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यदि सर्दी-जुकाम या खांसी से ग्रस्त व्यक्ति छोटे बच्चे के पास छींकता, खांसता या बात करता है तो उससे बच्चे को भी इंफेक्शन हो सकता है। जुकाम से ग्रस्त व्यक्ति शिशु को छूता है तो इससे भी बच्चे को वायरस पकड़ सकता है। संक्रमित व्यक्ति के शिशु के आंख,
नाक या मुंह को छूने पर बच्चे को भी इंफेक्शन हो सकता है। कुछ वायरस जमीन, पर्दों, खिलौनों या चीजों पर दो या इससे ज्यादा घंटे तक रहते हैं। इन्हें छूने पर भी बच्चा वायरस के संपर्क में आ सकता है। यह भी पढ़ें : शिशु को जुकाम होने पर इन घरेलू नुस्खों को आजमाएं कैसे बनाएं अजवाइन की पोटलीयहां हम आपको अजवाइन की पोटली बनाने के
तरीके के बारे में बता रहे हैं।
0 से 6 महीने के बच्चे के लिए उपयोगअगर आपके नवजात शिशु को जुकाम हो गया है या उसके सीने में कफ जम गया है तो सरसों या नारियल तेल को हल्का गुनगुना कर लें। इस तेल से शिशु की मालिश करें और पोटली को हल्के-हल्के से बच्चे के सीने पर लगाएं। यह भी पढ़ें : बच्चों को खांसी जुकाम हो तो घर पर बनाएं काढा और करें इलाज पोटली के इस्तेमाल से पहले क्या करेंयहां इस बात का ध्यान रखें कि पोटली बहुत हल्की गर्म होनी चाहिए क्योंकि बच्चा ज्यादा गर्म सिकाई सहन नहीं कर पाएगा। शिशु की नाक बह रही है या जुकाम तेज हो रहा है तो गुनगुनी अजवाइन की पोटली शिशु के तकिए के नीचे रख दें। इस तरह अजवाइन की खुशबू से
शिशु की बंद नाक खुल जाती है और जुकाम भी ठीक हो जाता है। यह भी पढ़ें : सर्दी में इस तरह करें शिशु की मालिश, मांसपेशियों और हड्डियों को मिलेगी ताकत कहां लगाएं पोटलीशिशु को सर्दी-जुकाम और कफ जमने या नाक बहने पर इस अजवाइन की पोटली से पीठ, छाती, पसलियों और पेट की सिकाई करें। इस बात का पूरा ध्यान रखें कि पोटली बहुत ज्यादा नहीं बल्कि हल्की गर्म होनी चाहिए। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें
नासिक मार्ग में म्यूकस को ढीला करने के लिए भाप लेना सबसे असरकारी तरीका है। शिशु के कमरे में फेशियल स्टीमर या वेपोराइजर की मदद से भाप फैला दें। 6 महीने से कम उम्र के शिशु के लिए बाथरूम में गर्म पानी को नल से बहने दें और शिशु को बाथरूम में 10 से 15 मिनट तक लेकर बैठ जाएं। एक साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए गर्म पानी में यूकेलिप्टस ऑयल की कुछ बूंदें भी डाल सकते हैं। यह भी पढ़ें : दिमाग तेज करने के लिए 6 महीने के बच्चे को कैसे खिलाएं बादाम बच्चों की सर्दी का इलाज है नमक के पानी के गरारेदो साल से अधिक उम्र के बच्चे को नमक के पानी से गरारे करवाएं। इसके लिए एक कप गुनगुने पानी में आधा चम्मच नमक डालें और बच्चे को गरारे करने के लिए कहें। बच्चे को पहले सादे पानी से गरारे करना सिखाएं। यह भी पढ़ें : बच्चों के लिए Pre school चुनने से पहले इन बातों पर करें गौर शिशु को जुकाम का इलाज है गुनगुना पानी6 महीने के शिशु को उबला हुआ पानी पिलाएं। पानी बच्चे के हिसाब से हल्का गुनगुना होना चाहिए। इससे शिशु का शरीर हाइड्रेट रहता है और शरीर से विषाक्त पदार्थ निकल जाते हैं। ये जुकाम से जल्दी राहत दिलाने का असरदार तरीका है। यह भी पढ़ें : बच्चों