समांतर प्लेट संधारित्र की प्लेटों के बीच की दूरी बढ़ाने पर उसकी धारिता पर क्या प्रभाव पड़ेगा? - samaantar plet sandhaaritr kee pleton ke beech kee dooree badhaane par usakee dhaarita par kya prabhaav padega?

हमें बहुविकल्पी प्रश्न दिया हुआ है कि समांतर प्लेट संधारित्र की प्लेटों के बीच की दूरी बनाने से उसकी धारिता अपरिवर्तित रहती है बढ़ती है घटती है या कुछ नहीं कहा जा सकता है पर बताना है कि अगर हम समांतर प्लेट संधारित्र की प्लेटों के बीच की दूरी बढ़ा दे तो उसके धारिता पर क्या प्रभाव पड़ेगा ठीक है तो देखें समांतर प्लेट संधारित्र की धारिता का सूत्र होता है से बराबर एप्स आइलैंड नोट ए बता दी ठीक है जहां पर ठीक है जहां पर भी है प्लेटों के बीच की दूरी ए क्या है समांतर प्लेट संधारित्र की प्लेटों का क्षेत्रफल और अप्सरा नोट क्या है अब साइलेंट नोट है निर्वात की विद्युतशीलता जिसको लिख लेते हैं आप पहले नोट है निर्वात की विद्युतशीलता निर्वात की विद्युतशीलता है प्लेटो का क्षेत्रफल प्लेटो का क्षेत्रफल

क्षेत्रफल और डी क्या है दिल है प्लेटों के बीच की दूरी प्लेटों के के बीच की बीच की दूरी जैसे कम सूत्र से देख सकते हैं क्यों झड़ता है तो धारिता दूरी के वितरण में है प्लेटों के बीच की दूरी के वितरण में इसका तात्पर्य क्या है कि अगर हम समांतर प्लेट संधारित्र की प्लेटों के बीच की दूरी को बढ़ा दे तो धार तक माल कम हो जाएगा और अगर हम फ्लैटों के पीछे धोने का मान हटा दे तो धारिता का मान बढ़ जाएगी धारिता क्या है दूरी के वितरण में है ठीक है तो अफ्रीकी पर हमसे तो फिर से कहना है वह कह रहा है कि हम प्लेटो की बीच की दूरी को बढ़ा दे तो अगर प्लेटों के बीच दूरी को बढ़ा दिया जाएगा तो धड़कन क्या हो जाएगा कम हो जाएगा ठीक है तुम देख सकते हैं कि अगर हम प्लेटों के बीच दूरी को बढ़ा देंगे भारत आगमन कम हो जाएगा ठीक है तुम्हारे सही विकल्प कौन सा होगा

तुम्हारे सही कल पोकरण समांतर प्लेट संधारित्र की प्लेटों के बीच दूरी बढ़ाने से उसके घर तक मांस कम हो गया धरता घटती है तुम्हारा सही विकल्प होगा तीसरा विकल्प और यही हमारे प्रश्न का उत्तर है

समांतर प्लेट संधारित्र की प्लेटों के बीच की दूरी बढ़ाने से उसकी धारिता पर क्या प्रभाव होगा?

यदि संधारित्र को एक बैटरी से जोड़ा जाए, तो इसमें से धारा का प्रवाह नहीं होगा, परंतु इसकी प्लेटों पर बराबर मात्रा में घनात्मक एवं ऋणात्मक आवेश संचय हो जाएँगे। विद्युत् संधारित्र का उपयोग विद्युत् आवेश, अथवा स्थिर वैद्युत उर्जा, का संचय करने के लिए तथा वैद्युत फिल्टर, स्नबर (शक्ति इलेक्ट्रॉनिकी) आदि में होता है।

समांतर प्लेट संधारित्र की धारिता कैसे बढ़ाई जा सकती है?

d) = (epsi_(0)A)/(d)` <br> अब यदि संधारित्र की प्लेटो के बीच में एक परावैद्युत माध्यम जिसका परावैद्युतांक K हो, रखा दिया जाये तो संधारित्र की धारिता K गुनी हो जाती है। (तथा प्लेटो के बीच विभवांतर `(1)/(K)` गुना हो जाता है) <br> अर्थात धारिता `C = (epsi_(0)KA)/(d)` <br> उपयोग- इसका उपयोग रेडियो सेट में किया जाता है।

समांतर प्लेट संधारित्र की प्लेटों के बीच की वायु के स्थान पर कागज बढ़ने से उसकी धारिता पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

Solution : प्लेटो के बीच धात्विक पटटी रखने से संधारित्र की धारिता बढ़ जाएगी, क्योंकि धातु का परावैद्युतांक अनन्त होता है। अत: संधारित्र की प्लेटों के बीच की प्रभावी दूरी घट जाती है। <br> यदि धात्विक पट्टी को पृथ्वी से जोड़ दें तो संधारित्र की धारिता अपरिवर्तित रहेगी।

समांतर प्लेट संधारित्र की धारिता क्या है?

प्रश्न - एक समांतर प्लेट संधारित्र की धारिता C0 है। प्लेटों के मध्य दूरी दोगुनी की जाती है तथा प्लेटों के मध्य एक परावैद्युत पट्टिका को पूर्णतः प्रवेशित किया जाता है।