गणित सीखने के सिद्धांत क्या है? - ganit seekhane ke siddhaant kya hai?

नमस्कार साथियों! शिक्षा विचार हिंदी ब्लॉग में आपका एक बार फिर से स्वागत है। मित्रों। B.Ed शिक्षा के अंतर्गत इस आर्टिकल के अंतर्गत हम शिक्षा के क्षेत्र में गणित का महत्व को समझेंगे।

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गणित सीखने के सिद्धांत क्या है? - ganit seekhane ke siddhaant kya hai?
गणित शिक्षण का महत्व importance of mathematics in daily life

इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देने में सक्षम होंगे-

१. शिक्षा में गणित के महत्व की विवेचना कीजिए

Discuss the importance of mathematics in education.

२.आधुनिक जीवन में गणित की उपयोगिता उपयोगिता को स्पष्ट कीजिए।

Explain the utility of mathematics in modern life.

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शिक्षण में गणित का महत्व अथवा उपयोगिता

(Importance or utility of mathematics in education)

  • शिक्षा के क्षेत्र में गणित का अत्यधिक महत्व है। गणित का हमारे दैनिक जीवन में गणित के संबंध है। आधुनिक युग में सभ्यता का आधार गणित ही है। मातृभाषा के अलावा ऐसा कोई विषय नहीं है जो दैनिक जीवन में इतना अधिक संबंधित हो। गणित को व्यापार का प्राण एवं विज्ञान का जन्मदाता माना जाता है। 
  • वर्तमान समय में गणित को विद्यालय के पाठ्य विषयों में विशेष स्थान प्रदान किया गया है। इसका प्रमुख कारण है कि गणित विद्यार्थी को अपनी जीविका कमाने के योग्य बनाने के साथ वो उसके ज्ञान में वृद्धि करता है तथा जीवन के विभिन्न कार्यों को सीखने और करने में सहायता करता है।
  • विद्यार्थियों का मानसिक विकास करके उनकी बुद्धि को प्रखर बनाता है। यह विद्यार्थियों में स्पष्टता आत्मविश्वास नियमित तथा शुद्धता एकाग्रता इत्यादि गुणों को विकसित करता है तथा चरित्र के निर्माण में सहायता करता है।

गणित के महत्व को निम्न प्रकार से स्पष्ट किया जा सकता है

१.निश्चिता और आत्मनिर्भरता की दृष्टि से गणित का महत्त्व(The importance of mathematics in terms of certainty and self-reliance)

  • गणित ऐसा विषय है जो व्यक्ति को निश्चितता सिखाता है। गणित छात्रों में दृढ़ता तथा आत्मविश्वास उत्पन्न करता है। सत्य अथवा असत्य की शुद्धि और अशुद्ध की जांच गणित के माध्यम से ही होती है। गणित छात्रों में आत्मनिर्भरता तथा आत्मविश्वास उत्पन्न करता है। इसी कारण पाठ्यक्रम में गणित को इतना महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है।

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२. दैनिक जीवन में गणित का महत्व 

(Importance of mathematics in daily life)

  • हमारे चारों ओर का जीवन तथा हमारे दिन प्रतिदिन का व्यवहार पूर्ण रूप से गणित से भरा हुआ है। प्रत्येक बात को समझाने के लिए हमें थोड़ी बहुत गणित की आवश्यकता पड़ती है। दैनिक जीवन में हमें घर बाहर, बाजार, क्रय विक्रय, आय व्यय आदि सभी गणित के ज्ञान की आवश्यकता होती है। गणित के बिना हमारा जीवन गूंगे, बहरे तथा अंधे संसार के समान हो जाएगा। 

  • गणित के ज्ञान से रहित व्यक्ति न तो परिवार को सुचारू रूप से चला सकता है और न ही समाज में कुछ कर सकता है। यदि छात्रों को आरंभ से ही प्रारंभिक गणित का ज्ञान नहीं कराया जाता तो वे अपने जीवन में अनुभवों को समझने समझाने में असमर्थ रहे होते।

३. प्रकृति अध्ययन के लिए गणित का महत्व (Importance of mathematics in the study of nature)

  • गणित मानव मस्तिष्क की भांति प्रकृति में भी है। गणित प्रकृति की सबसे बड़ी विशेषता परिवर्तन एवं विचरण है। गणित एक कलन है जो कि  विचरण का अध्ययन करती है। इसी कारण कलन को प्रकृति का गणित कहा जाता है। प्राकृतिक घटनाओं जैसे सूर्य, चंद्रमा, तारों के निकलने तथा छिपने का समय, उसकी स्थिति एवं दिशा आदि के ज्ञान में गणित विशेष उपयोगी सिद्ध होता है।

३. गणित का सौंदर्यात्मक महत्व (Aesthetic importance of mathematics)

  • गणित का सौंदर्य सरलता पूर्णता आदि में निहित होता है। यंग ने अत्यंत स्पष्ट शब्दों में लिखा है "गणित का अध्ययन उचित तथा स्थूल रूप से किया जाता है तो छात्र उसकी सौंदर्य का आनंद लेने में समर्थ होते हैं।"

४. गणित का बौद्धिक महत्व  (Intellectual importance of mathematics)