के शरीर में खून बढ़ाने के लिए आसान तरीके शिशु को जुकाम की दवा है सरसों का तेलएक साल के बच्चे के लिए जुकाम के इलाज के लिए सरसों का तेल भी बहुत असरकारी नुस्खा है। एक चम्मच सरसों का तेल लें और उसमें 1 लहसुन की कली और लौंग डालकर एक चुटकी अजवाइन का पाउडर मिलाएं। इन सब चीजों को एक मिनट तक गर्म करें। लहसुन जलना नहीं चाहिए। अब इसे छन्नी से छान लें। इस मिश्रण के गुनगुना होने पर बच्चे की छाती और पीठ की मालिश करें। यह भी पढ़ें : दूध पीने में आनाकानी करता है आपका बच्चा तो दूध में मिलाकर दें ये चीज नवजात शिशु जुकाम का घरेलू उपाय है शहदशहद में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट रात में होने वाली खांसी, गले में इंफेक्शन और खांसी या जुकाम की वजह से बार-बार नींद टूटने का इलाज करने में मददगार होते हैं। एक साल से कम उम्र के बच्चे को शहद न दें। एक साल से अधिक उम्र के बच्चे को रात को सोने से पहले आधा चम्मच शहद
दें। यह भी पढ़ें : शिशु को कब, कैसे और किस उम्र से खिलाना चाहिए खीरा बच्चों में जुकाम का इलाज है अदरकबच्चों में खांसी,
जुकाम और कफ जमने के इलाज में अदरक बहुत असरकारी है। ये शरीर को गर्म कर के बलगम को पिघला देती है। दो साल से अधिक उम्र के बच्चे को अदरक की चाय पिलाएं। आधा इंच की
अदरक
लें और एक कप पानी में इसे 5 मिनट तक उबालें। इसके बाद पानी को छान लें और उसमें आधा चम्मच नींबू का रस और एक चम्मच शहद मिलाएं। गुनगुना बच्चे को पिलाएं। यह भी पढ़ें : बच्चों को सुसाइड करने से कैसे रोकें Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें 2 महीने के बच्चे को सर्दी जुकाम हो जाए तो क्या करें?शिशु को जुकाम होने पर दवा देना ज्यादा सुरक्षित नहीं माना जाता है लेकिन इस स्थिति में घरेलू नुस्खे आपकी मदद कर सकते हैं। इस मौसम में छोटे बच्चों और शिशुओं को सर्दी-जुकाम होने का खतरा है। नवजात शिशु की इम्यूनिटी बहुत कमजोर होती है और इसलिए उन्हें आसानी से खांसी-जुकाम पकड़ लेता है।
2 महीने के बच्चे को खांसी आए तो क्या करना चाहिए?यदि आपके बच्चे को निमोनिया या ब्रोंकाइटिस के लक्षण हों तो डॉक्टर से बात करें। इनफेक्शन और खांसी दूर करने के लिए हो सकता है बच्चे को एंटिबायोटिक दवाओं की जरुरत हो।
नवजात शिशु की नाक बंद हो जाए तो क्या करें?बच्चे को सुलाते समय सॉफ्ट तकिए का इस्तेमाल करें और सिर को थोड़ा सा उठा दें इससे स्टफी नोज से बहुत हद तक राहत मिलती है। नमी और गर्मी बच्चे की बंद नाक को आसानी से खोल सकता है इसके लिए बाथरूम में गर्म पानी डाल दें और बच्चे के साथ वहां कुछ देर के लिए बैठें, ध्यान रहे इस वक्त बाथरूम की खिड़की दरवाजे बंद कर दें।
3 महीने के बच्चे को खांसी हो जाए तो क्या करें?बच्चों को खाँसी होना बहुत ही आम बात है। प्रायः यह देखा जाता है कि जब भी बच्चे को खांसी होती है तो माता-पिता बहुत घबरा जाते हैं और तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करते हैं। आपको घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि खाँसी कोई बीमारी नहीं है। यह शरीर में हो रही किसी और परेशानी का संकेत होती है।
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