घबराहट के क्या लक्षण होते हैं? - ghabaraahat ke kya lakshan hote hain?

घबराहट क्या है ?

घबराहट का अर्थ है किसी बात के होने या होने की सम्भावना को लेकर डरा हुआ और परेशान महसूस करना। एक घबराया हुआ व्यक्ति तनाव में रहता है और आसानी से चिंतित हो जाता है।

(और पढ़ें - चिंता का इलाज)

कुछ लोगों को घबराहट इतनी हो जाती है कि वह ठीक तरह से सोचने, समझने और काम करने की हालत में नहीं रहते, जबकि उस परिस्थिति में समझदारी और सूझ-बूझ से काम लेने की आवश्यकता होती है।

हम सभी लोगों को कभी न कभी घबराहट होती है लेकिन कुछ लोग हमेशा ही घबराए हुए रहते हैं। इस स्थिति में व्यक्ति आराम नहीं कर पाता है और उसका दिल समान्य से तेज़ गति से धड़कता है। इससे आपके काम, रिश्तों और नींद पर प्रभाव पड़ता है।

(और पढ़ें - नींद की कमी)

घबराहट बिना किसी वजह के भी हो सकती है या किसी स्पष्ट कारण से भी हो सकती है। घबराहट के साथ कई अन्य शारीरिक लक्षण भी हो सकते हैं। अधिकतर यह लक्षण ह्रदय, फेफड़ों, तंत्रिका तंत्र (Nervouss system) और पेट व आंतों से सम्बंधित होते हैं।
घबराहट में व्यक्ति को पेट खराब, दस्त, साँस लेने में दिक्कत, बेहोश होना या दिल का दौरा पड़ने की भावना होना जैसे लक्षण हो सकते हैं।

घबराहट के इलाज लिए श्वास अभ्यास (Breathing exercise) और ध्यान लगाने का प्रयोग किया जाता है।

हाइलाइट्स

एंजाइटी में इंसान नर्वस रहता है. किसी चीज में चैन नहीं मिलता. डर की भावना रहती है.
तनाव, ब्लडप्रेशर, हाई कोलेस्ट्रोल के कारण भी एंग्जाइटी हो सकती है.

Anxiety attack: आमतौर पर जीवन के प्रति निराशा और डर की भावना के कारण इंसान को एंजाइटी या बेचैनी होती है. हालांकि तनाव, ब्लडप्रेशर, हाई कोलेस्ट्रोल के कारण भी एंग्जाइटी हो सकती है. इस स्थिति में इंसान को यह महसूस होने लगता है कि उसके साथ बहुत बुरा होने वाला है. इसी उलझन में वह हमेशा चिंताग्रस्त और सहमे हुए रहता है. कभी-कभी घबराहट इतनी बढ़ जाती है कि एंजाइटी का अटैक हो जाता है. इसमें बहुत अधिक व्यग्रता, छटपटाहट, घबराहट, कंपकंपी, पसीना एक साथ आने लगता है. किसी भी स्थिति में इंसान को चैन नहीं मिलता है. कुछ दिन पहले अभिनेत्री दीपिका पादुकोण भी इस परेशानी के कारण अस्पताल में भर्ती हुई थीं. इसलिए इस बीमारी की गंभीरता को समझा जा सकता है.

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एंजाइटी के कारण
मेडिकल टूडे न्यूज के मुताबिक एंजाइटी के कई कारण हो सकते हैं. परीक्षा, नौकरी, आर्थिक, रिलेशनशिप, तलाक आदि का तनाव, किसी चीज को लेकर चिंता, उम्मीद के हिसाब से स्थिति नहीं बदलने को लेकर चिंता, मानसिक सक्रियता में कमी, याददाश्त में कमी, कुछ बीमारियों का इलाज, कुछ क्रोनिक बीमारियां आदि की स्थिति में एंजाइटी हो सकती है.

एंजाइटी के लक्षण
एंजाइटी में इंसान नर्वस रहता है. किसी चीज में चैन नहीं मिलता. डर की भावना रहती है. बुरा होने का भय रहता है. दूसरों से बहुत सारे आश्वासन की उम्मीद रहती है. मूड बहुत खराब रहता है. इंसान अवसाद में रहता है. भविष्य में क्या होगा इसको लेकर बहुत अधिक चिंतित रहता है. इन सब लक्षणों में जब बहुत अधिक गंभीरता आ जाती है तो एंजाइटी अटैक होता है. इसमें पैनिक अटैक हो सकता है. इस स्थिति में बॉडी से बहुत ज्यादा पसीना आता है. बहुत लंबे समय घबराहट महसूस होती है. बैचेनी बढ़ने लगती है और ध्यान केंद्रित करना मुश्किल होता है. सांस लेने में दिक्कत हो सकती है और घुटन महसूस होती है. एंजाइटी अटैक में दिल की धड़कनें बेहद तेज चलती हैं. एंजाइटी अटैक की वजह से सीने में जकड़न महसूस होती है.

एंजाइटी का इलाज क्या है
एंजाइटी अटैक की स्थिति में मरीज को डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. इसके अलावा लाइफस्टाइल में बदलाव जरूरी है. रोजाना एक्सरसाइज भी जरूरी है. इसके साथ ही अल्कोहल और स्मोकिंग से हर हाल में परहेज होना चाहिए. हेल्दी डाइट का सेवन करना बेहतर रहता है. डॉक्टर इसके लिए साइकोथेरेपी का इस्तेमाल करते हैं. इसके लिए कॉगनिटिव विहेवियरल थेरेपी और कुछ दवाइयों का इस्तेमाल किया जाता है. एग्जाइटी से मुक्ति के लिए 7-8 घंटे की रात की नींद बेहद जरूरी है.

