प्रस्तुत कविता ‘मन‘ जापान की लोकप्रिय विधा ‘हाइकु’ पर आधारित है। यह विधा हिंदी साहित्य में स्वीकृति चुकी है। इस विधा को विश्व की सबसे छोटी कविता का स्थान प्राप्त है। इस कविता में कवि ने तीन-तीन छोटी पंक्तियों में अलग-अलग घटनाओं को सुंदर ढंग से पिरोया है। प्रस्तुत कविता की यह अपनी विशेषता है। घना अँधेरा करते
जाओ जीवन नैया रंग-बिरंगे काँटों के बीच भीतरी कुंठा खारे जल से मृत्यु को जीना मन की पीड़ा चलतीं साथ सितारे छिपे तुमने दिए सागर में भी मन कविता का भावार्थ (Man Kavita Explanation)घना अंधेरा…………….आई बहार।
खारे जल……………………प्यासी ही रही।…
Last Wordआशा करता हूं मैंने दी हुई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। अगर अच्छी लगी है तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें और मन में कोई भी सवाल है तो हमें कमेंट करके पूछ लीजिए हम आपके सवाल का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे। Sanatan Dhobale TechnicalSanatan.com ब्लॉग के Founder हैं. वोह एक Professional Blogger हैं जो Make Money Online, Tech, Internet से जुड़ी विषय में रुचि रखते है. अगर आपको Make Money Online या Internet जुड़ी जानकारीयों में रूचि है, तो आपको यह ब्लॉग पसंद आ सकता है. हमारा यह मकसद है के इस ब्लॉग पे आपको Best जानकारी मिले. |