस्तेमाल करें।

2 - जब भी शिशु को स्तनपान कराएं तो उस दौरान शिशु की स्थिति को बदलते रहें, जिससे मां के संपर्क में आने के कारण बच्चे के शरीर का तापमान ना बढ़ जाए।

3 - कुछ माताओं की आदत होती है कि वह अपने बच्चे को जब भी स्तनपान कराती हैं तो उसे पूरी तरीके से ढ़क देती हैं। ऐसा करना गलत है। ऐसा करने से भी बच्चे के शरीर का तापमान बढ़ सकता है और उसका सिर गर्म महसूस हो सकता है। माताएं जब भी अपने बच्चों को स्तनपान कराएं तो उसे पूरी तरीके से ना ढ़कें।

4 - शिशु को ढीले और आरामदायक कपड़े ही पहनाएं।

5 - शिशु को जिस कमरे में सुलाएं उसका तापमान भी सामान्य रखें। ज्यादा गर्म या ज्यादा ठंडे तापमान से शिशु को दिक्कत महसूस हो सकती है।

6 - यदि बच्चे के सिर में गर्माहट उसके दांत निकलने के कारण हो रही है तो ऐसे में बच्चे को टीथर दें, जिससे दांत आने के वक्त पैदा होने वाली कई स्थितियों को नियंत्रित किया जा सके।

7 - अगर बच्चा तनाव में है तो माताएं अपने बच्चे का ध्यान भटकाएं, जिससे बच्चे का मानसिक स्तर सही बना रहे। बच्चे का तालाब में रहना सही नहीं है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।

8 - तेज धूप या गर्माहट में बच्चे को बाहर ले जाने से पहले उसे किसी चीज से ढक दें या ऐसे तापमान में बच्चों को बाहर ले कर जानें से बचें।

9 - बच्चे के शरीर को हाइड्रेट बनाए रखना भी माता-पिता की जिम्मेदारी है। ऐसे में बच्चे के स्तनपान और पानी दोनों का ख्याल रखना जरूरी है।

डॉक्टर से कब मिले

1 - बच्चे को ज्यादा पसीना आने पर

2 - बच्चे को सांस लेने में दिक्कत महसूस होने पर।

3 - डिहाइड्रेशन की समस्या होने पर

4 - गले में खराश होने पर।

5 - बच्चे को मतली या उल्टी दस्त आने पर

6 - शिशु की त्वचा में बदलाव महसूस करने पर

7 - शिशु को चिड़चिड़ापन होने पर

नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि बिना बुखार के भी बच्चों का सिर गर्म रह सकता है। हालांकि इसके पीछे कुछ सामान्य कारण ही होते हैं। लेकिन इन कारणों को समय रहते दूर करना जरूरी है वरना कई समस्याएं हो सकती हैं।

इस लेख में फोटोज़ Freepik से ली गई हैं।

बच्चे का सिर गर्म होने का क्या कारण है?

यह आमतौर पर गर्म और शुष्‍क मौसम के दौरान हो सकता है। इसके अलावा अगर आप अपने बच्चे को मौसम के हिसाब से कपड़े नहीं पहनाते हैं, तो संभावना है कि उसका सिर गर्म रहे। यहां तक कि ठंड के मौसम में बच्चे को टोपी या सर्दियों की टोपी पहनाने से भी उसका सिर शरीर के बाकी हिस्सों की तुलना में गर्म हो सकता है।

बच्चे का सिर गर्म होने पर क्या करना चाहिए?

बड़े शिशु और बच्चे जो भी चाहें पी सकते हैं, जैसे कि नारियल पानी, नींबू पानी या छाछ आदि। थोड़ी मात्रा में शुरुआत करना बेहतर है। शिशु को लिटाएं, ठंडे पानी से उसे स्पंज स्नान कराएं और हाथ में कोई भी चीज लेकर उसे हवा करें। यदि आप घर पर हों, तो गुनगुने पानी से शिशु को नहलाने से भी फायदा हो सकता है।

बच्चों का तापमान कितना होना चाहिए?

शरीर का सामान्य तापमान लगभग 98.6° F (37°C) होता है। सामान्य तौर पर, 100.4°F (38°C) से ऊपर का तापमान होने पर बुखार होता है।