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Tags: Health, Health tips, Lifestyle

FIRST PUBLISHED : September 30, 2022, 06:01 IST

अगर आपको लगातार घबराहट होने की समस्या बनी रहती है तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए. घबरहाट का अर्थ है किसी बात के होने या होने की संभावना को लेकर डरना या परेशान महसूस करना. घबराया हुआ व्यक्ति तनाव में रहता है और हर वक्त चिंतित रहता है. समय रहते इसके लक्षणों को पहचानकर इसका इलाज करना बहुत जरूरी होता है.

घबराहट के लक्षण

घबराहट एक मानसिक और भावनात्मक समस्या है. हालांकि घबराहट में हर व्यक्ति अलग प्रकार की शारीरिक प्रतिक्रिया करता है. घबराहट से परेशान व्यक्ति को सांस लेने की समस्या हो सकती है, धड़कन तेज सकती है या बहुत बेचैनी होती है.

घबराहट के दौरान झटके लगना, कांपना, मुंह सूखना, हाथों में पसीना आना, अचानक ठंड या गर्मी लगना, मांसपेशियों में तनाव के अलावा पेट से जुड़ी कई दिक्कतें एक साथ हो सकती है. जैसे, पेट में खालीपन महसूस होना, मोशन के लिए प्रेशर बनना, यूरिन आना, पेट में हल्की मरोड़ उठना, जी मिचलाना आदि.

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घबराहट के कारण

अज्ञात का भय, तनावपूर्ण स्थिति में व्यक्ति के अंदर घबराहट सामान्य प्रतिक्रिया है. जैसे नौकरी के लिए इंटरव्यू या परीक्षा के दौरान घबराहट महसूस करना आम बात है. लेकिन कुछ लोगों में घबराहट का जोखिम ज्यादा होता है.

कुछ लोगों के अंदर हमेशा विचार चलते रहते हैं. ऐसे लोग मानसिक रूप से खुद को शांत महसूस नहीं करते. इनका मूड भी लगातार बदलता रहता है. लंबे समय से दवाओं के सेवन, नशे का लती होने से या मानसिक विकार जैसे एडीएचडी की समस्या से ग्रसित लोग भी घबराहट के शिकार होते हैं.

घबराहट से बचाव के उपाय

इस समस्या से बचने के लिए टलहने, ध्यान और योग का सहारा लें. घबराहट महसूस होने पर धीरे-धीरे सांस लें. उन बातों को ना सोचे जिससे आपका तनाव बढ़ता हो. ध्यान भटकाने के लिए संगीत, फिल्म या स्वस्थ आहार का सहारा लें. पर्याप्त नींद लें, अगर आप ठीक से नहीं सो पा रहे हैं तो अपने डॉक्टर से मिले. इसके अलावा कैफिन का सेवन कम करें.सिगरेट पीना छोड़ें. निकोटिन और कैफीन दोनों से ही घबराहट के लक्षण बढ़ सकते हैं.

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घबराहट होना कौन सी बीमारी है?

Anxiety attack: आमतौर पर जीवन के प्रति निराशा और डर की भावना के कारण इंसान को एंजाइटी या बेचैनी होती है. हालांकि तनाव, ब्लडप्रेशर, हाई कोलेस्ट्रोल के कारण भी एंग्जाइटी हो सकती है. इस स्थिति में इंसान को यह महसूस होने लगता है कि उसके साथ बहुत बुरा होने वाला है. इसी उलझन में वह हमेशा चिंताग्रस्त और सहमे हुए रहता है.

जब मन में घबराहट हो तो क्या करना चाहिए?

घबराहट का रामबाण इलाज.
सक्रिय रहें नियमित व्यायाम केवल शारीरिक स्वास्थ्य के बारे में नहीं हैं – यह आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी एक बड़ी मदद हो सकती हैं।.
बादाम ... .
मालिश ... .
कैमोमाइल ... .
ध्यान ... .
साँस लेना ... .
गर्म पानी का स्नान.

घबराहट होने के क्या लक्षण होते हैं?

Anxiety Attack: बेचैनी और घबराहट होने पर बॉडी ऐसे करती है रिएक्‍ट, धड़कनों पर भी नहीं रहता कंट्रोल.
​पसीना आना ... .
​ध्यान केंद्रित न कर पाना ... .
​सांस लेने में परेशानी होना ... .
​दिल की धड़कन तेज होना ... .
​जबरदस्त भावनाओं से घिरा होना ... .
​एंग्जायटी अटैक के लक्षण ... .
​सीने में जकड़न होना.

दिल घबराने का क्या कारण है?

क्यों घबराता है यह दिल बार-बार अगर आपको लगे कि हर समय किसी न किसी बात की चिंता बनी रहती है, मन बेचैन रहता है या फिर भविष्य को लेकर किसी प्रकार का डर आपको सता रहा हो, तो हो सकता है आप एंजाइटी से ग्रसित हों. ऐसे लक्षण होने पर नजरअंदाज न करें और फौरन मनोचिकित्सक से मिलें.