केंद्रीकृत योजनाबद्ध अर्थव्यवस्था तथा बाज़ार अर्थव्यवस्था के भेद को स्पष्ट कीजिए।
अर्थव्यवस्था की उत्पादन संभावनाओं से आपका क्या अभिप्राय है? अर्थव्यवस्था की उत्पादन संभावनाओं से हमारा अभिप्राय वस्तुओं और सेवाओं के उन संयोगों से है, जिन्हे अर्थव्यवस्था में उपलब्ध संसाधनों की मात्रा तथा उपलब्ध प्रौद्योगिकीय ज्ञान के द्वारा उत्पादित किया जा सकता हैं। अर्थव्यवस्था की केंद्रीय समस्याओं की विवेचना कीजिए। अर्थव्यवस्था की तीन केंद्रीय समस्याएँ निम्नलिखित हैं:
अर्थशास्त्र की विषय-वस्तु की विवेचना कीजिए। अर्थशास्त्र की विषय-वस्तु आर्थिक इकाइयों का आर्थिक व्यवहार है जो वे व्यक्तिगत रूप में अथवा समूहों के रूप में करती है। अर्थशास्त्र की विषय-वस्तु को मुख्य रूप से दो भागों में बांटा जाता है:
विशिष्ट अर्थशास्त्र और समष्टि अर्थशास्त्र में अध्ययन किए जाने वाले विषय निम्नलिखित है:
सीमांत उत्पादन संभावना क्या है? सीमांत उत्पादन संभावना से अभिप्राय उस वक्र से है, जो दो वस्तुओं के उन संयोगों को दर्शाती है, जिनका उत्पादन अर्थव्यवस्था के संसाधनों का पूर्ण रूप से उपयोग करने पर किया जाता है। यह एक वस्तु की एक अतिरिक्त इकाई प्राप्त करने की अवसर लागत है। |