जाइलम वाहिकाओं में पानी के प्रवाह के लिए कौन सी प्रक्रिया एक सतत स्थान उत्पन्न करती है? - jailam vaahikaon mein paanee ke pravaah ke lie kaun see prakriya ek satat sthaan utpann karatee hai?

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जाइलम वाहिकाओं में पानी के प्रवाह के लिए कौन सी प्रक्रिया एक सतत स्थान उत्पन्न करती है? - jailam vaahikaon mein paanee ke pravaah ke lie kaun see prakriya ek satat sthaan utpann karatee hai?

पत्ती के अनुप्रस्थ काट में जाइलम (8) लाल वृत्तों से दिखाया गया है।

दारु या जाइलम (xylem) पौधों में पाये जाने वाले दो संवहन ऊतको में से एक है (दूसरा संवहन ऊतक फ्लोएम है)। जाइलम एक ऐसा जटिल स्थाई ऊतक है जो संवहन बंडल के अन्दर पाया जाता है। जाइलम जल के संवहन में प्रमुख भूमिका अदा करता है। रसारोहण की क्रिया जाइलम के भीतर से होती है। इसका निर्माण चार प्रकार की कोशिकाओं से हुआ है।
१. वाहिनिकाएँ
२. वाहिकाएं
३. जाइलम तन्तु
४. जाइलम मृदूतक

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श्रेणी:

  • वनस्पति विज्ञान