  • मानसिक एवं बौद्धिक विकास के लिए गणित शिक्षण का अत्यंत महत्व है। जैसे ही गणित की कोई समस्या आपके समक्ष आती है तो आपका मस्तिष्क समस्या को समझने तथा उसे हल करने में क्रियाशील हो जाता है। गणित की हर समस्या के लिए मानसिक प्रयास की आवश्यकता होती है तथा उस के माध्यम से छात्र की विचार करने, तर्क करने, विश्लेषण करने तथा विवेचना करने की शक्तियों का विकास होता है।

५.नियमित तथा विविधता की दृष्टि से गणित का महत्व (Importance of mathematics in regulatory and variety)

  • गणित ऐसा विषय है जिसकी शिक्षण से छात्रों में अनियमितता एवं विधिवत रूप से कार्य करने का अभ्यास होता है क्योंकि जब तक गणित में क्रियाओं को नियम तथा विधि पूर्वक हल नहीं किया जाता तब तक शुद्ध परिणाम प्राप्त नहीं हो सकता। इस प्रकार गणित नियमित रूप से तथा विधिवत रूप से कार्य करने की क्षमता छात्रों में उत्पन्न करता है।

६. शुद्धता तथा स्पष्टता में गणित का महत्व (Importance of mathematics in accuracy and clarity)

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७. आर्थिक तथा सामाजिक प्रगति में गणित का महत्व (Importance of mathematics in economic and social progress)

  • आधुनिक युग विज्ञान का युग है। आर्थिक तथा सामाजिक प्रगति भी विज्ञान की ही देन है परंतु विज्ञान भी गणित के बिना नहीं चल सकता। इसी कारण से गणित का पाठ्यक्रम में विशिष्ट स्थान है। आर्थिक क्षेत्र में व्यवसाय, उद्योग, यातायात, कृषि व्यापार आदि में से कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं है जो कि गणित के बिना चल सके। स्वयं विज्ञान भी गणित पर आधारित है। समाज में प्रगति के लिए भी गणित का ज्ञान आवश्यक हो जाता है।

८. गणित का अंतरराष्ट्रीय महत्व (International importance of mathematics)

  • गणित का अध्ययन विभिन्न राष्ट्रों में पारस्परिक सहयोग की भावना की वृद्धि करता है। सभी देशों के गणितज्ञ वैज्ञानिक किसी नए नियम सिद्धांत अथवा शोध कार्य पर परस्पर मिलकर विचार विनिमय करते हैं और उसे संपूर्ण मानव जाति के हित के लिए उपयोग में लाते हैं।

९. गणित का उपयोगात्मक महत्व (utility based importance of mathematics)

  • व्यवहारिक जीवन में गणित की उपयोगिता अन्य विषयों की तुलना में बहुत अधिक है। दैनिक जीवन में क्रय-विक्रय माप तोल जोड़ना घटाना आए व्याधि का लेखा-जोखा आदि सभी व्यक्तियों को करना पड़ता है। इस प्रकार घर, दफ्तर, व्यापार, सभी जगह गणित की आवश्यकता पड़ती है। अतः गणित संबंधी घटनाओं के बिना दैनिक जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है।

हमें उम्मीद है कि हमारा यह आर्टिकल आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगा इस प्रकार के अनेक आर्टिकल्स पढ़ने के लिए शिक्षा विचार हिंदी ब्लॉग को सब्सक्राइब करें।

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गणित शिक्षण के सिद्धांत क्या है?

स्कूल में गणित पढ़ाने का मुख्य उद्देश्य बालकों की तर्क शक्ति का विकास होना चाहिए ना कि केवल तथ्यों को याद कराना। केवल गणित का एक अच्छा जानने वाला वही होता है जो दैनिक जीवन में उसके सिद्धांतों का प्रयोग कर सकें। इसीलिए गणित पढ़ाने में तर्कशक्ति के विकास का ध्यान रखना, सूचना प्राप्त की अपेक्षा महत्वपूर्ण होता है।

गणित का सिद्धांत कौन है?

आर्किमिडीज़ ( गणित का पिता एवं जनक ) आर्किमिडीज अपनी कई महत्वपूर्ण उपलब्धियों के लिए प्रसिद्ध हैं जैसे कि आर्किमिडिज़ सिद्धांत, आर्किमिडिज़ पेच, द्रव्य स्थिति-विज्ञान, लीवर, अतिसूक्ष्म राशियाँ आदि जिनका उपयोग आज तक किया जाता है.

गणित सीखने सिखाने के विविध आधार क्या है?

प्रारंभिक कक्षाओं यानी कक्षा 1 और 2 में विषयों के सीखने सिखाने के लिए निम्नलिखित अंशों को समाहित किया जाना आवश्यक है:.
उनके परिवेश को समझना, और ऐसे उदाहरणों और परिपेक्ष्यों पर बात करना.
विचारों को व्यक्त करने के लिए गणितीय भाषा का उपयोग करना.
समस्या हल करने में गणितीय अवधारणाओं का उपयोग करना.

गणित सीखने का क्रम क्या है?

इस प्रकार, यह निष्कर्ष निकाला गया है कि ज्ञान, समझ, अनुप्रयोग और मूल्यांकन गणित को पढ़ाने का सही क्रम है।