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एक अजीब सा नशा होता है, जो दुनिया की हर चीज भुला देता है.File PicMaal/Drugs High Feel: ड्रग्स को लेकर पूरे देश में कोहराम है. हर कोई ये जानकर हैरान है कि इसका नशा बॉलीवुड सेलेब्स के सर चढ़कर बोलता है. अब जब इसमें बड़ी-बड़ी हस्तियों के नाम आ रहे हैं तो हम आपको बताने जा रहे हैं कि जब कोई एक या दो बार ड्रग लेता है तो वो इसे छोड़ क्यों नहीं पाता. आखिर इसे लेने के बाद बॉडी और माइंड में क्या फील होता है. Drug Feeling मस्तिष्क के जिस भाग में इसका असर पहुंचता है, उस भाग को आमतौर पर सेक्स, प्लेजर ऐक्टिविटीज आदि के लिए जिम्मेदार माना जाता है. यानी जैसी फीलिंग आपको बाकी एक्टिवटीज से होती है, बिल्कुल वैसी ही ड्रग्स के सेवन के बाद होती है. यही वजह है कि ड्रगिस्ट इसे हाई फील होना कहते हैं. यानी वो फीलिंग जो आपको सितारों के पार पहुंचा देती है. एक अजीब सा नशा होता है, जो दुनिया की हर चीज भुला देता है. जो लोग ड्रग्स के आदि हो जाते हैं, वो इस फीलिंग को बार-बार पाना चाहते हैं. और यही कारण है कि वो हर हाल में ड्रग चाहते हैं. High Feeling ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें लाइफस्टाइल की और अन्य ताजा-तरीन खबरें Mumbai Drug Case: डॉ शर्मा बता चुके हैं कि ड्रग्स या नशीली दवाओं के सेवन से आपकी मानसिक स्थिति काफी खराब हो जाती है. आप सोचते कुछ और हैं और होता कुछ और है.शरीर में जाने के बाद कैसे असर करता है ड्रग्स? ड्रग्स पार्टी मामले (Mumbai Drug Case) में नारकोटिक्स ब्यूरो (NCB) की टीम ने शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan Arrest In Drug Case) समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. मामले में 8 लोगों को हिरासत में लिया गया था. आरोपियों के पास से चरस, MDMA, MD और कोकीन समेत अन्य ड्रग बरामद किए गए थे. बहरहाल यह कोई पहला मामला नहीं है और न ही बॉलीवुड में ड्रग्स का चलन नया है. सुशांत सिंह राजपुत केस की जांच के दौरान टेलीवुड से लेकर बॉलीवुड तक कई सेलिब्रिटीज के नाम सामने आ चुके हैं. कुछ सेलिब्रिटी यह स्वीकार कर चुके हैं कि बॉलीवुड में ड्रग्स का चलन या ऐसी पार्टीज काफी पहले से होती आ रही है. कुछ लोगों का मानना होता है कि टेंशन में लोगों को इसकी आदत लगती है और ड्रग्स लेने से स्ट्रेस कम होता है. पर इस बारे में एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं? आइए जानते हैं कि ड्रग्स शरीर के अंदर जाता है तो क्या होता है.. दिमाग पर सीधा असरसबसे पहले यह जान लें कि कोकीन, मारिजुआना, एलएसडी वगैरह ड्रग्स कई तरह के हो सकते हैं. ये ड्रग्स आपके दिमाग पर सीधा असर डालते हैं. आपकी सोचने-समझने की क्षमता कम कर सकते हैं. कुछ लोग सेक्सुअल पावर बढ़ाने के लिए इसका प्रयोग करते हैं. थोड़े समय के लिए ऐसा होता भी हो, लेकिन यह आपके स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर डालता है. एम्स के फॉरेंसिंग पैथलॉजी से रिटायर्ड डॉ रवींद्र कुमार शर्मा बता चुके हैं कि ड्रग्स या नशीली दवाओं के सेवन से आपकी मानसिक स्थिति काफी खराब हो जाती है. आप सोचते कुछ और हैं और होता कुछ और है. इसका लोग गलत इस्तेमाल करते हैं जिसकी वजह से लोग एडिक्ट हो जाते हैं. हाई फीलिंग: ब्रेन को उत्तेजित कर देता है ड्रग्ससायकाइट्रिस्ट डॉ राजेश कुमार के मुताबिक, ह्यूमन ब्रेन के मिड पार्ट में ड्रग्स का असर पहुंचते ही यह प्लेजर एक्टिविटीज के सर्किट में जाकर काम करने लगता है. ब्रेन का मिड हिस्सा सेक्स, फूड, म्यूजिक, वगैरह के कारण एक्टिव होता है और ड्रग्स के कारण यह हाईली एक्टिव हो जाता है और सेवन करने वाले को हाई फील होने लगता है. इस दौरान व्यक्ति खुद को एनर्जी से पूरा भरा हुआ महसूस करता है. वह आस-पास के माहौल से कट जाता है और टेंशन देने वाली बातों को भूल जाता है. वह डिसइनिवेटिव बिहेवियर करने लगता है यानी जो काम एलर्टनेस में नहीं किया जा सकता. ड्रग्स के असर से कुछ समय तक थकान और नींद गायब हो जाती है. किन अंगों पर कैसा असर करता है ड्रग्स?आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ केके अग्रवाल ने टीवी9 भारतवर्ष से बातचीत के दौरान पिछले साल बताया था कि ड्रग्स आपकी दिमागी हालात को बिगाड़ता है. यह मुख्य रुप से शरीर में ब्रेन, हार्ट, लंग्स और स्टॉमैक में यह असर करता है. इससे दिमागी हालत खराब होने लगती है. जहां तक हार्ट की बात है तो किसी केस में काफी कम तो किसी केस में काफी तेजी से यह काम करने लगता है. किसी किसी केस में हार्ट फेल होने का भी केस देखने को मिलता है. वहीं, लंग्स में कंजेशन की वजह से निमोनिया हो जाता है. बात करें पेट पर इसके असर की तो पेट में यह सबसे अधिक नुकसान भूख को लेकर करता है. ड्रग्स लेने वाले आदमी को भूख ही नहीं लगती है. उसके बाद दूसरी बीमारियां शुरू हो जाती है. बॉलीवुड में क्यों है इतना चलन?सुशांत सिंह राजपूत डेथ केस से जुड़े ड्रग्स मामले में जेल में बंद जया साहा ने पिछले साल बताया था कि बॉलीवुड में ड्रग्स का चलन कोई नया नहीं है. फिल्मी सितारे अपने स्ट्रेस और डिप्रेशन को कम करने के लिए ड्रग्स लेते हैं. हालांकि सेलिब्रिटी हों या फिर अन्य प्रोफेशन से जुड़े लोग… स्ट्रेस दूर करने के बहाने मजे लेने के लिए ड्रग्स का सेवन करते हैं. हालांकि वे ड्रग एडिक्शन का जिम्मेदार किसी दूसरे को बता देते हैं. सायकोलॉजी में इसे डिफेंस मैकेनिज्म कहा जाता है. डॉक्टर्स बताते हैं कि डिप्रेशन या एंग्जाइटी के इलाज में सीमित दवाओं को छोड़ दिया जाए तो ऐसी कोई मेडिसिन नहीं है, जिसके कॉम्पोनेंट ड्रग्स से मिलते-जुलते हों. तो ये कहना कि ड्रग्स से डिप्रेशन दूर हो जाता है, गलत होगा. यह भी पढ़ें: आ गई आर्टिफिशियल किडनी जो खत्म करेगी डायलिसिस का झंझट? जानिए कैसे काम करती है ड्रग्स लेने के बाद क्या होता है?उससे आप समझ सकते हैं कि ड्रग लेने के बाद व्यक्ति डिसइनिवेटिव बिहेवियर करने लगता है। जब नशा हाई वाल्यूम में होता है तो नींद, थकान, बेचेनी और घबराहट जैसी चीजें दूर हो जाती है और ड्रगी का कॉन्फिडेंट लेवल काफी बढ़ जाता है। हालांकि ये कॉन्फिडेंट लेवल अच्छे काम के लिए नहीं बल्कि खराब काम के लिए आता है।
ड्रग्स का प्रयोग क्यों करते हैं?'ड्रग्स' आमतौर पर दो प्रकार के हो सकते हैं। पहला, जिनका इस्तेमाल हम किसी बीमारी या किसी रोग को दूर करने के लिए करते हैं। दूसरे वो हैं, जिनका इस्तेमाल आमतौर पर एक लत के तौर पर किया जाता है, जैसे शराब, तंबाकू, कोकीन, अफीम, मारिजुआना, हेरोइन, सिंथेटिक ड्रग्स इत्यादि।
सबसे खतरनाक ड्रग्स कौन सा है?हेरोइन हेराइन काफी लोकप्रिय नाम है, जिसे क्वीन ऑफ ड्रग्स भी कहा जाता है. ... . कोकीन यह भी काफी लोकप्रिय ड्रग है और इसके रसायन सीधे दिमाग पर असर डालते हैं जिससे आपकी याद रखने की क्षमता कम हो जाती है. ... . गांजा ... . एलएसडी ... . स्पीड बॉल ... . एमडीएमए ... . केटामाइन ... . क्रिस्टल मेथक्रिस्टल. ड्रग्स का व्यक्ति पर क्या प्रभाव पड़ता है?सच्चाई यह है कि ड्रग्स की लत एक जटिल बीमारी है। ड्रग्स मस्तिष्क के रिवार्ड सिस्टम को प्रभावित करते हैं। वे डोपामाइन (dopamine) के स्तर को अचानक बढ़ा देते हैं, जिसकी वजह से उत्साह की भावना आती है और ड्रग के फिर से उपयोग करने को बढ़ावा मिलता है।
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